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पेट में हो रहा है दर्द असलियत में लेबर पेन है या फॉल्स अलार्म, यहां जानें दोनों का अंतरneha seth | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Mar 2, 2020, 10:37 AM प्रेग्नेंसी की आखिरी तिमाही यानी 6 से 9 महीने के दौरान जब शरीर डिलिवरी के लिए तैयार हो रहा होता है उस दौरान कई बार पेट में दर्द और संकुचन होता है और लगता है कि लेबर पेन शुरू हो गया। लेकिन डॉक्टर के पास जाओ तो पता चलता है कि ये फॉल्स अलार्म है। तो दोनों के बीच अंतर को कैसे पहचानें, यहां जानें।
फॉल्स लेबर पेन (ब्रैक्सटन हिक्स क्रॉन्टैक्शन्स) में कैसा दर्द होता है? - कॉन्ट्रैक्शन्स रेग्युलर नहीं होता यानी थोड़ी देर के लिए होता है और फिर गायब हो जाता है - कॉन्ट्रैक्शन्स भले ही आपको असहज महसूस करवाएं लेकिन इसमें बहुत ज्यादा तेज और असहनशील दर्द नहीं होता - चलने, उठने-बैठने या पानी पीने पर दर्द कम हो जाता है - अगर आपको लेबर पेन नहीं हो रहा और ये दर्द फॉल्स है तो आपको सिर्फ पेट के निचले हिस्से में दर्द महसूस होगा, लोअर बैक (कमर) में नहीं - जैसे-जैसे कॉन्ट्रैक्शन्स होंगे गर्भ में पल रहे बच्चे की मूवमेंट भी बढ़ जाएगी प्रेग्नेंसी के इन 10 लक्षणों की न करें अनदेखी होगा
नुकसान रियल लेबर पेन में कैसा दर्द होता है? - फॉल्स लेबर के दौरान अगर आप अपनी पोजिशन बदल दें या चलने-फिरने लगें तो दर्द कम हो जाता है या बंद हो जाता है जबकी रियल लेबर पेन के दौरान आप कैसी भी ऐक्टिविटी कर लें दर्द बढ़ता ही जाता है। - रियल लेबर पेन की शुरुआत लोअर बैक यानी कमर में उठने वाले दर्द से होती है जो धीरे-धीरे पेट के निचले हिस्से तक पहुंचती है और कई बार तो पैर में दर्द होने लगता है। - कई बार तो लेबर पेन के साथ डायरिया भी शुरू हो जाता है। - लेबर पेन का कोई सेट पैटर्न नहीं है लेकिन आमतौर पर कॉन्ट्रैक्शन्स बढ़ते जाते हैं, दर्द लगातार होता रहता है और कम होने की बजाए बढ़ता जाता है। - प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाला बच्चा फ्लूइड से भरे मेम्ब्रेन से घिरा रहता है जिसे ऐमिनोएटिक सैक भी कहते हैं। लेबर पेन की शुरुआत के दौरान यह मेम्ब्रेन फट जाता है जिसे वॉटर ब्रेक होना भी कहते हैं और फिर फ्लूइड बाहर आने लगता है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवादलेबर पेन की पहचान कैसे करें?ये संकेत मिलें तो समझ लें, बस 24 से 48 घंटे में ही शुरू होने वाला.... पेशाब बार-बार आना डिलीवरी के लिए बच्चे का सिर नीचे योनि की ओर आ जाता है। ... . म्यूकस प्लग निकलना प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भाशय ग्रीवा में म्यूकस प्लग बनता है। ... . कमर दर्द तेज हो जाना ... . पानी की थैली फटना. लेबर पेन शुरू होने से पहले क्या होता है?प्रसव पीड़ा (लेबर पेन) इस बात का संकेत है कि आपका शरीर शिशु को जन्म दिलाने के लिए काम कर रहा है। यह दर्द अन्य किसी भी दर्द से अलग होता है। यह टांग टूटने पर होने वाला दर्द नहीं है और यह लगातार भी नहीं होता। यह हल्के, नियमित संकुचनों से शुरू होता है।
लेबर पेन कितने दिन पहले शुरू होता है?डॉक्टर का मानने है कि गर्भवती महिला को उसकी प्रेगनेंसी के 37वें सप्ताह से 40वें सप्ताह के बीच Labour Pain in Hindi कभी भी प्रसव पीड़ा शुरू हो सकती है। यह इस बात कि और इशारा करता है कि आपकी डिलीवरी जल्दी होने वाली है। कई मामलों में 37वें सप्ताह कि शुरुआत में या इससे भी पहले शिशु की डिलीवरी हो जाती है।
कैसे पता करें कि अब डिलीवरी होने वाली है?जब डिलीवरी का समय बिलकुल नजदीक आ जाता है तो निम्न संकेत मिलने लगते हैं :. पेट में गर्म महसूस होना।. संकुचन बढ़ जाना. संकुचन की वजह से तेज दर्द होना जो कि 40 से 60 सेकंड तक रहे।. पीठ में तेज दर्द होना। यह भी पढें : प्रेगनेंसी में अब नहीं सताएगा कमर दर्द, अपनाएं ये तरीके. योनि से खून आना. |