पित्त की थैली में पथरी का ऑपरेशन कैसे होता है - pitt kee thailee mein patharee ka opareshan kaise hota hai

श्रीमान प्रकाश, सीताराम भरतिया हॉस्पिटल के आपातकालीन कक्ष में पेट के गंभीर दर्द के निवारण के लिए आए  क्यूंकि उन्हें घर पर भी दवाई से कुछ आराम नहीं मिल रहा था।

उन्हें पेट में दर्द दाहिने तरफ़ हो रहा था और साथ ही साथ बदहजमी और खट्टी डकारें भी आ रही थी।

यह लक्षण देखते हुए आपातकालीन कक्ष के मेडिकल स्टाफ को पित्ताशय में पथरी (पित्त की थैली में पथरी) का अंदेशा हुआ। उन्होंने प्रकाश को डॉ अमरचंद बजाज, सीनियर सर्जन के पास रोग के सही निर्णय के लिए भेजा।

“अगर आपको पित्ताशय में पथरी है तो पेट के उपरी भाग के दाहिने तरफ़ दर्द होता है” डॉ अमरचंद ने प्रकाश को समझाया।

“कई बारी पित्त की थैली में पथरी का एहसास काफी सालों तक नहीं होता जब तक उसके कोई लक्षण न दिखें या पेट का अल्ट्रासाउंड न हो।”

इससे पहले की पित्ताशय पत्थर के ट्रीटमेंट की बात करी जाए, पहले यह समझते है की यह क्यों होते है।

पित्ताशय में पथरी के कारण (Causes of gall bladder stone)

पित्ताशय में पथरी का अभी तक कोई कारण सिद्ध नहीं हुआ है और यह किसी भी उम्र में हो सकता हैं।

कुछ फ़ैक्टर हैं जो गॉलस्टोन्स (gallstones) की संभावना को बढ़ा सकता है जैसे की –

  • मधुमेह या डायबिटीज (Diabetes)
  • मोटापा (Obesity)
  • गर्भधारण (Pregnancy)
  • मोटापे की सर्जरी के बाद (post bariatric surgery)
  • कुछ दवाओं का सेवन
  • कुछ लम्बी अवधि की बीमारीयों के बाद

“गॉलस्टोन्स की सम्भावना मोटापे और डायबिटीज से बढ़ती है” डॉ अमरचंद सूचित करते हैं।

“ज़्यादातर पित्त की थैली में पथरी औरतों में पाई जाती है”

“ऐसा होने का कारण अभी तक वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं हुआ हैं।”

गॉलस्टोन्स के लक्षण (Signs and symptoms of gallstones)

कई बार पित्त की थैली में पथरी बिना किसी लक्षण के होती है और कई बार कुछ लक्षणों को दर्शाते हुए भी होती है।

पित्त की थैली में पथरी के दिखाई देनें वाले कुछ खास लक्षण हैं (signs and symptoms of gallstones):

  • पेट के उपरी भाग और दाहिने तरफ़ में दर्द
  • बदहजमी
  • खट्टापन
  • पेट फुलाना

डॉ अमरचंद ने श्रीमान प्रकाश के रोग का निदान करने के लिए उसे पेट के अल्ट्रसाउन्ड (ultrasound) करवाने का सुझाव दिया जिसमें पित्ताशय में पथरी पाई गई।

डॉ अमरचंद ने प्रकाश को बताया, “अगर पित्त की थैली में पथरी होने की वजह से आपको पेट दर्द हो रहा है तो इसका ईलाज करना ज़रूरी है।”

“नहीं तो यह पथरी आगे जाके दिक़्क़त का कारण बन सकती हैं।”

अगर गॉल्स्टोन 3 cm से बड़ा है या फिर अगर गॉलब्लेडर पोलिप (gallbladder polyp) के साथ है जो 1 cm या उससे बड़ा है, तो गॉलब्लेडर कैंसर (gallbladder cancer) की संभावना भी बढ़ जाती हैं।

पित्त की थैली में पथरी का इलाज (Gall bladder stone treatment)

अगर आप गॉलस्टोन्स के लक्षण महसूस करते हैं तो उसकी जाँच डॉक्टर से कराएं।

अल्ट्रसाउन्ड में जब गॉलस्टोन्स दिखेंगे तो डॉक्टर उसके इलाज का सही निवारण कर पाएंगे।

डॉ अमरचंद के अनुसार “पथरी का सही ट्रीटमेंट पित्त की थैली को हटाना (removal of gallbladder) है।”

“इस ऑपरेशन से आपकी पाचन शक्ति या जीवन पर कोई असर नहीं पड़ेगा”

प्रकाश चिंता में पढ़ गया, “क्या पथरी की दवा (pathri ki dawa) या और कोई उपाय नहीं है?”

