धन विधेयक का निर्णय कौन करता है? - dhan vidheyak ka nirnay kaun karata hai?

उपराष्ट्रपति अध्यक्ष वित्त मंत्रीप्रधानमंत्री

Solution : भारतीय संविधान के अनुच्छेद 110 के अनुसार, यदि कोई प्रश्न उठता है कि कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं, तो लोकसभा (लोकसभा) के अध्यक्ष का निर्णय अंतिम होगा। .धन विधेयक. की परिभाषा भारत के संविधान के अनुच्छेद 110 में दी गई है।

अनु. 110 में धन विधेयक को परिभाषित किया गया है। यदि यह प्रश्न उठता है कि कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं तो उस पर लोकसभा अध्यक्ष का विनिश्चिय अंतिम होगा। अनु. 110 (3) अध्यक्ष को प्रत्येक धन विधेयक पर यह पृष्ठांकित करना पड़ता है कि वह धन विधेयक है। यह पृष्ठांकन दो बार होता है — (क) जब विध्येक राज्यसभा को प्रेषित किया जाता है। (ख) जब वह राष्ट्रपति को अनुमति के लिए प्रस्तुत किया जाता है। ....अगला सवाल पढ़े

Tags : भारतीय राजव्यवस्था राजव्यवस्था प्रश्नोत्तरी

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Web Title : Koi Vidheyak Dhan Vidheyak Hai Ya Nahi Iska Nirnay Kaun Karta Hai

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आपका सवाल है कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं इसका निर्णय कौन करता है तो कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं इसका निर्णय लोकसभा अध्यक्ष करते हैं वही बताते हैं कि धन विधेयक है या नहीं धन विधेयक पर पूरी मतलब धन विधेयक का उल्लेख संविधान में अनुच्छेद 110 में है और धन विधेयक पर पूरा पावर लोकसभा का होता है लोकसभा से अगर धन पास हो गया तो रात सभा के पास स्थित पावर नहीं होते हैं रोकने के लिए उसे 14 दिन का समय मिलता है इसे पढ़ने के लिए पास किया तो भी नहीं पास किया तो दोनों स्थिति में धन विधेयक पास हो गया अगर लोकसभा पास कर दिया धन विधेयक के मामले में लोकसभा सर्वोपरि है और धन विधेयक का निर्णय करते हैं लोकसभा अध्यक्ष जो सकता लोकसभा अध्यक्ष

aapka sawaal hai koi vidhayak dhan vidhayak hai ya nahi iska nirnay kaun karta hai toh koi vidhayak dhan vidhayak hai ya nahi iska nirnay lok sabha adhyaksh karte hain wahi batatey hain ki dhan vidhayak hai ya nahi dhan vidhayak par puri matlab dhan vidhayak ka ullekh samvidhan me anuched 110 me hai aur dhan vidhayak par pura power lok sabha ka hota hai lok sabha se agar dhan paas ho gaya toh raat sabha ke paas sthit power nahi hote hain rokne ke liye use 14 din ka samay milta hai ise padhne ke liye paas kiya toh bhi nahi paas kiya toh dono sthiti me dhan vidhayak paas ho gaya agar lok sabha paas kar diya dhan vidhayak ke mamle me lok sabha sarvopari hai aur dhan vidhayak ka nirnay karte hain lok sabha adhyaksh jo sakta lok sabha adhyaksh

Q. कोई वित्त विधेयक धन विधेयक है या नहीं, इसका निर्धारण कौन करता है?
Answer: [C] लोकसभा स्पीकर
Notes: संविधान के अनुच्छेद 110 में धन विधेयक की व्याख्या की गई है। प्रत्येक वित्त विधेयक धन विधेयक होता है लेकिन प्रत्येक धन विधेयक वित्त विधेयक नहीं होता है। कोई वित्त विधेयक धन विधेयक है या नहीं, इसका निर्धारण लोकसभा स्पीकर (अध्यक्ष) द्वारा किया जाता है।

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  • अनुच्छेद 110 के अंतर्गत धन विधेयक की परिभाषा दी गई है |इसके तहत कोई विधेयक धन विधेयक तक समझा जाएगा यदि उसमें केवल निम्नलिखित सभी के लिए विषयों से संबंधित प्रावधान है;
  1. कर लगाना, कम करना या बढ़ाना, उसको नियमित करना इसमें उसमें कोई परिवर्तन करना हो |
  2. भारत सरकार की ओर से ऋण लेना, नियमित करना या किसी अधिभार में कोई परिवर्तन करना हो |
  3. भारत की संचित निधि या आकस्मिकता निधि में कुछ धन डालना हो या निकालना हो |
  4. भारत की संचित निधि में से किसी व्यय संबंध में धन दिया जाना हो |
  5. भारत की जमा पूंजी में से किसी भी व्यक्ति किए जाने की घोषणा करना या ऐसे व्यय को बढ़ाना हो |
  6. भारत की संचित निधि तथा सार्वजनिक लेखों में धन जमा करने या लेखों की जांच पड़ताल करनी हो तथा उपरोक्त (1) से (6) में उल्लेखित विषयों में से संबंधित विषय |
  7. धन की आय तथा व्यय के प्रति अन्य किसी प्रकार का मामला हो|

धन विधेयक को कौन प्रस्तुत करता है?

धन विधेयक के संबंध में राज्य सभा की किसी सिफारिश अथवा सभी सिफारिशों को स्वीकृत अथवा अस्वीकृत करना लोक सभा पर निर्भर करता है। यदि लोक सभा, राज्य सभा की किसी सिफारिश को स्वीकृत करती है तो धन विधेयक राज्य सभा द्वारा सिफारिश किये गये संशोधनों और लोक सभा द्वारा स्वीकृत रूप में संसद की दोनों सभाओं द्वारा पारित समझा जाता है।

धन विधेयक का अंतिम निर्णय कौन देता है?

Solution : भारतीय संविधान के अनुच्छेद 110 के अनुसार, यदि कोई प्रश्न उठता है कि कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं, तो लोकसभा (लोकसभा) के अध्यक्ष का निर्णय अंतिम होगा। .

भारत में धन विधेयक को कौन प्रमाणित करता है?

सही उत्तर अध्यक्ष है। उच्च सदन में भेजने से पहले, लोकसभा अध्यक्ष विधेयक को धन विधेयक के रूप में प्रमाणित करता है।

कोई विधायक धन विधायक है या नहीं इसका निर्णय कौन करता है?

Detailed Solution धन विधेयक केवल राष्ट्रपति की पूर्व सिफारिश से ही लोकसभा में पेश किया जा सकता है। लोकसभा के अध्यक्ष के पास यह निर्धारित करने का अंतिम अधिकार है कि कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं जैसा कि अनुच्छेद 110 (3) में कहा गया है।