समाजशास्त्र के भारतीय जनक कौन है? - samaajashaastr ke bhaarateey janak kaun hai?

SamajShastra Ke Janak

Pradeep Chawla on 12-05-2019

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समाजशास्त्र के जनक ऑगस्त कॉम्त का पूरा नाम था इज़िदोर मारी ऑगस्त फ़्रांस्वा हाविए कॉम्त. उनका जन्म दक्षिण पश्चिम फ़्रांस के मॉन्टपैलिए नगर में 1798 में हुआ था. समाजशास्त्र लोगों, समुदायों और समाजों के जीवन का अध्ययन है.

सम्बन्धित प्रश्न



Comments Samashara ke janak Kona he on 23-04-2022

Sgvwuwhe

Samaj sastrache janak kon on 30-11-2021

Samaj shatrache janak kon

Kavita devi on 26-02-2021

Samaj shastr ke jank ki des ke hai

santoshi on 08-02-2020

सामाजिक समाजशास्त्र के दूसरे जनक का नाम

Dilkuhs meena on 10-01-2020

समाजशास्त्र के जनक कौन है ।

Priya uikey on 30-11-2019

Marathi ke janak koun hai?

Vandana maurya on 15-09-2019

Samaj sastr ke janm data kaun h

Pramod kumar on 14-09-2019

Sir sikshasashastra ke janak kaon hai?

महिमा on 12-05-2019

प्रिमिटिव कलचर के लेखक कौन हैं

RINKU SINGH on 12-05-2019

defenation in sociology

Girraj meena on 12-05-2019

India samajsaster ka jank khone he

Girraj meena on 12-05-2019

Bharat samajsaster ka jank khone he

Mukul kumar on 12-05-2019

Political science janak

Ashwani Gupta on 12-05-2019

Sir Bharat ke samajshastra ke Janak kaun hai

Faran on 12-05-2019

What is the baic ingredient of social relationship?

amar jeet yadav on 12-05-2019

Samajsastr ke janak agast Comte hai

Mohd islam on 12-05-2019

Sanskar kitne pirkar ke hote h? Or kon kon se hote h

suraj on 12-05-2019

Samajsastr ke janak kon h

vivek kumar srivastava on 12-05-2019

1 राजनीति शास्त्र के जनक कौन है और भारत में इनके जनक कौन है।
2 प्रचीन इतिहास के जनक कौन है और भारत में इसके जनक कौन है।

Riyaj on 12-05-2019

Sosologi subs kin do bhasao ka Sanyo hai

Subhash swami on 12-05-2019

Sayklogi ka janak Kon h

aagast fransva on 12-05-2019

mahilao ko vote dene ki suruaat kb hueee.......pleas ans

abhishek yaduwanshi on 12-05-2019

since of sociology

Lakhan on 18-04-2019

Samajshastra kis San m suruaat hui

Sandeep on 10-03-2019

Samaj sastre ka janm data kaun hau

Sandeep on 10-03-2019

Darm key hai

Aakash on 28-02-2019

Education ke janak kaon he

Satyam singh on 28-02-2019

राजनीति का जनक है।

BHUPENDRA on 27-02-2019

समाज को परिभाषित कीजिए

Ajay kumar mandal on 01-02-2019

Father of sociology

Shrawan on 01-02-2019

Samaj sastra ka janak

Ravi on 01-01-2019

Bhai Kay hai

Ankit dixit on 25-12-2018

समाजशास्त्र की किताब लोड करना चाहता हूं

Hemant shah on 01-11-2018

Sociology ka jank Kon hai

Chandan gautam on 09-10-2018

India ka pura name kya hai

Joshi hardik on 30-09-2018

Tibi boto more name na samajsastr na ketla tabbka apya che

Parmesh yadav on 19-09-2018

Shiksha Shastra ke Janak kaun hai

Mohd irfan on 17-09-2018

Sar mujhe online taiyari karni hai to mujhe kya Krna padega online group banana hai

