साथी हाथ बढ़ाना गीत से क्या सीख मिलती है? - saathee haath badhaana geet se kya seekh milatee hai?

व्याख्या - इन पंक्तियों में कवि ने लोगों को साथ मिलकर काम करने को प्रेरित किया है। एक अकेला काम करते-करते थक जाएगा इसलिए भारत के निर्माण में सभी को हिस्सेदार बनने के लिए कहा है। भारतीयों का हौसला अफजाई करने के लिए कवि ने बताया है कि जब भी लोगों ने एकता के साथ काम किया तब समुद्र ने अपना रास्ता छोड़ मदद की है तथा पर्वत ने भी उनके सामने अपना सिर झुकाकर उन्हें जगह दी है। कवि के अनुसार हमारी बाहें और सीना फौलाद से बना है जिससे हम  मुश्किल काम कर सकने की क्षमता रखते हैं। कवि ने याद दिलाते हुए कहा कि हमने पहले भी गैरों (ब्रिटिश) के लिए काम किया है और आज हमें खुद आजाद भारत का निर्माण करना है।


अपना दुःख भी एक है साथी ... साथी हाथ बढ़ाना।


व्याख्या: इन पंक्तियों में कवि ने सुख-दुःख को लोगों का साथी बताया है चूँकि इनका क्रम जीवन में हमेशा चलता रहता है। हमें दुःख में घबराना नहीं चाहिए वहीं सुख में ज्यादा उत्साहित भी नहीं होना चाहिए और अपनी मंजिल को ओर सदा कदम बढ़ाते रहना चाहिए।

कवि ने एकता की ताकत को स्पष्ट करते हुए बताया है कि एक-एक बूँद के मिलने से ही दरिया बनता है। छोटे-छोटे अंशों को मिलाकर सेहरे का निर्माण होता है। छोटे राई के दानों से पर्वत बन जाता है उसी प्रकार अगर हर व्यक्ति एक-दूसरे से मिलकर काम करे तो किस्मत को भी पलट कर उसे सुनहरा रूप दिया जा सकता है। इसीलिए हमें मिल-जुलकर काम करना चाहिए।

इसे सुनेंरोकेंइस गीत से हमें क्या प्रेरणा मिलती है? इस गीत से हमें प्रेरणा मिलती है कि हमें प्रत्येक कार्य मिल-जुलकर करना चाहिए, परिश्रम से कभी घबराना नहीं चाहिए। और सभी के सुख-दुख में सहयोग देना चाहिए। यह कविता हमें एकता और संगठन की शक्ति के बारे में भी बताती है।

साथी हाथ बढ़ाना का क्या मतलब है?

इसे सुनेंरोकेंसाथी हाथ बढाना। भावार्थ- प्रस्तुत पंक्तियों के द्वारा कवि ने लोगों को साथ मिलकर काम करने को प्रेरित किया है। गीत की इन पंक्तियों में कवि बताते है कि अकेला व्यक्ति अगर कुछ पाने का प्रयास करे तो थक जाता है परंतु अगर सब मिल-जुलकर के कार्य करे तो बड़े से बड़े लक्ष्य तक आसानी से पहुँच सकते हैं।

साथी हाथ बढ़ाना गीत में सीने और बाँहों को फौलादी क्यों कहा गया है?

इसे सुनेंरोकेंगीत में सीने और बाँह को फ़ौलादी क्यों कहा गया है? उत्तर:- मजबूत इच्छाशक्ति के लिए मजबूत सीना आवश्यक है और इन कार्यों को पूरा करने के लिए मजबूत हाथ आवश्यक है। इसलिए कवि ने इस गीत में मजदूर के सीने और बाँह को फ़ौलादी कहा है।

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साथी हाथ बढ़ाना पाठ के आधार पर बताइए कि मेहनत करने से क्या क्या संभव हो जाता है *?

