स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला Published by: अंशुल तलमले Updated Thu, 29 Aug 2019 07:26 PM IST खेल रत्न 2019 - फोटो : सोशल मीडिया खेल दिवस के मौके पर पैरालंपिक रजत पदक विजेता दीपा मलिक राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार हासिल करने वाली पहली भारतीय पैरा एथलीट और सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गईं लेकिन इसी पुरस्कार को हासिल करने वाले पहलवान बजरंग पूनिया ट्रेनिंग प्रतिबद्धताओं के कारण यहां राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में शिरकत नहीं कर पाए। महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के मौके पर 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के तौर पर
मनाया जाता है। गुरुवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'फिट भारत' योजना का शुभारंभ किया तो शाम को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में महामहिम रामनाथ कोविंद ने खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वालों को सर्वोच्च पुरस्कारों से नवाजा। फॉलो करें और पाएं ताजा अपडेट्सलेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android
Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| हर साल, 29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है. भारत के हॉकी टीम के स्टार रहे मेजर ध्यानचंद की जयंती पर 29 अगस्त 2012 को पहला राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया था. इस दिन को इस महान हॉकी खिलाड़ी के सम्मान में मनाया जाता है और देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाडियों को राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कार जैसे सम्मानों से सम्मानित किया जाता है. WARRIOR 3.0 | Banking Awareness Batch for SBI, RRB, RBI and IBPS Exams | Bilingual | Live Class राष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास राष्ट्रीय खेल दिवस को भारत के किसी भाग में National Sports Day के नाम से भी जाना जाता है. 1979 में, भारतीय डाक विभाग ने मेजर ध्यानचंद को उनकी मृत्यु के बाद श्रद्धांजलि दी और दिल्ली के राष्ट्रीय स्टेडियम का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, दिल्ली कर दिया. 2012 में, यह घोषणा की गई थी कि खेल की भावना के बारे में जागरूकता फैलाने और विभिन्न खेलों के संदेश का प्रचार करने के उद्देश्य से एक दिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए और इसके लिए फिर से मेजर ध्यानचंद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी गई और 29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई. मेजर ध्यानचंद : मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद में हुआ था और वह अपने समय के महान हॉकी खिलाड़ी थे. उन्हें हॉकी खिलाड़ी के स्टार या “हॉकी का जादूगर” के रूप में जाना जाता था, क्योंकि उनकी अवधि के दौरान, उनकी टीम ने वर्ष 1928, 1932 और 1936 के दौरान ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल किए थे. उन्होंने 1926 से 1949 तक 23 वर्षों तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेली. उन्होंने अपने करियर में कुल 185 मैच खेले और 570 गोल किए. वह हॉकी के बारे में इतना समर्पित थे कि वह चांदनी रात में खेल के लिए अभ्यास किया करते थे, जिससे उसका नाम ध्यानचंद पड़ गया. 1956 में, ध्यानचंद को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया, वह यह सम्मान पाने वाले तीसरे नागरिक थे. Find More Important Days Here
पार्श्वभूमि: i.भारत सरकार (GoI) ने मेजर ध्यानचंद की जयंती को 2012 से शुरू होने वाले राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। ii.भारत में पहला राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त 2012 को मनाया गया था। नोट- अगस्त 2021 में, प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कर दिया जाएगा। महत्व: i.राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर, एथलीटों को उनके खेल में निरंतर प्रयासों और अनुशासन के लिए एक मान्यता के रूप में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं। ii.राष्ट्रीय खेल दिवस पर राष्ट्रीय खेल और साहसिक पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे जिनमें द्रोणाचार्य पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आजाद (MAKA) ट्रॉफी शामिल हैं। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के बारे में: खेल रत्न पुरस्कार, जिसे आधिकारिक तौर पर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के रूप में जाना जाता है, भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान है। यह 1991-92 में स्थापित युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
अन्य राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के बारे में: i.लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए ध्यानचंद पुरस्कार खेल और खेल की स्थापना 2002 में हुई थी।
ii.अर्जुन पुरस्कार 1961 में स्थापित पिछले सत्रों में उनकी उपलब्धियों के लिए एथलीटों को सम्मानित करता है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा खेल सम्मान है। iii.द्रोणाचार्य पुरस्कार उन सर्वश्रेष्ठ भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कोचों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने 1985 में स्थापित भारत में खेलों के वृद्धि और विकास में योगदान दिया है। घटनाएँ: i.29 अगस्त 2022 को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर, युवा मामले और खेल मंत्रालय (MYAS) और FIT इंडिया मिशन का उद्देश्य FIT इंडिया आंदोलन को स्कूलों/कॉलेजों/मंत्रालयों/सरकारी और निजी संगठनों में भव्य तरीके से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। ii.MYAS 29 अगस्त को पूरे भारत के 26 स्कूलों में ‘मीट द चैंपियन’ पहल का आयोजन कर रहा है।
मेजर ध्यानचंद के बारे में: i.मेजर ध्यानचंद (मूल नाम ध्यान सिंह) का जन्म 29 अगस्त 1905 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ था। ii.वह तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता थे, भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा थे जिसने ओलंपिक के 1928 (एम्स्टर्डम), 1932 (लॉस एंजिल्स) और 1936 (बर्लिन) संस्करणों में स्वर्ण पदक जीता था। iii.वह 1936 में बर्लिन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के कप्तान थे।
iv.उन्हें 1956 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। AffairsCloud Recommends Oliveboard Mock Test AffairsCloud Ebook - Support Us to Grow खेलों के लिए कौन सा पुरस्कार दिया जाता है?खेलों में अद्वितीय प्रदर्शन के लिए कौन सा अवार्ड जाता है? राजीव गांधी खेल रत्न भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है । इस पुरस्कार को भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया है । इस पुरस्कार मे एक पदक, एक प्रशस्ति पत्र और 7.50 लाख रुपय पुरस्कार स्वरूरप खिलाडी को दिये जाते है ।
खेल में सबसे बड़ा अवार्ड कौन सा है?भारत का सबसे बड़ा खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार है । पहले इसका नाम राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार था । यह पुरस्कार पूरे सालभर अच्छा प्रदर्शन करने पर मिलता है । यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति के द्वारा दिया जाता है ।
भारतीय खेल पुरस्कार कौन कौन से हैं?भारत के खेल पुरस्कार. भारत के खेल पुरस्कारों की सूची. अर्जुन पुरस्कार. द्रोणाचार्य पुरस्कार. मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार. खेल में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए ध्यानचंद पुरस्कार. राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार. राष्ट्रीय खेल की शुरुआत कब हुई?वर्ष 1940 की शुरुआत में भारतीय ओलंपिक खेलों को राष्ट्रीय खेलों के रूप में नामित किया गया था।
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