आज हम आपको 6 ऋतुओं के नाम (Name of seasons in Hindi) के बारे में बताने वाले हैं और भारत में पाई जाने वाली इन ऋतुओं की पूरी लिस्ट (Indian seasons name in Hindi list) आपको देने वाले हैं। आप इस आर्टिकल में दिए गये लाइनों का उपयोग ऋतुओं पर निबंध लिखने के लिए भी सकते हैं।
ऋतुओं के नामजैसा की आप जानते हैं की अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार एक वर्ष में 12 महीने होते हैं और 3 प्रकार के मौसम होते हैं:
लेकिन भारत में कितने प्रकार की ऋतु पाई जाती है? जब हम हिंदी में ऋतुओं की बात करते हैं तो यहाँ पर हिन्दू कैलेंडर यानि विक्रम संवत् में 6 प्रकार के ऋतुएं (six types of seasons in Hindi) पायी जाती हैं जो की कुछ इस प्रकार हैं:
यहाँ एक ऋतु 2 महीने की होती है यानि हिन्दू पंचाग में अंग्रेजी कैलेंडर के 12 महीनो को 2-2 ऋतुओं में बांटा गया है। भारत के 6 ऋतुओं के नाम – Name of Six Seasons in Hindi
ऋतुओं के नाम तो आपने जान लिए लेकिन भारत में कौन सी ऋतू कब आती है और इसमें मौसम कैसा रहता है इसको भी जान लेते हैं। चलिए अब आपको इन मौसमो यानि ऋतुओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं। 1. शीत ऋतु या शिशिर ऋतु (Winter Season)जनवरी से फरवरी के माह को शीत ऋतु कहा जाता है इस दौरान मौसम बहुत ही ठंडा होता है और कई इलाकों में बर्फ़बारी भी होती है। इस ऋतु में दिन छोटे और रातें लम्बी होती हैं। कई लोग इस मौसम को बहुत पसंद करते हैं क्योंकि यह बहुत ही सुहाना होता है और नही बरसात चिंता होती है और न ही गर्मी की। लोग ठंड से बचने के लिए ऊनी कपडे पहनते हैं और रात में कम्बलों में दुबक कर बड़े आराम से सोते हैं। शायद यही वजह है की यह मौसम कई सारे लोगों को पसंद आता है। लेकिन अगर हम पहाड़ी इलाकों की बात करें तो वहां हमेशा तापमान कम होता है पर शीत ऋतु में वहां के लोगों को काफी परेशानी होती है क्योंकि ठंडक और भी ज्यादा बढ़ जाती है और कही-कहीं तो बर्फ़बारी भी होती है, नदिया-नाले जमने लगते हैं। शीत ऋतू में मनाये जाने वाले त्यौहार
यह भी पढ़ें: शीत ऋतु पर निबंध हिंदी में 2. बसंत ऋतु (Spring Season)सर्दी का मौसम बसंत ऋतु में खत्म होता जाता है। इस महीने में प्रकृति में हरियाली दिखाई देने लगती है, पौधों और पेड़ों में नये-नये फूल और पत्ते आते हैं, तितलियाँ खेतों में उडती हैं, कोयल भी मधुर आवाजें निकालतीं हैं। इस मौसम में प्रकृति की सुन्दरता देखते ही बनती है पेड़ पौधों के अलावा जंगली जानवर भी इस मौसम में खुश रहते हैं। इस मौसम में न तो अधिक ठण्ड होती है और न ही अधिक गर्मी, मौसम हमेशा खुशनुमा होता है। अगर हम अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार देखें तो यह ऋतु मार्च से अप्रैल तक रहती है, वहीँ हिन्दू कैलेंडर में इन दो महीनो को चैत्र और वैशाख कहा जाता है।
बसंत ऋतू में मनाये जाने वाले त्यौहार
