पालमपुर गांव का क्षेत्रफल कितना है? - paalamapur gaanv ka kshetraphal kitana hai?

पालमपुर
Palampur
पालमपुर गांव का क्षेत्रफल कितना है? - paalamapur gaanv ka kshetraphal kitana hai?

पालमपुर बस अड्डा

पालमपुर गांव का क्षेत्रफल कितना है? - paalamapur gaanv ka kshetraphal kitana hai?

पालमपुर गांव का क्षेत्रफल कितना है? - paalamapur gaanv ka kshetraphal kitana hai?

पालमपुर

हिमाचल प्रदेश में स्थिति

निर्देशांक: 32°07′12″N 76°32′13″E / 32.120°N 76.537°Eनिर्देशांक: 32°07′12″N 76°32′13″E / 32.120°N 76.537°E
देश
पालमपुर गांव का क्षेत्रफल कितना है? - paalamapur gaanv ka kshetraphal kitana hai?
 
भारत
प्रान्तहिमाचल प्रदेश
ज़िलाकाँगड़ा ज़िला
जनसंख्या (2011)
 • कुल3,543
भाषा
 • प्रचलितपहाड़ी, हिन्दी
समय मण्डलभारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30)
पिनकोड176061
वाहन पंजीकरणHP-37

पालमपुर (Palampur) भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के काँगड़ा ज़िले में स्थित एक नगर है। यह एक चीड़ के वृक्षों से ढका हुआ और झरनों से भरपूर्व, हिम से ढके धौलाधार पर्वतों के बीच स्थित एक हिल स्टेशन और पर्यटक स्थल है। यहाँ चाय बागान भी हैं।[1][2]

शिक्षा व अनुसंधान केन्द्र[संपादित करें]

पर्यटन के साथ साथ पालमपुर में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद का अनुसंधान केंद्र, हिमालयन जैवसंसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान, चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, श्री साई यूनिवर्सिटी, पशु चिकित्शलय पालमपुर होलटा , शहीद कप्तान विक्रम बत्रा डिग्री कोलेज जैसे शिशक्षण संस्थानों के कारण भी देश विदेश के विद्यार्थयों के लिए पालमपुर शिक्षा के क्षेत्र में मुख्य आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है ।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • काँगड़ा ज़िला
  • हिमाचल प्रदेश

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • हिमाचल का पालमपुर खींचता है सैलानियों को (प्रभासाक्षी)
  • पालमपुर की सैर (वेबदुनिया)
  • कुछ लम्हें पालमपुर यात्रा से
  • पालमपुर यात्रा और चामुण्डा देवी (मुसाफिर हूँ यारों, हिन्दी ब्लाग)
  • Palampur.info पालमपुर जानकारी
  • Mcllo.com पालमपुर, कांगड़ा घाटी जानकारी
  • पालमपुर यात्रा गाइड

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Himachal Pradesh, Development Report, State Development Report Series, Planning Commission of India, Academic Foundation, 2005, ISBN 9788171884452
  2. "Himachal Pradesh District Factbook," RK Thukral, Datanet India Pvt Ltd, 2017, ISBN 9789380590448

अर्थशास्त्र कक्षा 9 Chapter 1 प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1. भारत में जनगणना के दौरान दस वर्ष में एक बार प्रत्येक गाँव का सर्वेक्षण किया जाता है। पालमपुर(Palampur) से संबंधित सूचनाओं के आधार पर निम्न तालिका को भरिये :

(क)  अवस्थिति क्षेत्र : एक छोटा गाँव जो एक बड़े गाँव रायगंज और एक छोटे कस्बे शाहपुर से जुड़ा है।
(ख)  गाँव का कुल क्षेत्र :  166 हेक्टेयर

प्रश्न 2.  खेती की आधुनिक विधियों के लिए ऐसे अधिक आगतों की आवश्यकता होती है, जिन्हें उधोगों में विनिर्मित किया जाता है, क्या आप सहमत हैं ?

उत्तर.  हाँ, हम सहमत है कि आधुनिक कृषि तकनीकी के लिये अधिक साधनों की जरूरत होती है, जो उद्दोगों में बनाये जाते हैं। ज्यादातर आधुनिक कृषि आगतों जैसे – नलकूप, रसायनिक उर्वरक, कीटनाशक, आदि का उत्पादन उद्योगों में किया जाता हैं। इससे यह पता चलता है कि कृषि एवं उद्योग एक – दूसरे पर सामूहिक रूप से निर्भर है । दोनों एक दूसरे के सहायक एवं पूरक हैं। यदि एक में विकास होता है तो दूसरा उससे अधिक पीछे नही रहेगा।

प्रश्न 3. पालमपुर में बिजली के प्रसार ने किसानों की किस प्रकार मदद की ?

