दिन भर के अथक परिश्रम के बाद समुद्र किनारे कौन टहल रहा था? - din bhar ke athak parishram ke baad samudr kinaare kaun tahal raha tha?

कक्षा 10
समय: 1:30 घण्टा
पूर्णांक: 40

सामान्य निर्देश:
(i) इस प्रश्नपत्र में तीन खंड हैं- खंड-क, खंड-ख और खंड-ग।
(ii) खण्ड ‘क’ में कुल 2 प्रश्न पूछे गए हैं। दोनों प्रश्नों के कुल 20 उपप्रश्न दिए गए हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए कुल 10 उपप्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(iii) खण्ड ‘ख’ में 4 प्रश्न हैं तथा इन सभी के 21 उपप्रश्न हैं। इनमें से निर्देशानुसार 16 उपप्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(iv) खण्ड ‘ग’ में कुल 3 प्रश्न हैं तथा 14 उपप्रश्न सम्मिलित हैं सभी उपप्रश्नों के उत्तर दीजिए।

खंड-क (अपठित गद्यांश)

1. नीचे दो गद्यांश दिए गए हैं। किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए-

पशु को बाँधकर रखना पड़ता है, क्योंकि वह निरंकेश है। चाहे जहाँ-तहाँ चला जाता है, इधर-उधर मुँह मार देता है। क्या मनुष्य को भी इसी प्रकार दूसरों का बंधन स्वीकार करना चाहिए? क्या इससे उसमें मनुष्यत्व रह पाएगा। पशु के गले की रस्सी को एक हाथ में पकड़ कर और दूसरे हाथ में एक लकड़ी लेकर, जहाँ चाहो हाँककर ले जाओ। जिन लोगों को इसी प्रकार हाँके जाने का स्वभाव पड़ गया है, जिन्हें कोई भी जिधर चाहे ले जा सकता है, काम में लगा सकता है, उन्हें भी पशु ही कहा जाएगा। पशु को चाहे कितना मारो, चाहे कितना उसका अपमान करो, बाद में खाने को दे दो, वह पूँछ और कान हिलाने लगेगा। ऐसे नर पशु भी बहुत से मिलेंगे जो कुचले जाने और अपमानित होने पर भी ज़रा-सी वस्तु मिलने पर झट संतुष्ट और प्रसन्न हो जाते हैं। कुत्ते को कितना ही ताड़ना देने के बाद उसके सामने एक टुकड़ा डाल दो, वह झट से मार-पीट को भूल कर उसे खाने लगेगा। यदि हम भी ऐसे ही हैं तो हम कौन हैं, इसे स्पष्ट कहने की आवश्यकता नहीं। पशुओं में भी कई पशु मार-पीट और अपमान को नहीं सहते। वे कई दिन तक निराहार रहते हैं, कई पशुओं ने तो प्राण त्याग दिए, ऐसा सुना जाता है। पर इस प्रकार के पशु मनुष्य-कोटि के हैं, उनमें मनुष्यत्व का समावेश है, यदि ऐसा कहा जाए तो कोई अत्युक्ति न होगी।

निम्नलिखित प्रश्नों के निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए-

प्रश्न.1: कई पशुओं ने प्राण त्याग दिए, क्योंकि-
(क) उन्हें विद्रोह करने की अपेक्षा प्राण त्यागना उचित लगा
(ख) उन्हें तिरस्कृत हो जीवन जीना उचित नहीं लगा
(ग) वह यह शिक्षा देना चाहते थे कि प्यार, मार-पीट से अधिक कारगर है
(घ) वह यह दिखाना चाहते थे कि लोगों को उनकी आवश्यकता अधिक है न कि उन्हें लोगों की

