अक्षांश देशांतर समदाय रेखाएँसमताप रेखाएँ Show Answer : B Solution : भूगोल में, देशान्तर रेखांश से तात्पर्य काल्पनिक रेखाओं से है जो उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव के द्वारा ग्लोब को द्विभाजित करती है (उनमें से एक जो उर्ध्वाधर जाती है, अक्षांश रेखाओं के सम्मुख जो क्षैतिज की ओर है, भूमध्य रेखा के समान्तर होती है)। याम्योत्तर रेखा (रेखाएँ जो उत्तरी से दक्षिणी ध्रुव की ओर जाती हैं) समान देशान्तर रेखाओं के साथ को जोड़ती है। हेलो यहां पर हमसे भूमध्य रेखा के बारे में पूछा गया भूमध्य रेखा के बारे में पता है उत्तरी गोलार्ध सॉरी उत्तरी व दक्षिणी ध्रुव से समान दूरी पर स्थित समान दूरी पर स्थित एक साथ लिखा है सिर्फ काल्पनिक रेखा है तो फिर ठीक है रेखा का एक अन्य नाम भी है जिसे अपने कहते हैं विष्णु विषुवत रेखा है और यह अन्य ग्रहों और किस रेखा पर विश्वत रेखा है इससे जो दिन और रात होते हैं वह बराबर रात की अवधि क्या होती है बराबर होती है पर आप अपने यहां पर ऑप्शन देखते हैं एक काल्पनिक रेखा है जो सेल्फी है या गलत है यह काल्पनिक रेखा है जो औरों को मिलाती है विश्व के मानचित्र पर भूमध्य रेखा लाल रंग में गोलक का महानतम चक्र (घेरा) उसे ऊपरी और निचले गोलार्धों में बांटाता है। भूमध्य रेखा पृथ्वी की सतह पर उत्तरी ध्रुव एवं दक्षिणी ध्रुव से सामान दूरी पर स्थित एक काल्पनिक रेखा है। यह पृथ्वी को उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में विभाजित करती है। दूसरे शब्दों में पृथ्वी के केंद्र से सर्वाधिक दूरस्थ भूमध्यरेखीय उभार पर स्थित बिन्दुओं को मिलाते हुए ग्लोब पर पश्चिम से पूर्व की ओर खींची गई कल्पनिक रेखा को भूमध्य या विषुवत रेखा कहते हैं। इस पर वर्ष भर दिन-रात बराबर होतें हैं, इसलिए इसे विषुवत रेखा भी कहते हैं। अन्य ग्रहों की विषुवत रेखा को भी सामान रूप से परिभाषित किया गया है। इस रेखा के उत्तरी ओर २३½° में कर्क रेखा है व दक्षिणी ओर २३½° में मकर रेखा[1] है।[2] भूमध्य रेखा का भूमंडल शास्त्रपर्यटन क्षेत्रों में भूमध्य रेखा को सड़क के किनारों पर चिह्नित किया जाता है परिभाषा के अनुसार भूमध्य रेखा का अक्षांश शून्य (०) होता है। पृथ्वी की भूमध्य रेखा की लम्बाई लगभग ४०,०७५ कि.मी.(२४,९०१.५ मील) (शुद्ध लम्बाई ४०,०७५,०१६.६८५६ मीटर) है। पृथ्वी के घूर्णन की धुरी और सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की परिक्रमा की कक्षा से प्राप्त सतह के बीच के संबंध स्थापित करें, तो पृथ्वी की सतह पर अक्षांश के पांच घेरे मिलते हैं। उनमें से एक यह रेखा है, जो पृथ्वी की सतह पर खींचा गया महानतम घेरा (चक्र) है। सूर्य अपनी सामयिक चाल में आकाश से, वर्ष में दो बार, २१ मार्च और २३ सितंबर को भूमध्य रेखा के ठीक ऊपर से गुजरता है।