इसे सुनेंरोकेंमिलकर मेहनत करने से क्या संभव है? Answer: मिलकर बोझ उठाने से काम आसान हो जाता है अकेला व्यक्ति थक जाता है। इसलिए मिलकर भार उठाना चाहिए।

कलाकार से आपको क्या प्रेरणा मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंईश्वर के सभी रूपों के आगे नतमस्तक होना चाहिए। कलाकार को कभी-भी अपनी कला को पूर्ण नहीं मानना चाहिए। कोई कला कभी पूर्ण नहीं होती-आगे बढ़ते रहने का प्रयास करते रहना चाहिए। इस पाठ से हमें सरलता और सादगी की भी प्रेरणा मिलती है।

इससे आपको क्या प्रेरणा मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंजन्म को आधार मानकर किसी को अछूत कहना निन्दनीय अपराध हैं। किसी को निम्न जाति का मानकर मंदिर में प्रवेश न करने देना, मारपीट करना सरासर गलत है। मानव-मानव में भेद नहीं करना चाहिए। यदि हम ऐसा करते है तो यह सम्पूर्ण मानवता का अपमान करने के समान है।

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साथी हाथ बढ़ाना कवि ता के माध्यम से कवि क्या प्रेरणा देते हैं कवि का नाम भी लि खि ए?

इसे सुनेंरोकें(ख) अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता- (अकेला व्यक्ति मुश्किल काम नहीं कर सकता)- देश से गरीबी हटाना अकेले तुम्हारे बस की बात नहीं, क्योंकि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता। एक और एक ग्यारह होते हैं- (एकता में शक्ति होती है)- अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता। सच है- एक और एक मिलकर ग्यारह होते हैं।

प्रियतम कविता से क्या प्रेरणा मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: यह कविता पढ़कर हमें यह प्रेरणा मिलती है कि सभी प्राणियों को एक समान मानना चाहिए। जन्म को आधार मानकर किसी को अछूत कहना निन्दनीय अपराध हैं। किसी को निम्न जाति का मानकर मंदिर में प्रवेश न करने देना, मारपीट करना सरासर गलत है।

साथी हाथ बढ़ाना गीत के गीतकार कौन हैं विष्णु प्रभाकर दिलीप एम साल्वी साहिर लुधियानवी सुमित्रानंदन पंत?
  • 2 गीत में सीने और बाँहों को फ़ौलादी क्यों कहा गया है?
  • 3 किसने किससे कहाँ?
  • 4 साथी हाथ बढ़ाना गीत में गीतकार ने कहाँ राहें पैदा करने की बात की है?
  • 5 प्रश्न 6 अक्षरों की खोज का सिलसिला लगभग कब शुरू हुआ?
  • 6 राजप्पा क्यों कुढ़ रहा था?
  • 7 साथी हाथ बढ़ाना गीत से क्या सीख मिलती है?
  • साथी हाथ बढ़ाना गीत के गीतकार कौन हैं विष्णु प्रभाकर दिलीप एम साल्वी साहिर लुधियानवी सुमित्रानंदन पंत?

    इसे सुनेंरोकेंसाथी हाथ बढ़ाना। इस गीत के रचयिता का नाम लिखिए। Answer: इस गीत के रचयिता हैं-साहिर लुधियानवी।

    गीत में सीने और बाँहों को फ़ौलादी क्यों कहा गया है?

    इसे सुनेंरोकेंगीत में सीने और बाँह को फ़ौलादी क्यों कहा गया है? उत्तर:- मजबूत इच्छाशक्ति के लिए मजबूत सीना आवश्यक है और इन कार्यों को पूरा करने के लिए मजबूत हाथ आवश्यक है। इसलिए कवि ने इस गीत में मजदूर के सीने और बाँह को फ़ौलादी कहा है।

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    मेहनत करने वालों के सामने कौन सीस झुकाता है *?

    इसे सुनेंरोकेंहम मेहनतवालों ने जब भी, मिलकर कदम बढ़ायासागर ने रस्ता छोड़ा, परबत ने. सीस झुकाया,फौलादी हैं सीने अपने, फ़ौलादी हैं बाँहेंसाथी हाथ बढ़ाना। मेहनत करने वालों के सामने कौन सीस झुकाता है?

    किसने किससे कहाँ?

    इसे सुनेंरोकेंकिसने किससे कहा है, बताओ : ”नहीं-नहीं, अब तो तुम ही मेरी साथी हो, मित्र हो।” – Hindi [हिंदी] किसने किससे कहा है, बताओ : ”नहीं-नहीं, अब तो तुम ही मेरी साथी हो, मित्र हो।”

    साथी हाथ बढ़ाना गीत में गीतकार ने कहाँ राहें पैदा करने की बात की है?

