पीर बाबा कितने प्रकार के होते हैं? - peer baaba kitane prakaar ke hote hain?

विषयसूची

  • 1 पीर का अर्थ क्या है हिंदी में?
  • 2 पीर क्यों पूजे जाते हैं?
  • 3 पीर बाबा की उत्पत्ति कैसे हुई?
  • 4 पीर का दिन कौन सा है?
  • 5 पीर बाबा को कैसे मनाया जाता है?
  • 6 हिन्दू पीर बाबा की पूजा क्यों करते हैं?

पीर का अर्थ क्या है हिंदी में?

इसे सुनेंरोकेंपीर या पीयर (फ़ारसी : پیر, साहित्य: ‘बुज़ुर्ग’, ‘बड़ा’) सूफी मास्टर या आध्यात्मिक मार्गदर्शिका का एक शीर्षक है। उन्हें एक हज़रत या शेख भी कहा जाता है, जो ओल्ड मैन के लिए अरबी है।

पीर क्यों पूजे जाते हैं?

इसे सुनेंरोकेंमुस्लिम राजा का यह एक अधिकारी होता था, जिसे पीर कहा जाता था। जिसकी नौ गज के घेरे तक सुरक्षा रहती थी, जैसे आजकल सुरक्षा कमांडो मुख्यमंत्री को घेरा बनाकर चलते हैं। गावों में लगान आदि इकट्टा करने का जिम्मा पीर का होता था! रैवैन्यु गांव के एक निश्चित स्थान पर सभी लोग उस पीर के पास जाकर मुगलों का टैक्स देते थे!

पीर कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइसमें एक साथ पांच पीर की साधना होती हैं. मियां गाजी पीर, जींद पीर ख्वाजा, खिज्र पीर साहब, शेख फरीद बाबा और पीर बदर साहब यह पांचो पीर एक ही साधना से सिद्ध हो जाते हैं.

पीर का मजार का अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: कोई दर्शनीय स्थल। विशेषतः किसी पीर, फकीर या महापुरुष की कब्र।

पीर बाबा की उत्पत्ति कैसे हुई?

इसे सुनेंरोकेंपीर बाबा का जन्म 908 AH में फेरगना, उज्बेकिस्तान में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने दादा सैयद अहमद नूर से प्राप्त की। सैयद अली तिर्मिज़ी ने शेख सिलोन कीथ और तसव्वुफ़ के मार्गदर्शन में शेख सालार रूमी के मार्गदर्शन में मदहब का अध्ययन किया। इस कारण उन्हें रोमन शेख सालार सूफी आदेश के खलीफा के रूप में चुना गया।

पीर का दिन कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंशुक्ल पक्ष के वीरवार को यहां पर भक्तजन चद्दर चढ़ाने आते हैं और दीप जलाकर बाबा से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने की मन्नतें मांगते हैं। इस दिन यहां पर सर्वधर्म सम्मान की भावना लिए हुए हर धर्म के लोग शीश नवाकर आपस में प्रेम स्वरूप गले मिलते हैं।

पीर बाबा कौन सा भगवान है?

इसे सुनेंरोकेंपीर बाबा कौन हैं? – Quora. पीर असल मैं इस्लाम धर्म के ज्ञानी लोग होते है. ये सूफ़ी परम्परा को मानते है तथा इस्लाम को शांति,दयालुता और सहिष्णुता का पंथ मानकर प्रसार करते है. लोगों मैं इंसानियत फैलाते है.

पीर औलिया क्या पढ़ाते हैं?

इसे सुनेंरोकें(च) पीर औलिया क्या पढ़ते हैं? उत्तर: पीर-औलिया कुरान आदि धार्मिक ग्रंथ पढ़ते हैं।

पीर बाबा को कैसे मनाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंगुड की भेली, बताशे और चबोनी के प्रसाद की बिक्री होती है। प्रसाद और अगरबत्ती की बिक्री करने वाले लोगों की रोजी रोटी पीर बाबा पर प्रसाद बेचने से ही चलती हैं। अर्थला पीर परिसर के अंदर नमाज अता करने का भी स्थान है। शुक्रवार के दिन यहां बड़ी संख्या में लोग नमाज अता करते हैं।

हिन्दू पीर बाबा की पूजा क्यों करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंहिंदू धर्म माता, पिता, गुरुजनों, सत्पुरुषों, साधु, संतों, महात्माओं, विद्वानों, राजाओं आदि को उचित मान सम्मान और आदर देने की बात करता है। पीर-फकीरों, बाबाओं, तांत्रिकों, मायावियों, अघोरियों को तामसिक वृत्ति का मानते हुए उनसे दूर रहने की बात करता है।

कबीर ने पीर औलिया धर्मगुरुओं के विषय में क्या कहा है?

