तांबे के बर्तन में पानी पीने से क्या होता है - taambe ke bartan mein paanee peene se kya hota hai

हिंदी न्यूज़ लाइफस्टाइलआयुर्वेद के अनुसार तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से होते हैं ये फायदे, विज्ञान ने भी माना कारगर 

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आयुर्वेद के अनुसार तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से होते हैं ये फायदे, विज्ञान ने भी माना कारगर 

आयुर्वेद में ऐसी मान्यता है कि तांबे के बर्तन का पानी तीन दोषों वात, कफ और पित्त को संतुलित रखकर आपके पेट और गले से जुड़ीं बीमारियों को काफी हद तक ठीक करने में मदद करता है। आपको रोजाना सुबह खाली पेट...

तांबे के बर्तन में पानी पीने से क्या होता है - taambe ke bartan mein paanee peene se kya hota hai

Pratima Jaiswalलाइव हिन्दुस्तान टीम ,नई दिल्ली Thu, 19 Nov 2020 04:41 PM

आयुर्वेद में ऐसी मान्यता है कि तांबे के बर्तन का पानी तीन दोषों वात, कफ और पित्त को संतुलित रखकर आपके पेट और गले से जुड़ीं बीमारियों को काफी हद तक ठीक करने में मदद करता है। आपको रोजाना सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना चाहिए। आइए, जानते हैं इसके फायदे- 

डाइजेशन सिस्टम को मजबूत करता है
तांबा पेट, लिवर और किडनी सभी को डिटॉक्स करता है। इसमें ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो पेट को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टिरिया को मार देते हैं, जिस वजह से पेट में कभी भी अल्सर और इंफ्केशन नहीं होता। 

अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से दे राहत
तांबे में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ दर्द से राहत दिलाती है, इसलिए  अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों को जरूर पीना चाहिए। इसके साथ ही तांबा हड्डियों और रोग प्रतिरोध प्रतिरोधक क्षमता  को भी स्ट्रॉंग बनाता है। 

स्किन के लिए फायदेमंद 
तांबे में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स चेहरे की फाइन लाइन्स और झाइयों को खत्म करता है। साथ ही फाइन लाइन्स को बढ़ाने वाले सबसे बड़े कारण यानी फ्री रेडिकल्स से बचाकर स्किन पर एक सुरक्षा लेयर बनाता है, जिस वजह से आप लंबे समय तक जवां रहते हैं। 

वजन कम करने में कारगर 
अगर आपको जल्दी वजन कम करना है, तो तांबे के बर्तन का पानी पिएं। इससे आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर कर बुरे फैट को शरीर से बाहर निकालता है। 

दिमाग को तेज करने में मददगार 
मस्तिष्क को उत्तेजित कर उसे सक्रिय बनाए रखने में तांबे का पानी बहुत सहायक होता है। इसके प्रयोग से स्मरणशक्ति मजबूत होती है और दिमाग तेज होता है।

ऐसे करें इसका इस्तेमाल 
आयुर्वेद ही नहीं, विज्ञान ने भी तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना लाभकारी बताया है। इस पानी का पूरी तरह से लाभ तभी मिलता है, जब तांबे के बरतन में कम से कम 8 घंटे तक पानी रखा जाए। इसलिए लोग रात को तांबे के बर्तन में पानी भरकर सोते हैं, जिससे सुबह उठकर सबसे पहले इस पानी का सेवन कर सकें। 
 

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तांबे के बर्तन में पानी पीने से क्या होता है - taambe ke bartan mein paanee peene se kya hota hai

हिंदी न्यूज़ लाइफस्टाइल हेल्थतांबे के बर्तन में पानी पीने के होते हैं ये गजब के फायदे, जानें क्या कहता है आयुर्वेद और विज्ञान

तांबे के बर्तन में पानी पीने के होते हैं ये गजब के फायदे, जानें क्या कहता है आयुर्वेद और विज्ञान

पुराने समय में लोग पीने के पानी को स्टोर करने के लिए धातु के बर्तनों का इस्तेमाल करते थे। पानी को स्टोर करने के लिए खासकर तांबे से बने बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता था। तांबे में रोगाणुरोधी, एंटीऑक्सी

तांबे के बर्तन में पानी पीने से क्या होता है - taambe ke bartan mein paanee peene se kya hota hai

Manju Mamgainलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीWed, 11 May 2022 11:56 AM

Copper Vessel Water Benefits: पुराने समय में लोग पीने के पानी को स्टोर करने के लिए धातु के बर्तनों का इस्तेमाल करते थे। पानी को स्टोर करने के लिए खासकर तांबे से बने बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता था। तांबे में रोगाणुरोधी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-कार्सिनोजेनिक जैसे कई आवश्यक खनिज मौजूद होते है जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। यही वजह है कि आयुर्वेद ही और विज्ञान भी तांबे के पानी को मानव स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानता है। 

