सोशल नेटवर्किंग साइट की क्या कमी है? - soshal netavarking sait kee kya kamee hai?

सोशल नेटवर्किंग साइट्स युवाओं के लिए तनाव, अशांति और क्रोध का कारण, जानिए ऐसा क्यों ?

अमर उजाला ब्यूरो, मेरठ Updated Wed, 04 Jan 2017 11:50 AM IST

सोशल नेटवर्किंग साइट की क्या कमी है? - soshal netavarking sait kee kya kamee hai?

फाइल फोटो - फोटो : अमर उजाला

दूर बैठे रिश्तेदारों, दोस्तों से जोड़े रखने वाली सोशल नेटवर्किंग साइट्स युवाओं के लिए तनाव, अशांति और क्रोध का भी कारण बन रही हैं। एकसाथ कई सोशल साइट्स पर एक्टिव रहने के कारण युवाओं में मानसिक विकार उत्पन्न हो रहे हैं। उनकी पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। उनमें तनाव और चिड़चिड़ापन पनप रहा है। शहर के मनोचिकित्सकों के पास ऐसे मामले बढ़ते जा रहे हैं। जब स्कूलों में बोर्ड परीक्षाओं का दौर शुरू होने वाला है, ऐसे में सोशल नेटवर्किंग साइट की लत फ्यूचर को अंधेरे की ओर ले जा रही है। अभिभावक इस परेशानी को मनोचिकित्सकों से शेयर कर रहे हैं।

केस वन
पांडव नगर निवासी दीपजा 12वीं क्लास में पढ़ती है। 15 दिन से उसके व्यवहार में परिवर्तन आ गया है। वह मम्मी से झल्लाकर बात करने लगी है। हर बात पर चिढ़ती है। फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम हैंडल करती है। मम्मी ने दीपजा से गुस्से का कारण पूछा, तो पता चला कि फेसबुक पर फोटो पर लाइक्स कम मिलने पर वह तनाव में आ जाती है। मम्मी ने इंटरनेट कनेक्शन हटवा दिया, तो दीपजा ने पूरे दिन खाना नहीं खाया। आखिर में मम्मी को बेटी के लिए डॉक्टर से सलाह लेने पड़ी।

केस टू
शास्त्रीनगर की रहने वाली शिवांगनी मेडिकल एंट्रेस एग्जाम की तैयारी कर रही है। दिन में पांच घंटे सोशल साइट को देती है। बार-बार तस्वीर पोस्ट करना, व्हाट्सएप की डिस्प्ले फोटो और स्टेटस बदलना उसका रोजाना का काम है। स्टेटस बदलने के लिए शायरी भी ढूंढनी पड़ती है। पढ़ाई से ज्यादा वक्त सोशल साइट में खप जाता है। मम्मी ने शिवांगनी को ऐसा करने से मना किया, तो उसने गुस्से में मोबाइल पटक दिया। मम्मी उसे डॉक्टर के पास ले गईं, तो डॉक्टर ने शिवांगनी को डिप्रेशन का मरीज बताया।

बढ़ती सोशल साइट्स बनी परेशानी
ऑरकुट से शुरू हुआ दौर अब लाइव वीडियो व्हाट्सएप चैट तक जा पहुंचा है। इसमें व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, गूगल चैट, गूगल प्लस, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, रेडिट, वीचैट, टंबलर, पिनट्रेस्ट, लिंक्डइन आदि शामिल हैं। इन साइट्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हर साइट एक नई खूबी के साथ आ रही है, जिससे जुड़ने से युवा खुद को रोक नहीं पाते हैं।

परिवार से कट रहे बच्चे
जिस उम्र में बच्चों को माता-पिता या घर के बुजुर्गों के साथ बैठकर आचार-व्यवहार सीखना चाहिए, उस उम्र में बच्चे व युवा सोशल साइट्स को ज्यादा समय दे रहे हैं। इस कारण वे मिलनसार नहीं बन पाते। वह समाज और परिवार से भी कट रहे हैं।
- साइकोलॉजिस्ट डॉॅ. पूनम देवदत्त

