खेल के मैदान कैसे होने चाहिए? - khel ke maidaan kaise hone chaahie?

खेल मैदान न होने से दम तोड़ रही युवा खेल प्रतिभाएं

अंकुश शर्मा सुंदरबनी उपनगर व ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदान नहीं होने से खेल प्रतिभाएं दबक

अंकुश शर्मा, सुंदरबनी :

उपनगर व ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदान नहीं होने से खेल प्रतिभाएं दबकर रह गई हैं। खेल मैदान के अभाव में खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पा रहा है। क्षेत्र में कोई ऐसा खुला मैदान भी नहीं है, जहां सुबह-शाम युवा अभ्यास कर सकें। इससे क्षेत्र की खेल प्रतिभाएं भी पलायन को विवश हैं।

खेल से जुड़े जानकारों का कहना है कि क्षेत्र में अनेक खेल प्रतिभाएं छुपी हुई हैं। उनको तलाश कर तराशने की जरूरत है। दुर्भाग्य से क्षेत्र में खेल सुविधाएं तो दूर की बात अभ्यास के लिए ढंग का मैदान नहीं है। क्षेत्र में एक से बढ़कर एक खेल प्रतिभाएं हैं लेकिन संसाधनों के अभाव और आर्थिक तंगी से ये प्रतिभाएं अपना दम दिखाने से पहले ही दम तोड़ देती हैं।

सुंदरबनी में एक भी खेल मैदान नहीं होने के बाद भी युवा खिलाड़ियों ने जिला स्तर और राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता में जम्मू कश्मीर का नाम रोशन किया है। यदि इन्हें सुविधाएं मिलें तो और भी युवा प्रदेश व देश का नाम रोशन कर सकेंगे।

वहीं, शहर के गणमान्य व्यक्ति राजकुमार ने कहा कि सैकड़ों बुजुर्ग महिला, बच्चे भी सुबह और शाम को सड़कों पर घूमने को मजबूर हैं। उपनगर के स्थानीय नागरिक संगीत कुमार संजीव शर्मा विकास गुप्ता नीलू शर्मा रजत शर्मा आदि ने कहा कि वर्षों से यहां के स्थानीय युवा व खिलाड़ी खेल मैदान बनाने की सरकार व नेताओं से मांग कर चुके हैं लेकिन किसी भी नेता या सरकार ने हमारी इस मांग की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया है। इन लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा सरकार खेलो इंडिया के नाम से चाहे कितने भी दावे करे लेकिन जमीनी हकीकत पर ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को कोई सुविधा नहीं है । खिलाड़ी आज भी स्टेडियम की उम्मीद लगाए बैठे हैं।अब देखना ये है कि कब इनको ये सौगात मिलेंगी। खेल से दूरी बना रहीं प्रतिभाएं

शहर में अच्छे खेल मैदानों की जरूरत है। मगर मैदान के लिए जमीन तक नहीं। सुंदरबनी में हर वर्ष कई खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित होती है। सरकारी प्रतियोगिता के अलावा क्रिकेट, कबड्डी सहित यहां कई तरह की प्रतियोगिताएं स्वयं के स्तर पर आयोजित होती है। क्षेत्र में राज्य स्तरीय खिलाड़ी होने के बावजूद खेल मैदान नहीं होने का मलाल पूरे शहर के लोगों को है। मगर वर्षों से प्रयासरत युवाओं को मैदान तो दूर की बात अब तक जनप्रतिनिधि और प्रशासन खेल मैदान के लिए जमीन तक उपलब्ध नहीं करवा पाया है। स्थानीय युवाओं ने बताया कि सुंदरबनी में खेल मैदान के अभाव में बच्चे और युवा गलियों में खेलने को मजबूर हैं। खेल मैदान के अभाव में क्षेत्र की प्रतिभाएं अब खेल से दूरी बनाने लगी हैं। सुंदरबनी क्षेत्र की खेल प्रतिभाएं जिला और राज्य स्तर पर अपना लगातार परचम फहरा रही हैं, मगर खेल मैदान नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को अभ्यास करने में असुविधा होती है। जिसके कारण प्रतिभाएं आगे नहीं बढ़ रही है। विशेष कर बालिकाओं को सुविधाओं के अभाव में घर पर रोकना मजबूरी बनी हुई है क्योंकि जिला स्तर पर बालिकाओं के अभ्यास के लिए भेजना हर किसी परिवार के लिए परेशानी बनी हुई जिसके चलते बालिका प्रतिभा मजबूरन दम तोड़ती नजर आ रही है।

-यशपाल, पूर्व सरपंच अगर जल्द सरकार द्वारा सुंदरबनी में एक बेहतर खेल मैदान का निर्माण किया जाता है। तो बेहतर प्रशिक्षक के साथ-साथ खेल की सुविधाएं मिल सकेंगी, ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिता में भाग ले सकें। एक अच्छे खेल मैदान के निर्माण से सभी को फायदा होगा। खासकर युवा वहां सेना, पुलिस आदि की तैयार बेहतर ढंग से कर सकेंगे।

