शारीरिक शिक्षा क्या है इसके लाभ एवं उद्देश्य पर प्रकाश डालिए? - shaareerik shiksha kya hai isake laabh evan uddeshy par prakaash daalie?

Published in Journal

International Journal of Physical Education & Sports Sciences [IJOPESS] (Vol:14/ Issue: 2)
DOI: 10.29070/IJOPESS
Authors:
डॉ. प्रदीप कुमार*,
Subjects:
Physical Education, Health, Fitness & Sports

Year: Apr, 2019
Volume: 14 / Issue: 2
Pages: 235 - 240 (6)
Publisher: Ignited Minds Journals
Source:
E-ISSN: 2231-3745
DOI:
Published URL: http://www.ignited.in/I/a/221489
Published On: Apr, 2019

शारीरिक शिक्षा के उद्देश्य क्या है?


शारीरिक शिक्षा के उद्देश्य निम्नलिखित है:

  1. शारीरिक विकास:-शारीरिक शिक्षा शारीरिक संस्थानों जैसे रक्त-संचार, श्वसन संस्थान, स्लायु -प्रणाली मांसपेशीय संस्थान और पाचन-प्रणाली का विकास करती है।
  2. मानसिक विकास: इसका उद्देश्य सामाजिक गुणों के विकास से संबंधित है। शारीरिक शिक्षा के कार्यक्रमों में ऐसी कई क्रियाएँ होनी चाहिए जो मस्तिष्क को जागरूक करे, ध्यान मग्न करे और सही मापदंड दे।
  3. सामाजिक विकास: इसका उद्देश्य सामाजिक गुणों के विकास से है जो कि जीवन में अच्छे समायोजन के लिए जरूरी है। यह सहयोग, सम्मान, अच्छा खेल, संयम, खेलने की भावना, सांत्वना इत्यादि गुणों को सीखने में सहायक होता है।
  4. नाड़ी संस्थान तथा मांसपेशीय संस्थान में समन्वय: इसका उद्देश्य नाड़ी संस्थान व मांसपेशीय संस्थान के मध्य समन्वय स्थापित करने के लिए अवसर प्रदान करना है।
  5. भावनात्मक विकास: शारीरिक शिक्षा का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति का भावनात्मक विकास या संवेगात्मक विकास करना भी है। व्यक्ति में अनेक भावनाएँ या संवेग होते है जैसे खुशी, आशा, ईष्या, घृणा, डर, दुख, क्रोध, आश्चर्य कामुकता तथा एकाकी आदि। इन संवेगो के ऊपर व्यक्ति का उचित नियंत्रण न हो तो वह असामान्य व अनियंत्रित हो जाता है।
  6. स्वास्थ्य का विकास: इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सम्बन्धी आदतों का विकास करना है। संक्रामक रोगो से बचाव भी यही शिक्षा प्रदान करती है।


शारीरिक शिक्षा में बदलती प्रवृत्तियाँ और कैरियर

Hope you found this question and answer to be good. Find many more questions on शारीरिक शिक्षा में बदलती प्रवृत्तियाँ और कैरियर with answers for your assignments and practice.

शारीरिक शिक्षा

Browse through more topics from शारीरिक शिक्षा for questions and snapshot.

शारीरिक शिक्षा का अर्थ एवं परिभाषा

शारीरिक शिक्षा (Physical Education) का अर्थ शरीर को स्वस्थ रखने से है। शारीरिक शिक्षा को पी.टी. भी कहते हैं। पी.टी. शब्द अंग्रेजी भाषा के शब्द फिजिकल ट्रेनिंग (Physical Training) का संक्षिप्त रूप है जिसका अर्थ है शारीरिक प्रशिक्षण। खेल-कूद तथा जिमनास्टिक को भी शारीरिक शिक्षा कहा जाता है। वास्तव में, ये तो शारीरिक शिक्षा के कार्यक्रम है। शारीरिक शिक्षा तो बहुत विस्तृत है। (sharirik shiksha ki paribhasha) शरीर को स्वस्थ रखने की शारीरिक क्रियाओं को सामूहिक रूप से शारीरिक शिक्षा कहा जाता है

यह भी पढ़ें: स्वास्थ्य शिक्षा क्या है? स्वास्थ्य शिक्षा का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य व महत्व

शारीरिक शिक्षा क्या है?

