पद्यांश का उचित शीर्षक क्या हो सकता है? - padyaansh ka uchit sheershak kya ho sakata hai?

विषयसूची

  • 1 उपयुक्त शीर्षक क्या होता है?
  • 2 गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक कौन सा है?
  • 3 अपठित के प्रश्न क्या होते हैं?
  • 4 राष्ट्रभाषा का आविर्भाव कैसे होता है?
  • 5 उपर्युक्त गद्यांश का सर्वाधिक उपयुक्त शीर्षक क्या होगा?
  • 6 गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक क्या होगा MCQ?
  • 7 भूमि और जन का संबंध अचेतन और जड़ कब बना रहता है?
  • 8 उपर्युक्त गद्यांश के लेखक का नाम क्या है?
  • 9 कहानी का शीर्षक क्या होना चाहिए?

उपयुक्त शीर्षक क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंजिस बात पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है, वही वही उसका ध्यान उसका शीर्षक हो सकता है, जैसे कि किसी गद्यांश मैं अगर सैनिक के और उसकी वीरता के बारे में बताया जाता है, उन पर जोर दिया जाता है। तो हम कह सकते हैं, कि उस गद्यांश का शीर्षक सिपाही और उसकी वीरता को बताया गया है।

गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर-(क) गद्यांश का उचित शीर्षक–’राष्ट्रभाषा हिन्दी’। (ख) किसी भाषा के राष्ट्रभाषा बनने के लिए उसका सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण गुण है उसका राष्ट्र में व्यापक होना।

अपठित के प्रश्न कैसे होते हैं?

अपठित अवबोध/ अपठित गद्यांश के प्रश्न कैसे होते हैं?

  • शीर्षक से सम्बंधित प्रश्न
  • एक पद वाले प्रश्न जो गद्यांश/पद्यांश (पैराग्राफ) के आधार पर पूछे जाते हैं
  • पूर्ण वाक्य वाले प्रश्न जो गद्यांश/पद्यांश (पैराग्राफ) के आधार पर पूछे जाते हैं
  • गद्यांश/पद्यांश (पैराग्राफ) के आधार पर संस्कृत व्याकरण से सम्बंधित प्रश्न

अपठित के प्रश्न क्या होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंअपठित अवतरण दो प्रकार के पूछे जाते हैं- भाव-प्रधान और विचार प्रधान। “भाव-प्रधान साहित्यिक अवतरण से उसकी संवेदनाओं की प्रबुद्धता की पहचान हो जाती है तथा विचार प्रधान आवतरणों से उसकी विचार-क्षमता की।”[3] लेकिन अपठित अवतरण या अनुच्छेद का प्रमुख उद्देश्य बौद्धिक क्षमता का परीक्षण करना ही होता है।

राष्ट्रभाषा का आविर्भाव कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंजब कोई भाषा अधिकांश जन-समूह के विचार-विनिमय और व्यवहार का माध्यम बन जाती है तब इस भाषा को शासन द्वारा राष्ट्रभाषा घोषित कर दिया जाता है। इस प्रकार राष्ट्रभाषा का आविर्भाव होता है। एक राष्ट्रभाषा न होने से प्रशासनिक कार्य, शिक्षा, व्यवसाय और जन-सम्पर्क में बाधा पड़ती है।

उपयुक्त गद्यांश का उचित शीर्षक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर-(क) गद्यांश का उचित शीर्षक-धर्म और कानून’। (ख) धर्मभीरू कानून की त्रुटियों का लाभ उठाते हैं। (ग) मनुष्यों से प्रेम करना, महिलाओं का आदर करना, झूठ बोलने से बचना, चोरी न करना तथा दूसरों को न सताना आदि धार्मिक सदुपदेशों को लोग आज भी मानते हैं।

उपर्युक्त गद्यांश का सर्वाधिक उपयुक्त शीर्षक क्या होगा?

इसे सुनेंरोकेंप्रस्तुत गद्यांश को पढ़कर हम बता सकते है कि इस गद्यांश का सर्वाधिक उपयुक्त शीर्षक विकल्प 3 नि:शस्त्रीकरण है I अत: विकल्प 3 सही उत्तर होगा।

गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक क्या होगा MCQ?

इसे सुनेंरोकें(ङ) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक हो सकता है बातचीत करते समय हमें शब्दों के चयन पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि सम्मानजनक शब्द व्यक्ति को उदात्त एवं महान बनाते हैं। बातचीत को सुगम एवं प्रभावशाली बनाने के लिए सदैव प्रचलित भाषा का ही प्रयोग करना चाहिए।

अति का मार्ग क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्य को चाहिए कि संतुलित रहकर अति के मार्गों का त्यागकर मध्यम मार्ग को अपनाए। अपने सामर्थ्य की पहचान कर उसकी सीमाओं के अंदर जीवन बिताना एक कठिन कला है। सामान्य पुरुष अपने अहं के वशीभूत होकर अपना मूल्यांकन अधिक कर बैठता है और इसी के फलस्वरूप वह उन कार्यों में हाथ लगा देता है जो उसकी शक्ति में नहीं हैं।

भूमि और जन का संबंध अचेतन और जड़ कब बना रहता है?

