तहमीना कौन थीं उन्होंने सालिम अली की कैसे मदद की? - tahameena kaun theen unhonne saalim alee kee kaise madad kee?

इसे सुनेंरोकेंतहमीना सालिम अली की सहपाठिनी थी जो बाद में उनकी जीवनसंगिनी बनी। उन्होंने सालिम अली के पक्षी-प्रेम के मार्ग में कोई बाधा नहीं खड़ी की। उन्होंने सालिम अली का साथ दिया और प्रकृति से जुड़ने में उनकी मदद की।

सालिम अली का पूरा नाम क्या था?

इसे सुनेंरोकेंउनका जन्म 12 नवंबर, 1896 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. उनका पूरा नाम डॉ. सालिम मोइज़ुद्दीन अब्दुल अली था. उन्होंने पक्षियों के सर्वेक्षण में लगभग 65 साल का समय बिताया था और इसलिए उन्हें परिंदों का चलता-फिरता विश्वकोष कहा जाता था.

सलीम अली को कौन सी बीमारी थी?

इसे सुनेंरोकेंभारत सरकार ने 1958 में उन्हें पद्म भूषण और 1976 में पद्म विभूषण पुरस्कार से नवाजा। 1985 में उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था। लम्बे समय से प्रोस्टेट कैंसर से जूझ रहे 91 वर्षीय सालिम अली का 1987 में निधन हुआ।

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पक्षी वैज्ञानिक कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंडॉ सलीम मोइज़ुद्दीन अब्दुल अली एक भारतीय पक्षी विज्ञानी, वन्यजीव संरक्षणवादी और प्रकृतिवादी थे। डॉ अली देश के पहले ऐसे पक्षी विज्ञानी थे जिन्होंने सम्पूर्ण भारत में व्यवस्थित रूप से पक्षियों का सर्वेक्षण किया और पक्षियों पर ढेर सारे लेख और किताबें लिखीं।

सलीम अली साहब की जीवनसाथी कौन थी?

इसे सुनेंरोकेंसालिम अली उन लोगों में थे जो प्रकृति के प्रभाव में आने की बजाए प्रकृति को अपने प्रभाव में लाने के कायल होते हैं। उनके लिए प्रकृति में हर तरफ़ एक हँसती-खेलती रहस्य भरी दुनिया पसरी थी। यह दुनिया उन्होंने बड़ी मेहनत से अपने लिए गढ़ी थी। इसके गढ़ने में उनकी जीवन-साथी तहमीना ने काफ़ी मदद पहुँचाई थी।

सलीम अली की पत्नी कौन थी?

इसे सुनेंरोकेंसलिम अली के प्रारंभिक सर्वेक्षणों में उनकी पत्नी तहमीना का साथ और समर्थन दोनों प्राप्त हुआ और एक मामूली सर्जरी के बाद 1939 में उनकी पत्नी की मृत्यु हो जाने के बाद वे एकदम टूट गए। 1939 में तहमीना की मृत्यु के बाद, सलिम अली अपनी बहन कम्मो और बहनोई के साथ रहने लगे।

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सालिम अली कौन थे उनकी तीन विशेषताओं को लिखें?

इसे सुनेंरोकेंसालिम अली प्रसिद्ध पक्षी-प्रेमी थे। वे पक्षियों की खोज में दूर-दूर तक दुर्गम स्थानों पर जाया करते थे। वे दूरबीन का प्रयोग दूर-दराज बैठे पक्षियों के सूक्ष्म निरीक्षण के लिए प्रयोग करते थे। वे पारखी दृष्टि के थे ।

सालिम अली की पत्नी का क्या नाम था वे प्रकृति की दुनिया में किस रूप में उभरे थे?

इसे सुनेंरोकेंउत्तरः जीवनसाथी (पत्नी) के रूप में तहमीना अली जी के जीवन में शामिल थी। उन्होंने पक्षी विज्ञान क्षेत्र में सालिम अली की काफी मदद की थी। इसीलिये तहमीना का सालिम अली के जीवन में विशेष स्थान था।

फ्रीडा सालिम अली की क्या लगती थी?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: लॉरेंस की पत्नी फ्रीडा ने ऐसा इसलिए कहा होगा क्योंकि फ्रीडा जानती थी कि लॉरेंस प्रकृति और पक्षियों से असीम प्रेम करते थे। वे अपने घर की छत पर बैठने वाली गौरैया को बहुत प्रेम करते थे। वे घंटों उसके साथ समय बिताते थे।

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CBSE Class 9 Hindi Ch – 4 Practice Paper

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Important Questions for Class 9 Hindi – A

साँवले सपनों की याद (जाबिर हुसैन)