शारीरिक शिक्षा का अर्थ एक ऐसे पाठ्यक्रम या कार्यक्रम के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो लोगों को अपने स्वास्थ्य और फिटनेस के स्तर में सुधार करने के उद्देश्य से अपने मानसिक और शारीरिक कौशल को विकसित करना सिखाता है। इसको उस प्रक्रिया के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है जिसके द्वारा लोगों को व्यवस्थित निर्देश के माध्यम से उनके मानसिक और शारीरिक कौशल को विकसित करने में मदद मिलती है। शारीरिक शिक्षा अध्ययन का एक क्षेत्र है जिसमें शारीरिक और मोटर कौशल, शरीर जागरूकता, स्वास्थ्य और फिटनेस का विकास शामिल है। भारत में शारीरिक शिक्षा को विभिन्न स्थानों पे पढ़ाया जाता है। इनमें स्कूल, विश्वविद्यालय और समुदाय शामिल हैं।

शारीरिक शिक्षा हमें क्या सिखाती है? शारीरिक शिक्षा हमें बहुत कुछ सिखाती है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि हम सक्रिय और स्वस्थ रहें। शारीरिक शिक्षा छात्रों को सक्रिय और स्वस्थ रहने का तरीका सिखाने का एक शानदार तरीका है। यह उन्हें दूसरों के साथ काम करने, दोस्त बनाने और नेतृत्व कौशल विकसित करने का तरीका सीखने में भी मदद करता है।

विभिन्न विद्वानों एस लिंगर, नेश, चार्ल्स बूचर ने शारीरिक शिक्षा को निम्न प्रकार परिभाषित किया है –

  • एस लिंगर के अनुसार शारीरिक शिक्षा की परिभाषा – शारीरिक शिक्षा सामान्य शिक्षा प्रणाली का वह अंग है, जो शारीरिक क्रियाओं द्वारा संपादित की जाती है।
  • नेश के अनुसार शारीरिक शिक्षा की परिभाषा – शारीरिक शिक्षा सामान्य शिक्षा प्रणाली का एक अभिन्न अंग है जिसका उद्देश्य नागरिक को शारीरिक, मानसिक, सांवेगिक एवं सामाजिक रूप से शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से, जो गतिविधियाँ उनके परिणामों को ध्यान में रखकर चुनी गई हों, सक्षम बनाना है।
  • चार्ल्स बूचर के अनुसार शारीरिक शिक्षा की परिभाषा – शारीरिक शिक्षा सामान्य शिक्षा प्रणाली का एक रूप है, जो प्रेरणावर्धक क्रियाओं का प्रयोग करती है और व्यक्ति में जन्म से ही विद्यमान रहती है।

शारीरिक शिक्षा के उद्देश्य

शारीरिक शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों में शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, नैतिक विकास करना व ज्ञान में वृद्धि करना है। शारीरिक शिक्षा के प्रमुख उद्देश्यों की व्याख्या नीचे दी गई है –

  1. शारीरिक विकास
    • नियमित वृद्धि एवं विकास करना।
    • शरीर क सभी संस्थानों का सामान्य कार्य करना।
    • मस्तिष्क एवं मांसपेशियों में तालमेल बैठाकर कौशल बढ़ाना।
    • शक्ति एवं अधिक समय तक कार्य करने की क्षमता प्राप्त करना।
  2. मनोवैज्ञानिक विकास
    • उचित रुचियों एवं अभिवृत्तियों का विकास करना।
    • संवेगों की इच्छा पूर्ति एवं दिशा निर्धारण करना।
    • खेलों के माध्यम से चिंता तथा तनाव से मुक्ति।
  3. सामाजिक विकास
    • दूसरों के प्रति सहानुभूति एवं सहयोग करना।
    • घर एवं समाज का एक अच्छा सदस्य बनाना।
  4. नैतिक विकास
    • अपने घर पर नियंत्रण करना।
    • खेल भावना को जागृत करना।
    • नेतृत्व के गुणों का विकास करना।
    • व्यक्तित्व का विकास करना।
  5. ज्ञान में वृद्धि
    • व्यायाम एवं खेलकूद संबंधी ज्ञान प्राप्त करना।
    • स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को समझना तथा उनसे बचाव के साधन जानना।