उत्तर. पालमपुर में बिजली के प्रसार ने किसानों की निम्नलिखित प्रकार से मदद की :

  1. विद्युत प्रकाश, पंखे, प्रेस एवं मशीनों ने किसानों के घरेलू कार्यों में मदद की।
  2.  सिंचाई की उपयुक्त विधि नलकूपों एवं पम्पिंग सेट को बिजली द्वारा चलाया जाता है।
  3.  कृषि उपकरण , जैसे हार्वेस्टर , थ्रेशर आदि ने किसानों की सहायता की है।
  4.  बिजली का उपयोग गाँव में प्रकाश के लिए भी किया गया।

प्रश्न 4. क्या सिंचित क्षेत्र को बढ़ाना महत्वपूर्ण है ? क्यों ?

उत्तर. सिंचित क्षेत्र को बढ़ाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके महत्व के कारण निम्नलिखित है : 

  1. पौधों का जन्म , उनका विकास , फलना और फूलना मिट्टी , जल और हवा के कुशल संयोग पर निर्भर करता है।
  2.  यदि सिंचाई की असुविधा के कारण जल प्राप्त नहीं होता तो फसल सुख जाएगी यदि लगातार जल की कमी रहे तो अकाल का भय हो जाता है।
  3.  सिंचाई की सुविधा प्राप्त भूमि के टुकड़े में कृषि उत्पादन असिंचित भूमि के टुकड़े के उत्पादन से अधिक होता है।
  4.  कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए सिंचित क्षेत्र महत्वपूर्ण ही नही बल्कि आवश्यक है।

प्रश्न 5. पालमपुर के 450 परिवारों में भूमि के वितरण की  एक सारणी बनाइए।

उत्तर. पालमपुर गाँव के 450 परिवारों में भूमि के वितरण की सारणी :

परिवार  भूमि का वितरण
150  भूमिहीन ( अधिकतर दलित वर्ग ) 
240 2 हेक्टेयर से कम के टुकड़े ( छोटे किसान )
60 2 हेक्टेयर से अधिक भूमि के टूकड़े (मध्यम और बड़े किसान)

प्रश्न 6. पालमपुर में खेतिहर श्रमिकों की मजदूरी न्यूनतम मज़दूरी से कम क्यों है ?

उत्तर. पालमपुर में श्रमिकों की मज़दूरी न्यूनतम मज़दूरी से कम होने के निम्नलिखित कारण हैं : 

  1.  श्रमिकों की मज़दूरी , लाचारी और बेकारी उन्हें न्यूनतम से कम मज़दूरी स्वीकार करने के लिए विवश करती है।
  2.  जमींदारों और बड़े किसानों द्वारा श्रमिकों का शोषण।
  3.  आवश्यक मात्रा में रोजगार का उपलब्ध न होना।
  4.  न्यूनतम मजदूरी अधिनियम का देहातों में लागू न किया जाना। यही कारण है कि गरीब मजदूर को जो कुछ भी मजदूरी दी जाती है उसे वह अपने भाग्य विधाता का वरदान समझकर कर लेता है।

प्रश्न 7. अपने क्षेत्र में दो श्रमिकों से बात कीजिए। खेतों में काम करने वाले या विनिर्माण कार्य में लगे मजदूरों में से किसी को चुने। उन्हें कितनी मज़दूरी मिलती है ? क्या उन्हें नकद पैसा मिलता है या वस्तु-रूप में ? क्या उन्हें नियमित रूप से काम मिलता है ? क्या वे कर्ज़ में है ?

उत्तर. खेतों में काम करने वाले मजदूरों की स्थिति:

खेतों में काम करने वाले श्रमिकों को लगभग 35 रुपये प्रतिदिन मज़दूरी प्राप्त होती है। मज़दूरी की राशि कुछ श्रमिकों को पूणरूप से नकद और कुछ को पूणरूप से अनाज के रूप एवं अन्य को दोनों पद्धतियों द्वारा अर्थात कुछ नकद और कुछ अनाज के रूप में प्रदान किया जाता है।

प्रश्न 8. एक ही भूमि पर उत्पादन बढ़ाने के अलग – अलग कौन – से तरीके हैं ? समझाने के लिए उदहारणों का प्रयोग कीजिए ।

उत्तर. भूमि के एक ही टुकड़े पर उत्पादन में वृद्धि के लिए निम्नलिखित तरीकों का अपनाया जाएगा –