मोबाइल स्क्रीन आंखों के लिए खतरनाक
सोशल साइट्स के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों का व्यवहार खराब हो रहा है। मोबाइल स्क्रीन से निकलने वाले रेडिएशन का आंखों पर असर पड़ता है। थकान और नर्वस सिस्टम को नुकसान होता है। - डॉ. रवि राणा, मनोचिकित्सक मेडिकल कॉलेज

 

अभिभावक पूछते हैं, कैसे मैनेज करें
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट आने वाली है। ऐसे में स्टूडेंट्स को पढ़ाई में पूरी मेहनत झोंकनी है। स्कूलों की बैठकों में ज्यादातर मामले बच्चों में तनाव, याद्दाश्त में कमी, फेसबुक कैसे मैनेज करें, आदि की आ रही है। - डॉ. पूनम देवदत्त, सीबीएसई काउंसलर

सामाजिक मूल्यों में गिरावट
परिवार को छोड़कर बच्चे बाहरी लोगों के साथ चैटिंग में ज्यादा व्यस्त हो रहे हैं। इस कारण उनमें मानसिक तनाव बढ़ा है। सामाजिक मूल्यों में गिरावट आई है। - डॉ. अंजुला राजवंशी, प्रवक्ता समाजशास्त्र, आरजी पीजी कॉलेज

ये उपाय अपनाएं...
कम उम्र के बच्चों को मोबाइल न दें
बच्चों का इंटरनेट इस्तेमाल का वक्त तय करें
उनकी सोशल साइट पर गतिविधियों पर नजर रखें कि वह कुछ गलत तो नहीं कर रहा
बच्चे के दिमाग में लगातार यह बात डालें कि पढ़ाई से ज्यादा इंपॉटेंट कुछ भी नहीं
बच्चों की पढ़ाई के समय अभिभावक खुद भी सोशल साइट का इस्तेमाल न करें

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Social Neteorking क्या है ?

सोशल नेटवर्किंग, दोस्तों, परिवार, सहपाठियों, ग्राहकों और ग्राहकों के साथ संबंध बनाने के लिए इंटरनेट आधारित सोशल मीडिया कार्यक्रमों का उपयोग है ।

ब्रांड पहचान और वफादारी बढ़ाने के लिए विपणक(Marketers) सोशल नेटवर्किंग का उपयोग करते हैं ।

लोग सामाजिक नेटवर्क का उपयोग क्यों करते हैं ?

सामाजिक नेटवर्क लोगों को अपने दोस्तों और परिवार के साथ जुड़ा रखने में मदद करते हैं और यह पता लगाने का एक आसान तरीका है कि आपके सामाजिक मंडली में हर दिन क्या हो रहा है । इंटरनेट पर मजेदार और दिलचस्प चीजों को खोजने के लिए सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल भी किया जा सकता है क्योंकि अक्सर आपके मित्र और परिवार आपके जैसे ही कई हितों को साझा करेंगे ।

सोशल नेटवर्किंग साइट की क्या कमी है? - soshal netavarking sait kee kya kamee hai?

आज सबसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्क क्या है ?

फेसबुक अभी भी एक अरब से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्क है ।

सोशल नेटवर्किंग साइट आज दुनिया भर में एक दूसरे से जुड़ने का सबसे अच्छा साधन है आज सिर्फ युवा ही नहीं बल्कि बूढ़े और बच्चे भी सोशल नेटवर्किंग साइट्स के दीवाने है। लेकिन सोशल नेटवर्किंग साइट्स को प्रयोग करने वाले लोगो को ये नहीं भूलना चाहिए। कि एक आपकी एक छोटी सी गलती आपको बहुत नुकान पहुँचा सकती है। आज सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर धमकियों , ब्लैकमेलिंग और किडनैपिंग जैसे कई मामले सामने आ चुके है। लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि इन सोशल नेटवर्किंग साइट्स को बंद या ब्लॉक कर दे। अगर यदि आप इन सोशल साइट्स का सुरक्षित तरीके से प्रयोग करेंगे तो ये साइट्स बिल्कुल सुरक्षित है। और बहुत काम की भी।

