असली बंदूक कितने रुपए की मिलेगी? - asalee bandook kitane rupe kee milegee?

Show

बंदूक के लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया ज्यादा कठिन नहीं है, लेकिन इसके लिए आपको करीब 2 दर्जन दस्तावेज सम्मिलित करने होते हैं. साथ ही ये लाइसेंस बनवाने के बाद सिर्फ अपनी आत्मरक्षा के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

भारत में हर नागरिक की सुरक्षा के लिए पुलिस के साथ कई एजेंसियां काम करती हैं और पुलिस की ओर से किए जा रहे सराहनीय कार्य की वजह से हर कोई खुद को सुरक्षित महसूस करता है. लेकिन, फिर भी कई लोगों को विशेष कारणों की वजह से हथियार की आवश्यकता होती है और देश के नागरिक हथियार का लाइसेंस बनवा सकते हैं. हथियार का लाइसेंस लेने के बाद खुद की सुरक्षा के लिए बंदूक खरीद सकते हैं. ऐसे में जानते हैं कि बंदूक का लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया क्या है…

बंदूक के लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया ज्यादा कठिन नहीं है, लेकिन इसके लिए आपको करीब 2 दर्जन दस्तावेज सम्मिलित करने होते हैं. साथ ही ये लाइसेंस बनवाने के बाद सिर्फ अपनी आत्मरक्षा के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे आप किसी को धमका नहीं सकते हैं. अगर आपको भी लगता है कि आपका बंदूक का लाइसेंस चाहिए तो आपको तय प्रकिया के अनुसार प्रशासन को बताना होता है कि आखिर आपको इसकी जरूरत क्यों है?

किसे मिल सकता है बंदूक का लाइसेंस?

बंदूक का लाइसेंस लेने का अधिकार हर व्यक्ति को हो, लेकिन उन्हें साबित करना होता है कि आखिर उन्हें जरूरत क्यों है. इसके बाद प्रशासन पर निर्भर करता है कि वो आपके दलील को सही मानते हैं या नहीं. अगर प्रशासन को लगता है कि आपको वाकई बंदूक की आवश्यकता है तो आप लाइसेंस बनवा सकते हैं. लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया का कोई निश्चित समय नहीं है कि आपको इतने दिन में लाइसेंस में मिल जाएगा.

क्या है पूरी प्रक्रिया?

लाइसेंस बनवाने के लिए आपको एप्लीकेशन के साथ आवेदन फॉर्म जमा करना होता है. अब यह प्रक्रिया ऑनलाइन भी हो गई है. ऑफलाइन प्रक्रिया में आवदेन अपने क्षेत्र के डीसीपी (लाइसेंसिंग) कार्यालय में जाकर देना होता है और कई शहरों में यह फॉर्म एसडीएम को देना होता है. वहीं, अगर पुलिस कमिश्नरेट का इलाका है, तो कमिश्नर को अर्जी जाएगी. डीएम एप्लीकेशन को जांच के लिए एसपी के ऑफिस में भेज देता है. एसपी ऑफिस से एप्लीकेशन आवेदक के थाने में जाती है. थाना अपनी रिपोर्ट एक नियत समय में लाइसेंस अधिकारी को भेज देगा. इसके बाद आपके आवेदन को मंजूरी मिलती है और कई बार यह खारिज भी कर दी जाती है.

कितने रुपये लगते हैं?

वैसे तो यह निर्भर करता है कि आपको कौनसी बंदूक का लाइसेंस चाहिए. उसके आधार पर निर्धारित होती है इसकी फीस. लेकिन, ऐसा नहीं है कि इसके लिए आपको लाखों रुपये खर्च होते हैं, इसकी शुरुआत फीस 10 रुपये से शुरू है, जो 300 रुपये तक है. आप वो फीस नीचे दिए गए चार्ट में देख सकते हैं. अगर आपको हैंडगन (पिस्टल/ रिवॉल्वर) या रिपटिंग राइफल का लाइसेंस बनवाना है तो इसकी फीस 100 रुपये है.

असली बंदूक कितने रुपए की मिलेगी? - asalee bandook kitane rupe kee milegee?

लाइसेंस मिलने के बाद कोई भी बंदूक रख सकते हैं?

भारत में सिर्फ तीन तरह की बंदूक के लिए ही लाइसेंस जारी किया जाता है, जिसमें शॉर्टगन, हैंडगन और स्पोर्टिंग गन शामिल है. एक व्यक्ति अधिक से अधिक तीन बंदूकों का ही लाइसेंस ले सकता है और बंदूक रखने की सीमा पर पाबंदी होती है. सरकार के नियमों के अनुसार कई ऐसी बंदूकें भी है, जिन्हें आम आदमी को नहीं दिया जाता है.

लाइसेंस मिलने के बाद क्या होता है?

लाइसेंस मिलने के बाद भी आपको तय प्रक्रिया के आधार पर लाइसेंस खरीदना होता है. वहीं, बंदूक खरीदने के बाद आपको स्थानीय थाने में इसकी जानकारी देनी होती है और हथियार की जानकारी भी पुलिस के पास होती है. वहीं, समय समय पर इसके बारे में जानकारी थाने में देनी होती है.

