कवि नेअपनेआनेको उल्लास और जानेको आसं ूबनकर बह जाना क्यों कहा है - kavi neapaneaaneko ullaas aur jaaneko aasan oobanakar bah jaana kyon kaha hai

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कवि नेअपनेआनेको उल्लास और जानेको आसं ूबनकर बह जाना क्यों कहा है - kavi neapaneaaneko ullaas aur jaaneko aasan oobanakar bah jaana kyon kaha hai

NCERT Class 8 Hindi Chapter wise Solutions

  • पाठ-01 ध्वनि
  • पाठ-02 लाख की चूड़ियाँ
  • पाठ-03 बस की यात्रा
  • पाठ-04 दीवानों की हस्ती
  • पाठ-05 चिट्ठियों की अनूठी दुनिया
  • पाठ-06 भगवान के डाकिए
  • पाठ-07 क्या निराश हुआ जाए
  • पाठ-08 यह सब से कठिन समय नहीं
  • पाठ-09 कबीर की साखियाँ
  • पाठ-10 कामचोर
  • पाठ-11 जब सिनेमा ने बोलना सिखा
  • पाठ-12 सुदामा चरित
  • पाठ-13 जहाँ पहिया है
  • पाठ-14 अकबरी लोटा
  • पाठ-15 सूरदास के पद
  • पाठ-16 पानी की कहानी
  • पाठ-17 बाज और साँप
  • पाठ-18 टोपी

1. कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ और जाने को
‘आँसू बनकर बह जाना’ क्यों कहा है?
उत्तर:-
कवि ने अपने आने को उल्लास इसलिए कहता है क्योंकि जहाँ भी वह जाता है मस्ती का आलम लेकर जाता है। वहाँ लोगों के मन प्रसन्न हो जाते हैं।
पर जब वह उस स्थान को छोड़ कर आगे जाता है तब उसे तथा वहाँ के लोगों को दुःख होता है। विदाई के क्षणों में उसकी आखों से आँसू बह निकलते हैं।


2. भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटानेवाला कवि ऐसा क्यों कहता है कि वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा है? क्या वह निराश है या प्रसन्न है?
उत्तर:-
यहाँ भिखमंगों की दुनिया से कवि का आशय है कि यह दुनिया केवल लेना जानती है देना नहीं। कवि ने भी इस दुनिया को प्यार दिया पर इसके बदले में उसे वह प्यार नहीं मिला जिसकी वह आशा करता है। कवि निराश है, वह समझता है कि प्यार और खुशियाँ लोगों के जीवन में भरने में असफल रहा। दुनिया अभी भी सांसारिक विषयों में उलझी हुई है।


3. कविता में ऐसी कौन-सी बात है जो आपको सबसे अच्छी लगी?
उत्तर:-
कविता में कवि का जीवन के प्रति दृष्टिकोण अच्छा लगा। कवि कहते है कि हम सबके सुख-दुःख एक है तथा हमें एक साथ ही इन सुखों और दुखों को भोगना पड़ता है। हमें दोनों परिस्थितियों का सामना समान भाव से करना चाहिए। ऐसी दृष्टिकोण रखनेवाला व्यक्ति ही सुखी रह सकता है।


भाषा की बात
4. संतुष्टि के लिए कवि ने ‘छककर’ ‘जी भरकर’ और ‘खुलकर’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। इसी भाव को व्यक्त करनेवाले कुछ और शब्द सोचकर लिखिए, जैसे – हँसकर, गाकर।
उत्तर:-
1. खींचकर
2. पीकर
3. मुस्कराकर
4. देकर
5. मस्त होकर
6. सराबोर होकर

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कवि नेअपनेआनेको उल्लास और जानेको आसं ूबनकर बह जाना क्यों कहा है - kavi neapaneaaneko ullaas aur jaaneko aasan oobanakar bah jaana kyon kaha hai


कवि ने अपने आने को उल्लास और जाने को आंसू बनकर बह जाना क्यों कहां है?

उत्तर:- कवि ने अपने आने को उल्लास इसलिए कहता है क्योंकि जहाँ भी वह जाता है मस्ती का आलम लेकर जाता है। वहाँ लोगों के मन प्रसन्न हो जाते हैं। पर जब वह उस स्थान को छोड़ कर आगे जाता है तब उसे तथा वहाँ के लोगों को दुःख होता है। विदाई के क्षणों में उसकी आखों से आँसू बह निकलते हैं।

दीवानों की हस्ती कविता में कवि ने अपने आने को उल्लास और जाने को आँसू बनकर वह जाना क्यों कहा है?

कवि ने अपने आने को 'उल्लास' और जाने को 'आँसू बनकर बह जाना' क्यों कहा है? उत्तर : कवि बेफिक्री भरा जीवन जीने वाला व्यक्ति है। वह अपने साथियों के साथ जहाँ भी जाता है, वहाँ उनके दुख-सुख में शामिल होता है और उनमें खुशियाँ बाँटता है।

उल्लास का भाव आँसू में परिवर्तित क्यों हो जाता है?

अनुभव हुआ, दुःख उसका सहचर बन गया। छायावाद की आरम्भिक कविताओं में 'उच्छ्वास' और 'आँसू' का बाहुल्य इसीलिए है ।

आँसू बनकर बह चले अभी पंक्ति का क्या अर्थ है?

कवि कहना चाहते है की वह जब कही जाते है तो आंसू बनकर जाते हैं। लोग उन्हैं बहुत याद करते हैं। Explanation: इसका मतलब मृत्यु है।