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भूगोल[संपादित करें]जनसांख्यिकी[संपादित करें]२०११ की जनगणना के अनुसार यहाँ की जनसंख्या है। इतिहास[संपादित करें]निकटम गाँव और कस्बे[संपादित करें]
निकटम शहर[संपादित करें]सन्दर्भ[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
"https://hi.wikipedia.org/w/index.php?title=सुदामा_का_वास_गाँव,_इगलास_(अलीगढ़)&oldid=5626333" से प्राप्त सुदामा के गांव का नाम क्या था?कहते हैं कि सुदामा जी शिक्षा और दीक्षा के बाद अपने ग्राम अस्मावतीपुर (वर्तमान पोरबन्दर) में भिक्षा मांगकर अपना जीवनयापन करते थे।
सुदामा जी कहाँ के रहने वाले थे?सुदामा पोरबंदर के रहने वाले थे। कहानी में उन्होंने सुदामापुरी से बेयत द्वारका की यात्रा की। सुदामा और कृष्ण ने उज्जयिनी के सान्दीपनि आश्रम में एक साथ अध्ययन किया था।
सुदामा का जन्म कब और कहां हुआ?सुदामा का जन्म राक्षसराज दम्भ के यहां शंखचूण के रूप में हुआ तथा विराजा का जन्म धर्मध्वज के यहां तुलसी के रूप में हुआ.
सुदामा की क्या जाति थी?सुदामा एक दरिद्र ब्राह्मण थे, जिन्होंने भगवान श्रीकृष्ण और बलराम के साथ संदीपन ऋषि के आश्रम में शिक्षा पाई थी।
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