इसे सुनेंरोकेंकबीरदास जी का स्पष्ट मत है कि जिस तरह मुसलमानों के पीर औलिया ठग हैं उसी तरह हिन्दुओं के पंडित ज्ञान-शूल।

कबीर के अनुसार पीर औलिया भी खुदा को क्यों नहीं जान पाते?

इसे सुनेंरोकें2. मुसलमान भी पीर-औलिया की बातों का अनुसरण करते हैं। वे मंत्र आदि लेने में विश्वास रखते हैं। ईश्वर सबके हृदय में विद्यमान है, परंतु ये उसे पहचान नहीं पाते।

Rajasthan Ke Panch Peer

GkExams on 12-05-2019

राजस्थान के पंच पीर

राजस्थान के पंच पीर (Rajasthan ke Panch Peer): राजस्थान की धरा पर अनैक संत एवं महापुरुषों ने जन्म लिया जिन्होंने विभिन्न धर्मो व जाति-पाति के विवाद को खत्म करते हुए आपसी भाईचारे का संदेश दिया । राजस्थान के लोक जीवन में कई महान व्यक्तित्व देवता के रूप में सदा के लिए अमर हो गए। इन लोक देवताओं में कुछ को पीर की संज्ञा दी गई है। एक जनश्रुति के अनुसार राजस्थान में पाँच पीर हुए हैं। इन्हें पंच पीर भी कहा जाता है, जिनके नाम इस प्रकार हैं-

1. पाबूजी
2. हड़बूजी
3. रामदेवजी
4. मंगलियाजी
4. मेहाजी

राजस्थान के पंच पीरों के बारे में एक प्रसिद्ध दोहा इस प्रकार है:
पाबू, हड़बू, रामदे, मांगलिया, मेहा। पांचो पीर पधारज्यों, गोगाजी जेहा॥

सम्बन्धित प्रश्न



Comments Pramod meena on 05-12-2022

Hadvu ji ka mela kaha lagta h

Firoz khan on 30-11-2022

Mujhe kisi ko apne wash me karna h

प्रवीण on 11-10-2022

कोन पंच पीरों मे शामिल नहीं हैं

Yash pratap on 09-10-2022

Contribution of raj. local deities in establishment of communal harmony

Rajat jaiswal on 06-10-2022

Pabuji ki patini ka kya naam hai

Kuldeep Singh on 02-09-2022

Meerabai

Kuldeep Singh on 02-09-2022

Meerabai kon thi

कोमल on 21-08-2022

राजस्थान के पंच पीरो पर एक विस्त ता लेख लिकाइए

हरबू ji on 26-06-2022

हरबूजी

Rk on 19-06-2022

Pabuji
Govaji
Mehaji mangliya
Ramdevji
Harbuji

Rajasthan ke panchen peer on 07-04-2022

Pabu harbu ramde,mangliya meha|
Pachu Peter pdhaarjo tejaji jeha||

Nikhil on 05-04-2022

Pabu ji harbu ji meha mangalia ji ramdev ji goga ji

Pinka on 22-03-2022

Pabuji ka janm

Rahul Kumar on 05-01-2022

5 pir of rajshahn givni

Suman non hai on 21-12-2021

Suman me nahi nj

Jaipal on 21-12-2021

Panch peer
Gogaji
Ramdevji
Hadbuji
Mangaliya mehaji
Pabuji

हड़बुजी on 18-12-2021

हड़बूजी

झझझ on 15-12-2021

सससस

Rajkumar vihat on 15-12-2021

Good question

Arun on 01-12-2021

राज का कौनसा देवता जीवित पीर माने जाते हैं

Rathi Sahab on 15-11-2021

Like Devta panch Piro me konsa Devta samil nhi h

Devendar on 28-09-2021

Rajsathan ke pas piro ke name

Ak banjara on 28-09-2021

Who is last gupta vanshs king .

Bhagya shree on 03-02-2020

Meha ji ki history

vivek kumar on 13-12-2019

panchpero ke janm sthan kaise yad krain



सबसे बड़ा पीर बाबा कौन सा है?

सैयद अली गौस शाह तिर्मिज़ी जिन्हें पीर बाबा के नाम से जाना जाता है, पाकिस्तान के बुनेर क्षेत्र से 16 वीं शताब्दी के सूफी संत थे।

पांच पीरों में कौन कौन शामिल है?

ये हैं पांच पीरों के नाम, जिन्हें लोग करते हैं नमन.
दाता बख्श.
शेख बाबा फरीद शकरगंज.
बाहा उद्दीन जकारिया.
लाल शहबाज कलंदर.
सैय्यद जलालुद्दीन भूखड़ी.

पीर कौन कौन से हैं?

पाबूजी.
हड़बूजी.
रामदेवजी.
मंगलियाजी.

पीर बाबा का मतलब क्या है?

पीर बाबा संज्ञा अर्थ : मुस्लिम आध्यात्मिक आचार्य या गुरु।