[3] इन दिनों भूमध्य रेखा पर सूर्य की किरणें पृथ्वी की सतह के एकदम लम्बवत पड़ती हैं। भूमध्य रेखा पर स्थित प्रदेशों में सूर्योदय और सूर्यास्त अपेक्षाकृत अधिक देर से होता है। ऐसे स्थानों पर वर्ष भर, सैद्धांतिक रूप से, १२ घंटों के दिन और रात होते हैं, जबकि भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण में दिन का समय मौसम के अनुसार बदलता रहता है। जब इसके उत्तर में शीतकाल में दिन छोटे और रात लंबी होती हैं, तब इसके दक्षिण में ग्रीष्मकाल में दिन लंबे व रातें छोटी होती हैं। वर्ष के दूसरे छोर पर मौसम दोनों गोलार्धों में एकदम उलटे होते हैं। किंतु भूमध्य रेखा पर दिनमान के साथ साथ मौसम भी समान ही रहता है। पृथ्वी भूमध्य रेखा पर थोड़ी से उभरी हुई है। इस रेखा पर पृथ्वी का व्यास १२७५९.२८ कि.मी.(७९२७ मील) है, जो ध्रुवों के बीच के व्यास (१२७१३.५६ की.मी., ७९०० मील) से ४२.७२ कि॰मी॰ अधिक है। भूमध्य रेखा के आस-पास के स्थान अंतरिक्ष केंद्र के लिए अच्छे हैं (जैसे गुयाना अंतरिक्ष केंद्र, कौरोऊ, फ्रेंच गुयाना), क्योंकि वह पृथ्वी के घूर्णन के कारण पहले से ही पृथ्वी पर किसी भी अन्य स्थान से अधिक गतिमान (कोणीय गति) हैं और यह बढ़ी हुई गति, अन्तरिक्ष यान के प्रक्षेपण के लिए आवश्यक ईंधन की मात्रा को कम कर देती है। इस प्रभाव का उपयोग करने के लिए अंतरिक्ष यान को पूर्व दिशा में प्रक्षेपित किया जाना चाहिए | भूमध्य रेखीय जलवायुवर्षा ऋतु और अधिक ऊंचाई के भागों को छोड़कर, भूमध्य रेखा के निकट वर्ष भर उच्च तापमान बना रहता है। कई उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में लोग मौसम को दो प्रकार का बताते है: आर्द्र और शुष्क। फिर भी भूमध्य रेखा के निकट अधिकतर स्थान वर्ष भर गीले ही रहते हैं और मौसम समुद्र तल से ऊंचाई और समुद्र से दूरी जैसे अनेक कारणों के अनुसार बदलता रहता है। बरसाती और आर्द्र परिस्थितियों से पता चलता है की भूमध्य रेखीय क्षेत्र विश्व की सर्वाधिक गर्म क्षेत्र नहीं हैं। पृथ्वी की सतह पर अधिकतर भूमध्य रेखीय क्षेत्र समुद्र का भाग है। भूमध्य रेखा का उच्चतम बिंदु ४६९० मीटर ऊंचाई पर कायाम्बे ज्वालामुखी, इक्वाडोर के दक्षिणी ढाल पर है। भूमध्य रेखीय देशभूमध्य रेखा १४ देशों के स्थल या जल से होकर जाती है। मध्याह्न रेखा से प्रारंभ होकर ये पूर्व की ओर जाती है:
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
पृथ्वी पर कौन सी काल्पनिक रेखाएं हैं?भूमध्य रेखा पृथ्वी की सतह पर उत्तरी ध्रुव एवं दक्षिणी ध्रुव से सामान दूरी पर स्थित एक काल्पनिक रेखा है।
पृथ्वी में कितनी काल्पनिक रेखा है?उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव को मिलाने वाली 360 रेखाओं को देशांतर रेखाएं कहा जाता है. यह ग्लोब पर उत्तर से दक्षिण की ओर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखा है.
काल्पनिक रेखा को क्या कहते हैं?Detailed Solution. काल्पनिक रेखाऐं जो समान ऊँचाई के बिंदुओं को जोड़ती है ,उसे समोच्च रेखाऐं कहते हैं। समोच्च रेखाओं से संबंधित शब्द: समोच्च रेखा: भूतल पर समान ऊँचाई के बिंदुओं को मिलाने वाली एक काल्पनिक रेखा को समोच्च रेखाओं के रूप में जाना जाता है।
पृथ्वी पर कुल कितने रेखाएं हैं?(1) ग्लोब पर पश्चिम से पूरब की ओर खींची गईं काल्पनिक रेखाओं को ही अक्षांश रेखाएं कहते हैं. इन्हें अंश में प्रदर्शित किया जाता है. (2) अक्षांश रेखाओं की संख्या 181 है.
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