अजगर का बच्चा कैसा होता है - ajagar ka bachcha kaisa hota hai

विषयसूची

  • 1 अजगर सांप के बच्चे कैसे होते हैं?
  • 2 क्या अजगर के दांत होते हैं?
  • 3 अजगर का बच्चा क्या खाता है?
  • 4 अजगर के काटने से क्या होता है?
  • 5 अजगर सांप में कितना जहर होता है?
  • 6 अजगर सांप में जहर होता है क्या?

अजगर सांप के बच्चे कैसे होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंजानकार बताते हैं मादा अजगर अपने अण्डों को लेकर बहुत प्रोटेक्टिव होती है। अंडा देने के बाद वह किसी भी परिस्थिति में उसे छोड़ती नहीं है। सूरज ने बताया कि जिस जगह पर अजगर ने घोंसला बनाया था वहां कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। हो सकता है मादा को खतरे का अंदेशा हो गया होगा इसलिए वह अंडों को छोड़कर वहां से चली गई।

क्या अजगर के दांत होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंIndian Rock Python साथियों अजगर सांप में 200 से भी ज्यादा दांत होते हैं मगर जहर के दाँत नहीं होते । – YouTube. Indian Rock Python साथियों अजगर सांप में 200 से भी ज्यादा दांत होते हैं मगर जहर के दाँत नहीं होते ।

अजगर 1 दिन में कितने समय के लिए होता है?

इसे सुनेंरोकेंभोजन पचाने में लगे समय के बराबर । बिषमतापी प्राणी होने के कारण अति शीत के समय । आप पूरे 1 दिन में कितने घंटे सोते हैं? रात्रि 11:30 से प्रातः 05:00 व दोपहर 03:00 से 04:00 कुल 6:30 घंटे, किसी दिन इसमें 30 मिनट कम या अधिक हो जाता है।

अजगर 1 दिन में कितने घंटे सोता है?

इसे सुनेंरोकेंअजगर: 18 घंटे रोजाना.

अजगर का बच्चा क्या खाता है?

इसे सुनेंरोकेंअजगर के बच्चों को पहले दिन से खुद की देखभाल करने की आवश्यकता होती है। अजगर के बच्चे आमतौर पर छोटे चूहों को खाते हैं। इसके अलावा वे कीड़े, मेंढक, अंडे और छोटे जानवर जिन्हें वे अपने मुंह के अंदर ले सकते है को खाते हैं।

इसे सुनेंरोकेंअक्सर कहा जाता है कि अंडों को जब तक मां खुद नहीं सेती, तब तक उनमे से बच्चे बाहर नहीं आ पाते। भिलाई में ये बात ग़लत साबित हुई जहां एक मादा अजगर ने 15 अंडे दिए लेकिन किसी वजह से छोड़कर चली गई। दो युवकों ने उन अंडों को उठाया और उन्हें सहेजा, तो कुछ दिनों के बाद उन अंडों से 12 अजगर के बच्चे पैदा हुए।

अजगर के काटने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंइसकी एक बाइट में 100 मिलीग्राम तक का जहर होता है जो एक झटके में 100 इंसानों को मौत की नींद सुला सकता है। इसका जहर कोबरा की तुलना में 50 गुना ज्यादा खतरनाक होता है। दुनिया में सांपों की 2500-3000 प्रजातियां पाई जाती हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही जहरीले होते हैं।

अजगर के अंडे कैसे होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंफ्रेंड्स ऑफ एनिमल वेल्फेयर ट्रस्ट के प्रमुख जतिन राठौड़ ने बताया कि सांप या अजगर के अंडे नरम होते हैं। अंडे में से बच्चा बाहर आना चाहता है तब बच्चा इंग टूथ का उपयोग कर अंडे को फोड़ देता है। बच्चे के बाहर आने के बाद इंग टूथ गिर जाती है।

सांप बच्चे कैसे पैदा करता है?

इसे सुनेंरोकेंमादा सांप, नर के शुक्राणु को कुछ दिनों तक अपने अंदर सहेजकर रखने की ताक़त रखती है. शायद इसीलिए वो कई नर सांपों से सेक्स करके फिर उसमें से उस साथी के शुक्राणु के साथ बच्चे पैदा करने का तय करती होगी, जिससे सबसे सेहतमंद बच्चे पैदा होने का अंदाज़ा हो!

अजगर सांप में कितना जहर होता है?

