हर साल 1 फरवरी को भारत का आम बजट पेश होता है। बजट की चर्चा के दौरान आम लोगों के मन में कई सवाल पैदा होते हैं। जैसे कि बजट में पैसों की कमी होने पर सरकार लोन लेने की जगह नोट क्यों नहीं छाप लेती? अगर सरकार के पास ही नोट छापने की पावर है तो ज्यादा नोट छापने में क्या दिक्कत है? आपको इसके पीछे की पूरी कहानी बताते हैं... Show क्यों कोई देश ज्यादा नोट नहीं छापता? ज्यादा नोट से महंगाई क्यों? कौन छापता है नोट? #Budget2022 #IndianCurrencyRules #IndianCurrency #NirmalaSitharaman सरकार ज्यादा नोट क्यों नहीं छाप सकती?₹1000, ₹5000 तथा ₹10000 मूल्यवर्ग के बैंकनोट वर्ष 1954 में जारी किए गए थे ।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न. पैसे छापने वाली मशीन कौन से देश में है?भारत में नए सिक्के छापने का अधिकार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास है। एक रुपये के छोड़कर सभी नोट आरबीआई छापता है जबकि एक रुपये का नोट भारत सरकार की ओर से छापा जाता है। खास बात ये है कि आरबीआई 10 हजार रुपये तक के नोट छाप सकता है और इससे बड़े नोट छापने के लिए सरकार से इजाजत लेनी होती है।
नोट छापने की मशीन का नाम क्या है?Stok ST-MC05-1 करेंसी काउटिंग मशीन और नकली नोट डिटेक्टर (काला) : Amazon.in: कार्यालय का सामान
भारत में 1 दिन में कितने रुपए छापे जाते हैं?तब यहां एक दिन में नोटों के 04करोड़ पीस छापे जा रहे थे, जिसमें 500, 200, 100, 50, 20 और 10 रुपए के हर तरह के नोट थे. बस यहां 2000 रुपए की प्रिंटिंग का काम नहीं होता, जो मैसूर और बंगाल के सालबोनी मुद्रा छापाखाने में होता है. करेंसी नोट प्रेस नासिक में उत्पादन की स्थिति लगातार बेहतर हुई है.
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