Show
IPL 2022 में CSK vs RCB मुकाबले के दौरान ड्वेन ब्रावो के ओवर में दी गई नो बॉल पर काफी असमंजस रहा. पहले लगा कि अंबाती रायडू के 30 गज से बाहर रहने के चलते नो बॉल हुई लेकिन वजह अलग थी.आईपीएल में पहले भी नो बॉल के मसले पर पंगे हो चुके हैं. Image Credit source: IPL आईपीएल 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Chennai Super Kings vs Royal Challengers Bangalore) के मुकाबले में एक नो बॉल काफी चर्चा में रही. आरसीबी की बैटिंग के दौरान ड्वेन ब्रावो (Dwayne Bravo) ने पारी का 14वां ओवर डाला. इसकी चौथी गेंद को अंपायर ने नो बॉल करार दिया. पहले लगा कि अंबाती रायडू जो शॉर्ट फाइन लेग पर खड़े थे वे 30 गज के दायरे से बाहर रह गए इसलिए गेंद नो बॉल रही. सीएसके के एमएस धोनी, रायडू और ड्वेन ब्रावो ने इस पर अंपायर से बात की. फिर सामने आया कि लेग साइड में विकेट के स्क्वेयर के पीछे दो फील्डर्स से ज्यादा नहीं रह सकते. सीएसके के तीन फील्डर थे. इस वजह से नो बॉल (No ball) रही. लेकिन क्या आपको यह जानकारी थी कि लेग साइड में स्क्वेयर से पीछे दो से ज्यादा फील्डर रखे जा सकते हैं. अगर थी तो आप अंपायर बनने के लायक हैं. नहीं तो कोई बात नहीं. आज इस आर्टिकल में नो बॉल की ही बात की जाएगी. जानेंगे कि क्रिकेट में कितनी तरह की नो बॉल होती है? नो बॉल क्या होती है?नो बॉल वह गेंद होती है जिसे वैध गेंद नहीं माना जाता है. अगर कोई गेंद नो बॉल करार दी जाती है तो उस पर बैटिंग टीम को एक रन मिलता है. यह रन टीम के खाते में जाता है. बल्लेबाज के स्कोर में इसका जुड़ाव नहीं होता है. अगर बल्लेबाज बैट से कोई रन नो बॉल पर बनाता है तो वह जरूर उसके और टीम के खाते में जुड़ेगा. साथ ही वह गेंद दोबारा से सही तरीके से फेंकनी होती है. वैसे तो यह गेंद वैध नहीं होती है लेकिन जो बल्लेबाज खेलता है उसके खाते में यह जुड़ती है. लेकिन नो बॉल पर गेंदबाज रन आउट के अलावा किसी तरह से आउट नहीं होता है. लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट यानी वनडे और टी20 में नो बॉल फेंके जाने पर उससे अगली गेंद फ्री हिट होती है. इस पर बल्लेबाज बोल्ड या कैच नहीं हो सकता है. उसे केवल रन आउट या स्टंप किया जा सकता है. यह नो बॉल से जुड़ी बेसिक जानकारी हो गई. अब जानते हैं कि नो बॉल कब-कब होती है?क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबॉन क्रिकेट क्लब की वेबसाइट के अनुसार, # अगर गेंद फेंकते समय गेंदबाज के पैर का कोई भी हिस्सा बॉलिंग क्रीज की आगे की लाइन के पीछे नहीं होता है तो गेंद नो बॉल होती है. वर्तमान समय में अंपायर नो बॉल के मामले में काफी सख्ती रखते हैं. ऐसे में गेंद फेंकते समय पैर का कुछ हिस्सा क्रीज के अंदर होनी ही चाहिए. अगर पैर लाइन पर भी है तब भी नो बॉल मानी जाती है. # गेंद फेंकते समय अगर गेंदबाज का पिछला पैर बॉलिंग क्रीज की पीछे और साइड वाली लाइन से बाहर रहता है तब गेंद नो बॉल रहती है. # फुल टॉस गेंद बैटिंग कर रहे बल्लेबाज की कमर से ऊपर रहती है तब नो बॉल होती है. # अगर गेंदबाज गेंद फेंकने से पहले उसके तरीके के बारे में नहीं बताता है तब नो बॉल होती है. जैसे- कोई गेंदबाज दाएं हाथ से बॉलिंग कर रहा है लेकिन फिर अचानक से बाएं हाथ से गेंद फेंकता है तो नो बॉल कही जाएगी. इसी तरह ओवर दी विकेट बॉलिंग करते हुए बिना बताए राउंड दी विकेट बॉलिंग करे तब भी नो बॉल होती है. # अंपायर को लगता है कि गेंदबाज थ्रो फेंक रहा है तब नो बॉल होती है. # गेंदबाज रन अप लेने से पहले ही गेंद फेंकता है तब नो बॉल होती है. # अगर गेंद बल्लेबाज के पास पहुंचने से पहले दो बार टप्पा खाती है तब नो बॉल होती है. # अंडर आर्म गेंद फेंकने पर नो बॉल होती है. # अगर गेंद