क्या निराश ho जाए extra questions? - kya niraash ho jae aixtr quaistions?

MCQ’s For All Chapters – Hindi Class 8th

हरिशंकर परसाई

भगवती चरण वर्मा

रामधारी सिंह दिनकर

हजारी प्रसाद द्विवेदी

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Question 1 of 20

2. आजकल के समाचार-पत्रों में छपी खबरों को देखकर लेखक की क्या स्थिति होती है?

उसका मन बैठ जाता है

उसे अपने लेख के लिए सामग्री मिल जाती है

उसका मन खुश हो जाता है

वह संपादक को पत्र लिखने का मन बना लेता है

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Question 2 of 20

3. समाज के ऊपरी वर्ग में मानवीय मूल्यों की क्या स्थिति है?

वे प्रगाढ़ हो रहे हैं

वे कम होते जा रहे हैं

वे बहुत बढ़ गए हैं

वे यथावत बने हुए हैं​

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Question 3 of 20

4. लोगों में सेवा, ईमानदारी सच्चाई जैसे मानवीय गुण क्यों बचे हुए हैं?

धर्म को कानून से बड़ा समझने के कारण

कानून को धर्म से बड़ा समझने के कारण

धर्म और कानून को बराबर समझने के कारण

धर्म और कानून में कोई संबंध् न होने के कारण

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Question 4 of 20

5. कानून की कमियों का लाभ कौन-सा वर्ग उठा रहा है?

समाज का मध्यम वर्ग

समाज का निम्न वर्ग

समाज का उच्च वर्ग

उपर्युक्त सभी

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Question 5 of 20

6. मनुष्य का मनुष्य से प्रेम करना, महिलाओं का सम्मान करना आदि किसका प्रमाण है?

मानवीय मूल्य नष्ट होने का

मानवीय मूल्य बचे रहने का

सामाजिक दबाव का

कानून का भय होने का

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Question 6 of 20

7. लेखक को कौन-सी बात ज्यादा बुरी लगती है?

दोषों को प्रकट करना

आनंद लेने के लिए दोष गिनाना

बुराई में आनंद लेना

दूसरों की अच्छाइयाँ न प्रकट करना

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Question 7 of 20

8. आजकल के समाचार-पत्र किस प्रकार के समाचारों से भरे रहते हैं?

फिल्मी दुनिया की खबरों से

अच्छाई एवं ईमानदारी की खबरों से

विज्ञापनों से

तस्करी, हिंसा, भ्रष्टाचार, चोरी, ठगी, लूटमार आदि की घटनाओं से

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Question 8 of 20

9. दोषों का पर्दाफाश करना है:

बुरी बात

अच्छी बात

निरर्थक बात

इनमें से कोई नहीं​

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Question 9 of 20

10. कानून की त्रुटियों का लाभ उठाने से निम्नलिखित में से कौन-से लोग संकोच नहीं करते?

धर्मगुप्त

धर्मवीर

धर्मभीरु

युद्धवीर

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Question 10 of 20

11. लेखक के अनुसार आज चिंता का विषय क्या है?

लोगों द्वारा दूसरे के दोषों को छिपाना

दूसरे के गुणों को छिपाना

लोगों द्वारा दूसरे की अच्छाइयों का प्रचार

समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, ठगी, डकैती, तस्करी आदि

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Question 11 of 20

12. बस का कंडक्टर अपने साथ बस अड्डे से क्या लाया था?

दूध और पानी

चाय और बिस्कुट

मिठाइयाँ और फल

टिकट और खुले पैसे

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Question 12 of 20

13. आज देश में करोड़ों लोग किस हालात में जी रहे हैं?

खुशहाली में

समृद्धि में

जरूरतें पूरी करने के लिए

दरिद्रता में

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Question 13 of 20

14. इस माहौल में जीवन के महान मूल्यों की क्या स्थिति है?

मजबूत हुए हैं

उन पर लोगों का विश्वास बढ़ा है

उन पर लोगों का विश्वास कमजोर हुआ है

इनमें से कोई नहीं

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Question 14 of 20

15. गरीबों की गरीबी दूर करने में लगाए गए लोग ...... पर ध्यान देने लगते हैं।

गरीबों की

अभावग्रस्त लोगों की

विपन्न लोगों की

अपनी सुख-सुविधा पर

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Question 15 of 20

16. मूर्खता का पर्याय किसे समझा जाने लगा है?

