प्रयोगशाला से आप क्या समझते हैं इसके क्या लाभ है? - prayogashaala se aap kya samajhate hain isake kya laabh hai?

विज्ञान के अध्ययन में विज्ञान प्रयोगशाला का महत्त्व — विज्ञान शिक्षण के अध्ययन के लिए प्रयोगशाला के अधिक महत्त्व को देखते राष्ट्रीय शिक्षा नीति ( 10 + 2 ) के अन्तर्गत माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रयोगशाला खोलने की व्यवस्था की गयी है ।

प्रयोगशाला की उपयोगिता एवं महत्त्व निम्नलिखित प्रकार हैं ;

( 1 ). प्रयोगशाला छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि उत्पन्न करती है ।

( 2 ). प्रयोगशाला छात्रों में विज्ञान शिक्षण का वातावरण उत्पन्न करती है ।

( 3 ). प्रयोगशाला के द्वारा छात्रों में आत्मविश्वास , आत्मानुशासन और स्वावलम्बन जैसी भावनाओं का विकास होता है ।

( 4 ). छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास होता है ।

( 5 ). प्रयोगशाला द्वारा छात्रों को ‘ करके सीखने के सिद्धान्त के आधार पर ज्ञान दिया जाता है , जो अधिक स्थायी होता है तथा उसे शिक्षण कार्य में रुचिपूर्ण एवं रचनात्मक अनुभव प्राप्त होते हैं ।

( 6 ). प्रयोगशाला में छात्रों द्वारा सामूहिक रूप से कार्य करने से उनमें सामाजिक गुणों का विकास होता है ।

( 7 ). प्रयोगशाला में छात्र प्रयोग द्वारा प्रेक्षण लेने ‘ विश्लेषण करने व निष्कर्ष निकालने से उसमें सोचने – विचारने , निरीक्षण करने , व्याख्या करने तथा निर्णय लेने की क्षमता का विकास होता है ।

( 8 ). प्रयोगशाला में प्रयोग सम्बन्धी सभी उपकरण , यन्त्र व सामग्री एक ही जगह पर उपलब्ध हो जाती है , इसीलिए प्रयोग करने में आसानी रहती है तथा समय की बचत होती है ।

( 9 ). छात्रों को पुष्ट एवं प्रामाणिक ज्ञान कराया जा सकता है ।

( 10 ). प्रयोगशाला में कार्य करने से छात्रों में वैज्ञानिक विधि से कार्य करने की आदत पड़ जाती है ।

( 11 ). प्रयोगशाला में कार्य करते हुए विभिन्न उपकरणों की मरम्मत एवं निर्माण करने से छात्रों में आत्मनिर्भरता आती है ।

( 12 ). प्रयोगशाला के अभाव में उपकरणों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाने ले जाने में टूट – फूट होने की सम्भावना रहती है ।

( 13 ). प्रयोगशाला में उपकरणों एवं यन्त्रों के रख – रखाव की छात्रों में व्यावहारिक समझ विकसित होती है ।

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विज्ञान की शिक्षा वास्तव में प्रयोगशाला में ही संभव है। इसलिए आधुनिक शिक्षा प्रणाली में प्रायोगिक कार्य पर विशेष बल दिया गया है। प्रायोगिक विधि में विज्ञान विषय से संबंधित उपकरणों, आवश्यक वस्तुओं आदि की सहायता से विज्ञान के नियमों, सिद्धांतों एवं अवधारणाओं का प्रायोगिक सत्यापन किया जाता है। इस विधि में विद्यार्थी व्यक्तिगत रूप से सहयोग प्रयोग कर प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करते हैं।

प्रयोगशाला से आप क्या समझते हैं इसके क्या लाभ है? - prayogashaala se aap kya samajhate hain isake kya laabh hai?