- रोहित शर्मा, कालेज छात्र सरकार खेलों के महत्व को समझ रही है, लेकिन मैदानों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं हैं। मैं स्कूल लेबल से ही कराटे व क्रिकेट का खिलाड़ी रहा हूं। स्कूल से भी बाहर खेलने जाता हूं। लेकिन दूसरी जगह तहसील स्तर पर ही बहुत अच्छे खेल मैदान है। उसकी अपेक्षा सुंदरबनी में इस ओर ध्यान ही नहीं दिया गया। जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वे यह सर्व सुविधायुक्त मैदान बनवाएं। इससे सभी को फायदा हो।

- प्रीति डमराल क्षेत्र में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। सुविधा व संसाधनों का अभाव है। मैं खिलाड़ी होते हुए सुविधाओं के अभाव को समझती हूं। क्षेत्र के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन अच्छे खेल मैदान नहीं होने के कारण युवाओं की प्रतिभा निखर नहीं पा रही। लेकिन यदि मैदानों के साथ बच्चों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं तो वे क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे। मैं चाहती हूं सबसे पहले यहां सर्व सुविधायुक्त मैदान बनाया जाए।

-सविता चिब खेल मैदान की अभाव से खिलाड़ियों की प्रतिभा सुंदरबनी में दम तोड़ रही है। अगर सरकार सुंदरबनी जैसे सीमावर्ती क्षेत्र में बेहतर खेल सुविधाएं मुहैया कराए तो इस क्षेत्र से भी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकल सकते हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मांग की जाती है कि सुंदरबनी में एक अच्छे खेल मैदान का निर्माण कराया जाए। सेना की तैयारी कर रहे पंकज और रोहित कहते हैं कि वो पिछले छह माह से अधिक समय से तैयारी कर रहे हैं लेकिन स्टेडियम नहीं होने के कारण सड़कों पर अभ्यास करना पड़ रहा है। जिससे हादसे की हमेशा आशंका बनी रहती है ।

-अंकित लोहतरा किसी भी शहर गांव प्रदेश देश की उन्नति युवा वर्ग की अहम भूमिका होती है। उसके लिए युवा वर्ग तंदुरुस्त नशों से दूर हो, तभी युवा इसमें भागीदारी दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने कहा क्षेत्र के युवाओं की खेल प्रतिभा को उभारने के लिए क्षेत्र में कोई भी खेल मैदान नहीं है जो सबसे बड़ी जरूरत है। सेना भर्ती, स्कूल और कॉलेज की खेलकूद प्रतियोगिता के लिए मैदान और ट्रैक के लिए स्थानीय युवा वर्षों से खेल मैदान की मांग कर रहे है। मगर आज तक प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से केवल आश्वासन ही मिला है।

-चरण सिंह सलाथिया, कराटे कोच

Edited By: Jagran

खेल के मैदान में कौन कौन सी चीजें होती है?

अनुक्रम.
1.1 गेंद.
1.2 फ्लाइंग डिस्क.
1.3 गोल पोस्ट.
1.4 नेट.
1.5 रैकेट.
1.6 छड़ें और निपटना.
1.7 लाठी, बल्ला और क्लब.
1.8 विकेट और बेस.

खेल मैदान का क्या महत्व है?

खेल का मैदान काफी लंबा चौड़ा होता है जो दिखने में बहुत ही अच्छा प्रतीत होता है कई लोग यहां पर खेलो के कई तरह के प्रशिक्षण भी देते हैं इस प्रशिक्षण में खेल की प्रैक्टिस करने वाले बच्चे और नौजवान अक्सर आते रहते हैं इन खेल के मैदानों में कई तरह के खेलों को खेलने की तैयारी के लिए कई तरह की व्यवस्था भी होती है जिससे बच्चों ...

खेल के नियम क्या क्या है?

खेल खिलाड़ी की जिंदगी में सबसे अच्छा सबक होता है, क्योंकि वह कड़ी मेहनत के साथ अपने लक्ष्य को पाने के लिए हर संभव प्रयास करता है। खेलने के बाद यदि वह हार जाता है तो वह खिलाड़ी इसे अपनी हार नहीं, मानता क्योंकि उसके मन में जीत की हिम्मत ही रहती है।

खेल की विशेषता क्या है?

खेल बच्चे की स्वाभाविक क्रिया है। भिन्न-भिन्न आयु वर्ग के बच्चे विभिन्न प्रकार के खेल खेलते है ये विभिन्न प्रकार के खेल बच्चों के समपूर्ण विकास में सहायक होते हैं। खेलों के प्रकारों में अन्वेषणात्मक, संरचनात्मक, काल्पनिक और नियमबद्ध खेल शामिल हैं। खेलों में सांस्कृतिक विभिन्नताएं भी देखी जाती हैं।