सिंदूर का टीका लगाने से क्या होता है? - sindoor ka teeka lagaane se kya hota hai?

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    कलह और धन की तंगी

    जीवन में कई बार ऐसा होता है कि सब कुछ सही चल रहा होता है, लेकिन अचानक से आपकी ग्रहदशा में परिवर्तन होता है और आपके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं। किसी काम में सफलता नहीं मिलती, परिवार में कलह और धन की तंगी रहती है। कार्यक्षेत्र में भी बॉस से नहीं पटती और जो व्‍यापारी होते हैं, उन्‍हें भी नुकसान होता है। ऐसी स्थिति में हमारे ग्रहदोष शांत करने के उपाय करना बेहद जरूरी हो जाता है। इसी क्रम में आज हम आपको बताने जा रहे हैं तिलक से जुड़े उपाय जो आपकी ग्रहदशा सही करने के साथ-साथ आपके रुके हुए काम में भी मदद करते हैं।

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    केसर और हल्‍दी का तिलक

    केसर और हल्‍दी का सीधा संबंध गुरु ग्रह से होता है। अगर आपकी कुंडली में गुरु की दशा चल रही है तो आप रोजाना स्‍नान के बाद केसर या फिर हल्‍दी का तिलक लगाकर ही घर से किसी काम से निकलें। गुरुवार के दिन हल्‍दी और केसर का तिलक लगाने से विशेष लाभ होता है। ऐसा करने से गुरु ग्रह के सारे दोष खत्‍म हो जाते हैं। सफेद चंदन की लकड़ी को पत्थर पर घिसकर उसमें केसर मिलाकर लेप को माथे पर लगाना चाहिए या टीका लगाना चाहिए।

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    लाल चंदन

    लाल चंदन का तिलक लगाने से गणेशजी प्रसन्‍न होते हैं। इसके साथ ही लाल चंदन का तिलक लगाने से सूर्य और बुध ग्रह भी मजबूत होते हैं। इसके साथ ही पूजा की सुपारी को घिसकर उसका तिलक माथे पर लगाने भी बुध की दशा में लाभ होता है।

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    सिंदूर का तिलक

    sindoor

    माथे पर सिंदूर का तिलक लगाने से देवी की विशेष कृपा प्राप्‍त होती है। आप चाहें तो शुक्रवार के दिन लाल सिंदूर का तिलक मां लक्ष्‍मी को चढ़ाने के साथ ही अपने माथे पर लगाएं। इससे आपका तनाव कम होने के साथ ही आपको मां लक्ष्‍मी की कृपा भी प्राप्‍त होगी। इसके अलावा आपके घर में सुख समृद्धि आती है और भौति क सुख-सुविधाओं में इजाफा होता है।

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    श्रीखंड चंदन का तिलक

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    भभूत का तिलक

    भभूत या फिर श्‍मशान की भस्‍म से तिलक करने पर भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्‍त होती है। भभूत भगवान शिव की प्रिय वस्‍तुओं में से एक माना जाता है। भगवान शिव की पूजा में भभूत का प्रयोग अनिवार्य माना जाता है।

ज्योतिष अनुसार यदि वार अनुसार तिलक धारण किया जाए तो उक्त वार से संबंधित ग्रहों को शुभ फल देने वाला बनाया जा सकता है

तिलक कई प्रकार के होते हैं - मृतिका, भस्म, चंदन, रोली, सिंदूर, गोपी आदि। सनातन धर्म में शैव, शाक्त, वैष्णव और अन्य मतों के अलग-अलग तिलक होते हैं। चंदन का तिलक लगाने से पापों का नाश होता है, व्यक्ति संकटों से बचता है, उस पर लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है, ज्ञानतंतु संयमित व सक्रिय रहते हैं।

चन्दन के प्रकार : हरि चंदन, गोपी चंदन, सफेद चंदन, लाल चंदन, गोमती और गोकुल चंदन।

अगले पन्ने पर पढ़े, सोमवार का तिलक...

