Show
Revolution of 1857 in Rajasthan ( राजस्थान मे 1857 की क्रांति ) – इस क्रांति से पूर्व घटित प्रमुख घटनाएं :- 1798 ई. में गवर्नर जनरल लार्ड वेलेजली की “सहायक संधि प्रथा” का प्रचलन किया। इस संधि की प्रमुख शर्तें :-
इस नीति के तहत सन्धि करने वाली रियासतें निम्नलिखित थी अधीनस्थ संधि के तहत 1832 मे राजपूताना रेजीडेन्सी की स्थापना की गयी । इसका मुख्य अधिकारी एजीजी था । राजस्थान का प्रथम एजीजी जनरल लॉकेट था जबकि 1857 की क्रांति के समय एजीजी
जार्ज पेट्रीक लारेंस था । Revolution of 1857 in Rajasthan : क्रांति के समय पोलिटिकल एजेंट :-
Revolution of 1857 in Rajasthan : क्रांति के समय राजस्थान में अंग्रेजों की 6 सैनिक छावनियां थी –
● ब्यावर ओर खेरवाड़ा सैनिक छावनीयों ने इस क्रांति में भाग नही लिया। सभी परीक्षाओ के लिए क्विज मे भाग लेने के लिए क्लिक करे – Daily QuizRevolution of 1857 in Rajasthan : क्रांति की रूपरेखा :- ◆ क्रांति के समय प्रशासनिक स्वरूप :- • ब्रिटेन की महारानी – विक्टोरिया Revolution of 1857 in Rajasthan : 1857 की क्रांति के समय राजस्थान के मुख्य राजा व पॉलिटिकल एजेंट
Revolution of 1857 in Rajasthan : राजस्थान में क्रांति के प्रमुख स्थल :- 1. नसीराबाद में क्रांति :- 2. भरतपुर में क्रांति :- 31 मई 1857 3. नीमच में क्रांति :- 3 जून 1857 4. टोंक में क्रांति :- 10 जून 1857 5. अलवर में क्रांति :- 11 जुलाई 1857 6. अजमेर में
क्रांति :- 9 अगस्त 1857 7. एरिनपुरा (पाली) में क्रांति :- 21 अगस्त 1857 8. आउवा में क्रांति :- सितंबर 1857 9. कोटा में क्रांति :- 15 अक्टूबर 1857 10. धौलपुर में क्रांति :- 27 अक्टूबर 1857 सभी भर्ती परीक्षाओ के नोट्स डाउनलोड करे – Download NowRevolution of 1857 in Rajasthan : क्रांति में अन्य शासक व उनकी भूमिका :- 1. बीकानेर :- 2. जयपुर :- 3. जैसलमेर :– यहाँ के महारावल रणजीत सिंह ने अंग्रेजों का साथ दिया। अतः अंग्रेजों ने इन्हें 2000/- रुपये की भेंट प्रदान की। 4. बूंदी में क्रांति :- 1. अमरचन्द बाठिया :- 2. तात्या टोपे :- Revolution of 1857 in Rajasthan : प्रमुख कथन :- लार्ड कैनिंग – विद्रोह मे राजाओ के सहयोग के बारे मे कहा की इन्होने तूफान मे तरंग अवरोध का कार्य किया, नहीं तो हमारी किश्ती बह जाती । जॉन लारेंस :- यदि विद्रोहियो मे एक भी योग्य नेता रहा होता तो हम सदा के लिए हार जाते । प्रिचार्ड ने पुस्तक “द म्यूटिनी इन राजस्थान” मे कहा – यदि अजमेर पर विद्रोहियो का अधिकार हो जाता तो राजस्थान के शासक उनके सहयोगी बन जाते । Download PDF
1857 में राजस्थान में कितनी छावनी थी?राजस्थान में 1857 की क्रान्ति में छः सैनिक छावनी थी। खैरवाड़ा व ब्यावर सैनिक छावनीयों ने इस सैनिक विद्रोह में भाग नहीं लिया।
राजस्थान में 1857 ई के समय कौन कौनसी सैनिक छावनियाँ स्थित थी कोटा में 1857 ई की क्रांति का नेतृत्व किसने किया?1857 की क्रांति के समय राजस्थान में 6 सैनिक छावनियां थी: नसीराबाद, नीमच, देवली, ब्यावर, एरिनपुरा एवं खेरवाड़ा जिनमें से 2 छावनियों ब्यावर, खेरवाड़ा ने क्रांति में भाग नहीं लिया । 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राजस्थान की जनता एवं जागीरदारों ने विद्रोहियों को सहयोग एवं समर्थन दिया।
1857 ई की क्रान्ति के समय राजस्थान में कितनी सैनिक छावनियाँ थी?जी. ( एजेन्ट टू गवर्नर जनरल ) जार्ज पैट्रिक लारेन्स के अधीन थे। राजस्थान में 1857 की क्रांति के समय छः सैनिक छावनियां थीं। इन सैनिक छावनियों में पाँच हजार भारतीय सैनिकों के अतिरिक्त कोई भी यूरोपियन सैनिक नहीं था, अतः ए.
राजस्थान में कितनी छावनियां है?वर्तमान में राजस्थान में स्थापित नसीराबाद एकमात्र छावनी बोर्ड है। अतः विकल्प 3 सही है.
|