संस्कृत भाषा को विश्व की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक माना जाता है। ज्यादातर हिंदू ग्रंथ संस्कृत भाषा में ही लिखे गए हैं। संस्कृत भाषा से ही कई भाषाओं का निर्माण हुआ हैं जैसे- हिंदी, बांग्ला, मराठी, पंजाबी आदि। संस्कृत भाषा को देव भाषा माना जाता है। देश में कई विश्वविद्यालय हैं जो MA Sanskrit कोर्स उपलब्ध करते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि MA Sanskrit कैसे करें। Show
कोर्सMA Sanskritफुल फॉर्ममास्टर्स ऑफ़ आर्ट्स इन संस्कृतड्यूरेशन2 वर्षयोग्यताकिसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बैचलर डिग्री या उसके समान आर्ट्स में डिग्रीएडमिशन प्रोसेसमेरिट / प्रवेश-आधारितएवरेज सालाना फीसINR 10,000-1 लाखएवरेज सालाना सैलरी3-9 लाखजॉब प्रोफाइल्स-संस्कृत टीचर This Blog Includes:
MA संस्कृत क्या है?MA यानी मास्टर ऑफ़ आर्ट्स एक ऐसी डिग्री जिसके अंदर कई स्पेशलाइज़ेशन्स आती हैं। इन्ही विशेषताओं में से एक है MA इन संस्कृत। संस्कृत काफी पुरानी और कह लीजिए पूर्वजों के ज़माने से चली आ रही भाषा होने के कारण भारत वासियों के दिल में एक अलग स्थान रखती है। इस कोर्स में विद्यार्थी जिन्हे इस भाषा में महारथ हासिल कर इसी में करियर डेवेलप करना है वे अपनी पढ़ाई पूरी करने का निर्णय ले सकते हैं। MA संस्कृत क्यों करें?MA संस्कृत क्यों करना चाहिए, इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स दिए गए हैं-
MA संस्कृत के लिए अनिवार्य स्किल्ससंस्कृत भाषा में मास्टर्स के लिए जो अति आवश्यक स्किल है वो है आपका संस्कृत भाषा को लेकर गंभीरता रखना साथ ही साथ इस भाषा में आने वाले सभी विषयों की गहराई को समझना। एक ज़मीन से जुड़ी भाषा की गहराई को जानना और उसी गंभीरता से समझने की स्किल यहाँ अनिवार्य है। संस्कृत में MA करने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइडसंस्कृत में मास्टर्स करने के लिए दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें-
MA संस्कृत सिलेबसMa Sanskrit का पूरा सिलेबस नीचे दिया गया है- सेमेस्टरMA संस्कृत सब्जेक्ट्ससेमेस्टर 1-वैदिक भजन (ऋगवेद-संहिता के निम्नलिखित भजन सयाना की टिप्पणी के साथ): आरके संहिता: 1.1, 1.35, 1.154, II। 33, X.90-आचार्य शंकरन का आत्मबोध प्रवचनम -संस्कृत दर्शनशास्त्र -शास्त्रीय संस्कृत साहित्य का इतिहास -मेघदूतम -अशोकन एडिट्स: रॉक एडिट्स -III, IV, V, VI, XII, XIII निरुक्त (1.1-1.14) -संस्कृत व्याकरण का इतिहास -कौटिल्य का अर्थशास्त्र अधिरचना II – अध्याय 1, 2, 5, 6, 7, 8, 35,36सेमेस्टर 2-आरके संहिता (स्याना टिप्पणी के साथ आरजी वेद संहिता के निम्नलिखित भजन): आरके संहिता – 1.2, 1.3,1.4,6.64,7.86,10.129 -सांख्य अरिका -वैदिक साहित्य का इतिहास -व्याकरण सिद्धान्तकौमुदी (पूर्ववर्धा) समाज, परिभासा, एसी सांधी [प्राकृतभावा तक]-मृच्छकटिकम (I-IV) -साहित्यपद (अध्याय -1, 2) साहित्यदर्पण (अध्याय -3 से रसानुपरुपन तक) -भासप्रिकेडा (केवल खंडा खंडा) -सयाना की ऋग्वेदश्याभोपरामनिका अशोकन की शिक्षाएँ: स्तंभ शिक्षा – IV, VIIसेमेस्टर 3-व्याकरण सिद्धान्तकुमारी (उत्तरार्ध) भिवाड़ी -पतंजलि की महाभाष्य (केवल पपसा) -केनोपनिषद -याज्ञवल्क्य – स्मृति (व्यवाहरध्याय) -अनुसंधान पद्धति और पांडुलिपि -भासापरिचेडा (अनूमन, उपमन और सबदा-खंडा विद मुक्तावली और मननरूप) -मृच्छकटिका (V – X), प्राकृतप्रकाश (I, II) शिलालेख (केवल चयनित शिलालेख): 1. रुद्रमा का जुनागढ़ शिलालेख (एपिग्राफिया इंडिका, खंड। V, P.42) 2. चंद्रा का महरौली लौह स्तंभ शिलालेख (JF बेड़े, Corp.Ins.Ind।, Vol.III, नंबर 32 Cal।, 1888) 3. दामोदरपुर कॉपर प्लेट गुप्त के समय का शिलालेख (543 ईस्वी) (एपिग्राफिया इंडिका, XV। P.142)। 4. मिहिरकुला के समय का ग्वालियर शिलालेख, प्रति वर्ष 15 (फ्लीट, सी 11, III नंबर 37) शिलालेख (केवल चयनित शिलालेख) -नैसधकारितम (केवल नौवां कैंटो) -मुदरकस (संपूर्ण) -दशरूपक (I से III) -काव्यप्रकाश (I -V अध्याय) -रस गंगाधारा- (मैं अमन, कविता के वर्गीकरण तक) -परियोजनासेमेस्टर 5-गौतम सूत्र नयभास्यम 1.1 के साथ। 1-6, 1.1.7-22 (केवल सूत्र) -व्यास संयोग (समाधि पद) के साथ योग सूत्र, सूत्र संख्या 39 तक -वेदांतदर्शन, शारिकभास्य (अध्यासभास्य और अध्याय 1.1.1 –6, 12-19) के साथ -बौधदर्शन (सर्वदर्शनसंग्रह से) -वेराडदर्शन, शारिकभास्य के साथ (अध्याय- II.I.1-17, II.II.1-3, 11-16) -वेदांतपरिभासा (केवल प्रतीकात्मक) प्रत्यभिज्ञहनम् (सूत्र – 1-10)सेमेस्टर 6-वैदिक भजन: – वाजसनेयी संहिता – XVI। (1-16), 34 (1-6)। अथर्ववेद संहिता – बारहवीं। 1-12, XIX.53 (17)। -ब्राहादेवता (अध्याय- I) -शतपथ ब्राह्मण (कांडा –I, प्रपत्का -1, ब्राह्मण -1, अधयन -1-2), निरुक्त – II (1-4), VII (1-13) -आरके- प्रितिसख्या (I-III) -अथरे ब्राह्मण (पंचिका -I अध्याय I -II, पंचिका- VI अध्याय XXXIII सुनहसपा कथा) -वैदिक व्याख्याओं (पारंपरिक और आधुनिक) का असवालयण श्रौतसूत्र (अध्याय – I): वेंकट माधव, स्कंदवास्विन, सयाना, अरबिंदो, दयानंद, मैक्स मुल्ला रोथ।सेमेस्टर 71.बेसनगर गरुड़ -पिलार शिलालेख (जेबीआरएएस खंड। XXIII) 2.सारनाथ बौद्ध चित्र कनिष्क का शिलालेख I वर्ष 3 (EI। Vol VII) 3.मथुरा स्टोन हुविस्का का शिलालेख, वर्ष 28, (ईआई-एक्सएक्सआई) 4.हाथीगुम्फा शिलालेख खारवेल (BMBarua, उदयगिरि और खंडगिरी गुफाओं में पुराने ब्राह्मी शिलालेख, काल 1929) 5.नासिक गुफा शिलालेख वासिष्ठिपुत्र पुलामायि, वर्ष 19 (ईआई- VII)। 6.आदित्यसेना का पत्थर का शिलालेख। (फ्लीट, कॉर्प इंस। Ind। III। कल 1888)। 7.हर्षवर्धन (ईआई- IV) के जी बांसखेड़ा कॉपर प्लेट शिलालेख 8.ग्वालियर स्टोन मिहिर भोज का शिलालेख (ईआई-XVIII) 9.ईश्वरवर्मन का ईशान शिलालेख (EI – XIV)। प्राचीन शिलालेखों का अध्ययन संस्कृत में कोर्सेजयूनिवर्सिटीज के द्वारा ऑफर किए जाने वाले कोर्सिज़ इस प्रकार हैं:
MA संस्कृत के टॉप कॉलेजMA संस्कृत के लिए देश के टॉप कॉलेज के नाम इस प्रकार हैं: MA संस्कृत के लिए आवश्यक योग्यताMA संस्कृत के लिए आवश्यक योग्यताएं निम्नलिखित हैं :-
आवेदन प्रक्रियाMA Sanskrit में एडमिशन के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करना आवश्यक है। यह एप्लीकेशन प्रोसेस आपको आपके मन चाहे कॉलेज में एडमिशन दिलाने के लिए महत्वपूर्ण है-
विदेश में आवेदन प्रक्रियाविदेश के विश्वविद्यालयों में आवेदन करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपनी आवेदन प्रक्रिया का ख़ास ध्यान रखना होगा, नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यान से पढ़ें-
यह भी पढ़ें : मास्टर्स इन मार्केटिंग महत्वपूर्ण दस्तावेज़MA Sanskrit के बारे में जानने के साथ साथ उससे जुड़े कोर्स में अप्लाई करने के लिए छात्र को नीचे दिए गए दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी-
प्रवेश परीक्षाएंMA Sanskrit के लिए होने वाले एंट्रेंस एग्ज़ाम के नाम इस प्रकार हैं:
MA संस्कृत के लिए किताबेंMA Sanskrit के लिए किताबें इस प्रकार हैं: किताबों का नामखरीदने के लिए लिंक्सहिस्ट्री ऑफ़ संस्कृत पोएटिक्स यहाँ से खरीदेंकादम्बरीयहाँ से खरीदेंहिस्ट्री ऑफ़ इंडियन लिटरेचरयहाँ से खरीदेंडिक्शनरी ऑफ़ संस्कृत ग्रामरयहाँ से खरीदेंमृच्छकटिकम् (नाटक)यहाँ से खरीदेंमेघदूतम्यहाँ से खरीदेंपिछले वर्षो में आने वाले एग्ज़ामस के प्रश्न की PDF डाउनलोड
जॉब रोल्स और सैलरीजॉब रोल्सऔसत सालाना सैलरी (INR)संस्कृत टाइपिस्टINR 2.20-3 लाखऑनलाइन ट्रांसक्रिप्ट्सINR 4.16-5 लाखट्रेनिंग अफसर हिंदीINR 4.28 लाखकंटेंट डेवलपरINR 3-4 लाखलेक्चररINR 7-8 लाखसंस्कृत टीचरINR 4-5 लाखFAQsक्या मैं BCom के बाद MA Sanskrit चुन सकता हूँ? जी हां, आप किसी भी विषय में बैचलर्स कर के MA Sanskrit कोर्स को चुन सकते हैं। क्या मैं IGNOU से MA Sanskrit कर सकता हूं? जी, आप IGNOU से MA Sanskrit कर सकते हैं। यहां अभी डिस्टेंस मोड से MA Sanskrit करने की भी सुविधा दी गई है। MA Sanskrit के लिए देश की टॉप यूनिवर्सिटीज़ कौन सी हैं? MA Sanskrit के लिए देश की टॉप यूनिवर्सिटीज़ के नाम इस प्रकार हैं: आशा है, इस ब्लॉग से आपको MA Sanskrit की जानकारी मिल गई होगी । यदि आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके आज ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।
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