  1. निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
    एकांत क्षणों में सालिम अली बिना दूरबीन भी देखे गए हैं। दूर क्षितिज तक फैली ज़मीन और झुके आसमान को छूने वाली उनकी नज़रों में कुछ-कुछ वैसा ही जादू था, जो प्रकृति को अपने घेरे में बाँध लेता है। सालिम अली उन लोगों में थे जो प्रकृति के प्रभाव में आने की बजाए प्रकृति को अपने प्रभाव में लाने के कायल होते हैं। उनके लिए प्रकृति में हर तरफ़ एक हँसती-खेलती रहस्य भरी दुनिया पसरी थी। यह दुनिया उन्होंने बड़ी मेहनत से अपने लिए गढ़ी थी। इसके गढ़ने में उनकी जीवन-साथी तहमीना ने काफ़ी मदद पहुँचाई थी। तहमीना स्कूल के दिनों में उनकी सहपाठी रही थीं।

    1. सालिम अली दूरबीन का प्रयोग क्यों करते थे? उनकी नज़रों की विशेषता क्या थी? (2)
    2. तहमीना कौन थीं? उन्होंने सालिम अली की मदद कैसे की? (2)
    3. गद्यांश के आधार पर सालिम अली की दो विशेषताएँ लिखिए। (1)

  2. सालिम अली और डी. एच. लॉरेंस में क्या समानता थी?

  3. यमुना नदी का साँवला पानी कृष्ण से जुड़ी किन घटनाओं की याद दिला देता है?

  4. “साँवले सपनों की याद” में लेखक मनुष्य की किस क्रियाकलाप को उसकी भूल बताता है?

  5. लॉरेंस की पत्नी फ्रीडा ने ऐसा क्यों कहा होगा कि “मेरी छत पर बैठने वाली गौरैया लॉरेंस के बारे में ढेर सारी बातें जानती है?”

  6. लॉरेंस के बारे में कौन अधिक जानता था? इससे उनके किस गुण का पता चलता है?

साँवले सपनों की याद (जाबिर हुसैन)

Answer

    1. सालिम अली प्रसिद्ध पक्षी-प्रेमी थे। वे पक्षियों की खोज में दूर-दूर तक दुर्गम स्थानों पर जाया करते थे। वे दूरबीन का प्रयोग दूर-दराज बैठे पक्षियों के सूक्ष्म निरीक्षण के लिए प्रयोग करते थे। वे पारखी दृष्टि के थे । उनकी नज़रों में प्रकृति को बाँध लेने का जादू था। उनकी नज़रें क्षितिज और आसमान तक देखने में उनकी मदद करती थीं।
    2. तहमीना सालिम अली की सहपाठिन थी। बाद में वे सालिम अली की जीवन संगिनी बनीं। सालिम अली के लिए प्रकृति खूबसूरती और रहस्यों से भरी हुई खुशहाल नज़र आती थी। प्रकृति के सान्निध्य में उन्होंने अपनी एक सुंदर दुनिया बनाई थी जिसे बनाने में तहमीना ने उनकी मदद की।
    3. गद्यांश के आधार पर सालिम अली की दो विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
      1. सालिम अली का प्रकृति से घनिष्ठ लगाव था और वे उसकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए हमेशा चिंतित रहते थे।
      2. पक्षियों की खोज करते हुए वे उनके बारे में नई-नई जानकारियाँ एकत्रित करते थे और उनके सरंक्षण के लिए प्रयासरत रहते थे।
  1. सालिम अली जाने-माने प्रकृति प्रेमी और पक्षी विज्ञानी थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन पक्षियों की खोजबीन और सुरक्षा के प्रति समर्पित कर दिया था।अंग्रेजी के प्रसिद्द साहित्यकार डी. एच. लॉरेंस भी पक्षी और प्रकृति प्रेमी थे। उन्होंने अपनी कृतियों में प्रकृति की ओर लौटने का संदेश दिया है। इससे पता चलता है कि वे भी प्रकृति प्रेमी थे। इस प्रकार सालिम अली और डी.एच. लॉरेंस में प्रकृति प्रेमी होने की समानता थी।
  2. यमुना नदी का साँवला पानी याद दिलाता है कि यहीं बालक कृष्ण ने कालिया मर्दन किया था | कदम्ब के पेड़ के नीचे वे अपने ग्वाल मित्रों के साथ खेलते थे और बगीचों में गोपियों के साथ रास रचाया करते थे | ऐसा प्रतीत होता है कि कृष्ण अभी मधुर स्वर में मुरली बजाते हुए अचानक प्रकट हो जाएँगे |
  3. मनुष्य प्रकृति और उसके अन्य अंगों-जंगलों, पहाड़ों, झरनों, तालाबों और यहाँ तक कि पक्षियों को भी प्रकृति की नज़र से नहीं देखते हैं। वे इन सबको मनुष्य की नज़र से देखते हैं जो लेखक के अनुसार उचित नहीं है। लेखक का मानना है कि ऐसा मनुष्य इन पक्षियों के मधुर संगीत और झरनों के कलकल बहते हुए पानी की मधुर धुन का अनुभव ही नहीं कर सकता है। लेखक के अनुसार ऐसा करना मनुष्य की सबसे बड़ी भूल है | उसे इन सबको प्रकृति की नज़र से देखना चाहिए।
  4. सालिम अली की तरह लॉरेंस को भी प्रकृति और पक्षियों से लगाव था। उनका सारा समय अपने आस-पास की पर्यावरणीय गतिविधियों को जानने तथा पक्षियों के बारे में जानकारी एकत्र करने में बीतता था | उनकी छत पर बैठने वाली गोरैया के साथ ही उनका अधिकतर समय बीतता था इसलिए फ्रीड़ा ने ऐसा कहा होगा कि ‘मेरी छत पर बैठने वाली गौरैया लॉरेंस के बारे में ढेर सारी बातें जानती है।”
  5. लॉरेंस के बारे में उनकी पत्नी फ्रीडा से भी ज्यादा उनकी छत पर बैठने वाली गौरेया जानती थी। इसके पीछे प्रमुख कारण था कि लौरेंस का अधिकतर समय उसी के साथ बीतता था। अतः वह उनकी अंतरंग संगिनी बन गई थी। इससे पता चलता है कि लॉरेंस का पक्षी और प्रकृति प्रेम अनूठा था।