प्रयोगशाला में ‘करके सीखना' , ‘निरीक्षण करके सीखना', ' ज्ञात से अज्ञात जैसे महत्वपूर्ण सिद्धांतों का उपयोग किया जाता है।जो सीखने में सहायक होते हैं।

विद्यार्थी उचित अवलोकन एवं परीक्षण के द्वारा निष्कर्ष तक पूछते हैं। यदि विद्यार्थी को प्रयोग के दौरान कोई कठिनाई होती है तो शिक्षक उनकी सहायता करते हैं और उनकी समस्या का समाधान करते हैं इस विधि में विद्यार्थी पूर्ण रूप से सक्रिय होते हैं। यह करके सीखने पर आधारित होने के कारण अत्यंत प्रभावी विधि है उच्च प्राथमिक शालाओं में प्राय प्रयोगशाला कक्षा उपलब्ध न होने पर प्रायोगिक सामग्रियों को एकत्र कर कक्षा कक्ष में ही प्रायोगिक कार्य संपन्न कराया जा सकता है।

प्रयोगशाला विधि के गुण

  • यह मनोवैज्ञानिक विधि है।
  • बालक को केंद्र मानना
  • इसमें वैज्ञानिक प्रक्रिया निहित होती है।
  • इसके द्वारा विद्यार्थियों में प्रायोगिक कार्य हेतु कौशल विकास होता है।
  • इस विधि द्वारा प्राप्त ज्ञान स्पष्ट एवं स्थाई होता है।
  • इस विधि द्वारा विद्यार्थियों में वांछित गुणों एवं मूल्यों का विकास होता है।
  • इस विधि द्वारा अध्यापक एवं विद्यार्थी के मध्य संबंध शुदृढ़ होते हैं।
  • गुणों का विकास छात्रों में ईमानदारी, परिश्रम की महत्ता, खोज, एकाग्रता, अवलोकन जैसे गुणों का विकास किया जाता है।
  • ज्ञानेन्द्रियो का प्रयोग इस विधि द्वारा एक साथ कई ज्ञानेन्द्रियो का प्रयोग कर लेते हैं। जिससे ज्ञान स्थायी हो जाता है।
  • गणित शिक्षण के सिद्धांतों का प्रयोग

प्रयोगशाला विधि के दोष

  • इस विधि में समय अधिक लगता हैं।
  • खर्चीली विधि इस विधि से शिक्षण करने में एक प्रयोग शाला के लिए बड़ा कमरा तथा एक से अधिक शिक्षकों की भी जरूरत होगी।
  • इस विधि के प्रयोग हेतु विद्यार्थियों का कुशल होना आवश्यक है।
  • विज्ञान के प्रत्येक प्रकरण को प्रायोगिक विधि द्वारा विस्तार देना संभव नहीं है।
  • उच्च प्राथमिक स्तर पर विद्यार्थियों में प्रायोगिक कुशलता का अभाव होता है अतः दुर्घटना की आशंका को देखते हुए शिक्षक को अत्यधिक सत्र रहने की आवश्यकता होती है।
  • यदि विद्यार्थियों की संख्या अधिक हो तो यह विधि शिक्षक के लिए कठिन साबित होती है क्योंकि उसे प्रत्येक विद्यार्थी पर ध्यान देना होता है।

    प्रयोगशाला से आप क्या समझते है?

    प्रयोगशाला वैज्ञानिक प्रयोगों, अनुसंधान, शिक्षण, या रसायनों और औषधियों के निर्माण के लिए सुसज्जित एक कक्ष या भवन है।

    प्रयोगशाला का क्या महत्व है?

    प्रयोगशाला में कार्य करने से छात्रों में अवलोकन, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, शक्ति, धैर्य, तर्कशक्ति, निष्कर्ष, निरूपण, स्वतंत्र रूप से कार्य करने की क्षमता का सहज ही विकास होता है। प्रयोगशाला एक कमरे में होती है। सारा सामान वही रहता है। छात्र उस सामान का वही प्रयोग करके सीखते हैं।

    भाषा प्रयोगशाला से क्या लाभ है?

    भाषा प्रयोगशाला मूल भाषा कौशल की पद्धति को विकसित करता है। यह व्यक्तिगत ध्यान का लाभ उठाने सुनने और विधि ओएस सुनने के माध्यम से सीखने और एक पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत वातावरण में सीखने की पद्धति के माध्यम से भाषा में महारत हासिल करने के लिए एक आसान तरीका प्रदान करता है।

    प्रयोगशाला विधि किसका सिद्धांत है?

    यह पद्धति अधिगम के मनोवैज्ञानिक सिद्धांत पर आधारित है जहां छात्रों को प्रत्यक्ष और मूर्त अनुभव प्रदान करने वाली गतिविधियों पर जोर दिया जाता है। विज्ञान में सभी प्रयोगों और गतिविधियों को प्रयोगशाला में किया जा सकता है जिसमें उपकरण और अन्य उपयोगी शिक्षण सहायक सामग्री के भाग उपलब्ध होते है।