ये भी पढ़ें- इस शख्स के साथ ऐसा क्या हुआ कि RBI ने नोटबंदी के कई साल बाद भी बदल दिया 500 का नोट!

Gun price in india with license in hindi – वैसे तो हमारी सुरक्षा के लिए हमारे देश में सुरक्षा व्यवस्था की गई है, लेकिन फिर भी अगर किसी व्यक्ति को किसी प्रकार के खतरे का डर है और वो अपनी सुरक्षा के लिए किसी विशेष प्रकार की व्यवस्था करना चाहता है तो वह अपने पास गन रख सकता है। लेकिन इसके लिए भी विशेष प्रावधान है।

आप अपने पास केवल लाइसेंस गन ही रख सकते हैं। वो भी सभी जरूरी दस्तावेज जमा करने के बाद एवं गन रखने के विशेष कारण का उल्लेख करना भी बहुत जरूरी है। साथ ही आप केवल अपनी सुरक्षा के लिए ही  रख सकते है किसी को डराने या नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं।

1 Metre me Kitne Inch Hote Hai

बिना किसी विशेष कारण आपको गन नही दिया जाएगा। यह ऐसा हो सकता गई कि आप कोई सेलेब्रिटी हैं और आपको जान का खतरा है। या आप बुरा बिज़नेस एरिया कवर करते हैं और आपको एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ता है। एक राज्य के अंदर गन रखने का यदि अपने लाइसेंस लिया हुआ है और आप दूसरे राज्य में भी गन लेकर जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अलग से आवेदन देना होगा।

आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपको इंडिया में गन रखने के लिये आवेदन करने से लेकर उसकी कीमत तक के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं।

इंडिया में लाइसेंस गन की कीमत – licensed gun price in India

इंडिया में लाइसेंस गन देने का प्रावधान आर्म्स एक्ट 1959 में उल्लेखित है। गन खरीदते समय आप जो फीस देते है उसमें कुछ अन्य शुल्क जैसे रायफल क्लब फीस, रेडक्रॉस सोसाइटी फीस, स्टाम्प फीस, रसीद फीस इत्यादि भी शामिल होते है।

अलग अलग गन की कीमत अलग अलग रखी गई है। जिसकी विस्तृत जानकारी इस प्रकार है

  • 22 बोर राईफ़ लाइसेंस की कीमत चालीस हजार रुपये है एवं इसकी रिन्यूअल फीस 20 रुपये हैं।
  • एम एल गन तथा एयर गन की कीमत दस हज़ार रुपये है।
  • 12 बोर का कट्टा एक हज़ार रुपये में, 315 बोर का कट्टा 1500 रुपये में और कॉउंटरीमेड पिस्टल एवं रिवॉल्वर 5000 रुपये में उपलब्ध है।
  • पिस्टल या रिवाल्वर की कीमत 58000 रखी गई है।
  • राइफल के लिए आपको 37500 रुपये देने होते हैं।
  • डबल बेरल गन के लिए आपको 26000 रुपये लगते हैं।
  • सिंगल बेरल गन की कीमत 16000 रुपये है।
  • 32 कैलिबर रिवॉल्वर की कीमत 1.38 लाख रुपये रखी गई है। 
  • वेब्ले की पिस्टल की कीमत सवा दो लाख के आस पास तय की गई है।
  • गन की कीमत के साथ उपयुक्त कर को जोड़ा जाता है। 

process of getting licence gun in India

लाइसेंस गन लेने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों से होकर गुजरना पड़ेगा

  • एडीएम आफिस या कलेक्टोरेट आफिस से फॉर्म लें तथा उसे भर कर वहीं जमा करें।
  • यह फॉर्म पुलिस वेरिफिकेशन के लिए एसपी आफिस भेज जाएगा।
  • इसके बाद यह फॉर्म आपके नजदीकी थाना में भेज जाएगा जहा से अधिकारी आपके द्वारा दी गई जानकारी जैसे एड्रेस इत्यादि की पुष्टि करेंगे।
  • सीएसपी इस बात की पुष्टि करेंगे कि आपको गन दिया जाना चाहिए या नहीं। पुष्टि हो के के बाद एक फॉर्म फिर से एसपी ऑफिस भेजा जाएगा।
  • सामान्य जांच के बाद क्रिमिमल बैकग्राउंड चेकिंग के लिए फॉर्म को डिस्ट्रिक्ट स्पेशल ब्रांच में भेज जाएगा।
  • डीएसबी आपका क्रिमिनल बैकग्राउंड चेक कर फॉर्म को वापस एसपी आफिस भेज देते हैं।
  • सभी रिपोर्ट्स को देख कर एसएसपी फाइनल डिसिजन लेते है।
  • एसएसपी अपना अपना अप्रूवल या डिस अप्रूवल एडीएम आफिस में भेजते है।
  • एसएसपी के डिसिजन के आधार पर आपको एडीएम आफिस से लाइसेंस्ड गन दिया जाता है।

