Season name in Hindi: भारत में मौसम कितने प्रकार के होते हैं, यदि आपके मन में भी यह प्रश्न है तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको छह ऋतु के नाम और उनकी जानकारी देंगे। इसके अलावा यहाँ पर सीजन नाम इन हिंदी और अंग्रेजी (Seasons name in English and Hindi) में भी दिए गए है। छह ऋतु के नाम संस्कृत में (6 Ritu ke naam sanskrit mein) भी बताये गए है। आइये इसे विस्तार से जानते हैं। Show सीजन नाम हिन्दी एंड इंग्लिश – Seasons name in English and Hindiहमारी पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगा रही है, इसके साथ ही यह अपने अक्ष पर थोड़ी सी झुकी हुई है। जिसकी वजह से दिन रात का समय कम ज्यादा होता रहता है और मौसम का परिवर्तन होता है। मौसम के परिवर्तन को हम ऋतु के नाम (Ritu name in hindi) से जानते है। यहाँ पर सीजन के नाम इंग्लिश में और हिंदी में दिए गए है आइये 6 season name in hindi को निम्न तरीके से जानते हैं। (यह भी पढ़ें – सभी रंगों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में – Colors Name in Hindi) छह ऋतु के नामSeasons Nameउच्चारणबसंत ऋतुSpring Seasonस्प्रिंग सीजनग्रीष्मकाल ऋतुSummer Seasonसमर सीजनवर्षा ऋतुRainy Seasonरेनीसीजनशरद ऋतुAutumn Seasonऑटम सीजनहेमंत ऋतुPre-winter Seasonप्री-विंटर सीजनशिशिर ऋतुWinter Seasonविंटर सीजन(यह भी पढ़ें – महीनों के नाम हिंदी में – Months Name in Hindi)
छह ऋतु के नाम संस्कृत में – 6 Ritu ke naam sanskrit meinयदि आप सभी ऋतुओं के नाम संस्कृत में जानना चाहते है तो यह पर सीजन के नाम हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी में दिए गए है। (यह भी पढ़ें – फलों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में – Fruits Name In Hindi and English) Source link – hi.wikipedia.org इसे भी पढ़ें –
आपको यह जानकारी कैसी लगी, नीचें कमेंट करके हमें जरूर बताएं। इस प्रकार की और अधिक जानकारी के लिए हमारे Facebook के पेज को Like और हमें Twitter पर फॉलो कर सकते हैं। बसंत, ग्रीष्म और वर्षा देवी ऋतु हैं तो शरद, हेमंत और शिशिर पितरों की ऋतु है. मानो वसुंधरा और अंबर एकाकार हो गए हों. ओस से कण-कण भीग जाता है. शिशिर में वातावरण में सूर्य के अमृत तत्व की प्रधानता रहती है तो शाक, फल, वनस्पतियां इस अवधि में अमृत तत्व को अपने में सर्वाधिक आकर्षित करती हैं और उसी से पुष्ट होती हैं. मकर संक्रांति पर शीतकाल अपने यौवन पर रहता है. शीत के प्रतिकार तिल, तेल आदि बताए गए हैं. शिशिर ऋतुशिशिर ऋतु को भारत में छह ऋतुओं में से एक ऋतु माना जाता है. इस ऋतु में प्रकृति में बुढ़ापा सा छा जाता है. इस ऋतु में बुढ़ापा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस मौसम में पेड़ – पत्ते झड़ने लगते हैं. शिशिर ऋतु में कड़ाके की ठंड पड़ती है. इस ऋतु में घना कोहरा छाने लगता है. दिशाएं धवल और उज्ज्वल हो जाती हैं. मकर संक्रांति तीव्र शीतकाल का पर्व माना जाता है. और पढ़े: सौरमंडल किसे कहते हैं? और सौरमंडल के सभी