3. ग्रीष्म ऋतु (Summer Season)बसंत ऋतु जाने के बाद मौसम बदलने लगता है और तापमान बढ़ना शुरू हो जाता है। अप्रैल से ही कुछ गर्मियों का अहसास शुरू हो जाता है और मई-जून के महीने में यह चरम पर पहुँच जाता है। इस ऋतु में दिन की लम्बाई बढ़ जाती है और रातें छोटी हो जाती हैं। दिन समय तेज धूप दिखाई देता है और गर्म हवाएं भी चलने लगती हैं जिन्हें लू कहा जाता है। नदी, नाले, तालाब आदि सूख जाते हैं। पेड़-पौधे पानी की कमी से सूख जाते हैं और जीव-जंतु पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते हुए नजर आते हैं। बच्चों को यह बहुत पसंद होता है क्योंकि इन महीनो में स्कूल-कॉलेज बंद रहते हैं और गर्मियों की छुट्टियाँ शुरू हो जाती हैं, आइस्क्रीम खाने का मौका मिलता है और घूमने-फिरने के लिए समय मिल जाता है।
ग्रीष्म ऋतू में मनाये जाने वाले त्यौहार
4. वर्षा ऋतु (Rainy Season in Hindi)श्रावन यानी सावन का महीना आते-आते बरसात शुरू हो जाती है और ग्रीष्म काल में सूखे हुए नदी-तालाब, जलाशय फिर से भरने लगते हैं। जुलाई से शुरुआत होने वाली इस ऋतू का इंतज़ार हर किसान को होता है ताकि वह अपने खेतों में फिर से हल चला कर फसल की बोआई शुरू कर सके। भीषण गर्मी के बाद यह मौसम ठंडक और शुकून प्रदान करता है और यह बरसात सिर्फ हम इंसानों के लिए ही नही बल्कि सम्पूर्ण जीव-जंतुओं के लिए आवश्यक है। पेड़ पौधों और फसलों को पानी मिलने लगता है और फिर से वे लहलहाने लगते हैं। जगह जगह घास दिखाई देने लगते हैं।
वर्षा ऋतू में मनाये जाने वाले त्यौहार
5. शरद ऋतु (Autumn Season in Hindi)सितम्बर से अक्टूबर तक रहने वाले सीजन को शरद ऋतू कहते हैं। अगर हिन्दू कैलेंडर की बात करें तो यह मौसम आश्विन से कार्तिक तक होता है। वर्षा ऋतू के जाने के बाद यह मौसम आता है और पेड़ों के पत्ते झड़ने शुरू हो जाते हैं इसीलिए इसे पतझड़ का मौसम भी कहा जाता है। अगर तापमान की बात करें तो इस सीजन में न तो ज्यादा सर्दी होती है और न ही ज्यादा गर्मी, तापमान सामान्य होता है। शरद ऋतू में मनाये जाने वाले त्यौहार
6. हेमंत ऋतु (Pre-Winter Season in Hindi)हल्के गुलाबी जाड़े का यह मौसम नवम्बर में आता है तब तापमान घटने लगते हैं और यह ऋतू सर्दी के मौसम की शुरुआत करता है। यह दो महीने की अवधि होती है जिसे हिंदी में मार्गशीर्ष और पौष नाम दिया गया है। इस मौसम में पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं। पूरा वातावरण आनंदमय हो जाता है। सुबह-सुबह कोहरे दिखाई देते हैं। लोग घरों के बाहर धुप सकते हैं और मौसम का मज़ा लेते हैं। हेमंत ऋतू में मनाये जाने वाले त्यौहार
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आपको यह आर्टिकल (ऋतुओं के नाम हिंदी में – Name of Seasons in Hindi) कैसा लगा जरुर बताएं। आप इसे ऋतुओं पर निबंध लिखने के लिए भी उपयोग कर सकते हैं। मौसम कितने प्रकार के होते हैं उनके नाम बताइए?ऋतु को 6 भागों में बांटा गया है. वर्षा, ग्रीष्म, शरद, हेमंत, शिशिर, वसंत. हर ऋतु एक अलग ही आनंद और उत्साह लोगों में देखने को मिलता है.
साल में कितने प्रकार के मौसम होते हैं?ऋतु
मौसम और ऋतु में क्या अंतर है?ऋतु और मौसम में अन्तर
ऋतु जहां सिर्फ एक बड़े कालखंड के लिये प्रयुक्त होता है वहीं मौसम अपेक्षाकृत छोटे समय के लिये भी प्रयुक्त होता है। उदाहरणार्थ, यह कहा जा सकता है कि फरवरी से मार्च तक वसन्त ऋतु होती है पर ये कहना थोड़ा गलत लगता है कि आज की ऋतु बहुत सुन्दर है। इस जगह पर आज का मौसम बहुत सुन्दर है कहना उचित होगा।
साल में कितने सीजन होते हैं?सभी ऋतुओं की बात करें तो एक साल में कुल 6 ऋतुएँ होती हैं।
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