प्लासी की लड़ाई वर्ष 1757 में पश्चिम बंगाल के प्लासी क्षेत्र में भागीरथी नदी के पूर्व में लड़ी गई थी।
पृष्ठभूमि
युद्ध
युद्ध के बाद की स्थिति
बक्सर की लड़ाई
पृष्ठभूमि
युद्ध
युद्ध के बाद की स्थिति
इलाहाबाद की संधि, 1765
नोट:कर्नाटक युद्ध (वर्ष 1740-48, वर्ष 1749-53 और वर्ष 1758-63), प्लासी का युद्ध (वर्ष 1757) और बक्सर की लड़ाई (वर्ष 1764) के महत्त्व में प्रमुख अंतर है:
× 1770 में क्या हुआ था?बंकिम चंद्र चटर्जी का बंगाली उपन्यास 'आनंदमठ' 1882 में प्रकाशित हुआ था। इसकी कहानी 1770 में बंगाल में पड़े भीषण अकाल और संन्यासी विद्रोह पर आधारित थी। 18वीं सदी में यानी 1700 से 1800ई के बीच जब अंग्रेजों का राज था तो उस समय देश के कुछ हिस्सों में सन्यासियों और फकीरों ने भीषण आंदोलन किए थे।
1770 के महान बंगाल अकाल के मुख्य कारण क्या थे?इस अकाल का जिम्मेदार मौसम के साथ साथ ईस्ट इंडिया कंपनी की नीतियों के संयोजन को भी ठहराया जाता है. अकाल की शुरुआत सन 1769 में एक असफल मानसून से हुयी, जिसके कारण व्यापक सूखा और लगातार दो चावल की फसलों की खेती असफल हो गई .
बंगाल में भयानक अकाल कब पड़ा था?वर्ष 1943 में जब द्वितीय विश्वयुद्ध अपने चरम पर था, तब बंगाल में भारी अकाल पड़ा था जिसमें लाखों लोग मारे गए थे.
भारत का सबसे भयानक अकाल वर्ष कौन सा था?1943-44 में बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश, भारत का पश्चिम बंगाल, बिहार और उड़ीसा) एक भयानक अकाल पड़ा था जिसमें लगभग 30 लाख लोगों ने भूख से तड़पकर अपनी जान जान गंवाई थी। ये द्वितीय विश्वयुद्ध का समय था।
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