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अंतर्राष्ट्रीय संस्थान/संगठन
संयुक्त राष्ट्र (United Nations- UN) 1945 में स्थापित एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। वर्तमान में इसमें शामिल सदस्य राष्ट्रों की संख्या 193 है। इसका मिशन एवं कार्य इसके चार्टर में निहित उद्देश्यों और सिद्धांतों द्वारा निर्देशित होता है तथा संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न अंगों व विशेष एजेंसियों द्वारा इन्हें कार्यान्वित किया जाता है। संयुक्त राष्ट्र के कार्यों में अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखना, मानवाधिकारों
की रक्षा करना, मानवीय सहायता पहुँचाना, सतत् विकास को बढ़ावा देना और अंतर्राष्ट्रीय कानून का भली-भाँति कार्यान्वयन करना शामिल है। संयुक्त राष्ट्र के मुख्य अंग हैं: इन सभी 6 अंगों की स्थापना वर्ष 1945 में संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के समय की गई थी। 1. संयुक्त राष्ट्र महासभा 2. सुरक्षा परिषद 3. आर्थिक एवं सामाजिक परिषद विशिष्ट एजेंसियाँ कार्यात्मक आयोग क्षेत्रीय आयोग स्थायी समितियाँ तदर्थ निकाय सरकारी विशेषज्ञों से मिलकर बने विशेषज्ञ निकाय व्यक्तिगत रूप से सेवारत सदस्यों से बने
विशेषज्ञ निकाय संबंधित निकाय 4. न्यास परिषद (Trusteeship Council) 5. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय 6. सचिवालय यूनिसेफ संयुक्त
राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) संयुक्त राष्ट्र मानव अधिवास कार्यक्रम (UN-Habitat) विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP): डब्ल्यूएफपी से संबंधित पहल: संयुक्त राष्ट्र की विशिष्ट एजेंसियाँ खाद्य और कृषि संगठन (FAO)
अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO)
कृषि विकास के लिये अंतर्राष्ट्रीय कोष (IFAD) कृषि विकास के लिये अंतर्राष्ट्रीय कोष (International Fund for Agricultural Development- IFAD) की स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव के माध्यम से वर्ष 1977 में एक अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्था के रूप में की गई थी, यह वर्ष 1974 के विश्व खाद्य सम्मेलन के प्रमुख परिणामों में से एक था। इस सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1970 के दशक के खाद्य संकटों के परिणामस्वरूप किया गया था, जब वैश्विक स्तर पर खाद्यान्न अभाव व्यापक अकाल एवं कुपोषण का कारण बनता जा रहा था, मुख्य रूप से अफ्रीका के सहेलियन (Sahelian) देशों में। यह महसूस किया गया कि खाद्य असुरक्षा एवं अकाल के लिये उत्पादन से संबंधित समस्याएँ उत्तरदायी नहीं थीं बल्कि यह गरीबी से संबंधित संरचनात्मक समस्याएँ थी। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO)
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)
विश्व बैंक
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO)
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संगठन (ITU)
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO)
संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (UNIDO)
WHO
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD)
संयुक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध कार्यालय (UNODC)
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त कार्यालय (UNHCR)
ईएससीएपी
विश्व के लिये संयुक्त राष्ट्र का योगदानशांति एवं सुरक्षा
आर्थिक विकास
सामाजिक विकास
वैश्विक मुद्दों पर अग्रणी:
मानवाधिकार
पर्यावरण
अंतर्राष्ट्रीय कानून
मानवीय मामले
स्वास्थ्य
संयुक्त राष्ट्र एवं भारतभारत को संयुक्त राष्ट्र का योगदान
प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिये एशियाई एवं प्रशांत केंद्र (APCTT)
खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO):
कृषि विकास हेतु अंतर्राष्ट्रीय कोष (IFAD):
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO):
प्रवासन हेतु अंतर्राष्ट्रीय संगठन (IOM)
