31 अगस्त को कौन सा पर्व है? - 31 agast ko kaun sa parv hai?

कुछ शुभ मुहूर्त होते हैं जैसे सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, गुरुपुष्यामृत और रविपुष्यामृत योग। जब किसी कार्य को करना हो और मुहूर्त उस समय नहीं हो तो इन विशेष योग या महूर्त में शुभ कार्य किया जाता है।

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। August 2022 Vrat And Festivals : अगस्त के महीने में कई बड़े त्योहार पड़ रहे हैं। इस महीने 2 अगस्त दिन मंगलवार को नाग पंचमी का त्योहार पड़ रहा है। इसके अलावा 12 अगस्त शुक्रवार को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व है। वहीं 18 अगस्त दिन गुरूवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत स्मार्त की और 19 अगस्त शुक्रवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत वैष्णव वाली पड़ रही है। ये सभी व्रत त्योहार काफी धूमधाम से मनाए जाते हैं। आइए जानें अगस्त महीने के अन्य व्रत और त्योहारों की पूरी लिस्ट...

अगस्त 2022

01 अगस्त . सोमवार - वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत। वरद चतुर्थी व्रत ।

02 अगस्त . मंगलवार - श्री नाग पंचमी व्रत (मध्यान्ह व्यापिनी पंचमी में)। नागपूजा एवं नागकूप यात्रा।

03 अगस्त . बुधवार - श्री शीतलाषष्ठी व्रत।

04 अगस्त . गुरूवार - श्री शीतलासप्तमी पूजन व्रत। गोस्वामी श्री तुलसीदास जयन्ती।

05 अगस्त . शुक्रवार - श्री दुर्गाष्टमी व्रत।

08 अगस्त . सोमवार - पुत्रदा एकादशी व्रत सबका।

12 अगस्त . शुक्रवार - स्नान दानादि की श्रावणी पूर्णिमा । रक्षा बन्धन (राखी) पूर्णिमा।

14 अगस्त . रविवार - कज्जली तृतीया व्रत।

15 अगस्त . सोमवार - संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत।

16 अगस्त . मंगलवार - बृहद् गौरी व्रत।

17 अगस्त . बुधवार - हलषष्ठी व्रत

18 अगस्त . गुरूवार - श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत स्मार्त।

19 अगस्त . शुक्रवार - श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत वैष्णव।

20 अगस्त . शनिवार - गोगा नवमी।

23 अगस्त . मंगलवार - जया एकादशी व्रत सबका।

25 अगस्त . गुरूवार - मास शिवरात्रि व्रत।

26 अगस्त . शुक्रवार - पिठौरी अमावस्या । कुशोत्पाटिनी अमावस्या।

27 अगस्त . शनिवार - स्नान - दान - श्राद्धादि की शनिवारवारी अमावस्या।

28 अगस्त . रविवार - भाद्रपद शुक्ल पक्षारम्भ।

30 अगस्त . मंगलवार - हरितालिका तीज व्रत।

31 अगस्त . बुधवार - वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत।

स्थापना और पूजन के मुहूर्त :

- गणेश पूजन के लिए मध्याह्न मुहूर्त : सुबह 11:05: से दोपहर 01:36 तक।

1. चतुर्थी तिथि दोपहर 03:22 तक उसके बाद पंचमी।

2. विजय मुहूर्त : दोपहर 02:05 से 02:55 तक।

3. गोधूलि मुहूर्त : शाम को 06:06 से 06:30 तक।

4. अमृत काल मुहूर्त : शाम को 05:42 से 07:20 तक।

5. रवि योग : प्रात: 05:38 से रात्रि 12:12 तक। इस दिन शुक्ल योग भी रहेगा।

- शाम की पूजा के मुहूर्त : शाम 05:42 से 07:20 तक।



31 अगस्त को कौन सा पर्व है? - 31 agast ko kaun sa parv hai?

श्रीगणेश स्थापना श्रेष्ठ चौघड़िया मुहूर्त- 

प्रात: 6 बजे से 9 बजे तक।

दोपहर: 11 बजे से 12.15 मि. के मध्य  

शुभ-लाभ चौघड़िया मुहूर्त : सायंकाल: 5 बजे से 6.30 मि. के मध्य 

रात्रि 8 बजे से 11 बजे तक।

भाद्रपद मास (Bhadrapada 2022) के शुक्लपक्ष की चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) तिथि पर पूजा या फिर किसी कार्य के लिए कौन सा समय शुभ और कौन सा समय अशुभ साबित हो सकता है, इसे विस्तार से जानने के लिए जरूर देखें 31 अगस्त 2022, बुधवार का पंचांग (Wednesday Panchang).