Pooja Rathore on 12-09-2018

Phycology k Janak vilium James h

Ashish pandey on 11-09-2018

जहां जीवन है वही समाज है समाज शास्त्र का परिभाषा सही है

Hemsingh on 06-09-2018

Samajsastra na vishay chtra

Sarita Kumari on 05-09-2018

English janak kaun h

kiran yadav on 02-09-2018

cociology ke jank aur lekhak

Prasad shinde on 01-09-2018

समाजशास्त्रचा जनक कोणास म्हटले जात

Ashu Verma on 29-08-2018

Bharat ke samjsastri kon hai

Prakash on 09-08-2018

Sar Bharat ke samjshstr ke jank kon hi



समाजशास्त्र वह विषय हैं, जो समाज के लोगों को संरचना प्रदान करता है तथा एक दूसरे को साथ में मिलकर जीवन यापन करने का ज्ञान देता है। पृथ्वी पर कोई भी मनुष्य अकेला अपना जीवन यापन नहीं कर सकता है। उसे जीवन में कभी ना कभी और किसी ना किसी व्यक्ति विशेष से जरूरत होती ही है।

समाजशास्त्र के भारतीय जनक कौन है? - samaajashaastr ke bhaarateey janak kaun hai?

बिना किसी जरूरत के वह अकेला जीवित नहीं रह पाता है। उसकी जरूरतें पूरी नहीं हो पाती है। इसीलिए समाज का निर्माण होता है। पूरी पृथ्वी पर मनुष्य का एक समाज बना होता है, जो आपस में एक दूसरे की सहायता प्रदान करता है। एक दूसरे को नया रूप प्रदान करता है। इसी से संबंधित समाजशास्त्र का निर्माण होता है।

समाजशास्त्र के जनक कौन है?

समाजशास्त्र के जनक का “ऑगस्त कॉम्त” थे। इनका जन्म 19 जनवरी 1798 को हुआ था। ऑगस्त कॉम्त एक फ्रांसीसी समाज सुधारक एवं विचारक थे। जिन्होंने समाजशास्त्र की नींव रखी, क्योंकि उनका मानना था कि मनुष्य जीवन के लिए समाज अत्यंत जरूरी है। इसीलिए उन्होंने समाज से संबंधित महत्वपूर्ण एवं जरूरी विषयों पर आधारित समाजशास्त्र विषय का निर्माण किया। इसलिए उन्हें समाजशास्त्र का जनक कहा जाता है।

समाजशास्त्र के भारतीय जनक कौन है? - samaajashaastr ke bhaarateey janak kaun hai?

ऑगस्त कॉम्त का पूरा नाम “इज़िदोर मारी ऑगस्त फ़्रांस्वा हाविए कॉम्त” था। दुनिया में इन्हें समाज शास्त्र का पिता भी कहा जाता है, क्योंकि यह समाज से जुड़े तथ्यवादी विचार दुनिया के सामने रखते थे और इन्हीं विचारों के आधार पर उन्होंने समाजशास्त्र का निर्माण किया। ऑगस्त कॉम्त के विचार मनुष्य समाज को काफी ज्यादा प्रभावित करते थे, इसीलिए कम समय में उनकी लोकप्रियता काफी ज्यादा बढ़ गई।

ऑगस्त कॉम्त का जन्म फ्रांस के मौन्टपीलियर नामक स्थान पर हुआ था। उनके माता-पिता कैथोलिक धर्म के समर्थक थे। इसीलिए कॉम्त एवं उनके माता पिता के विचार आपस में मेल नहीं खाते थे। दोनों के अलग-अलग विचार से दोनों की अलग-अलग सोच थी‌।

कॉम्त बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थे और वे कम उम्र में ही समाज को एक नई दिशा प्रदान करना चाहते। वे समाज के हित में हर समय सोचते थे और अनेक तरह की रचनाएं लिखते थे। आगे चलकर उनकी रचनाएं प्रकाशित हुई और दुनिया में अंधेरे में प्रकाश का काम कर गई।

कॉम्त ने वर्ष 1825 में कोरोलिन मेसिन से विवाह किया लेकिन विवाह के मात्र 17 वर्ष बाद ही उनके साथ ही समाप्त हो गई। उनके घर की स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी थी, जिसके चलते उन्होंने कई बार आत्महत्या करने की भी कोशिश की थी।