ग्रहों का वर्णन मौसम“शिशिर ऋतु” इस ऋतु में ठंड बहुत पड़ती है. वहीं इस मौसम में ओस बहुत पड़ती है, ये ओस इतना ठंडी रहती है की मानव ने इसे सुबह-सुबह छूते भी नहीं हैं. व्यक्ति इस मौसम में गरम खाना ज्यादा पसंद आता है. शिशिर में वातावरण में शीतलता के साथ ही रूक्षता बढ़ जाती है. यह सूर्य का उत्तरायण काल होता है. प्रचंड शीत से सूर्यनारायण की किरणों की प्रखरतामद्घिम हो जाती है. सूर्य किरणों का स्पर्श प्रिय लगने लगा है. अग्नि की ऊष्मा आकर्षित करने लगी है इस ऋतु में जब बर्फीली हवा बहती है तो अलाव तापना मीठा लगता है. इस ऋतु को पतझड़ ऋतु के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस समय पर बाग-बगीचा खाली-खाली सा लगने लगता है. क्योंकि पेड़ो के पत्ते झड़ जाते हैं. इस समय पेड़ो की सुंदरता खत्म हो जाती है. इस समय पर कोहरा तो चारों तरफ दिखाई देता है. इस समय में सूर्य की दूरी पृथ्वी से दूर हो जाती है इसीलिए कड़ाके की धूप भी नहीं लगती है. शिशिर ऋतु के समय में ठंड होने के कारण पक्षी भी जल्द से जल्द पलायन ले लेते हैं शिशिर ऋतु में उपलब्ध खाद्य पदार्थइस समय के मौसम में मानव ने कई प्रकार की सब्जी की खेती भी करते हैं. और सब्जी भी कई प्रकार की इस समय में लगाया जाता है जैसे- की मान सब्जी के नाम, टमाटर, आलू, कद्दू, लौकी, मटर, आदि प्रकार की सब्जी भी इस समय पर उगाई जाती हैं. इस ऋतु में ठंड बढ़ने के कारण अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक पाक, मेवों, दूध, गुड़-मूंगफली आदि शरीर को पुष्ट करते हैं. शीत ऋतु दो भागों में विभक्त है. हल्की गुलाबी ठंड हेमंत ऋतु , तीव्र तथा तीखा जाड़ा शिशिर. आशा करते है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा एवं ऐसे ही लेख और न्यूज पढ़ने के लिए कृपया हमारा ट्विटर पेज फॉलो करें. शिशिर ऋतु का मतलब क्या होता है?शिशिर ऋतु (अंग्रेज़ी: Autumn Season) भारत की छ: ऋतुओं में से एक ऋतु है। विक्रमी संवत के अनुसार माघ और फाल्गुन 'शिशिर' अर्थात पतझड़ के मास हैं। इसका आरम्भ मकर संक्रांति से भी माना जाता है। शिशिर में कड़ाके की ठंड पड़ती है।
Shishir ऋतु कब आती है?हेमंत ऋतु खत्म होकर अब शिशिर ऋतु की शुरुआत 21 दिसंबर से हो गई है। जो 18 फरवरी तक रहेगी। इसके बाद 19 फरवरी से बसंत ऋतु शुरू हो जाएगी। शीत ऋतु के दो हिस्से माने जाते हैं।
शिशिर ऋतु की पहचान क्या है?“शिशिर ऋतु” इस ऋतु में ठंड बहुत पड़ती है. वहीं इस मौसम में ओस बहुत पड़ती है, ये ओस इतना ठंडी रहती है की मानव ने इसे सुबह-सुबह छूते भी नहीं हैं. व्यक्ति इस मौसम में गरम खाना ज्यादा पसंद आता है. शिशिर में वातावरण में शीतलता के साथ ही रूक्षता बढ़ जाती है.
शिशिर ऋतु को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?शीत ऋतु अथवा शिशिर ऋतु वर्ष की एक ऋतु है, जिसमें वातावरण का तापमान प्रायः निम्न रहता है। Winter is the coldest season of the year in polar and temperate climates. It occurs after autumn and before spring.
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