ट्रेन का क्या मतलब होता है? - tren ka kya matalab hota hai?

ट्रेन को हिन्दी में क्या कहते हैं?अब रेलवे स्टेशन को हिन्दी में क्या कहते हैं इससे जानने के लिए पहले ये जान लेते हैं कि ट्रेन को हिन्दी में क्या कहते हैं।हिन्दी में रेल या ट्रेन का अर्थ "लौह पथ गामिनी" है। यहाँ लौह पथ का मतलब लोहे का रास्ता और गामिनी का अर्थ है अनुगमन करने वाली या पीछे चलने वाली। इसका पूरा मतलब है एक ऐसी गाड़ी जो लोहे के रास्ते पर चलती है। इन शब्दों को मिलाने पर 'रेलगाड़ी या ट्रेन' को हिन्दी में 'लौह पथ गामिनी' कहा गया है।

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रेलवे स्टेशन को हिंदी में क्या कहते हैं?वहीं, रेलवे स्टेशन को हिन्दी में "लौह पथ गामिनी विराम बिंदु" या "लौह पथ गामिनी विश्राम स्थल" कहा जाता है। हिन्दी में ये नाम इतना बड़ा है कि लोग हिन्दी की बजाय अंग्रेजी में नाम का ही अधिक इस्तेमाल करते हैं।

आसान भाषा में रेलवे स्टेशन को रेलगाड़ी पड़ाव स्थल भी कहते हैं।

ये नाम इतने बड़े हैं कि लोग आसान भाषा का ही इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ हमें हिन्दी भाषा भी जानना आवश्यक है।

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अजब-गजब: अगर नहीं पता कि रेलवे स्टेशन को हिंदी में क्या कहते हैं, तो जानिए यहां

फीचर डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: राजेश मिश्रा Updated Tue, 15 Feb 2022 10:34 AM IST

हम सभी अपने जीवन में रेलगाड़ी से छोटी-बड़ी दूरी की यात्राएं करते हैं। रेलगाड़ी से सफर करना हम सभी के लिए किसी रोमांच से कम नहीं होता है। रेलगाड़ी में बैठे-बिठाए शहर, गांव, नदी, पहाड़ और भी खूबसूरत जगहों को देखने का मौका मिलता है। हम सभी के जीवन में कोई न कोई रेल यात्रा का सुखद अनुभव होता है। रेल यात्रा के लिए जब हम घर से निकलते हैं तो हमें सबसे पहले रेलवे स्टेशन जाना होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि रेलवे स्टेशन को हिंदी में क्या कहते हैं? जी हां, रेल यात्रा के दौरान हमें बहुत से ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना होता है,जिनकी हम बस अंग्रेजी जानते हैं। उनका हिंदी में क्या मतलब होता है शायद ही कोई जानता हो। इसके पीछे वजह है कि इनके हिंदी में अर्थ इतने मुश्किल होते हैं कि इन्हें बोलना बहुत कठिन होता है। ऐसे में लोग अपनी सुविधानुसार सबसे सरल शब्द का प्रयोग करते हैं। इसी कड़ी में आज हम जानेंगे कि "रेलवे स्टेशन" का हिंदी में क्या नाम है....

"रेलवे स्टेशन" की हिंदी जानने से पहले हम ये जानते हैं कि "रेल या ट्रेन" का  हिंदी में क्या अर्थ होता है। हिंदी में "रेल या ट्रेन" का अर्थ होता है "लौह पथ गामिनी" अब यदि इस शब्द का पूरा अर्थ निकाले तो लौह पथ का मतलब होता है लोहे का रास्ता और गामिनी का मतलब होता है अनुगमन करने वाली या पीछे चलने वाली। अब पूरा अर्थ समझें तो एक ऐसी गाड़ी जो लोहे के रास्ते पर चलती है। अब सभी शब्दों को मिला दें तो "रेलगाड़ी या ट्रेन " को हिंदी में "लौह पथ गामिनी" कहा गया है। 