    इसे सुनेंरोकेंसाथी हाथ बढ़ाना। हम मेहनतवालों ने जब भी मिलकर कदम बढ़ाया। फ़ौलादी हैं सीने अपने, फ़ौलादी हैं बाँहें। हम चाहें तो चट्टानों में पैदा कर दें राहें।

    ऐसे ऐसे की बीमारी क्यों और किन्हें होती है?

    इसे सुनेंरोकें’ऐसे-ऐसे’ की बीमारी क्यों और किन्हें होती है? Answer: मोहन ऐसे लड़कों में था जो छुट्टियों में खूब मौज-मस्ती करते हैं। स्कूल का काम पूरा नहीं करते और जब स्कूल की छुट्टियाँ समाप्त होने को आती हैं तो स्कूल का वर्क याद आता है। स्कूल का काम पूरा न होने से उन्हें स्कूल में जाने से भी डर लगता है।

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    प्रश्न 6 अक्षरों की खोज का सिलसिला लगभग कब शुरू हुआ?

    इसे सुनेंरोकेंअक्षरों की खोज का सिलसिला लगभग छह हज़ार साल पहले शुरू हुआ। अक्षर बनाने से पहले मनुष्य अपने भाव पशु, पक्षियों और आदमियों के चित्रों के माध्यम से प्रकट करता था।

    राजप्पा क्यों कुढ़ रहा था?

    इसे सुनेंरोकेंराजप्पा के कुढ़ने का क्या कारण था? Answer: राजप्पा के कुढ़ने का कारण साथियों द्वारा उसकी और उसके अलबम की उपेक्षा था। कौन मन-ही-मन कुढ़ रहा था और क्यों? Answer: राजप्पा मन-ही-मन कुढ़ रहा था, क्योंकि लड़के उसकी ओर ध्यान नहीं देते थे।

    साथी हाथ बढ़ाना गीत के गीतकार कौन हैं class 6?

    इसे सुनेंरोकेंClass 6 Chapter 7 Hindi MCQ Question 2. साथी हाथ बढ़ाना। हम मेहनतवालों ने जब भी, मिलकर कदम बढ़ाया । साथी हाथ बढ़ाना। Answer: इस गीत के रचयिता हैं-साहिर लुधियानवी।

    साथी हाथ बढ़ाना गीत से क्या सीख मिलती है?

    इसे सुनेंरोकेंइस गीत से हमें प्रेरणा मिलती है कि हमें प्रत्येक कार्य मिल-जुलकर करना चाहिए, परिश्रम से कभी घबराना नहीं चाहिए। और सभी के सुख-दुख में सहयोग देना चाहिए। यह कविता हमें एकता और संगठन की शक्ति के बारे में भी बताती है।

    साथी हाथ बढ़ाना पाठ से हमें क्या सीख मिलती है?

    इस गीत से हमें प्रेरणा मिलती है कि हमें प्रत्येक कार्य मिल-जुलकर करना चाहिए, परिश्रम से कभी घबराना नहीं चाहिए। और सभी के सुख-दुख में सहयोग देना चाहिए। यह कविता हमें एकता और संगठन की शक्ति के बारे में भी बताती है।

    साथी हाथ बढ़ाना कविता के अनुसार साथ काम करने से क्या क्या काम हो जाते है कोई चार काम बताइए?

    यदि कोई अकेला व्यक्ति काम करते-करते थक जावे, तो उसके बोझ को बाँटकर कम करना चाहिए, जिससे वह भी चल सके। हे साथी! तुम लोगों की सहायता करना। मेहनत करने वाले लोगों से जब भी एक साथ कठिन-से-कठिन काम करने का निश्चय किया, तो उन्हें समुद्र ने रास्ता दे दिया और पर्वत भी झुक गया।

    साथी हाथ बढाना गीत में सीने और बााँहों को ि़ौलाद क्यों कहा गया है?

    Solution. सीने और बाँह को फ़ौलादी इसलिए कहा गया है क्योंकि हमारे इरादे मजबूत हैं। हमारे बाजुओं में आपार शक्ति है। हम ताकतवर हैं।