Aaj ka Panchang 31 August 2022: हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग (Panchang) की आवश्यकता पड़ती है. जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें. आइए पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल (Dishashool), भद्रा (Bhadra), पंचक (Panchank), प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं.

कब लगेगी भद्रा और कब रहेगा राहुकाल

पंचांंग के अनुसार दिन में भद्रा और राहुकाल का समय किसी भी मांगलिक या विशेष कार्य को करने के लिए अशुभ माना गया है। मान्यता है कि इन भद्रा और राहुकाल के दौरान किए जाने वाले किसी भी कार्य में तमाम तरह की बाधाएं आती हैं या फिर कहें उसमें मनचाही सफलता नहीं मिल पाती है। पंचांग के अनुसार आज गणेश चतुर्थी के दिन राहुकाल दोपहर 12:21 से 01:57 बजे तक और भद्रा पूर्वाह्न 03:30 से दोपहर 03:22 बजे तक रहेगी। ऐसे में इस दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए।

किस दिशा में रहेगा दिशाशूल

हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ-अशुभ समय देखने के साथ शुभ-अशुभ दिशा देखने का भी विधान है। पंचांग के अनुसार बुधवार के दिन उत्तर दिशा में दिशाशूल होता है। ऐसे में किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को करने के लिए आज इस दिशा में जाने से बचना चाहिए। यदि बुधवार के दिन उत्तर दिशा की ओर जाना बहुत जरूरी हो तो तिल या धनिया खाकर घर से निकलना चाहिए।

गणेश चतुर्थी का पंचांग

(देश की राजधानी दिल्ली के समय पर आधारित)

विक्रम संवत – 2079, राक्षस

शक सम्वत – 1944, शुभकृत्

दिन (Day)बुधवारअयन (Ayana)दक्षिणायनऋतु (Ritu)वर्षामास (Month)भाद्रपद मासपक्ष (Paksha)शुक्ल पक्षतिथि (Tithi)चतुर्थी दोपहर 03:22 बजे तक तदुपरांत पंचमीनक्षत्र (Nakshatra)चित्रायोग (Yoga)शुक्ल रात्रि 10:48 बजे तक तदुपरांत ब्रह्मकरण (Karana)विष्टि दोपहर 03:22 बजे तक तदुपरांत बवसूर्योदय (Sunrise)प्रात: 05:58 बजेसूर्यास्त (Sunset)सायं 06:44 बजेचंद्रमा (Moon)कन्या दोपहर 12:04 बजे तक तदुपरांत तुलाराहु काल (Rahu Kaal Ka Samay)दोपहर 12:21 से 01:57 बजे तकयमगण्ड (Yamganada)प्रात:काल 07:34 से 09:10 बजे तकगुलिक (Gulik)प्रात:काल 10:46 से 12:21 बजे तकअभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurt)—दिशाशूल (Disha Shool)उत्तर दिशा मेंभद्रा (Bhadra)पूर्वाह्न 03:30 से दोपहर 03:22 बजे तकपंचक (Pnachak)—

(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

31 अगस्त को क्या त्यौहार है?

चंद्रमा मध्याह्न 12 बजकर 04 मिनट तक कन्या उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा। आज का व्रत त्योहार : गणेश चतुर्थी 2022, सिद्धिविनायक व्रत। सूर्योदय का समय 31 अगस्त 2022 : सुबह 5 बजकर 56 मिनट पर।

30 अगस्त 2022 को कौन सा त्यौहार है?

आज का व्रत त्योहार - हरतालिका तृतीया, गौरी तृतीया, सामवेदीय उपाकर्म, श्रीवराह जयंती, कलंक चतुर्थी (चंद्र दर्शन निषेध)। सूर्योदय का समय 30 अगस्त 2022 : सुबह 05 बजकर 58 मिनट पर। सूर्यास्त का समय 30 अगस्त 2022 : शाम 06 बजकर 45 मिनट पर।

31 अगस्त 2022 को क्या है?

31 August 2022 Wednesday Panchang: 31 अगस्त 2022, दिन- बुधवार, भाद्रपद मास, शुक्ल पक्ष, चतुर्थी तिथि 15.22 बजे तक फिर पंचमी तिथि लग जाएगी. चित्रा नक्षत्र रहेगा 00.12 बजे तक फिर स्वाति नक्षत्र की शुरुआत होगी. चंद्रमा कन्या राशि में 12.04 बजे तक रहेंगे फिर तुला में गमन कर जाएंगे. भगवान सूर्य सिंह राश‍ि में व‍िराजमान हैं.

31 अगस्त को कौन सी तिथि थी?

आज के पंचांग के अनुसार 31 अगस्त 2022 को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी की तिथि है.