सोशल नेटवर्किंग के लाभ :

  • सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से आप आप बस एक फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करते ही एक नयी दोस्ती का डोर शुरू हो जाता है।
  • सोशल का प्रयोग करने से आप अकेलेपन का शिकार होने से बचते है।
  • कई बार सोशल नेटवर्किंग साइट्स आपको बिज़नेस को भी फायदा पहुंचा सकता है।
  • सोशल नेटवर्किंग साइट्स से आप हमेशा व्यस्त रह सकते है।
  • सोशल नेटवर्किंग साइट के माध्यम से आपको ये अहसास होता है कि आपको कोई सुन रहा है।
  • इसके प्रयोग से आपको दोस्तों की कमी महसूस नहीं होती है।

सामाजिक नेटवर्क के उदाहरण :

  • Bebo
  • Classmates
  • Facebook
  • Friendster
  • Google+
  • Instagram
  • LinkedIn
  • MySpace
  • Orkut
  • Twitter
  • YouTube

सोशल नेटवर्किंग के नुकसान:-

  • सोशल नेटवर्किंग आपको मानसिक और भावनात्मक रूप से परेशान कर सकता है।
  • सोशल नेटवर्किंग एक प्रकार की लत है। आप इसके आदि होते चले जाते है। जो कि आपकी लिए बहुत घातक सिद्ध हो सकता है।
  • आपके लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर समय बिताना आपकी जिंदगी का हिस्सा बन जाता है। आप इसको इतनी ज्यादा अहमियत देने लगते है कि आप अपने जीवन की मह्त्वपूर चीजों को भूल कटे है जो आपके जीवन के लिए सही नहीं है।
  • कई बार सोशल नेटवर्किंग साइट्स से आपका डाटा और फोटो चोरी कर लिए जाते है जिनका प्रयोग गलत कामो के लिए किया जा सकता है।

सोशल नेटवर्किंग साइट की क्या कमियां है?

फेसबुक जैसी सामाजिक नेटवर्किंग साइटों का एक आम दुरुपयोग यह है कि किसी व्यक्ति को कभी-कभी भावनात्मक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। इस तरह के कार्यों को ट्रोलिंग के रूप में सन्दर्भित किया जाता है। वास्तविक दुनिया के टकरावों को ऑनलाइन किया जाना दुर्लभ नहीं है।

सोशल नेटवर्किंग साइट का नुकसान क्या है?

सूचना अफवाहों के रूप में शुरू होती है, जो तथ्यों की तुलना में तेजी से फैलती है. इसी कारण आज के समय में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट का समाज पर बुरा असर पड़ता है. Social networking websites एक बुरी लत की तरह है. इसका अधिक उपयोग करने से लोग डिप्रेशन और मेंटली डिसऑर्डर के शिकार हो रहे है.

सोशल नेटवर्किंग साइट के क्या क्या लाभ है?

सोशल मीडिया या सोशल नेटवर्क के माध्यम से हम अपनी कम्युनिटी के लोगों के साथ संपर्क बना सकते हैं। सोशल नेटवर्क हमें अपने विचारों को लोगों तक साझा करने में मदद करता है। सोशल मीडिया मनोरंजन का एक अच्छा साधन है। सोशल मीडिया के माध्यम से हम देश-दुनिया में चल रही अच्छी-बुरी सभी घटनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते है।

सोशल नेटवर्किंग साइट क्या है?

सोशल नेटवर्किंग, घूमने वाले व्यक्तियों को वेबसाइटों और वेब-आधारित(Web based) Application का उपयोग करते हुए एक-दूसरे के संपर्क(Contact) में रहने की अनुमति देता है। फेसबुक, माइस्पेस, ट्विटर और लिंक्डइन सोशल नेटवर्किंग साइट्स उदाहरण हैं।