  1.   बहुविधि फसल उगाना (multiple cropping) एक ही भूमि के टुकड़े पर एक से अधिक फसल उगाना बहु फसल उगाना कहलाता है। यह निश्यच ही कुल उत्पादन में वृद्धि करता है।
  2.  आधुनिक कृषि उपकरणों एवं तकनीकी का उपयोग –  HYV बीजों, ट्रेक्टर, नलकूप, हार्वेस्टर, थ्रेशर, रासायनिक उउर्वरक, कीटनाशक का उपयोग एक ही भूमि के टुकड़े पर उत्पादन में वृद्धि करता है।

प्रश्न 9.  एक हार्वेस्टर भूमि के मालिक किसान के कार्य का ब्यौरा दीजिये।

उत्तर. एक हेक्टयर भूमि की मात्रा एक परिवार की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बहुत कम है। इसलिए उसके द्वारा अपने जीवन यापन के लिए किए गए कार्य का ब्योरा निम्नलिखित हो सकता है :

  1.  खेतिहर मज़दूर के रूप में बड़े किसानों और जमींदारों के पास कार्य कर सकता है।
  2.  अपने परिवार के सदस्यों को रोजगार के लिए शहरों में भेज सकता है।
  3.  गाँव के धनी लोगों के पास नौकरी कर सकता है।
  4.  गैर-कृषि कार्यों जैसे – पशुपालन, मछलीपालन और मुर्गीपालन आदि का कार्य कर सकता है।

प्रश्न 10.  मझोले और बड़े किसान कृषि से कैसे पूँजी प्राप्त करते हैं ? वे छोटे किसानों से कैसे भिन्न हैं?

उत्तर. बड़े एवं मध्यम किसानों की पूंजी की आवश्यकता उनके द्वारा की गई कृषि क्रियाओं द्वारा उत्पन्न अधिशेष से सूचित हो जाती है। वह वित्तिय रूप से सबल होते हैं। इसलिए उनके लिए सहकारी एवं ग्रामीण बैंकों से कर्ज़ प्राप्त करना आसान होता हैं। शहरों में कार्य करने वाले उनके परिवार के सदस्य भी उनकी वित्तीय सहायता करते हैं। छोटे किसान बड़े किसानों एवं साहूकारों से ऊँची ब्याज दर पर कर्ज़ प्राप्त करते हैं जो उन्हें ऋणग्रस्तता के चुंगल में फंसा देती है।

प्रश्न 11.  सविता को किन शर्तों पर तेजपाल सिंह से ऋण मिला है। क्या ब्याज की कम दर पर बैंक से कर्ज़ मिलने पर सविता की स्थिति अलग होती ?

उत्तर. सविता निम्नलिखित दो शर्तों पर तेजपाल से ऋण प्राप्त करती है :

  1.  तेजपाल सविता को 24 प्रतिशत ब्याज की दर से 4 महीने का कर्ज़ देता है जो ब्याज की बहुत ऊँची दर ह।
  2.  सविता को यह भी वचन देना पड़ता है कि वह कटाई के मौसम में उसके खेतों में श्रमिक का रूप में 35 रुपये प्रतिदिन काम करेगी 

प्रश्न 12.  अपने क्षेत्र के कुछ पुराने निवासियों से बात कीजिए और पिछले 30 वर्षों में सिंचाई और उतपादन के तरीकों में हुए परिवर्तनों पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट लिखिए।

उत्तर.   अपने क्षेत्र के कुछ प्रतिष्ठित व्यक्तियों से बात करने के पश्चात सिंचाई के साधनों में विकास की प्रक्रिया का ज्ञान हुआ जो इस प्रकार है :

  1.  प्राचीनकाल में सिंचाई के लिये कुंओं का इस्तेमाल किया जाता था। 
  2. सिंचाई के लिए पानी की प्राप्ति रहट द्वारा की जाती थी।
  3.  तालाब और नदी – नाले के पानी का उपयोग सिंचाई के लिए किया जाता था।
  4.  स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात सिंचाई की पद्धति में क्रांतिकारी परिवर्तन किए गए। इसके अनुसार पम्पिंग सेट और नलकूपों का उपयोग पर्याप्त मात्रा में सिंचाई के लिए किया जाने लगा।

प्रश्न 13. आपके क्षेत्र में कौन-से गैर-कृषि उत्पादन कार्य हो रहे हैं ? इनकी एक संक्षिप्त सूची बनाइए।

उत्तर. हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में किये जाने वाले गैर – कृषि उत्पादन कार्य निम्नलिखित है :

  1.  पशुपालन (Dairy), मुर्गीपालन (Poultry) और मछलीपालन आदि।
  2.  कुछ शिक्षित लोगों द्वारा नर्सरी पाठशाला और प्राथमिक शिक्षा के लिए पाठशाला की स्थापना करना।
  3.  गन्ने से गुड़ और चीनी तैयार किया जाना।
  4.  खेतों में उत्पादित सब्जी, फलों का शहरी बाजारों में बेचा जाना।
  5.  गाँव से दूर एकत्र करके शहरों में आपूर्ति करना।
  6.  सिलाई, कड़ाई, प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना करना।
  7.  शिक्षित लोगों को कंप्यूटर का प्रशिक्षण देना।

प्रश्न 14. गाँवो में और अधिक गैर – कृषि कार्य प्रारंभ करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते है ?

