दादी माँ के स्वभाव का कौन सा पक्ष आपको सब? - daadee maan ke svabhaav ka kaun sa paksh aapako sab?

दादी माँ के स्वभाव का कौन सा पक्ष आपको सबसे अच्छा लगता है और क्यों?

दादी माँ का स्वभाव दयालु है।
उनके स्वभाव का यही पक्ष सबसे अच्छा लगता है। दादी माँ अपने घर के सदस्य से लेकर गरीबों तक की मदद करने से पीछे नहीं हटती हैं।

जैसे - (i) रामी चाची के उधार न चुकाने पर भी दादी माँ उनकी बेटी की शादी में आर्थिक सहायता करती हैं।

(ii) घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण दादी माँ ने दादा जी द्वारा पहनाया गया कंगन अपने बच्चों को दे दिया।

Concept: गद्य (Prose) (Class 7)

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Solution : दादी माँ के स्वभाव में, मुझे उनके द्वारा दूसरों की सहायता करना सबसे अच्छा लगता है। समय-असमय पर वे जरूरतमंदों की पैसों से सहायता करती थीं। समय पर पैसे वापस न मिलने पर डाँटती भी थीं और धन्नो की बेटी की शादी जैसे कारज पर कर्ज माफ कर पुनः उसकी सहायता कर देती थीं।

विषयसूची

  • 1 दादी माँ के स्वभाव का कौन सा पक्ष आपको अच्छा लगता है?
  • 2 धन्नो किसकी चाची थी पाठ दादी माँ?
  • 3 दादी माँ के स्वभाव का कौनसा पक्ष सभी को आकर्षित करता था?
  • 4 दादी माँ का उत्साह और आनंद कब देखते बनता था?
  • 5 दादी माँ किसकी मूर्ति सी प्रतीत होती थीं?
  • 6 दादी माँ घर में गुग्गल और धूप कब करती थी?

दादी माँ के स्वभाव का कौन सा पक्ष आपको अच्छा लगता है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- दादी माँ के स्वभाव का सेवा, संरक्षण, परोपकारी व सरल स्वभाव आदि का पक्ष हमें सबसे अच्छा लगता है। दादी माँ मुँह से भले कड़वी लगती थी परन्तु घर के सदस्यों तथा दूसरों की आर्थिक मदद के लिए हर समय तैयार रहती थी। रामी चाची का कर्ज माफ़ कर उसे नकद रूपए भी दिए ताकि उसकी बेटी का विवाह निर्विघ्न संपन्न हो जाए।

दादी मां के èवभाव का कौन सा प आपको सबसे अÍछा लगता है और Èयɉ?

इसे सुनेंरोकेंदादी माँ अपने घर के सदस्य से लेकर गरीबों तक की मदद करने से पीछे नहीं हटती हैं। जैसे – (i) रामी चाची के उधार न चुकाने पर भी दादी माँ उनकी बेटी की शादी में आर्थिक सहायता करती हैं। (ii) घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण दादी माँ ने दादा जी द्वारा पहनाया गया कंगन अपने बच्चों को दे दिया।

धन्नो किसकी चाची थी पाठ दादी माँ?

इसे सुनेंरोकेंबाहरी निकसार में दादी माँ किसी पर बिगड़ रही थीं। देखा, पास के कोने में दुबकी रामी की चाची खड़ी है। “सो न होगा, धन्नो!

दादी मां धन्नो को क्यों डांटती जा रही थी?

इसे सुनेंरोकेंबोलने में कठोरता- दादी माँ का धन्नो पर बिगड़ना व उसे डाँटना कि उसका ऋण तुरंत सूद समेत चुकाए . क्रोध करते वक्त दादी मां ने उसके आंसुओं की परवाह नहीं की आदेश पूर्वक उससे पैसे मांग रही थी इससे स्पष्ट होता है कि उनकी वाणी में कठोरता थी. वे उसूलों की पक्की थीं . परदुखकातरता – दादी दूसरों के दुःख को समझतीं थीं .

दादी माँ के स्वभाव का कौनसा पक्ष सभी को आकर्षित करता था?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: दादी माँ के स्वभाव में अनेक पक्ष थे, जो हमें अच्छे लगते थे, मसलन दादी माँ का सेवा, संरक्षणी, परोपकारी व सरस स्वभाव आदि का पक्ष हमें सबसे अच्छा लगता है, क्योंकि इन्हीं के कारण ही वे दूसरों का मन जीतने में सदैव सफल रही।

दादी मां के लिए संसार अब धोखे से भरा क्यों लगने लगा?

