नगर पालिका क्या है (नगर पालिका किसे कहते हैं), नगर पालिका के कार्य, नगर निगम और नगर पालिका में अंतर, नगर पालिका में कितने विषय हैं, नगर पालिका के नियम, नगर पालिका के अधिकार, नगर पालिका और नगर पंचायत में अंतर आदि प्रश्नों के उत्तर यहाँ दिए गए हैं। Show
नगर पालिका क्या है (नगर पालिका किसे कहते हैं)नगरपालिका वह प्रशासनिक इकाई होती है जिसमें एक परिभाषित क्षेत्र एवं उस क्षेत्र की जनसंख्या अंकित होती है। नगर पालिका को आमतौर पर एक शहर या कस्बे के रूप में जाना जाता है। एक नगर पालिका का निर्माण बीस हज़ार या उससे अधिक आबादी वाले क्षेत्रों को मिलाकर किया जाता है। नगरपालिका मुख्य रूप से एक शहर, गांव एवं छोटे समूह के रूप में होती है। हर नगर पालिका में एक प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति होती है जो नगर परिषद एवं नगर पालिका परिषद को नियंत्रित करने का कार्य करते हैं। नगर पालिका के कार्यनगर पालिका का मुख्य कार्य समय-समय पर सार्वजनिक सेवाओं की आपूर्ति करना होता है जैसे जल आपूर्ति, बिजली आपूर्ति, अग्नि सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं आदि। इसके अलावा नगर पालिका की राज्य के प्रति कई और जिम्मेदारियां भी होती हैं जो कुछ इस प्रकार हैं:-
नगरपालिका उपरोक्त सभी कार्य करके अपने शहरों का विकास करती है जिससे राज्य की व्यवस्था बनी रहती है। साथ ही साथ किसी आकस्मिक परिस्थिति में भी नगर पालिका अपनी भूमिका बेहतर ढंग से निभाती है जिसके द्वारा नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा होती है। नगर निगम और नगर पालिका में अंतरनगर निगम एवं नगर पालिका के अंतर निम्नलिखित हैं:- नगर निगम
नगर पालिका
नगर पालिका में कितने विषय हैंभारत के संविधान की 12वीं अनुसूची में नगरपालिका के 18 विषय दिए गए हैं जिन पर विधि बनाने हेतु नगर पालिकाओं को अनेकों शक्तियां प्रदान की गई है। नगरपालिका के 18 विषय कुछ इस प्रकार हैं:-
नगर पालिका का गठनभारत में नगरपालिका की शुरुआत सन 1687 में हुई थी। माना जाता है कि भारत में नगर पालिका की नींव वाइसराय ‘लॉर्ड रिपन’ ने रखी थी। नगर पालिका का गठन सर्वप्रथम मद्रास में हुआ था जिसके बाद सन 1726 में मुंबई एवं कोलकाता में भी नगर पालिका का गठन किया गया था। 19 वीं सदी के प्रारंभिक काल में भारत के लगभग सभी राज्यों में नगर पालिका की स्थापना पूर्ण की जा चुकी थी। भारत में प्रत्येक नगरपालिका क्षेत्रों को अलग-अलग वार्ड में विभाजित किया जाता है जिसमें हर एक वार्ड के लिए एक प्रतिनिधि का चुनाव किया जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से पार्षद का चयन किया जाता है। वार्ड का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति को पार्षद या सभासद के नाम से जाना जाता है। यह वार्ड प्रतिनिधि आपसी सहयोग द्वारा सभा की आवश्यकता हेतु एक अध्यक्ष का चयन करते हैं जिसे चेयरमैन या महापौर (मेयर) कहा जाता है। नगर पालिका के अधिकारशहर के विकास हेतु नगर पालिका के पास विभिन्न प्रकार के अधिकार होते हैं। माना जाता है कि नगर पालिका देश के संविधान के सिद्धांतों पर आधारित है। नगर पालिका के अधिकार सीधे तौर पर नागरिकों से जुड़े हुए होते हैं। इनके पास सभी सरकारी योजनाओं को स्वीकृति देने का अधिकार होता है जिसका लाभ देश के हर नागरिक को सामान्य रूप से मिलता है। नगर पालिका देश की नीतियों का निर्माण करने एवं निर्वाहन करने का कार्य बड़ी कुशलता से करते हैं। नगर पालिका शहर में बिजली, पेयजल, सड़क, भवन के निर्माण आदि कार्यों की निगरानी कर उन्हें स्वीकृति प्रदान करते हैं। यह देश के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों को भी विकसित करने में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। पढ़ें – रूसो कौन था – रूसो के शैक्षिक विचार, रूसो का शिक्षा दर्शन। नगर पालिका और नगर पंचायत में अंतरजैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि नगरपालिका एक स्थानीय स्वशासन की मध्यम श्रेणी होती है जो नगर पंचायत से बड़ी एवं नगर निगम से छोटी होती है। नगर पंचायत के अंतर्गत उन क्षेत्रों में परिवर्तन किए जाते हैं जिनकी जनसंख्या तीस हज़ार से कम होती है। इसके अलावा नगर पंचायत वाले क्षेत्रों में परिवर्तन करके नगर पालिका परिषद की स्थापना की जाती है। यह परिवर्तन मुख्य रूप से पंचायती राज प्रशासनिक व्यवस्था के अंतर्गत किया जाता है। इन्हें भी जरूर पढ़ें -
नगर निगम का सबसे बड़ा अधिकारी कौन होता है?मेयर इसके सभापति होते हैं। न्यूनतम पांच और अधिकतम 11 सदस्य शामिल होते हैं, जिन्हें विभिन्न समितियों का प्रभारी बनाया जाता है। नगर निगम के अमले का प्रशासनिक मुखिया।
भारत में नगर पालिका कितनी है?भारत में निम्न नगर निगम हैं (कुल 247)।
नगरपालिका के कौन कौन से मुख्य कार्य होते हैं समझाकर लिखिए?Solution : नगर निगम के निम्नलिखित कार्य हैं : <br> अनिवार्य कार्य : (i) नगर की सफाई करना (ii) पीने के पानी की व्यवस्था करना। (iii) सड़क बनाना तथा उसकी मरम्मत करना। (iv) सड़को एवं गलियों में रोशनी का प्रबंध करना। (v) नालियों की सफाई करना।
राजस्थान में नगर परिषद की संख्या कितनी है?
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