सामान्य प्रश्न (FAQ)

शारीरिक शिक्षा क्या है?

शरीर को स्वस्थ रखने की शारीरिक क्रियाओं को सामूहिक रूप से शारीरिक शिक्षा कहा जाता है।

शारीरिक शिक्षा का क्या अर्थ है?

शारीरिक शिक्षा का अर्थ शरीर को स्वस्थ रखने से है। शारीरिक शिक्षा को पी.टी. भी कहते हैं। पी.टी. शब्द अंग्रेजी भाषा के शब्द फिजिकल ट्रेनिंग (Physical Training) का संक्षिप्त रूप है जिसका अर्थ है शारीरिक प्रशिक्षण।

शारीरिक शिक्षा का उद्देश्य क्या है?

शारीरिक शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों में शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, नैतिक विकास करना व ज्ञान में वृद्धि करना है।

शारीरिक शिक्षा की श्रेणियाँ

शारीरिक शिक्षा (Physical Education) को आम तौर पर दो श्रेणियों में विभाजित किया जाता है: प्राथमिक स्तर, जिसमें ग्रेड K-5 शामिल है, और माध्यमिक स्तर, जिसमें ग्रेड 6-12 शामिल हैं।

शारीरिक शिक्षा का उद्देश्य और उद्देश्य क्या है?

शारीरिक शिक्षा का मुख्य लक्ष्य शारीरिक शिक्षा का अभ्यास करने और उन्हें बढ़ावा देने का मुख्य लक्ष्य उन साक्षर व्यक्तियों का विकास करना है जिनके पास शारीरिक रूप से जीवन भर स्वस्थ गतिविधियों का आनंद लेने के लिए उचित कौशल और ज्ञान है ।

शारीरिक शिक्षा से आप क्या समझते हैं इसके उद्देश्यों पर प्रकाश डालिए?

शारीरिक शिक्षा का मुख्य उद्देश्य एक कुशल एवं योग्य नेतृत्व देना तथा ऐसी सुविधाएं प्रदान करना है जो किसी एक व्यक्ति या समुदाय को कार्य करने का अवसर दें और वे सभी क्रियाओं में शारीरिक रूप से सम्पूर्ण मानसिक रूप से उत्तेजक एवं सन्तोषजनक और सामाजिक रूप से निपुण हों।

शारीरिक शिक्षा के चार उद्देश्य क्या है?

यह सहयोग, सम्मान, अच्छा खेल, संयम, खेलने की भावना, सांत्वना इत्यादि गुणों को सीखने में सहायक होता है। नाड़ी संस्थान तथा मांसपेशीय संस्थान में समन्वय: इसका उद्देश्य नाड़ी संस्थान व मांसपेशीय संस्थान के मध्य समन्वय स्थापित करने के लिए अवसर प्रदान करना है।

शारीरिक शिक्षा से क्या अभिप्राय है और इसके क्या लाभ है?

शारीरिक शिक्षा का मतलब क्या है? शारीरिक व्यायाम में व्यवस्थित निर्देश प्रदान करने की प्रक्रिया को दर्शाता है। यह शब्द आमतौर पर स्कूल और कॉलेजों में शारीरिक शिक्षा कार्यक्रमों के लिए उपयोग किया जाता है। इस शिक्षा का उद्देश्य एक छात्र को स्वस्थ शरीर, मन और आचरण का प्रशिक्षण देना है।