इसे सुनेंरोकेंदादी को यह संसार धोखे की टट्टी क्यों लगने लगा? उत्त: दादा ने अपने जीवन काल में लोगों की बहुत आर्थिक मदद की थी परंतु लोगों ने उनके साथ बहुत धोखा किया। उनका पैसा नहीं लौटाया जिसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी।

दादी माँ का उत्साह और आनंद कब देखते बनता था?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: jab dadi maa ped par chahad ke baith jati thi tab dadi maa ke utsah aur aanand Ka thikhana Nahi rehta.

दादी मां के लिए दादा जी द्वारा दिए गए कंगन का क्या महत्व था?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न-15 दादी माँ के लिए दादा जी द्वारा दिए कंगन का क्या महत्व था? उत्तर – दादी माँ को वह कंगन दादा जी ने पहनाए थे और उनकी भावनाएँ उस कंगन से जुडी हुई थी। वहकंगन उनके वंश की निशानी थी इसलिए वह उसे सहेजकर रखती आई थीं।

दादी माँ किसकी मूर्ति सी प्रतीत होती थीं?

इसे सुनेंरोकेंदादी माँ स्नेह एवं ममता की मूर्ति प्रतीत होती थीं।

दादी माँ किसकी मूर्ति प्रतीत होती थी स्नेह की दया की ममता की शांति की?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: दादी माँ के पाठ में स्नेह क्योंकि लेखक की दादी माँ ममता,स्नेह ,दया ,की मूर्ति थी।।।।।।

दादी माँ घर में गुग्गल और धूप कब करती थी?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: यह वाक्य रामी की चाची यानी धन्नो चाची ने लेखक से कहा था। 6. महामारी और विशूचिका के दिनों में दादी क्या करती थी? उत्तर: महामारी और विशूचिका के दिनों में दादी सुबह रोज स्नान करके गुड़ और लौंग को जल में मिलाकर पूरे घर में छिड़काव करती थी तथा धूप और गुग्गल के धुएँ करती थीं।

दादी मां ने संदूक से क्या निकला?

इसे सुनेंरोकेंदादी माँ अपने घर के सदस्य से लेकर गरीबों तक की मदद करने से पीछे नहीं हटती हैं। जैसे – (i) रामी चाची के उधार न चुकाने पर भी दादी माँ उनकी बेटी की शादी में आर्थिक सहायता करती हैं। (ii) घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण दादी माँ ने दादा जी द्वारा पहनाया गया कंगन अपने बच्चों को दे दिया।

दादी मां के स्वभाव का कौन सा पक्ष आप?

दादी माँ के स्वभाव का कौन सा पक्ष आपको सबसे अच्छा लगता है और क्यों? उत्तर:- दादी माँ के स्वभाव का सेवा, संरक्षण, परोपकारी व सरल स्वभाव आदि का पक्ष हमें सबसे अच्छा लगता है। दादी माँ मुँह से भले कड़वी लगती थी परन्तु घर के सदस्यों तथा दूसरों की आर्थिक मदद के लिए हर समय तैयार रहती थी।

दादी माँ के स्वभाव का कौन सा पक्ष आपको सबसे अच्छा लगता है और क्यों कहानी से आगे?

अपने-अपने मौसम की अपनी-अपनी बातें होती हैं। आषाढ़ में आम और जामुन न मिलें, चिंता में नहीं, अगहन में चिउड़ा और गुड़ न मिले, दुख नहीं, चैत के दिनों में लाई के साथ गुड़ Page 2 दादी माँ की पट्टी न मिले, अफ़सोस नहीं, पर क्वार के दिनों में इस गंधपूर्ण झागभरे जल में में कूदना न हो तो बड़ा बुरा मालूम होता है।

दादी माँ की क्रियाकलापों से उनका क्या स्वभाव झलकता था?

दादी माँ की क्रियाकलापों से उसका क्या भाव झलकता था? दिन में मैं चादर लपेटे सोया थादादी माँ आईं, शायद नहाकर आई थीं, उसी झाग वाले जल में। पतले-दुबले स्नेह-सने शरीर पर सफ़ेद किनारीहीन धोती, सन-से सफ़ेद बालों के सिरों पर सद्यः टपके हुए जल की शीतलता।

दादी माँ के जीवन से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?

(क) “दादी माँ' कहानी से आपको क्या प्रेरणा मिलती है? पाठ 'दादी माँ' हमें यह प्रेरणा देता है कि बड़ों की सीख सदैव महत्त्वपूर्ण होती है। हमें अपने बुजुर्गों की भावनाओं को समझकर उनका सम्मान करना चाहिए। हमें सदैव उनका पूरा खयाल रखना चाहिए।