इसे सुनेंरोकेंस्पष्टीकरण : लेखक कहते हैं कि – लोगों के हृदय में भूमि माता है, मैं उसका पुत्र हूँ। इसी भावना के द्वारा मनुष्य पृथ्वी के साथ अपने सच्चे संबंध को प्राप्त करते हैं। जहाँ यह भाव नहीं है, वहाँ जन और भूमि का संबंध अचेतन और जड़ बना रहता है।

उपर्युक्त गद्यांश के लेखक का नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंधर्मवीर भारती’ हैं।

उपयुक्त गद्यांश का सारांश कैसे लिखें?

इसे सुनेंरोकें(1) शीर्षक–अवतरण का शीर्षक जहाँ तक हो सके लघु (छोटा) तथा उपयुक्त होना चाहिए। शीर्षक में अवतरण का समस्त भाव परिलक्षित होना नितान्त आवश्यक है। शीर्षक के लिए गद्यांश के प्रारम्भिक एवं आखिरी अंश का चिन्तन एवं मनन करना चाहिए। (2) सारांश परीक्षा में अवतरण का सारांश अथवा भाव लिखने को आता है।

कहानी का शीर्षक क्या होना चाहिए?

इसे सुनेंरोकें- कहानी में कम से कम पांच -छह पात्र होने चाहिए । – कम से कम पांच मुहावरों का प्रयोग कीजिये । – शब्द संख्या १५० से अधिक नहीं होनी चाहिए ।

Comprehension

उक्त पद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

स्वप्न आता स्वर्ग का, दृग कोरकों में दीप्ति आती।

पंख लग जाते पर्गो को, ललकती उन्मुक्त छाती।

रास्ते का एक कांटा, पाँव का दिल चीर देता।

रक्त की दो बूँद गिरती, एक दुनिया डूब जाती।

आँख में हो स्वर्ग लेकिन, पाँव पृथ्वी पर टिके हों।

पद्यांश का उचित शीर्षक है

  1. स्वर्ग का स्वप्न
  2. पॉव का दिल
  3. पृथ्वी पर पॉंव
  4. पूर्व चलने के बटोही

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : स्वर्ग का स्वप्न

Free

10 Questions 10 Marks 6 Mins

  • इस पद्यांश में स्वर्ग की बातों का जिक्र किया गया है। अतः स्वर्ग का स्वप्न संगत विकल्प है। अन्य सभी विकल्प असंगत है

पद्यांश का उचित शीर्षक क्या हो सकता है? - padyaansh ka uchit sheershak kya ho sakata hai?
Key Points

व्याकरण दृष्टि :

  • पर्यायवाची शब्द : शब्दों के समान अर्थ बताने वाले शब्द।
    जैसे: जल - नीर,अम्बु,पानी

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Additional Information

शब्द पर्यायवाची अर्थ
स्वर्ग  देवलोक, दिव्यधाम, वैकुण्ठ
पृथ्वी  भू, धरा, धरित्री, वसुधा, भूमि, 
बटोही राहगीर, पंथी, मुसाफिर, राही

Last updated on Oct 28, 2022

The Delhi Subordinate Services Selection Board (DSSSB) has released the Tier II Exam date for the DSSSB JE Electrical (Post Code (24/21) on 28th October 2022. The exam will be conducted on 28th November 2022 (Monday) from 8:30 A.M. to 10:30 A.M. A total number of 691 candidates will be selected for the post of DSSSB JE. The candidates can check their DSSSB JE Result by following the steps mentioned here. Also, the candidates may have a look at the DSSSB JE Cut-Off from here.

पद्यांश का उचित शीर्षक क्या है?

उत्तर-(क) गद्यांश का उचित शीर्षक - 'धर्म और कानून' । (ख) धर्मभीरू कानून की त्रुटियों का लाभ उठाते हैं। (ग) मनुष्यों से प्रेम करना, महिलाओं का आदर करना, झूठ बोलने से बचना, चोरी न करना तथा दूसरों को न सताना आदि धार्मिक सदुपदेशों को लोग आज भी मानते हैं ।

उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक क्या हो सकता है?

Solution : वाणी का तप उपयुक्त गद्यांश का उचित शीर्षक है। <br> कम तथा सार्थक शब्दों के प्रयोग का अधिक प्रभावशाली होने के कारण गद्यांश का शीर्षक "वाणी का तप है।

उचित शीर्षक का मतलब क्या होता है?

- 1. वह शब्द या शब्द समूह जो किसी विषय से परिचित होने के लिए सबसे ऊपर लिखा जाता है; (टाइटिल) 2. किसी ग्रंथ या लेख आदि के विषय का परिचायक शब्द; रचना नाम 3.