इसे सुनेंरोकेंये इतना ज्‍यादा आक्रामक होता है कि अगर इसे कुछ भी खतरा महसूस हुआ तो ये कुछ ही सेकेंड्स में 10 से 12 बार बार तक काट लेता है. जिसे भी ये अपना शिकार बनाता है उसके शरीर में 400 मिलीग्राम तक जहर छोड़ देता है. जबकि इसके जहर की एक बूंद ही जान लेने के लिए काफी है.

अजगर सांप में जहर होता है क्या?

इसे सुनेंरोकेंअजगर बिना जहर वाला सांप है। वहीं रसेल वाइपर बहुत जहरीला सांप होता है। इस सांप के काटने से मांस गलने लगता है। उन्होंने बताया अजगर के शरीर में मोटे-मोटे व चौड़े पट्टे होते हैं जो अधिकतर गहरे कथई रंग के होते हैं।

रायपुर/दुर्ग-भिलाई। अक्सर कहा जाता है कि अंडों को जब तक मां खुद नहीं सेती, तब तक उनमे से बच्चे बाहर नहीं आ पाते। भिलाई में ये बात ग़लत साबित हुई जहां एक मादा अजगर ने 15 अंडे दिए लेकिन किसी वजह से छोड़कर चली गई। दो युवकों ने उन अंडों को उठाया और उन्हें सहेजा, तो कुछ दिनों के बाद उन अंडों से 12 अजगर के बच्चे पैदा हुए। हम आपको लाइव दिखाते हैं कि कैसे अंडों से निकले बच्चे और जिन अंडों का खोल कड़ा था, उसे फोड़ने में अन्दर बैठे बच्चे को कितनी मुश्किल आई।

एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मादा अजगर अपने अंडों को किसी भी हालत में छोड़ती नहीं। लेकिन अपने घोंसले के आस-पास इंसानी चहलकदमी को देखते हुए शायद डर के मारे वह उन्हें भगवान भरोसे छोड़ कहीं गायब हो गई। भिलाई के दो युवकों ने अजगर के अंडों को न केवल सहेज कर रखा बल्कि अपने घर में ऐसा एन्वायरमेंट भी तैयार किया जिससे अंडों में पल रहे नन्हे अजगर तय समय पर सुरक्षित बाहर आ सके। एक-एक कर इन अंडों से नन्हे अजगर बाहर आए।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्यरत 'नोवा नेचर सोसाइटी' के पास 24 जून को चरोदा के गोविन्द साहू का फोन आया कि उनके घर के पास एक अजगर अपना घोंसला बनाकर रह रहा है। संस्था के एम सूरज और उनके साथी अविनाश मौर्य जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि घोसले में अंडे तो थे लेकिन मादा अजगर नहीं थी। टीम ने करीब 24 घंटों तक मादा अजगर के लौटने का इंतजार किया पर वह नहीं आई। मजबूरन वे अंडों को लेकर अपने घर में बने ऑफिस ले आये ।

जानकार बताते हैं मादा अजगर अपने अण्डों को लेकर बहुत प्रोटेक्टिव होती है। अंडा देने के बाद वह किसी भी परिस्थिति में उसे छोड़ती नहीं है। सूरज ने बताया कि जिस जगह पर अजगर ने घोंसला बनाया था वहां कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। हो सकता है मादा को खतरे का अंदेशा हो गया होगा इसलिए वह अंडों को छोड़कर वहां से चली गई।

अंडों के लिए की अनुकूल व्यवस्था

अण्डों को लाने के बाद सूरज और अविनाश के लिए बड़ी चुनौती थी उन्हें अनुकूल वातावरण देना। इसके लिए उन्होंने एक बड़े ड्रम की तली में पेपर बिछाया। फिर उसमें एक टोकरी रखी, प्राकृतिक वातावरण देने के लिए टोकरी में मिट्टी, रेत, पत्ते, लकड़ी के टुकड़े आदि डाले। सूरज ने बताया कि जिस स्थान पर अजगर ने अंडे दिए थे उसका टेम्प्रेचर 35 डिग्री था, अतः ड्रम का टेम्प्रेचर भी उतना ही रखने की कोशिश की गई।

तीन अंडे खराब

सूरज ने बताया कि 15 अण्डों में से तीन अंडे पहले ही खराब हो चुके थे। बचे हुए 12 में से नौ को ड्रम में रखा जबकि 3 अण्डों को रूम टेम्प्रेचर में रखा था। अण्डों को रेस्क्यू करने के तीन दिन बाद एक-एक करके अण्डों से अजगर निकलने शुरू हो गए थे, लेकिन रूम टेम्प्रेचर में रखे अण्डों में पांच दिन बाद भी कोई हलचल नहीं थी। उन्हें लग रहा था कि कहीं अंडे खराब तो नहीं हो गए। उन्होंने उन अंडों को काटकर देखने का फैसला किया। काटने पर तीनों ही अण्डों से अजगर सुरक्षित निकले। सूरज ने बताया कि इन अंडों का ऊपरी लेयर थोड़ा हार्ड था, इस वजह से नन्हे अजगर इन्हें तोड़कर बाहर नहीं निकल पा रहे थे।