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.2: बंधन स्वीकार करने से मनुष्य पर क्या प्रभाव पड़ेंगे?
(क) मनुष्य सामाजिक और व्यक्तिगत रूप से कम स्वतंत्र हो जाएगा
(ख) मनुष्य में व्यक्तिगत इच्छा व निर्णय का तत्व समाप्त हो जाएगा
(ग) मनुष्य बँधे हुए पशु समान हो जाएगा
(घ) मनुष्य की निरकुंशता में परिवर्तन हो जाएगा

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.3: मनुष्यत्व को परिभाषित करने हेतु कौन-सा मूल्य अधिक महत्वपूर्ण है?
(क) स्वतंत्रता
(ख) न्याय
(ग) शांति
(घ) प्रेम

सही उत्तर विकल्प है (क)

प्रश्न.4: गद्यांश के अनुसार कौन-सी उद्घोषणा की जा सकती है?
(क) सभी पशुओं में मनुष्यत्व है
(ख) सभी मनुष्यों में पशुत्व है
(ग) मानव के लिए बंधन आवश्यक नहीं है
(घ) मान-अपमान की भावना केवल मानव ही समझता है

सही उत्तर विकल्प है (ग)

प्रश्न.5: गद्यांश में नर और पशु की तुलना किन बातों को लेकर की गई है?
(क) पिटने की क्षमता
(ख) पूँछ-कान आदि को हिलाना
(ग) बंधन स्वीकार करना
(घ) लकड़ी द्वारा हाँके जाना

सही उत्तर विकल्प है (ग)

अथवा
हँसी भीतरी आनंद का बाहरी चिह्न है। जीवन की सबसे प्यारी और उत्तम से उत्तम वस्तु एक बार हँस लेना तथा शरीर को अच्छा रखने की अच्छी से अच्छी दवा एक बार खिलखिला उठना है। पुराने लोग कह गए हैं कि हँसो और पेट फुलाओ। हँसी कितने ही कला-कौशलों से भली है। जितना ही अधिक आनंद से हँसोगे उतनी ही आयु बढ़ेगी। एक यूनानी विद्वान कहता है कि सदा अपने कर्मों पर खीझने वाला हेरीक्लेस बहुत कम जिया, पर प्रसन्न मन डेमाक्रीट्स 109 वर्ष तक जिया। हँसी-खुशी का नाम जीवन है। जो रोते हैं उनका जीवन व्यर्थ है। कवि कहता है-‘जिंदगी जिंदादिली का नाम है, मुर्दा दिल क्या खाक जिया करते हैं।’ मनुष्य के शरीर के वर्णन पर एक विलायती विद्वान ने पुस्तक लिखी है। उसमें वह कहता है कि उत्तम सुअवसर की हँसी उदास-से-उदास मनुष्य के चित्त को प्रफुल्लित कर देती है। आनंद एक ऐसा प्रबल इंजन है कि उससे शोक और दुख की दीवारों को ढहा सकते हैं। प्राण रक्षा के लिए सदा सब देशों में उत्तम-से-उत्तम उपाय मनुष्य के चित्त को प्रसन्न रखना है। सुयोग्य वैद्य अपने रोगी के कानों में आनंदरूपी मंत्र सुनाता है। एक अंग्रेज डॉक्टर कहता है कि किसी नगर में दवाई लदे हुए बीस गधे ले जाने से एक हँसोड़ आदमी को ले जाना अधिक लाभकारी है

निम्नलिखित प्रश्नों के निर्देशानुसार सर्वाधिक विकल्पों में से उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए-

प्रश्न.1: हँसी भीतरी आनंद को कैसे प्रकट करती है?
(क)
मन में खुशी एवं प्रसन्नता के भाव से
(ख) खिलखिलाकर हँसने से
(ग) चित्त को प्रसन्न रखने से
(घ) इनमें से कोई नहीं

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.2: हँसी को एक शक्तिशाली इंजन के समान क्यों कहा गया है?
(क) शोक व दुख की दीवारों को ढहाने में सक्षम होने के कारण
(ख) प्राण रक्षा के लिए
(ग) आयु कम करने के कारण
(घ) हँसी का कला-कौशलों से युक्त होने के कारण

