स्वतंत्रता के लिए क्या जरूरी है? - svatantrata ke lie kya jarooree hai?

विषयसूची

  • 1 स्वतंत्रता का सही अर्थ क्या है?
  • 2 स्वतंत्रता का प्रकार क्या है?
  • 3 स्वतंत्रता क्या है यह कितने प्रकार की होती है?
  • 4 स्वतंत्रता से आप क्या समझते हैं स्वतंत्रता के विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट करें?
  • 5 स्वतंत्रता का महत्व क्या है?
  • 6 लास्की के अनुसार स्वतंत्रता क्या है?
  • 7 आजादी से आप क्या समझते हैं?
  • 8 स्वतंत्रता हमारे लिए क्यों जरूरी है?
  • 9 मनुष्य के जन्म का स्वतंत्रता क्या है?
  • 10 व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर कौन से तर्क सांगत प्रतिबन्ध है?

स्वतंत्रता का सही अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंswatantra kya hai स्वतंत्रता का अर्थ है नियंत्रणों से मुक्ति, अथवा उनका अभाव। किसी व्यक्ति को मुक्त अथवा कुछ करने में स्वतंत्र माना जा सकता है, जब उसके कार्य अथवा विकल्प दूसरे के कार्यों अथवा विकल्पों द्वारा बाधित अथवा अवरुद्ध न हों।

स्वतंत्रता का प्रकार क्या है?

इसे सुनेंरोकें* बार्कर और लास्की के अनुसार नागरिक समाज में तीन प्रकार की स्वतंत्रता हैं – नागरिक , राजनितिक और आर्थिक । * नागरिक स्वतंत्रता से आशय उस स्वतंत्रता से है जिसमें व्यक्ति को अपने व्यक्तित्व के विकास के लिए कुछ सहूलियतें दी जाती हैं।

और समानता में क्या संबंध है?

इसे सुनेंरोकेंव्यक्ति को प्राप्त होने वाले विविध अधिकारों में समानता और स्वतंत्रता का महत्वपूर्ण स्थान है। समानता और स्वतन्त्रता मानव सरिता के दो तट हैं। वे मानव के कल्याण रूपी रथ के दो पहिए हैं। अंत में हम कह सकते है कि समानता और स्वतंत्रता एक दूसरे के पूरक हैं तथा मानव व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के दो महत्वपूर्ण अंग हैं।

इसे सुनेंरोकेंयह शब्द अंग्रेजी के लिबर्टी (LIBERTY) शब्द से बना है। जिसकी हिन्दी रूपांतरण/ अर्थ है बंधनों का अभाव या मुक्ति या अपनी इच्छा के अनुसार कार्य करना।

स्वतंत्रता क्या है यह कितने प्रकार की होती है?

इसे सुनेंरोकेंनागरिक स्वतन्त्रता:- नागरिक स्वतन्त्रता का अर्थ उस स्वतंत्रता से है, जो संगठित समाज का सदस्य होने के नाते प्राप्त होता है, जिसके आधार पर व्यक्ति समाज की नीतियों एवं कार्यो को पूरा करता है, नागरिक स्वतंत्रता में व्यतिगत स्वतन्त्रता, जीवन की स्वतन्त्रता, सम्पति रखने की स्वतन्त्रता, भाषण देने की स्वतन्त्रता, भ्रमण की …

स्वतंत्रता से आप क्या समझते हैं स्वतंत्रता के विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट करें?

इसे सुनेंरोकेंस्वतंत्रता क्या है – स्वतंत्रता एक आकर्षक शब्द है। इतिहास के हर काल में मनुष्य ने स्वतंत्रता की कामना की है, लेकिन मनुष्य की हस्ती हमेशा गुलामी की जंजीरों में जकड़ी रही है। यह गुलामी मालक की, किसी उच्च श्रेणी की, शासकों की, झूठे रीति-रिवाजों की, वहमो की और कई तरह की गुलामी थी।

स्वतंत्रता का आदर्श क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआदर्श रूप में एक मुक्त समाज में हमें अपने विचारों को बनाए रखने, जीने के अपने तरीके विकसित करने और अपनी इच्छाओं का पालन करने में समर्थ होना चाहिए । एकरूप हो जाने के लिए बाध्य किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में हमें अपनी स्वतंत्रता को बचाने के लिए कानून के संरक्षण की और भी ज्यादा ज़रूरत होती है।

स्वतंत्रता का महत्व क्या है?