बल्ले के लगने से पहले ही बल्लेबाज के सामने जाकर रुक जाए तब नो बॉल होती है. # अगर विकेटकीपर गेंद को बल्लेबाज के संपर्क में आने से पहले स्टंप्स से पहले ही पकड़ लेता है तब भी नो बॉल होती है. # अगर गेंद पिच से बाहर टप्पा खाती है तब नो बॉल होती है. # अगर लेग साइड में स्क्वेयर के पीछे (स्टंप लाइन के पीछे) दो से ज्यादा फील्डर तैनात रहते हैं तब नो बॉल होती है. # अगर अंपायर को लगता है कि गेंदबाज खतरनाक तरीके से गेंद फेंकता है तब नो बॉल होती है. # अगर गेंद फेंकते समय गेंदबाज का हाथ कंधे से नीचे जाता है तो नो बॉल होती है. # अगर गेंद फेंकते समय गेंदबाज नॉन स्ट्राइक एंड के स्टंप्स से टकरा जाता है तब नो बॉल होती है. # अगर गेंद बल्लेबाज के सिर के ऊपर से निकल जाए तब भी नो बॉल दी जा सकती है. # अगर अंपायर को लगता है कि विकेटकीपर की पॉजिशन सही तरह से नहीं है तब भी नो बॉल दी सकती है. नो बॉल का सीधा सा रूल्स जिसे समझ ना सके पाकिस्तानी क्रिकेटर, जानकारी के अभाव में बदतमीजी कर बैठे 'बेचारे'टी20 विश्वकप (T20 World Cup) में पाकिस्तान पर भारत की जीत का आखिरी ओवर क्रिकेट के इतिहास का यादगार ओवर बन चुका है। अंतिम ओवर की 6 गेंद कब 9 गेंद बन गई और दो गेंदों पर तो ऐसा कुछ हुआ जो अब सुर्खियों में है। First Published Oct 25, 2022, 9:56 AM IST India V/S Pakistan. भारत बनाम पाकिस्तान के मैच में भारतीय टीम ने थ्रीलिंग जीत दर्ज की। इस जीत के हीरो विराट कोहली रहे जिन्होंने न सिर्फ बल्ले से बल्कि प्रेजेंश ऑफ माइंड के दम पर भारत को मुश्किल मैच जिता दिया। पाकिस्तान के मोहम्मद नवाज के अंतिम ओवर दो गेंदों पर पाकिस्तानी फैन सवाल उठा रहे हैं। पहला जिस गेंद पर विराट कोहली ने छक्का मारा और दूसरा जिस फ्री हिट गेंद पर बोल्ड होने के बाद भी कोहली ने तीन रन लिए। आप भी जानिए क्या हैं नो बॉल और फ्री हिट पर बाइ रन के नियम... अब जानें आखिरी ओवर की हर गेंद का हाल क्या है नो बॉल का नियम
विराट की पोजीशन क्या थी
थर्ड अंपायर का सवाल बोल्ड के बाद गेंद डेड बॉल क्यों नहीं आईसीसी के नियम क्या
हैं अंतिम ओवर की 6 गेंद कैसे बनी 9 गेंद
भारत-पाकिस्तान मैच यह भी पढ़ें T20 World Cup 2022 में 'चेसमास्टर' Kohli
ने 'विराट' पारी खेलकर बना डाले 6 धांसू रिकॉर्ड Last Updated Oct 25, 2022, 12:04 PM IST क्या नो बॉल पर हिट विकेट आउट होता है?नियम के अनुसार नो बॉल पर रन आउट OTH और HTBT के अलावा कोई भी आउट सम्भव नही है। फ्री हिट में स्टाम्प पर लगने के बाद वह आउट नही होता है। यदि बल्ले से लगकर स्टाम्प पर लगी तो वह रन batter के खाते में जायँगे यदि शरीर के किसी भी हिस्से पर लगकर गयी तो लेग byes और यदि कही लगकर नही गयी तो byes में जायँगे।
नो बॉल कैसे होती है?नियम के अनुसार, हाई फुलटॉस में नो बॉल होने के लिए जरूरी है कि बल्लेबाज के साथ पहले पॉइंट ऑफ कॉन्टैक्ट के समय बॉल की ऊंचाई बल्लेबाज की कमर से ज्यादा होनी चाहिए. ऐसी ही स्थिति ही उस गेंद को नो बॉल करार दिया जा सकता है.
नो बॉल का संकेत क्या होता है?इसका अर्थ यह हुआ कि नो-बॉल के आगे वाली गेंद पर बल्लेबाज, आउट होने के भय के बिना किसी भी प्रकार गेंद को खेल सकता है। नो-बॉल असामान्य नहीं है और छोटे प्रारूप के खेलों तथा मुख्यतः तेज गेंदबाजों द्वारा लम्बे रन-अप के कारण ऐसी गेंदबाजी देखने को मिलती है। कुछ प्रकार की नो-बॉल खतरनाक तथा अनुचित मानी जाती हैं।
नो बॉल कितने प्रकार के होते हैं?गेंदबाज ने, जो गेंद फेंकी हो और गेंद बिना टिप लिए बल्लेबाज की कमर की उंचाई से ऊपर हो। हालांकि अगर ऐसी गेंद स्लो गेंदबाज फेंके तो उसे नो बॉल नहीं कहा जाता, लेकिन अगर गेंद बल्लेबाज के कन्धे से ऊपर हो तो अंपायर इसे भी नो-बॉल करार दे सकते हैं।
|