महत्वपूर्ण बिंदु राज्यों के आधार पर उपरोक्त प्रक्रिया में थोड़े बहुत बदलाव हो सकते हैं।

इसके अलावे लाइसेंस वाली गन लेते समय आपको रेड क्रॉस सोसाइटी के लिए डोनेशन फीस भी देनी होती है, जो कि 21000, 31000 या 41000 तक हो सकती है। यह फीस माननीय अधिकारी के द्वारा तय की जाती है, जिसे आप आवेदन कर कम भी करा सकते हैं।

Punjabi Bhasha Ki Lipi Kya Hai 

लाइसेंस गन खरीदना इतना आसान भी नही है, लेकिन अगर आप सही से सभी नियमों का पालन करे एवं सभी प्रकार के दस्तावेजों के साथ सही स्थान पर आवेदन दे तो आप आसानी से इसे पा सकेंगे।

लाइसेंस वाली गन के लिए क्या दातावेज चाहिए 

लाइसेंस वाली गन के आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होगी

  • एड्रेस प्रूफ
  • ऐज प्रूफ
  • पहचान प्रमाण पत्र
  • फिटनेस सर्टिफिकेट

इन सभी दस्तावेजों के साथ साथ आपको गन चलाने का भी अनुभव होना जरूरी है। इसके लिए आपको लाइसेंस भी बनवानी होती है। 

लाइसेंस लेने के लिए कितनी फीस लगेगी 

रिवॉल्वर, पिस्टल, रिपिटिंग रिवॉल्वर के लिए सौ रुपये तथा रिन्यूअल के लिए पचास रुपये फीस रखी गई है और ये दाम समय समय पर बदलती रहती है आप इसे जाकर ले सकते है लेकिन लेने से पहले आप इसका जांच जरूर करले की इसका दाम क्या है।

हिंदी भाषा की लिपि क्या है

अगर आप किसी भी तरह का पिस्टल लेना चाहते है तो आपको लाइसेंस के साथ ही लेना पड़ेगा नहीं तो उसके लिए आपको दंड भी देना पर सकता है।

कौन सी लाइसेंस्ड गन हम रख सकते हैं

जैस ही हमे लाइसेंस मिल जाता है वैसे ही हमे उससे रखना का अधिकार मिल जाता है और जब हमें liscense मिलता है तो लाइसेंस मिलने के बाद हम तीन तरह के गन रख सकते हैं जो कि इस प्रकार हैं

  • रिपोर्टिंग
  • हैंडगन
  • शॉर्टगन

एक व्यक्ति अत्यधिक तीन गन ही अपने पास रख सकता है। उन सभी के लिए एक ही लाइसेंस लेना होगा। एक गन की लाइसेंस के लिए आपको 600, दो गन के लिए 900 तथा तीन गन के लिए 1500 रुपये देने होते है। कुछ ऐसे भी गन है जो कि आम आदमी अपने पास नही रख सकता।

FAQ on Gun Price in India in Hindi

Q1. एक पिस्टल का कितमत कितना है?

एक पिस्टल की कीमत बाजार में सवा दो लाख रुपए रखे गए।

Q2. कट्टा बंदूक कितने रुपए की आती है?

एक हजार रुपए में 12 बोर का कट्टा बंदूक  में उपलद करती जाती है।

Q3. रिवाल्वर और पिस्टल में क्या अंतर है?

देखा जाए तो रिवाल्वर में 6 Fire होती है लेकिन पिस्टल में 18 गोलियां आजाती है इसलिए इन दोनो में गोलियों और Fire का अंतर रखा गया है।

Q4. राइफल का लाइसेंस कितने में बनता है?

सभी बंदूकों की अलग अलग कीमत होती है इसलिए अगर आप राइफल लेंगे तो उसका प्राइस का अलग अलग हो सकता है अगर आप पिस्टल बनवाते है तब आपको 100 रुपए देने होते है और यही फीस आपको होती है।

Conclusion

वैसे तो भारत मे हर व्यक्ति को गन रखने का अधिकार है लेकिन फिर भी लाइसेंस वाली गन लेते समय आपको गन रखने के विशेष कारण को बताना जरूरी है। गन आप केवल अपनी सुरक्षा के लिए ही रख सकते है। साथ ही गन मिलने के बाद समी जानकारी आपको अपने नजदीकी पुलिस थाने में देनी होती है। वहां आपके गन की विस्तृत जानकारी रखी जाती है। 

Also Read:- Urdu Bhasha Ki Lipi Kya Hai

साथ ही बीच बीच मे आपको थाने में गन की जानकारी देती रहनी होती है। गैर कानूनी रूप से बिना लाइसेंस गन रखना आपको एक बड़ी सजा का हकदार बना देगा। इसलिए इंडिया में गन खरीदने से पहले आप आवश्यक जानकारी जरूर इकट्ठा कर ले।

हमने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको इंडिया में गन रखने से संबंधित सभी जानकारी को विस्तार से बताने की पूरी कोशिश की है, उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आया होगा।

असली वाली बंदूक कितने की आती है?

बन्दूक.

एक बंदूक की गोली कितने रुपए की आती है?

– 1879) ने 1847 में जारी किया।