Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 2 दादी माँ Textbook Exercise Questions and Answers. Show
RBSE Class 7 Hindi Solutions Vasant Chapter 2 दादी माँRBSE Class 7 Hindi दादी माँ Textbook Questions and Answersकहानी से - प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. कहानी से आगे - प्रश्न 1. प्रश्न 2. 2. गरमी - इस मौसम में अधिक गर्मी पड़ती है। इसलिए लोग ठंडे पेय पदार्थों का अत्यधिक मात्रा में सेवन करते हैं। फलों में संतरे, आम, केला, अंगूर, जामुन, लीची, ककड़ी, खीरा, तरबूज, फालसा, खरबूजा आदि तथा सब्जियों में करेला, भिंडी, लौकी, टिंडा, तोरई, टमाटर, कटहल आदि मिलते हैं। 3. बरसात - इस मौसम में वर्षा अधिक होती है। फलों में आम, आलूबुखारा, अमरूद, केला, नाशपाती आदि तथा सब्जियों में पालक, बैंगन, घीया, करेले, टमाटर, तोरई, टिंडा आदि मिलते हैं। अनुमान और कल्पना - प्रश्न 1.
गाँव वालों को यह ऋण गाँव के सेठ, साहूकार या जागीरदार से मिलता होगा। प्रश्न 2. भाषा की बात - प्रश्न 1.
प्रश्न 2.
RBSE Class 7 Hindi दादी माँ Important Questions and Answersप्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. रिक्त स्थानों की पूर्ति - प्रश्न 6. अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न - प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. प्रश्न 13. लघूत्तरात्मक प्रश्न - प्रश्न 14. प्रश्न 15. प्रश्न 16. निबन्धात्मक प्रश्न - प्रश्न 17. प्रश्न 18. गद्यांश पर आधारित प्रश्न - प्रश्न 19. 1. दिन काफी चढ़ आया है। पास के लंबे खजूर के पेड़ से उड़कर एक कौआ अपनी घिनौनी काली पाँखें फैलाकर मेरी खिड़की पर बैठ गया। हाथ में अब भी किशन भैया का पत्र काँप रहा है। काली चींटियों-सी कतारें धमिल हो। रही हैं। आँखों पर विश्वास नहीं होता। मन बार-बार अपने से ही पूछ बैठता है-'क्या सचमच दादी माँ नहीं रहीं?' प्रश्न 2. दादी माँ को गँवई-गाँव की पचासों किस्म की दवाओं के नाम याद थे। गाँव में कोई बीमार होता, उसके पास पहुँचतीं और वहाँ भी वही काम। हाथ छूना, माथा छूना, पेट छूना। फिर भूत से लेकर मलेरिया, सरसाम, निमोनिया तक का अनुमान विश्वास के साथ सुनातीं। महामारी और विशूचिका के दिनों में रोज सवेरे उठकर स्नान के बाद लवंग और गुड़-मिश्रित जलधार, गुग्गल और धूप। सफ़ाई कोई उनसे सीख ले। प्रश्न : 3. स्नेह और ममता की मूर्ति दादी माँ की एक-एक बात आज कैसी-कैसी मालूम होती है। परिस्थितियों का वात्याचक्र जीवन को सखे पत्ते-सा कैसा नचाता है, इसे दादी माँ खूब जानती थीं। दादा की मृत्यु के बाद से ही वे बहुत उदास रहतीं। संसार उन्हें धोखे की टट्टी मालूम होता। दादा ने उन्हें स्वयं जो धोखा दिया। वे सदा उन्हें आगे दादा ने उन्ह स्वय जा घाखा दिया। भेजकर अपने पीछे जाने की झूठी बात कहा करते थे। प्रश्न : दादी माँ Summary in Hindiपाठ-सार - 'दादी माँ' कहानी में लेखक ने अपनी दादी माँ के बारे में बताया है कि वह हँसमुख, सरल स्वभाव, दयालु, धार्मिक प्रवृत्ति वाली, बड़ों का दायित्व निभाने वाली और भविष्य की चिन्ता करने वाली थी। कठिन-शब्दार्थ :
दादी मां ने लेखक के पिता को अपने कंगन क्यों दिए?समानता का बोध कराने के लिए सा, सी, से का प्रयोग किया जाता है। ऐसे पाँच और शब्द लिखिए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए | 2. कहानी में 'छू- छूकर ज्वर का अनुमान करतीं, पूछ पूछकर घरवालों को परेशान कर देतीं'–जैसे वाक्य आए हैं।
दादी माँ ने लेखक के पिताजी की मदद कैसे की?Answer: दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति इसलिए खराब हो गई क्योंकि उनके श्राद्ध में लेखक के पिताजी ने अतुल संपत्ति व्यय की और पहले का उधार लिया रूपया कोई नहीं दे रहा था।
दादी मां के पास वंश की निशानी के रूप में क्या था?दादी माँ के पास वंश की निशानी के रूप में क्या था? Solution : दादी माँ के पास वंश की निशानी के रूप में दादाजी के द्वारा दिया गया चमचमाता हुआ सोने का कंगन था।
दादी माँ ने अपने पुत्र को वंश की क्या निशानी दी और क्यों?दादी माँ ने अपने वंश की अंतिम निशानी सोने का कंगन अपने बेटे को क्यों दिया? उत्तर: घर की आर्थिक स्थिति खराब थी। उनकी परेशानी दादी माँ से देखी नहीं गई, तो उन्होंने सोचा कि यह कंगन ही इस समय इन्हें दुखों से छुटकारा दिला सकता है। ... इसलिए दादी माँ ने अपने कंगन अपने बेटे को दिया।
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