वहीं, रेलवे स्टेशन को हिंदी में " लौह पथ गामिनी विराम बिंदु" या "लौह पथ गामिनी विश्राम स्थल" कहा जाता है। दरअसल, ये नाम इतना लंबा और उच्चारण में इतना कठिन है कि लोग अंग्रेजी नाम ही ज्यादा प्रयोग करते हैं। अब अगर थोड़ा सा आसान भाषा में बोला जाए तो रेलवे स्टेशन को रेलगाड़ी पड़ाव स्थल भी कहा जाता है। 

हालांकि, रेलवे स्टेशन पर ऐसी बहुत सी चीजें होती हैं। जिनके बारे में हम अंग्रेजी शब्द का ही इस्तेमाल करते हैं। अब ऐसे शब्दों को सुनकर लोग हैरान रह जाते हैं।

अपनी सुविधा के लिए इनका अंग्रेजी रूप ही बोलते हैं। आजकल की युवा पीढ़ी भी अंग्रेजी भाषा का उपयोग ज्यादा करती है। लेकिन, हमें हिंदी भी जाननी बेहद जरूरी है।

Indian Railway Rules: हर आम भारतीय नागरिक के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए रेलवे सबसे पॉपुलर मीडियम में से एक है. रेलवे (Indian Railways) का सफर सुरक्षित होने के साथ काफी आरामदायक होता है. क्या आपने कभी गौर किया है कि ट्रेन के हर डिब्बे एक 5 डिजिट का नंबर लिखा होता है. यह नंबर बहुत खास होता है. रेलवे के नियमों के मुताबिक इन पांच नंबर में बोगी से जुड़ी कई खास जानकारी छुपी होती है. आइए आपको बताते हैं इससे जुड़ी सभी जानकारी.

ट्रेन की हर बोगी के बाहर लिखे इन पांच नंबर्स (Train Coac number) में इस बात की जानकारी होती है कि इस बोगी का निर्माण कब हुआ था और यह बोगी किस प्रकार की है. इसमें पहले दो डिजिट बताते हैं कि ट्रेन की इस बोगी का निर्माण कब हुआ था और अंतिम के तीन डिजिट इसकी कैटेगरी बताते हैं.

पहले दो डिजिट का मतलब

मान लीजिए ट्रेन की किसी बोगी पर 05497 नंबर लिखा है. तो इसे दो भाग में तोड़कर पढ़ना चाहिए. पहले दो डिजिट से हमें इसके बनने के समय का पता चलता है. जैसे इस केस में यह बोगी 2005 में बनी थी. अगर वहीं बोगी पर 98397 लिखा होता, तो इस बोगी का निर्माण 1998 में हुआ होता.

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बाद के तीन डिजिट का मतलब

वहीं बोगी पर लिखे बाद के तीन डिजिट उस बोगी की कैटेगरी को बताते हैं. जैसे पहले केस (05497) में यह बोगी जनरल कैटेगरी की है और दूसरे केस (98397) में बोगी स्लीपर क्लास की है. इसे विस्तार से समझने के लिए आप नीचे दिए गए चार्ट को देख सकते हैं.

001-025 : AC First class
026-050 : Composite 1AC + AC-2T
051-100 : AC-2T
101-150 : AC-3T
151-200 : CC (AC Chair Car)
201-400 : SL (2nd Class Sleeper)
401-600 : GS (General 2nd Class)
601-700 : 2S (2nd Class Sitting/Jan Shatabdi Chair Class)
701-800 : Sitting Cum luggage Rake
801 + : Pantry Car, Generator or Mail

तो अगली बार जब आप रेलवे (Indian Railways) से सफर करेंगे, तो आपके बोगी के बाहर लिखे नंबर को देख कर आप बड़ी आसानी से बता सकते हैं, कि यह बोगी कब बनी है और किस क्लास की है.