यूनेस्को - महात्मा गांधी शांति एवं सतत् विकास हेतु शिक्षण संस्थान (MGIEP):
लैंगिक समानता एवं महिला सशक्तीकरण हेतु संयुक्त राष्ट्र इकाई (UN-Women):
एचआईवी/एड्स पर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम (UNAIDS): इसका मिशन नए एचआईवी संक्रमणों को रोकने में सहायता करना है, एचआईवी पीड़ित लोगों की सहायता करना तथा महामारी के प्रभाव को कम करना है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP):
एशिया एवं प्रशांत हेतु संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामाजिक आयोग (ESCAP):
यूनेस्को
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA)
मानव अधिवास पर संयुक्त राष्ट्र आयोग (UN-Habitat)
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF)
संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (UNIDO):
विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)
शरणार्थियों के लिये संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (UNHCR)
भारत एवं पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (UNMOGIP)
मादक पदार्थों एवं अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC)
व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD)
भारत का संयुक्त राष्ट्र में योगदान
भारत G-77 का भी सदस्य है।
संयुक्त राष्ट्र का शांति मिशन: नागरिकों की रक्षा करने तथा देशों को संघर्ष के बजाय शांति स्थापना में मदद कर भारत ने शांति स्थापित करने में योगदान दिया है।
महात्मा गांधी का संयुक्त राष्ट्र पर स्थायी प्रभाव रहा है। अहिंसा के उनके आदर्शों ने अपनी स्थापना के समय संयुक्त राष्ट्र को काफी प्रभावित किया।
वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को अपनाया।
अंतर्राष्ट्रीय समानता दिवस के लिये दलील: वर्ष 2016 में सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये असमानताओं को समाप्त करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही संयुक्त राष्ट्र में पहली बार बी.आर.अम्बेडकर जयंती मनाई गई। भारत ने 14 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय समानता दिवस घोषित किये जाने के लिये दलील दी। संयुक्त राष्ट्र की चुनौतियाँ एवं सुधारसंयुक्त राष्ट्र प्रशासनिक एवं वित्तीय-संसाधन संबंधी चुनौतियाँ
शांति एवं सुरक्षा संबंधी मुद्दे
सुरक्षा परिषद में सुधार
गैर-पारंपरिक चुनौतियाँ
निष्कर्ष
× संयुक्त राष्ट्र में भारत की भूमिका क्या है?भारत संयुक्त राष्ट्र संघ की तमाम गतिविधियों में भाग लेता रहा है, जिनसे उसे भौगोलिक स्थिति, आबादी और शांतिपूर्ण विकास में मदद मिल सके. भारत ने शुरू से ही संयुक्त राष्ट्र संघ में अफ्रो-एशियाई एवं लातिनी अमरीकी महाद्वीप के देशों में विद्यमान उपनिवेशवाद के खिलाफ आवाज उठाई है और उसे 'मानवीय गरिमा के अपमान' की संज्ञा दी है.
संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत कब शामिल हुआ था?संयुक्त राष्ट्र चार्टर की पुष्टि के बाद 30 अक्टूबर, 1945 को भारत संयुक्त राष्ट्र में शामिल हुआ।
भारत में संयुक्त राष्ट्र संघ के कितने संगठन हैं?द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र संगठन का गठन किया गया था। संयुक्त राष्ट्र और भारत सरकार का घनिष्ठ सहयोग का एक लंबा इतिहास रहा है, और भारत में संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में अब 26 संगठन शामिल हैं जिन्हें देश में सेवा देने का सम्मान प्राप्त है।
संयुक्त राष्ट्र का महत्वपूर्ण अंग कौन सा है?संयुक्त राष्ट्र संघ के अंग और उनके कार्य
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के छह मुख्य अंग हैं। उनमें से पांच न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में स्थित हैं: महासभा, सुरक्षा परिषद, आर्थिक और सामाजिक परिषद, ट्रस्टीशिप परिषद और सचिवालय। नीदरलैंड में हेग छठे, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का घर है।
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