कुंडली से कैसे पता करें कि कितने बच्चे होंगे - kundalee se kaise pata karen ki kitane bachche honge

Jyotish shastra: हमारे जीवन में शास्त्रों का विशेष महत्व माना गया है। शास्त्रों में हमारे जीवन में घटित होने वाली सभी घटनाओं के संकेतों के बारे में बताया गया है। बस हम लोग उन संकेतों को जल्दी से समझ नहीं पाते हैं। शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति के नाम के पहले अक्षर से ही ये ज्ञात किया जा सकता है कि उसके कितने बच्चे होंगे। तो आइए जानते हैं इस बारे में।

Also Read: Jyotish shastra: जीवन भर कर्ज में डूबे रहते हैं इन तीन राशि वाले लोग, जानें इनकी सफलता के उपाय

आप लोग अपने जीवन के संबंध में ज्योतिष से बहुत कुछ ज्ञात कर सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार कई ऐसी महत्वपूर्ण जानकारी हम लोगों को मिल जाती हैं, जिनसे शायद ही हम लोग अवगत होते होंगे। अकसर देखा जाता है कि शादी के पश्चात अधिकतर लोगों को बच्चे से संबंधित उत्सुकताएं बढ़ने लगती हैं। और उनका दिमाग यह सोचने पर मजबूर हो जाता है कि आखिर हमारे कितने बच्चे होंगे। तो नाम के पहले अक्षर A, S, M, I, V, Y के संबंध में बता रहे हैं कि इनकी कितनी संतानें होंगी।

A, S, M नाम वालों की संतान

अगर इनके स्वभाव के बारे में बात की जाए तो ये लोग खर्चों के मामले में काफी मितव्ययी इंसान होते हैं। कई लोग इन्हें समझ नहीं पाते हैं। परिवार को समझने की सबसे अच्छी योग्यता इन लोगों में होती है। प्यार के मामले में विवाह से पहले रहना पसंद नहीं करते हैं। हमेशा इनकी कोशिश यही रहती है कि कैसे अपने रहन-सहन को बेहतर बना पाएं। इनकी कुंडली में अकसर दो संतान होने का योग रहता है।

I, V, Y नाम वालों की संतान

इन जातकों का व्यक्तित्व मौज मस्ती वाला होता है। दोस्तों के बीच रहना ये लोग ज्यादा पसंद करते हैं। नौकरी के प्रति गंभीरता पर ये लोग कभी नहीं सोचते हैं। इन्हें बस यह पता है कि वह अपनी जिन्दगी में कुछ ना कुछ जरुर कर लेंगे। लक्ष्य इनके बहुत बड़े होते हैं और अगर आप भी इन लोगों में शामिल हैं तो ज्योतिष विज्ञान के अनुसार तीन बच्चों का भाग्य आप लोगों की लाइफ में रहता है।

कैसे पता करें कि कितने बच्चे होंगे?

बुध पर्वत के पास मौजूद खड़ी रेखाएं और शुक्र पर्वत के पास जितनी भी छोटी रेखाएं मौजूद होती हैं, वह संतान रेखा कहलाती हैं। जानकारों की मानें तो आपकी हथेली में इन स्थानों पर जितनी भी साफ और स्पष्ट रेखा मौजूद होती हैं, उतने आपके पुत्र होंगे। वहीं जितनी हल्की रेखाएं हैं, उतनी आपको बेटी होंगी।

संतान रेखा कौन सी होती है?

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार हथेली में कनिष्ठिका अंगुली के मूल में बुध पर्वत पर ऊपर की ओर स्थित रेखा को संतान रेखा कहा जाता है। यह रेखा स्पष्ट होनी चाहिए। आपके हाथ में जिनती संतान रेखा होंगी, भविष्य में आपके उतने ही बच्चे होंगे। संतान का विचार शुक्र पर्वत पर स्थित रेखाओं से भी किया जाता है।

बच्चों की रेखा कौन सी होती है?

संतान रेखा कहां होती है हस्तरेखा (hasth rekha) शास्त्र के अनुसार हाथ की सबसे छोटी उंगली कनिष्ठिका के नीचे बुध पर्वत होता है. बुध पर्वत पर मौजूद खड़ी रेखा संतान रेखा कहलाती है. ये रेखा क्लीयर होनी चाहिए क्योंकि आपके हाथ में जितनी संतान रेखा होंगी, फ्यूचर में आपके उतने ही बच्चे होंगे.

महिलाओं का कौन सा हाथ देखा जाता है?

आम तौर पर पुरुषों का दायां हाथ तथा स्त्रियों का बायां हाथ देखा जाता है।