लेकिन उन्होंने हिम्मत रखी और अपने द्वारा रचित पुस्तक को सन 1830 में प्रकाशित करवाया। इस पुस्तक में प्रकाशित होते ही पूरे फ्रांस में उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी। तरह तरह से उन्हें फंड मिलने लगा और उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने लगाई थी। यह उनकी रचना का प्रथम खंड था।

उनके द्वारा रचित की गई रचनाएं और लिखित पुस्तकें प्रकाशित होते ही दुनिया भर में अंधेरे में प्रकाश की तरह काम करने लगी। समाजशास्त्र में उनकी रचनाएं काफी कारगर साबित होने लगी। उन्होंने सर्वप्रथम दुनिया में समाजशास्त्र की रचना की थी। उनकी लोकप्रियता हर क्षेत्र में बढ़ने लगी।

लेकिन उन्होंने अपनी पुस्तकों का मूल्य नहीं लिया। उनका कहना था कि विचार एवं ज्ञान अनमोल है। उसका कोई मोल नहीं है। इसीलिए उन्होंने पूरा जीवन गरीबी में गुजारा और आखिरकार वर्ष 1857 में मात्र 59 साल की कम आयु में ही इस दुनिया को छोड़ दिया। उनकी मृत्यु का कारण कैंसर था। उन्हें कैंसर गंभीर रूप से हो गया था, इसीलिए उनकी मृत्यु हो गई।

निष्कर्ष

समाजशास्त्र के जनक ऑगस्त कॉम्त को कहा जाता है, क्योंकि इन्होंने ही सर्वप्रथम दुनिया में समाज से संबंधित रचनाएं लेख एवं पुस्तकों का प्रकाशन किया था। इसीलिए इन्हें समाज शास्त्र का पिता भी कहा जाता है। इन्होंने अपना संपूर्ण जीवन गरीबी में गुजरा था और आखिरकार कैंसर की गंभीर बीमारी से उनकी मौत हो गई।

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको समाजशास्त्र के जनक कौन हैं? के बारे में पूरी जानकारी बता दी है। हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए जरूर ही काम आई होगी, इसे आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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भारत में समाजशास्त्र का पिता कौन है?

Detailed Solution. गोविन्द सदाशिव घुर्ये (1893-1984) पहले भारतीय समाजशास्त्री बने जिन्होंने भारत में समाजशास्त्र को व्यवस्थित रूप से विकसित किया। घुर्ये​ को भारतीय समाजशास्त्र का संस्थापक माना जाता है। वह एक भारतविद्या समाजशास्त्री थे, जो उपलब्ध साहित्य से भारतीय समाजशास्त्र का अध्ययन कर रहे थे।

समाजशास्त्र का जनक जन्मदाता पिता कौन थे?

आगस्त काँत (Auguste Comte ; 19 जनवरी 1798 – 5 सितम्बर 1857) एक फ्रांसीसी विचारक थे। वे समाजशास्त्र के संस्थापकों में से एक हैं। ईसी कारण उन्हे समाजशास्त्र के पिता माना जाता है।

आधुनिक समाजशास्त्र के जनक कौन है?

डेविड एमील दुर्ख़ाइम (1858-1917) को आधुनिक समाजशास्त्र का संस्थापक और समाज-वैज्ञानिक शब्दावली में दुनिया का पहला अधिकारिक समाजशास्त्री माना जाता है। अध्ययन की विश्वविद्यालयी व्यवस्था में वे समाजशास्त्र के पहले प्रोफ़ेसर भी थे।

भारत में समाजशास्त्र का प्रारंभ कब हुआ?

1769 से 1900-समाजशास्त्र की स्थापना मैक्स मूलर द्वारा भारतीय ग्रंथों का जर्मन भाषा में अनुवाद। 1901 से 1950- विश्वविद्यालय में विषय के रूप में अध्ययन। 1914 में मुंबई विश्वविद्यालय में प्रथम बार समाजशास्त्र विभाग की स्थापना की गई। 1917 में कोलकाता तथा 1921 में लखनऊ में समाजशास्त्र विभाग स्थापित हुए।