इसे सुनेंरोकेंस्वतंत्रता सर्वोपरि होता है। स्वतंत्र व्यक्ति अपनी इच्छा से अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकता है, खा-पी सकता है, कहीं घूम – फिर सकता है तथा विचारों को अभिव्यक्त कर सकता है। गुलामी का जीवन कष्टमय होता है। हमें अंग्रेजों ने दो सौ वर्षों तक गुलाम बनाकर रखा जिसमें हमें काफ़ी यातनाएँ झेलनी पड़ी।

लास्की के अनुसार स्वतंत्रता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंलास्की के अनुसार स्वतंत्रता का अर्थ उस वातावरण की स्थापना से है जिसमें मनुष्य को अपने पूर्ण विकास के लिए समान अवसर प्राप्त हो सके। हरबर्ट स्पेंसर के शब्दों में प्रत्येक मनुष्य यह करने के लिए स्वतंत्र है जिसकी वह इच्छा रखता है। यदि वह किसी अन्य मनुष्य की समान स्वतंत्रता का हनन नहीं करता है।

स्वतंत्रता से आप क्या समझते हैं स्वतंत्रता के नकारात्मक और सकारात्मक रूपों की चर्चा कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंस्वतंत्रता की नकारात्मक अवधारणा का अर्थ हैं बंधनों का न होना। अर्थात् व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार कार्य करने की छूट। 1. स्वतंत्रता की सकारात्मक अवधारणा का अर्थ बंधनों का आभाव नहीं हैं।

आजादी से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंस्वतंत्रता का अर्थ है, आम जन-मानस ( मेरा तात्पर्य नागरिक से है, प्रजा से नहीं) की जीवन पद्धति में किसी भी प्रकार की रोक टोक की अनुपस्थिति के साथ ही उसके विकास के लिए समान अवसर प्रदान करना।

स्वतंत्रता हमारे लिए क्यों जरूरी है?

इसे सुनेंरोकेंस्वतंत्र समाज वह होता है, जिसमें व्यक्ति अपने हित संवर्धन न्यूनतम प्रतिबंधों के बीच करने में समर्थ हो। स्वतंत्रता को इसलिए बहुमूल्य माना जाता है, क्योंकि इससे हम निर्णय और चयन कर पाते हैं। स्वतंत्रता के कारण ही व्यक्ति अपने विवेक और निर्णय की शक्ति का प्रयोग कर पाते हैं। जो शासकों की ताकत का प्रतिनिधित्व करे।

व्यक्तिगत स्वतंत्रता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंव्यक्तिगत स्वतंत्रता मतलब जो कुछ भी आप करना चाहे कर सकते हैं लेकिन आपको “समानता” और “बंधुत्व” की सीमा में रहना होगा।

मनुष्य के जन्म का स्वतंत्रता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमानवाधिकार जन्मजात होते हैं यानी हर इंसान उनके साथ पैदा होता है, और वे न तो आपको दिए जा सकते हैं और न ही आपसे छीने जा सकते हैं। मानवाधिकार परस्पर एक दूसरे पर निर्भर हैं, और अधिकारों का कोई पदानुक्रम नहीं है। नागरिक, राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों को पूरी तरह से लागू किया जाना चाहिए।

व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर कौन से तर्क सांगत प्रतिबन्ध है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. ◕ 1993 का संविधान व्यक्तिगत स्वतंत्रता के प्रतिबंध के तीन मामलों को स्थापित करता है: ए) न्यायाधीश के लिखित और प्रेरित आदेश द्वारा किसी व्यक्ति को हिरासत में लेना, बी) पुलिस अधिकारियों द्वारा किसी व्यक्ति को हिरासत में लेना, और, सी) मामलों में कानून द्वारा प्रदान किया गया।

स्वतंत्रता का अधिकार कितने है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय संविधान में स्वतंत्रता का अधिकार मूल अधिकारों में सम्मिलित है। इसकी 19, 20, 21 तथा 22 क्रमांक की धाराएँ नागरिकों को बोलने एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सहित ६ प्रकार की स्वतंत्रता प्रदान करतीं हैं। भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भारतीय संविधान में धारा १९ द्वारा सम्मिलित छह स्वतंत्रता के अधिकारों में से एक है।

स्वतंत्र के लिए क्या आवश्यक है?

साररूप में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष लोगों की इस आकांक्षा को दिखाता है कि वे अपने जीवन और नियति का नियंत्रण स्वयं करें तथा उनका अपनी इच्छाओं और गतिविधियों को आज़ादी से व्यक्त करने का अवसर बना रहे । न केवल व्यक्ति वरन् समाज भी अपनी स्वतंत्रता को महत्त्व देते हैं और चाहते हैं कि उनकी संस्कृति और भविष्य की रक्षा हो ।

हम स्वतंत्रता की रक्षा कैसे कर सकते हैं?

जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार 4 स्वतंत्रता के सबसे महत्त्वपूर्ण अधिकारों में 'जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार' है। किसी भी नागरिक को कानून द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन किये बिना उसके जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता से वंचित नहीं किया जा सकता।

स्वतंत्रता की सुरक्षा हेतु कौन कौन से उपाय अपने जा सकते हैं?

वैचारिक और धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार । जरुरी होता है ।