छल को

झूठ को

ईमानदारी को

बेईमानी को

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Question 16 of 20

17. टिकट बाबू नब्बे रुपये लेकर लेखक को ढूँढता हुआ डिब्बे में आया। उस समय लेखक किस प्रकार के डिब्बे में यात्रा कर रहा था?

फर्स्ट क्लास के

सेकंड क्लास के

स्लीपर कोच में

एo सीo कोच में

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Question 17 of 20

18. सेवा, ईमानदारी, सच्चाई और आध्यात्मिकता जैसे मूल्य आज भी नष्ट नहीं हुए हैं बल्कि वे-

बहुत बढ़ गए हैं

दब गए हैं

मिट गए हैं

इनमें से कोई नहीं

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Question 18 of 20

19. आज के माहौल में कौन अधिक परेशान है?

ईमानदार लोग

मेहनत करनेवाले लोग

निरीह और भोले-भाले लोग

उपर्युक्त सभी​

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Question 19 of 20

20. वर्तमान समय में सच्चाई निम्नलिखित में से किनके हिस्से पड़ी है?

भीरु और बेबस के

सत्य बोलनेवाले तथा श्रमजीवी के

परिश्रमी और ईमानदार के

कुछ न करनेवाले के

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Question 20 of 20


MCQ क्या निराश हुआ जाए Class 8 Kya Nirash Hua Jaye? Chapter 7 Hindi

क्या निराश हुआ जाए के प्रश्न उत्तर?

Question 1: लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं हैं।.
”सच्चाईकेवल भीरु और बेबस लोगों के हिस्से पड़ी है। – तानाशाही बढ़ेगी.
”झूठ और फरेब का रोज़गार करनेवाले फल-फूल रहे हैं।” – भ्रष्टाचार बढ़ेगा.
”हर आदमी दोषी अधिक दिख रहा है, गुणी कम।” – अविश्वास बढ़ेगा.

क्या निराश हुआ जाए extra Question Answer Class 8?

उत्तर: दोषों का पर्दाफाश करना समाज की आवश्यकता है, परन्तु जब किसी के आचरण के गलत पक्ष का उद्घाटन करके उसमें रस लिया जाए, तो यह अनुचित है। बुराई में रस लेना तो बुरा है ही, अच्छाई में उतना ही रस लेकर उजागर न करना और बुरी बात है। दोषों के पर्दाफाश में ध्यान इस बात का रखना चाहिए कि हमारी मानसिकता संतुलित हो।

क्या निराश हुआ जाए पाठ से हमें क्या सीख मिलती है?

'क्या निराश हुआ जाए' पाठ से आपको क्या शिक्षा मिलती है़? उत्तर: इस पाठ से हमें यह शिक्षा मिलती है कि मानवीय मूल्य भले ही दब गए हों पर उन्हें बनाए रखते हुए हमें आशावादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। वर्तमान परिस्थिति में भी हमें निराश नहीं होना चाहिए।

क्या निराश हुआ जाए पाठ के माध्यम से लेखक ने किसे बुरी बात कहा है?

Answer: लेखक के अनुसार, दोषों का पर्दाफ़ाश करना बुरी बात नहीं होती है। परन्तु, इसमें बुराई तब सम्मिलित हो जाती है जब हम किसी के आचरण के गलत पक्ष को उद्घाटित करके उसमें रस लेते है। लेखक के अनुसार यह ग़लत बात है।

क्या निराश हुआ जाए ?' शीर्षक की सार्थकता पर अपने तर्क देते हुए अपने विचार लिखिए?

लेखक ने इस लेख का शीर्षक 'क्या निराश हुआ जाए' उचित रखा है। आजकल हम अराजकता की जो घटनाऍ अपने आसपास घटते देखते रहते हैं। जिससे हमारे मन में निराशा भर जाती है। लेकिन लेखक हमें उस समय समाज के मानवीय गुणों से भरे लोगों को और उनके कार्यों को याद करने कहा हैं जिससे हम निराश न हो।