प्रेरित विद्युत वाहक बल कैसे उत्पन्न होता है? - prerit vidyut vaahak bal kaise utpann hota hai?

हेलो फ्रेंड इस पर्स में रिक्त स्थान की पूर्ति करनी है यहां पर में पूछा गया कि प्रेरित विद्युत वाहक बल जो है खाली स्थान के कारण उत्पन्न होता है तो इसको समझने के लिए मान लीजिए हम इस प्रकार की कोई कुंडली लेते हैं ठीक है अभी से जुड़े किसी जुड़े थे एक जोधाराम अभी से जोड़ देते हैं इस प्रकार से तो क्या होता है धारामापी अपेक्षा की कि इसमें धारा प्रवाहित हो रही है नहीं अभी से कुंडली के समय यदि हम किसी चुम्मा को लाते हैं तो उस चुंबक को समीप आने पर क्या होता है अगर मोदी जी अमित की एंड्रयू को समय पर आते हैं इस तरह से तो यहां पर क्या होता है जो इस प्रकार की कुंडली से बदला जा सकता है इस में परिवर्तन होता है क्योंकि यहां से हमें क्या प्राप्त हो जाएगा चुंबक से हमें जी प्रकाश जी बड़े क्या कहते हैं इंग्लिश में परिवर्तन होता है तो फिर कुंडली में परिवर्तन होता है तो हमें पता है कि विद्युत चुंबकीय प्रेरण के नियम से यहां पर क्या उत्पन्न हो जाता है यहां पर हमें प्राप्त हो जाता है इस प्रकार से विद्युत वाहक बल अजय रिफाई भाई डीपी किस वर्ष में प्राप्त हो जाता है क्योंकि अभी फ्री बैठी थी क्या दर्शाता है लक्ष्मी

परिवर्तन की दर को दर्शाता है तथा समय के साथ यहां पर अगर नाक में परिवर्तन होता है ठीक है यहां पर क्या उत्पन्न हो जाता है यहां पर हमें प्राप्त हो जाता है विद्युत वाहक बल क्या प्राप्त होता है मेरा डे के बीच उनकी प्रेम के नियम से ही सीखे पुनः जहां पर ट्रक में परिवर्तन हो रहा था अभी विद्युत वाहक बल हमें प्राप्त हो जाता है ठीक है घर दूर ले जाते हैं तभी हमें विद्युत वाहक बल प्राप्त होता है विद्युत वाहक बल प्राप्त होता है तो पहले ही सेम पास लाए थे तभी मैं आप की क्या धारा प्रवाहित होती जिसके कारण क्या जो होता है जो धारामापी है या जैविक शेती तो हो जाता है तो यह दर्शाता है कि इस प्रकार के परिपथ में धारा प्रवाहित हो रही है इस प्रकार से दूर ले जाते हैं ठीक है तब यहां पर धारा प्रवाहित होती लेकिन यहां पर धारण की थी विच्छेद की दी सजा परिवर्तित होती क्योंकि धारा की दिशा परिवर्तित होती मैं यहां पर विद्युत वाहक बल हमें प्राप्त होते हैं लेकिन अब यहां पर देखें स्थिति यहां पर देखते हैं आज हम यहां पर दूध

सॉरी पास लाए थे ठीक है दूसरा दूध दूध ले गए थे अपनी चीज तो देखें तेरी चुंबक को पता है आप स्कूल नहीं कोई स्थाई अवस्था में रखते हैं था जो है इसी अवस्था में रखते हैं अगर हम इससे इस प्रकार से इस थी रखेंगे ठीक है तो क्या होता है लक्ष्मी परिवर्तन नहीं होता था जो पहले 5130 fi2 प्राप्त होगा तो यहां पर दोनों के मांजे बराबर होंगे कि क्लास में परिवर्तन नहीं हो रहा था यहां पर उपलक्ष में परिवर्तन इस प्रकार से हाय टू रिंग 5 अंश का मान क्या जाएगा दोनों बराबर है तो सुना होगा अभी 5fdp से क्या हो जाएगा विद्युत वाहक बल कमान हमें सुनने प्राप्त होगा तो यहां पर विद्युत वाहक बल उत्पन्न होना चाहिए यह हमें प्राप्त नहीं होगा ठीक है तो कोई भी दूध यहां पर उत्पन्न नहीं होगा तो कोई धारा यहां भी प्रभावित नहीं होगी तो जिससे क्या हुआ धारामापी विक्षेपित हमें प्राप्त नहीं होगा ठीक है या फिर कोई भी चेक नहीं होगा जो द शादी की कोई धारा प्रवाहित नहीं हो रही है तो हम यह कैसे कह सकते हैं कि प्रेरित विद्युत वाहक बल किसे कहते हैं चुंबक की फ्लेक्स में परिवर्तन के कारण होता है अभी लक्ष्य का मांस है इस प्रकार से स्थिर होगा तो यहां पर दे सकते हैं चित्र की सहायता से क्या हो जाएगा

विद्युत वाहक बल पर नहीं हुआ तो सुबह की क्लास में परिवर्तन के कारण क्या होता है यहां पर विद्युत वाहक बल जाए उत्पन्न होता है क्या जैसा अगर यहां पर दिख तो नहीं गई फिर है लेकिन स्थिर फ्लक्स है तो उधर भागवत ऊपर नहीं होगा फिराक में परिवर्तन होना चाहिए चाहे वहां पर लक्ष्य कमान कुछ भी होती है परिवर्तित होना चाहिए उसमें ओके थैंक यू

प्रेरित विद्युत वाहक बल कैसे उत्पन्न होता है? - prerit vidyut vaahak bal kaise utpann hota hai?