तांबे के बर्तन में पानी पीने के फायदे-
पाचन तंत्र को करता है मजबूत-

तांबा पेट, लिवर और किडनी जैसे अंगों को डिटॉक्स करता है। इसमें कुछ ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो पेट को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टिरिया का खात्मा कर देते हैं, जिस वजह से पेट में कभी भी अल्सर और इंफ्केशन की समस्या नहीं होती। 

घावों को तेजी से भरता है-
तांबे में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की वजह से यह घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। इसके अलावा तांबा इम्यूनिटी को बूस्ट कर नई कोशिकाओं के उत्पादन में भी सहायता करता है।

बढ़ती उम्र के असर को करें कम-
तांबे में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स चेहरे की फाइन लाइन्स और झाइयों को खत्म करता है। साथ ही फाइन लाइन्स को बढ़ाने वाले सबसे बड़े कारण यानी फ्री रेडिकल्स से बचाकर स्किन पर एक सुरक्षा लेयर बनाता है, जिस वजह से आप लंबे समय तक जवां दिखाई देते हैं। 

संक्रमण से बचाता है तांबे का पानी-
कॉपर प्रकृति में ओलिगोडायनामिक (बैक्टीरिया पर धातुओं के स्टरलाइज़िंग प्रभाव) के लिए जाना जाता है। यह बैक्टीरिया को बेहद प्रभावी ढंग से नष्ट करने की क्षमता रखता है। यह बैक्टीरिया ई.कोली और एस.ऑरियस के खिलाफ विशेष रूप से प्रभावी है, जो आमतौर पर हमारे पर्यावरण में पाए जाते हैं और मानव शरीर के लिए गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं।

एनीमिया-
कोशिका निर्माण से लेकर एनीमिया की कमी को दूर करने तक के लिए तांबा एक कारगर उपाय है।

अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से दे राहत-
तांबे में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज दर्द से राहत देने का काम करती हैं। तांबे का पानी अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों को जरूर पीना चाहिए। इसके अलावा तांबे का पानी हड्डियों और रोग प्रतिरोध क्षमता को भी मजबूत बनाए रखने का काम करता है।  

मोटापा कम करने में मददगार-
जो लोग कम समय में वेट लॉस करने की सोच रहे हैं उन्हें रोजाना तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना चाहिए। तांबे का पानी डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाकर बुरे फैट को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।

दिमाग को तेज करने में मददगार 
मस्तिष्क को उत्तेजित कर उसे सक्रिय बनाए रखने में तांबे का पानी बहुत सहायक होता है। इसके प्रयोग से स्मरणशक्ति मजबूत होती है और दिमाग तेज होता है।

ऐसे करें इसका इस्तेमाल 
आयुर्वेद ही नहीं, विज्ञान ने भी तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना लाभकारी बताया है। लेकिन इस पानी का पूरा लाभ तभी मिलता है जब पानी को कम से कम तांबे के बर्तन में 8 घंटे के लिए रखा जाए। यही वजह है कि लोग रात को तांबे के बर्तन में पानी भरकर रख देते हैं और सुबह उटकर सबसे पहले इसी पानी का सेवन करते हैं। 

तांबे के बर्तन में पानी पीने से क्या होता है - taambe ke bartan mein paanee peene se kya hota hai

सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन का पानी पीने से क्या होता है?

जानिए इसके फायदे ये पेट की आंतों में जमा गंदगी को भी साफ कर देता है और गैस, एसिडिटी आदि समस्या से छुटकारा दिलाता है. तांबा रक्त शुद्धि का काम करता है. इस पानी को पीने से स्किन से जुड़ी समस्‍याओं में राहत मिलती है. . तांबे के पानी में एंटी इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो आर्थराइटिस की समस्या से बचाते हैं.

तांबे के बर्तन में कितने दिन तक पानी पीना चाहिए?

तांबे के बर्तन में पानी कितने समय रखें? तांबे के बर्तन में रखे पानी का लाभ पाने के लिए आप इस पानी को 12 से 48 घंटे तक तांबे की जग या लौटे में स्टोर करके रखें और फिर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें.

तांबे के बर्तन में पानी पीने से क्या नुकसान?

अगर आप सुबह खाली पेट तांबा युक्त पानी पी रहे हैं तो यह सेहत को अनेक लाभ पहुंचा सकता है। लेकिन कभी भी खाने के बाद इस पानी का सेवन नहीं करना चाहिए। खाना खाने के बाद तांबा युक्त पानी पीने से पाचन धीमा हो सकता है। कुछ मामलों में आपको पेट दर्द की समस्या भी हो सकती है।

तांबे का पानी कितना पीना चाहिए?

ताम्र जल यानी तांबे का पानी पीने से शरीर में इस धातु की ज़रूरत पूरी की जा सकती है। हालांकि इसकी बहुत कम मात्रा हमारे शरीर के लिए ज़रूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वयस्क पुरुष व स्त्री के लिए प्रतिदिन 0.9 मिग्रा तांबा पर्याप्त बताया है। तांबे के बर्तन या बोतल में पानी भरकर उसे आठ घंटे के लिए छोड़ दें।