Class 9 Hindi – A Chapter Wise Important Question

Kritika

  1. Do Bailon Ki Katha (Premchand)
  2. Lhasa ki or (Rahul Sankrityayan)
  3. Upbhoktavad ki Sanskriti (Deleted)
  4. Sawle sapno ki yaad (Jabir Husain)
  5. Nana Saheb ki Putri (Chapla Devi)
  6. Premchand ke Phate Joote (Harishankar Parsai )
  7. Mere Bachpan ke Din (Mahadevi Varma )
  8. Ek kutta or ak Mena (Deleted)
  9. Sakhiya aav Shabad (kabir)
  10. Vaakh (LalGhad)
  11. Savaiye (Raskhan)
  12. kaidi aur kokila (Makhanlal Chaturvedi)
  13. Gram shri (Deleted)
  14. Chandra Gehna se Lautti Ber (Kedarnath Agarwal)
  15. Megh Aaye (Sarveshwar Dayal Saxena)
  16. Yamraj ki Disha (Chandrakant Devtale)
  17. Bache kam par ja rahe hain (Rajesh Joshi)

Kritika

  1. Is Jal Pralay Mein (Deleted)
  2. Mere sang ki Auratein
  3. Reedh ki haddi
  4. Mati wali
  5. Kis tarah aakhirkar main Hindi Mein Aaya (Deleted)


 

तहमीना कौन थीं उन्होंने सालिम अली की कैसे मदद की? - tahameena kaun theen unhonne saalim alee kee kaise madad kee?

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तहमीना कौन थीं उन्होंने सावलम अली की मदद कै से की?

तहमीना सालिम अली की सहपाठिनी थी जो बाद में उनकी जीवनसंगिनी बनी। उन्होंने सालिम अली के पक्षी-प्रेम के मार्ग में कोई बाधा नहीं खड़ी कीउन्होंने सालिम अली का साथ दिया और प्रकृति से जुड़ने में उनकी मदद की

उन्होंने सालिम अली को क्या सहयोग दिया?

सलीम अली ने प्रकृति और पक्षियों के संरक्षण के लिए अपनी जो दुनिया गढ़ी, उसको गढ़ने में उनकी जीवन साथी तहमीना ने काफी सहयोग किया था, जिस कारण ही सलीम अली पक्षियों के संरक्षण के लिए अपनी एक अलग दुनिया गढ़ पाये।

सालिम अली की पत्नी का नाम क्या था * सलमा तहमीना फ्रीडा?

➲ सलीम अली की पत्नी का नाम तहमीना थातहमीना सलीम अली की पत्नी थीं, उन्होंने सलीम अली के कार्यों में उनको काफी सहयोग किया थातहमीना स्कूल के दिनों में सलीम अली की साथ पढ़ती थीं। बाद में सलीम अली और तहमीना का विवाह हो गया।

सालिम अली पक्षी प्रेमी कैसे बने थे?

बचपन में सलीम अली की एयरगन से एक गौरैया घायल होकर गिर पड़ी। घायल गौरैया को देख उनका मन द्रवित हो उठा। वे उसकी सेवा तथा उसकी जानकारी प्राप्त करने में जुट गए। उसके बाद उनके जीवन की दिशा पक्षी जगत की अोर मुड गई और वे पक्षी प्रेमी बन गए।