नमक पुल का उपयोग कर गैल्वेनिक सेल

भौतिकी में मोटे तौर पर विद्युतवाहक बल (electromotive force, या emf) वह कारण है जो विद्युत धारा (या एलेक्ट्रॉन / आयन) को परिपथ में प्रवाहित करता है।

किन्तु विद्युतवाहक बल की औपचारिक परिभाषा इस प्रकार है :

किसी परिपथ के दो खुले सिरों (टर्मिनल्स) के बीच ईकाई आवेश को प्रवाहित करने में किये गये कार्य की मात्रा को उन दो बिन्दुओं के बीच का विद्युतवाहक बल कहते हैं।

विद्युत वाहक बल का S.I. मात्रक वोल्ट है।

वोल्टीय सेल, विद्युत-उष्मीय युक्तियाँ, सौर सेल, विद्युत जनित्र, फान डी ग्राफ आदि कुछ विद्युतवाहक बल उत्पन्न करने वाले सामान हैं। यहां 'विद्युत वाहक बल' शब्द भ्रांति उत्पन्न कर सकता है क्योंकि यह बल नहीं बल्कि एकांक आवेश के लिए कृत कार्य है, परन्तु ऐतिहासिक कारणों से इस शब्द को बदला नहीं गया है।

कुछ सेलों के विद्युत वाहक बल[संपादित करें]

विवाब (EMF) सेल का रसायन प्रचलित नाम
एनोड विलायक, विद्युत-अपघट्य कैथोड
1.2 V कैडमियम जल, पोटैशियम हाइडाक्साइड NiO(OH) निकल-कैडमियम
1.2 V Mischmetal (hydrogen absorbing) Water, potassium hydroxide Nickel nickel–metal hydride
1.5 V Zinc Water, ammonium or zinc chloride Carbon, manganese dioxide Zinc carbon
2.1 V Lead Water, sulfuric acid Lead dioxide Lead–acid
3.6 V to 3.7 V Graphite Organic solvent, Li salts LiCoO2 Lithium-ion
1.35 V Zinc Water, sodium or potassium hydroxide HgO Mercury cell

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • बैटरी
  • फैराडे का विद्युतचुम्बकीय प्रेरण का नियम
  • विभवान्तर
  • विद्युत रसायन
  • विद्युतरासायनिक सेल

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • Electromotive Force in Inductors - Interactive Java Tutorial National High Magnetic Field Laboratory
  • Hai, Pham Nam; Ohya, Shinobu; Tanaka, Masaaki; Barnes, Stewart E.; Maekawa, Sadamichi (2009-03-08). "Electromotive force and huge magnetoresistance in magnetic tunnel junctions". Nature. 458 (7237): 489. PMID 19270681. डीओआइ:10.1038/nature07879. मूल से 13 मार्च 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-03-10.

प्रेरित विद्युत वाहक बल कब उत्पन्न होता है?

प्रायोगिक प्रेक्षणों के आधार पर फैराडे इस निष्कर्ष पर पहुँचे कि जब किसी कुंडली में चुंबकीय फ्लक्स समय के साथ परिवर्तित होता है तब कुंडली में विद्युत वाहक बल प्रेरित होता है।

विद्युत वाहक बल कैसे उत्पन्न होता है?

किसी परिपथ के दो खुले सिरों (टर्मिनल्स) के बीच ईकाई आवेश को प्रवाहित करने में किये गये कार्य की मात्रा को उन दो बिन्दुओं के बीच का विद्युतवाहक बल कहते हैं। विद्युत वाहक बल का S.I. मात्रक वोल्ट है।

प्रेरित विद्युत वाहक बल को विरोधी विद्युत वाहक बल क्यों कहते हैं?

Solution : क्योंकि प्रेरित विद्युत वाहक बल के कारण उत्पन्न प्रेरित विद्युत धारा उस कारण का विरोध करती है, जिसके कारण स्वयं उत्पन्न हुई है।

प्रेरित धारा का मुख्य कारण क्या है?

Solution : चुम्बक एवं कुण्डली के मध्य सापेक्ष गति के कारण कुण्डली में उत्पन्न विद्युत धारा प्रेरित विद्युत धारा कहलाती है। <br> चुम्बक एवं कुण्डली के मध्य सापेक्षिक गति के कारण चुम्बक के फ्लक्स में परिवर्तन होता है, जिसका विरोध करने के लिए कुण्डली में प्रेरित विद्युत धारा उत्पन्न होती है।