डॉ अमरचंद ने जवाब देते हुई कहा “घरेलु (home remedies for gallstones) या ऑपरेशन के बिना इलाज (gall bladder stone treatment without operation) का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है

“अगर आपको इस दर्द और पथरी से जूड़ी दिक्कतों से हमेशा के लिए राहत चाहिए तो ऑपरेशन सबसे असरदार और अच्छा उपाय है।”

बिना ऑपरेशन के पीलिया और पैन्क्रीअटाइटिस होने की संभावना होती है।

इसलिए जब पथरी के होने का पता चले तभी इलाज कराने में भलाई हैं।

“घबराए नहीं, यह मिनमल इन्वेसिव सर्जरी (minimally invasive surgery) है जिसमे कम दर्द और छोटे कट होते हैं। आप जल्दी ही ठीक हो जायेंगे और 3 दिन के बाद आप काम पर भी जा सकते हैं।”

यह सुन कर प्रकाश चिंता-मुक्त हुआ और अपनी सर्जरी डॉ अमरचंद बजाज से कराने का निर्णय ले लिया।

सर्जरी के बाद, प्रकाश ने कहा ” मुझे पहले सर्जरी से बहुत डर लग रहा था पर इलाज न कराने के खतरे समझने के बाद – मुझे पित्ताशय को हटा देना ही ठीक लगा।”

सर्जरी के दिन ही शाम को प्रकाश का खाना-पीना शुरू हो गया और वह राहत-भरी हसी के साथ बोला,”अब में शांतीपूर्ण और दर्दरहित ज़िन्दगी जी सकता हूँ।”

यह लेख डॉ अमरचंद बजाज के सहयोग से लिखी गई है, जिन्हे कई लोग उनके Laparoscopic, Bariatric और General Surgery के क्षेत्र के उपयोगी परामर्श से जानते हैं|

पित्त की थैली में पथरी का ऑपरेशन कैसे होता है - pitt kee thailee mein patharee ka opareshan kaise hota hai

डॉ अमरचंद बजाज

  • Star Rating: 4.8 ★★★★★ based on 39 reviews
  • डिग्री: MBBS, Govt. Medical College, Nagpur (1997), M.S. (General Surgery), Govt. Medical College Nagpur (2003) 
  • अनुभव: 17 साल
  • रुचि: General, Laparoscopy and Bariatric surgery 
  • विशेष गुण: सहायक, चित्र बना कर सर्जरी को अच्छे से समझाते है   

Click to see Dr Bajaj’s profile

Gall bladder removal surgery

Thursday, November 29, 2018
★★★★★
“दो साल पहले, मुझे पता चला था की मेरी पित्ताशय में पथरी है। जब मेरे पेट में दर्द हुआ तो मैं तुरंत की हॉस्पिटल आई और मुझे डॉ बजाज से मिलने का सुझाव दिया गया। पहली की परामर्श में डॉ बजाज ने मुझ में विशवास और भरोसा प्रेरित किया, और उनके सहायक व्यवहार ने मुझे चिंता मुक्त कर दिया। एक परामर्श मे ही मैं जान गई की मुझे डॉ बजाज से ही अपनी पथरी का ऑपरेशन करवाना है और 3 दिन के अंदर ही मैंने सर्जरी नियत करवाली। सबसे अच्छी बात यह है की डॉ बजाज ने मुझे सर्जरी और उसके बाद का प्रोसेस समझा कर, मेरे दिल से सर्जरी का डर निकाल दिया। अभी सर्जरी को बस 5 दिन हुए हैं, और मैं अपने घर के सारे काम भी कर पा रही हूँ।” – कीर्तिसंसांवल

पित्त की थैली के ऑपरेशन के बाद कितने दिन आराम करना चाहिए?

आम तौर पर डॉक्टर लगभग छह सप्ताह की प्रतीक्षा अवधि की सलाह देते हैं। अगर वह सहज है तो बड़े ही आराम से संभोग करना ठीक है।

पित्त की पथरी का लेजर ऑपरेशन कैसे होता है?

पित्ताशय को निकालने का सबसे आम तरीका दूरबीन शल्य पद्धति है । एक कैमरा, जिसे लेप्रोस्कोप के रूप में जाना जाता है, जो एक तीव्र प्रकाश के स्रोत से जुड़ा हुआ होता है, उसे आपकी नाभि में किए गए एक छोटे से चीरे द्वारा शरीर के अंदर डाला जाता है। शल्य उपकरणों को शरीर के अंदर डालने के लिए तीन छोटे छेद बनाए जाते हैं ।

पित्त की पथरी का ऑपरेशन कब करवाना चाहिए?

सिविल हॉस्पिटल की डॉ. विशेषज्ञ निधि का कहना है कि पित की थैली की पथरी को निकालने के लिए सर्जरी ही एकमात्र इलाज होता है। पेट के दाईं ओर ऊपर वाले हिस्से में दर्द होना, उल्टियां आना, गैस बनना व अधिक एसिडिटी होना, इस तरह के लक्षण दिखें, तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं। ये पित की थैली में पथरी होने के लक्षण हैं।

पित्त की पथरी कितनी खतरनाक होती है?

पित्ताशय की पथरी की गंभीरता को इस बात से समझ सकते हैं कि इसके कारण दर्द, सूजन, संक्रमण तो होते ही हैं साथ ही, कैंसर जैसी घातक बीमारी होने का खतरा भी बना रहता है। पित्त की थैली में स्टोन का पता तब चलता है जब यह दर्दनाक बन जाता है। उचित समय पर इसका उपचार करवाना बहुत जरूरी है, वरना यह अधिक घातक हो सकता है।