तीन दिन तक नहीं सोए दोनों दोस्त

सूरज बताते हैं कि अण्डों से सांपों की निकलते देखने का एक्साइटमेंट इतना ज्यादा था कि तीन दिनों तक वे और अविनाश सोए ही नहीं। वे बताते हैं कि उन्होंने कई सांप रेस्क्यू किए हैं लेकिन यह इस तरह का पहला अनुभव था। अजगर के सभी नन्हें सपोले 10 से 12 इंच लम्बे थे।

एक सप्ताह बाद छोड़ा जंगल में

सूरज ने बताया कि अण्डों से निकलने के एक सप्ताह बाद सांप पहली बार अपनी केंचुली छोड़ते हैं और इसके बाद ही वे कुछ खाना-पीना शुरू करते हैं। इसलिए एक सप्ताह तक सांपों को संरक्षण में रखा गया। उन्होंने कहा कि सांप जंगल में रहने वाला जीव है और इंसानों के बीच सर्वाइव नहीं कर सकता, इसलिए रेस्क्यू करने के बाद उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाता है।

सांप देखें तो मारें नहीं

नोवा नेचर सोसाइटी के सचिव मोइज अहमद कहते हैं कि लोग सांप को देखते ही डर जाते हैं और उन्हें मार देते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। छत्तीसगढ़ में नोवा नेचर सोसाइटी के अलावा कई वलंटियर्स सांपों के संरक्षण की दिशा में काम कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में दिखे सांप तो करें फोन
नोवा नेचर सोसाइटी छत्तीसगढ़ में 2005 से काम कर रही है, सोसाइटी ने अब तक प्रदेश के विभिन्न शहरों से 15 प्रजाति के 3000 से ज्यादा सांप रेस्क्यू किए हैं। नोवा नेचर छत्तीसगढ़ की एकमात्र संस्था है जिसे सांप पकड़ने की अनुमति मिली है। बिना अनुमति सांप पकड़ना गैर कानूनी है। संस्था के लोग एक कॉल पर सांप पकड़ने पहुंचते हैं। छत्तीसगढ़ में सांप दिखे तो इन नंबरों पर फोन किया जा सकता है: रायपुर- 9303345640, 9329100065, 9300525486, नया रायपुर-9826117561, दुर्ग-भिलाई- 999 3454757, जशपुर- 9300851869।

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अजगर के बच्चे कैसे होते हैं?

अक्सर कहा जाता है कि अंडों को जब तक मां खुद नहीं सेती, तब तक उनमे से बच्चे बाहर नहीं आ पाते। भिलाई में ये बात ग़लत साबित हुई जहां एक मादा अजगर ने 15 अंडे दिए लेकिन किसी वजह से छोड़कर चली गई। दो युवकों ने उन अंडों को उठाया और उन्हें सहेजा, तो कुछ दिनों के बाद उन अंडों से 12 अजगर के बच्चे पैदा हुए।

अजगर का बच्चा कितने किलो का होता है?

अजगर भारत का सबसे बड़ा मोटा साँप है। यह वज़न में 250 पौंड तक का पाया गया है। भारतीय अजगर की अधिकतम लंबाई 7,000 मि. मी.

कौन सा सांप बच्चे पैदा करता है?

खतरनाक रसैल वायपर प्रजाति का सांप अंडों के बजाय बच्चे देता है। बच्चों के जन्म के बाद मादा सांप ने अपने ही 30 बच्चे खा लिए। बाद में उसे अलग करके 50 सपोलों के साथ जंगल में छोड़ा गया। ज्यादा बच्चे देने के बाद लगी भूख में अक्सर अपने बच्चे खा लेती है सांप की ये प्रजाति....

सांप का बच्चा कैसे पैदा होता है?

नागिन जब अंडे देती है तो पहले अंडो का चौड़ा बेस बनाती है और फिर पहाड़ की तरह एक के ऊपर एक के क्रम में अंडे देती है। जब वह अपने अंडे खुद ही खाने लगती है तो अंडे खाने के क्रम में जो अंडे इधर-उधर लुढ़क जाते हैं, उन बचे हुए अंडों से ही कुछ सांप उत्पन्न होते हैं