Show
topi class 8 mcq
उत्तर: (d) धुनिया से कहा।
उत्तर: (a) बुनकर ने कहा।
उत्तर: (c) पाँव दबा रहा था।
उत्तर: (b) टोपी प्रश्न : 6.इनमें से मजदूरी के लिए किसने आधा सूत लिया ?
उत्तर: (c) कोरी ने आधा सूत लिया।
उत्तर: (b) घूरे पर मिला।
उत्तर: (d) पाँच फुंदने जोड़े। टोपी कहानी के गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नगवरा था तनिक समझदार, इसलिए शक्की। जबकि गवरइया थी जिद्दी और धुन की पक्की। ठान लिया सो ठान लिया, उसको ही जीवन का लक्ष्य मान लिया। कहा गया है-जहाँ चाह, वहीं राह। मामूल के मुताबिक अगले दिन दोनों घूरे पर चुगने निकले। चुगते-चुगते उसे रुई का एक फाहा मिला। “मिल गया-, मिल गया-, मिल गया-” गवरइया मारे खुशी के घूरे पर लोटने लगी। प्रश्न : 1. गवरा तनिक समझदार होने के साथ-साथ कैसा था ?
उत्तर: (a) शक्की ।
उत्तर: (b) धुन की पक्की
उत्तर: (d) जो ठान लिया उसे ही लक्ष्य मान लेती थी।
उत्तर: (c) उसे रुई का एक फाहा मिल गया था।
उत्तर: (a) खुशी के कारण धुनिया बेचारा बूढ़ा था। जाड़े का मौसम था। उसके तन पर वर्षों पुरानी तार-तार हो चुकी एक मिर्जई पड़ी हुई थी। वह काँपते हुए बोला-“तू जाती है। कि नहीं, अभी मुझे राजा जी के लिए रजाई बनानी । है। एक तो यहाँ का राजा ऐसा है जो चाम का दाम चलाता है। ऊपर से तू आ गई फोकट की रुई धुनवाने।”
उत्तर: (c) बूढ़ा।
उत्तर: (b) वर्षों पुरानी तार-तार हो चुकी एक मिर्जई।
उत्तर: (d) उसे राजा जी के लिए रजाई बनानी थी।
उत्तर: (a) धुनिया बहुत गरीब है।
उत्तर: (b) ऐसा सिक्का जिसकी कोई कीमत नहीं। मुँह माँगी मजूरी पर कौन मूजी तैयार न होता। ‘कच्च-कच्च’ उसकी कैंची चल उठी और चूहे की तरह “सर्र-सर्र’ उसकी सूई कपड़े के भीतर-बाहर होने लगी। बड़े मनोयोग से उसने दो टोपियाँ सिल दीं। खुश होकर दर्जी ने अपनी ओर से एक टोपी पर पाँच फुंदने भी जड़ दिए। फँदने वाली टोपी पहनकर तो गवरइया जैसे आपे में न रही। डेढ़ टाँगों पर लगी नाचने, फुदक-फुदककर लगी गवरा को दिखाने, “देख मेरी टोपी सबसे निराली–पाँच फँदनेवाली।” प्रश्न : 1. दर्जी की कैंची किस प्रकार चलने लगी थी ?
उत्तर: (a) दर्जी की कैंची ‘कच्च -कच्च’ चलने लगी थी।
उत्तर: (c) अपनी ओर से एक टोपी पर पाँच फँदने भी जड़ दिए।
उत्तर: (b) पाँच फुदने वाली टोपी।
उत्तर: (d) चूहे की तरह।
उत्तर: (c) मनः + योग। एक सिपाही ने गुलेल मारकर गवरइया की टोपी नीचे गिरा दी, तो दूसरे सिपाही ने झट वह टोपी लपक ली और राजा के सामने पेश कर दिया। राजा टोपी को पैरों से मसलने ही जा रहा था कि उसकी खूबसूरती देखकर दंग रह गया। कारीगरी के इस नायाब नमूने को देखकर वह जड़ हो गया- “मेरे राज में मेरे सिवा इतनी खूबसूरत टोपी दूसरे के पास कैसे पहुँची!” सोचते हुए उसे उलट-पुलटकर देखने लगा। प्रश्न : 1.एक सिपाही ने गुलेल मारकर क्या किया ?
उत्तर: (b) गवरइया की टोपी नीचे गिरा दी।
उत्तर: (d) टोपी राजा के सामने पेश कर दी।
उत्तर: (c) राजा टोपी को पैरों से मसलने वाला था।
उत्तर: (a) टोपी की खूबसूरती और कारीगरी देखकर।
उत्तर: (b) आश्चर्य-चकित होना। राजा तो वाकई अकबका गया। एक तो तमाम कारीगरों ने उसकी मदद की थी। दूसरे, इस टोपी के सामने अपनी टोपी की कमसूरती। तीसरे, खजाने की खुलती पोल। इस पाखी को कैसे पता चला कि धन घट गया है ? तमाम बेगार करवाने, बहुत सख्ती से लगान वसूलने के बावजूद राजा का खजाना खाली ही रहता था। इतना ऐशो आराम, इतनी लशकरी, इतने लवाजिमे का बोझ खजाना सँभाले तो कैसे! प्रश्न : 1. राजा के घबराने का कारण क्या था ?
उत्तर: (d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर: (b) बहुत खराब।
उत्तर: (c) बचत करना।
उत्तर: (b) क्रूर और अलोकप्रिय।
उत्तर: (b) असलियत प्रकट होना। जय हिन्द : जय हिंदी --------------------------------- टोपी को देखकर राजा जड़ हो गया टोपी में ऐसी क्या खास बात है?राजा टोपी को पैरों से मसलने ही जा रहा था कि उसकी खूबसूरती देखकर दंग रह गया। कारीगरी के इस नायाब नमूने को देखकर वह जड़ हो गया - " मेरे राज में मेरे सिवा इतनी खूबसूरत टोपी दूसरे के पास कैसे पहुँची ! " सोचते हुए राजा उसे उलट-पुलटकर देखने लगा।
गवरइया की टोपी राजा की टोपी से अधिक सुंदर क्यों बनी थी?गवरहया को आदमी का रंग बिरंगे कपड़े पहनना अच्छा लगता था। जबकि गवरा का कहना था कि कपड़े पहनने से आदमी की असली खुबसूरती कम हो जाती है, वह बदसूरत लगने लगता है। एक दिन घूरे पर चुगते−चुगते गवरइया को रूई का एक फाहा मिला। उसने इसे धुनवाया, कपड़ा बुनवाया फिर टोपी सिलवाई इसी से उसे टोपी पहनने की इच्छा पूरी करने का अवसर मिला।
राजा को देखकर गवरइया क्या कहने लगी 1 Point क राजा अमीर है ख राजा बीमार है ग राजा मोटा है घ राजा के सिर पर टोपी नहीं है?10. राजा को देखकर गवरइया क्या कहने लगी? (C) राजा बीमार है . उत्तर- राजा के सिर पर टोपी नहीं है।
गवरइया जब राजा के महल गई तब राजा क्या कर रहा था?प्रश्न-2 गवरइया जब राजा के महल गई तब राजा क्या कर रहा था? उत्तर – गवरइया जब राजा के महल गई तब राजा मालिश करवा रहा था। प्रश्न-3 जब गवरइया धुनिया के पास गई तब वह क्या कर रहा था? उत्तर – जब गवरइया धुनिया के पास गई तब वह राजा के लिए रजाई बनाने के काम में व्यस्त था।
|