उत्तर. गाँव में और अधिक गैर कृषि कार्य शुरू करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते है :

  1.  परिवहन का विकास करके गाँव और शहरों के बीच संकल्प और उत्तम सड़क बनवाकर गाँव से कृषि का अतिरिक्त उत्पादन शहरों में भेजा जा सकता है।
  2.  इसी प्रकार शहरों से गाँव के लिए आवश्यक वस्तुएँ मँगाई जा सकती हैं।
  3.  संचार के विकास द्वारा गाँव को देश और विदेश से जोड़ा जा सकता है।
  4.  सरकार द्वारा गाँव में उद्योग – धंधे स्थापित किए जा सकते हैं।
  5.  गाँव में रोजगार के अवसर में वृद्धि करनी चाहिए।
  6. ग्रामीण कल्याण योजनाएँ विकसित की जा सकती हैं।
  7.  गाँव मे अच्छे पब्लिक स्कूल खोलकर गाँव वालों की शिक्षा के स्तर को ऊंचा किया जा सकता है।

पालमपुर गांव की कहानी अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर

प्रश्न१. पालमपुर गांव की कहानी किसे इंगित करती है?

उत्तर: पालमपुर गांव की कहानी उत्पादन से संबंधित कुछ विचारों को इंगित करती है। जैसे पालमपुर का मुख्य क्रियाकलाप कृषि है यहां 75% लोग अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। जबकि अन्य कई क्रियाएँ जैसे, लघु-स्तरीय विनिर्माण, डेयरी, परिवहन आदि सभी लगभग सीमित स्तर पर ही किए जाते हैं।

प्रश्न२. पालमपुर गांव में कौन-कौन सी सुविधाएं उपलब्ध है?

उत्तर: पालमपुर गांव में एक राज्य की प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और एक निजी औषधालय स्थापित है। पालमपुर में शिक्षा के लिए एक हाईस्कूल और दो प्राथमिक विद्यालय भी है।

प्रश्न३. पालमपुर गांव में प्रमुख व्यवसाय कौन सा हैं?

उत्तर: पालमपुर गांव के लोगों का मुख्य पेशा ‘खेती’ है।

प्रश्न४. पालमपुर में गैर कृषि क्रियाएं कौन सी है?

उत्तर: कृषि का अर्थ होता है खेती करना, वही गैर कृषि क्रिया का अर्थ है वह क्रिया जिसमें कृषि सम्मिलित न हो। जैसे दूध बेचना, खनन कार्य और हस्तशिल्प आदि कार्य।

पालमपुर में गैर कृषि क्रियाएं हैं: हाथ से बनाई गई वस्तु को बेचना, टांगा चलाना और व्यापार करना आदि।

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पालमपुर गांव का कुल क्षेत्रफल कितने हेक्टेयर है?

4. पालमपुर के किसानों में भूमि किस प्रकार वितरित है ? अर्थशास्त्र 6 परिवारों में से लगभग एक तिहाई अर्थात् 150 परिवारों के पास, खेती के लिए भूमि नहीं है, जो अधिकांशतः दलित हैं। बाकी परिवारों में से 240 परिवार जिनके पास भूमि है, 2 हेक्टेयर से कम क्षेत्रफल वाले छोटे भूमि के टुकड़ों पर खेती करते हैं।

पालमपुर गांव में कितने लोग रहते हैं?

6. पालमपुर में किसान वर्ष में कितनी फसलें उगाते हैं ?

पालमपुर गांव में मुख्य व्यवसाय कौन सी है?

उत्तर: पालमपुर गांव के लोगों का मुख्य पेशा 'खेती' है।

पालमपुर गांव के सबसे नजदीक कौन सा गांव है?

सर्वेक्षण किया जाता है। पालमपुर से संबधित सूचनाओं के आधार पर.
निम्न तालिका को भरें–.
उत्तर―(क) अवस्थिति क्षेत्र : रायगंज से 3 किलोमीटर की दूरी पर, शाहपुर.
के नजदीक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश।.
(ख) गाँव का कुल क्षेत्र : 200+26 = 226 हेक्टेयर।.
(ग) भूमि का उपयोग (हेक्टेयर में): 200 हेक्टेयर.
सिंचित ― 200..