किसी के माथे पर तिलक लगा देखकर मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर टीका लगाने से फायदा क्या है? क्या यह महज दूसरों के सामने दिखावे के मकसद से किया जाता है या फिर तिलक धारण का कुछ वैज्ञानिक आधार भी है? दरअसल, टीका लगाने के पीछे आध्यात्म‍िक भावना के साथ-साथ दूसरे तरह के लाभ की कामना भी होती है.

आम तौर पर चंदन, कुमकुम, मिट्टी, हल्दी, भस्म आदि का तिलक लगाने का विधान है. अगर कोई तिलक लगाने का लाभ तो लेना चाहता है, पर दूसरों को यह दिखाना नहीं चाहता, तो शास्त्रों में इसका भी उपाय बताया गया है. कहा गया है कि ऐसी स्थ‍िति में ललाट पर जल से तिलक लगा लेना चाहिए.  

इससे लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर कुछ लाभ बड़ी आसानी से मिल जाते हैं. आगे तिलक धारण करने के फायदों की चर्चा की गई है:

1. तिलक करने से व्यक्त‍ित्व प्रभावशाली हो जाता है. दरअसल, तिलक लगाने का मनोवैज्ञानिक असर होता है, क्योंकि इससे व्यक्त‍ि के आत्मविश्वास और आत्मबल में भरपूर इजाफा होता है.

2. ललाट पर नियमित रूप से तिलक लगाने से मस्तक में तरावट आती है. लोग शांति व सुकून अनुभव करते हैं. यह कई तरह की मानसिक बीमारियों से बचाता है.

3. दिमाग में सेराटोनिन और बीटा एंडोर्फिन का स्राव संतुलित तरीके से होता है, जिससे उदासी दूर होती है और मन में उत्साह जागता है. यह उत्साह लोगों को अच्छे कामों में लगाता है.

4. इससे सिरदर्द की समस्या में कमी आती है.

5. हल्दी से युक्त तिलक लगाने से त्वचा शुद्ध होती है. हल्दी में एंटी बैक्ट्र‍ियल तत्व होते हैं, जो रोगों से मुक्त करता है.

6. धार्मिक मान्यता के अनुसार, चंदन का तिलक लगाने से मनुष्य के पापों का नाश होता है. लोग कई तरह के संकट से बच जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, तिलक लगाने से ग्रहों की शांति होती है.

7. माना जाता है कि चंदन का तिलक लगाने वाले का घर अन्न-धन से भरा रहता है और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है.

सिंदूर का तिलक करने से क्या होता है?

माथे पर सिंदूर का तिलक लगाने से देवी की विशेष कृपा प्राप्‍त होती है। आप चाहें तो शुक्रवार के दिन लाल सिंदूर का तिलक मां लक्ष्‍मी को चढ़ाने के साथ ही अपने माथे पर लगाएं। इससे आपका तनाव कम होने के साथ ही आपको मां लक्ष्‍मी की कृपा भी प्राप्‍त होगी।

स्त्रियों को कौन सा तिलक लगाना चाहिए?

श्वेत चंदन, लाल चंदन, कुमकुम, हल्दी, भस्म, आदि का तिलक करना शुभ है। भस्म से त्रिपुंड नहीं लगाना चाहिए

गले में टीका लगाने से क्या होता है?

तिलक लगाने के फायदे साथ ही ऐसी भी मान्यता है कि चंदन का तिलक लगाने से सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है. -मानसिक शांति और ऊर्जा की प्राप्ति के लिए भी चंदन का तिलक लगाया जाता है. ऐसी भी मान्यता है कि तिलक लगाने से व्यक्ति के स्वभाव में सुधार आता है. -ज्योतिष शास्त्र की मानें तो तिलक या टीका लगाने से ग्रहों की शांति होती है.

कौन सा तिलक लगाना चाहिए?

इसल‍िए इस द‍िन सफेद चंदन,विभूति या फ‍िर भस्म का त‍िलक करना चाह‍िए। ऐसा करने से भोलेनाथ अत्‍यंत प्रसन्‍न होते हैं और उनकी कृपा से जीवन में खुशहाली और संपन्‍नता आती है। -मंगलवार हनुमानजी का दिन होता है और इस दिन का स्वामी ग्रह मंगल है। इस दिन लाल चंदन या चमेली के तेल में घुला हुआ सिंदूर का तिलक लगाना चाह‍िए