Show धनराम के पिता का क्या नाम …CBSE, JEE, NEET, NDAQuestion Bank, Mock Tests, Exam Papers NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos धनराम के पिता का क्या नाम था? Posted by Sourav Yadav 1 year ago
एक दिन गंगाराम अचानक चल बसे। धनराम ने सहज भाव से उनकी विरासत सँभाल ली। इधर मोहन ने छात्रवृत्ति पाई। इससे उसके पिता वंशीधर तिवारी उसे बड़ा आदमी बनाने का स्वप्न देखने लगे। Posted by Palak Chaudhary 2 months, 1 week ago
Posted by Manoj Kumar 1 month ago
Posted by Mukti Dadhwal 3 weeks, 2 days ago
Posted by Janvi Chopra 1 month, 1 week ago
Posted by Chhatresh Sidar 2 weeks, 4 days ago
Posted by Ankit Thakur 1 month ago
Posted by Manoj Kumar 1 month ago
Posted by Roshani _ 4 weeks ago
Posted by Nikita Raj 1 month, 2 weeks ago
Posted by Gaurav Kumar 2 months, 1 week ago
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Test GeneratorCreate papers at ₹10/- per paper NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 15 गलता लोहा are part of NCERT Solutions for Class 11 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 15 गलता लोहा. पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास पाठ के साथ प्रश्न. 1. प्रश्न. 2.
प्रश्न. 3. प्रश्न. 4. प्रश्न. 5. प्रश्न. 6. (क) किसने किससे कहा? (2) उसकी आँखों में एक सर्जक की चमक थी- कहानी का यह वाक्य (क) किसके लिए कहा गया है? उत्तर: (2) (क) यह वाक्य मोहन के लिए कहा गया है। पाठ के आस-पास प्रश्न. 1. प्रश्न. 2. प्रश्न. 3. (क) शहर से लौटकर हाथ का काम करना। भाषा की बात प्रश्न. 1.
उत्तर:
प्रश्न. 2. (ख) उलट-पलट – बार-बार घुमाना, देखना। (ग) घूर-घूरकर – क्रोध भरी आँखों से देखना (घ) सोच-समझकर – समझदारी से (ङ) पढ़ा-लिखाकर – पढ़ाई पूरी करवाकर प्रश्न. 3. (ख)
दान-दक्षिणा के बूते पर वे किसी तरह परिवार का आधा पेट भर पाते थे। (ग) सीधी चढ़ाई चढ़ना पुरोहित के बूते की बात नहीं थी। प्रश्न. 4. विज्ञापन की दुनिया प्रश्न. 1. अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर प्रश्न. 1. प्रश्न. 2. प्रश्न. 3. प्रश्न. 4. प्रश्न. 5. प्रश्न. 6. We hope the given NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 15 गलता लोहा will help you. If you have any query regarding NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 15 गलता लोहा, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. धन राम के पिता का व्यवसाय क्या था?' यह सच है कि किताबों की विद्या का ताप लगाने की सामथ्र्य धनराम के पिता की नहीं थी। उन्होंने बचपन में ही अपने पुत्र को धौंकनी फूंकने और सान लगाने के कामों में लगा दिया था। वे उसे धीरे-धीरे हथौड़े से लेकर घन चलाने की विद्या सिखाने लगे।
धनराम को मोहन के किस व्यवहार पर हैरानी होती है और क्यों?धनराम को मोहन के किस व्यवहार पर आश्चर्य होता है और क्यों? उत्तर:- धनराम को मोहन के हथौड़ा चलाने और लोहे की छड़ को सटीक गोलाई देने की बात पर आश्चर्य तो हुआ।
धनराम को मोहन के किस व्यवहार पर आश्चर्य होता है और क्या?धनराम को तब मोहन के व्यवहार पर आश्चर्य होता है, जब वह धनराम के साथ लोहे को रूप देने में सहयोग देता है। मोहन का संबंध उच्चवंश से है। वह जाति से ब्राह्मण है। उसकी जाति के लोग धनराम के साथ उठना-बैठना नहीं करते हैं।
मोहन ने धनराम का अधूरा काम कैसे पूरा किया?मोहन कुछ देर तक धनराम के काम को देखता रहा। अचानक वह उठा और दूसरी पकड़ से लोहे को स्थिर करके धनराम का हथौड़ा लेकर नपी-तुली चोट की। उसके बाद उसने स्वयं धौंकनी फूंककर लोहे को दोबारा भट्ठी में गरम किया और फिर निहाई पर रखकर उसे ठोक-पीटकर सुघड़ गोले में बदल दिया।
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