सही उत्तर विकल्प है (क)

प्रश्न.3: हेरीक्लेस और डेमाक्रीट्स के उदाहरण से लेखक क्या स्पष्ट करना चाहता है?
(क) प्रसन्नचित्त व्यक्ति का लंबे समय तक जीना
(ख) रोते-चीखते रहने वाले व्यक्ति का जल्दी मरना
(ग) ज़िन्दगी जिन्दादिली का नाम
(घ) उपर्युक्त सभी

सही उत्तर विकल्प है (घ)

प्रश्न.4: डेमाक्रीट्स कितने वर्षों तक जीवित रहा?
(क) 109
(ख) 108
(ग) 101
(घ) 190

सही उत्तर विकल्प है (क)

प्रश्न.5: गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक दीजिए-
(क) हँसना एक प्रबल इंजन
(ख) जीवन में हँसी का महत्व
(ग) जिन्दादिली
(घ) हँसने से आयु बढ़ना

सही उत्तर विकल्प है (ख)

2. नीचे दो गद्यांश दिए गए हैं। किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए-
अपनी सभ्यता का जब मैं अवलोकन करता हूँ, तब लोगों को काम के संबंध की उनकी विचारधारा के अनुसार उन्हें विभाजित करने लगता हूँ। एक वर्ग में वे लोग आते हैं, जो काम को उस घृणित आवश्यकता के रूप में देखते हैं, जिसकी उनके लिए उपयोगिता केवल धन अखजत करना है। वे अनुभव करते हैं कि जब दिनभर का श्रम समाप्त हो जाता है, तब वे जीना सचमुच शुरू करते हैं और अपने आप में होते हैं। जब वे काम में लगे होते हैं, तब उनका मन भटकता रहता है। काम को वे उतना महत्त्व देने का कभी विचार नहीं करते, क्योंकि केवल आमदनी के लिए ही उन्हें काम की आवश्यकता है। दूसरे वर्ग के लोग अपने काम को आनंद और आत्मपरितोष पाने के एक सुयोग के रूप में देखते हैं। वे धन इसलिए कमाना चाहते हैं ताकि अपने काम में अधिक एकनिष्ठता के साथ समखपत हो सकें। जिस काम में वे संलग्न होते हैं, उसकी पूजा करते हैं।

पहले वर्ग में केवल वे लोग ही नहीं आते हैं, जो बहुत कठिन और अरुचिकर काम करते हैं। उसमें बहुत-से सम्पन्न लोग भी सम्मिलित हैं, जो वास्तव में कोई काम नहीं करते हैं। ये सभी धन को ऐसा कुछ समझते हैं, जो उन्हें काम करने के अभिशाप से बचाता है। इसके सिवाय कि उनका भाग्य अच्छा रहा है, वे अन्यथा उन कारखानों के मज़दूरों की तरह ही हैं जो अपने दैनिक काम को जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप समझते हैं। उनके लिए काम कोई घृणित वस्तु है और धन वांछनीय, क्योंकि काम से छुटकारा पाने के साधन का प्रतिनिधित्व यही धन करता है। यदि काम को वे टाल सके और फिर भी धन प्राप्त हो जाए, तो खुशी से यही करेंगे। जो लोग काम के अनुरक्त हैं तथा उसके प्रति समखपत हैं, ऐसे कलाकार, विद्वान और वैज्ञानिक दूसरे वर्ग में सम्मिलित हैं। वस्तुओं को बनाने और खोजने में वे हमेशा दिलचस्पी रखते हैं। इसके अंतर्गत परंपरागत कारीगर भी आते हैं, जो किसी वस्तु को रूप देने में गर्व और आनंद का वास्तविक अनुभव करते हैं। अपनी मशीनों को ममत्वभरी सावधानी से चलाने और उनका रख-रखाव करने वाले कुशल मिस्त्री और इंजीनियर इसी वर्ग से संबंधित हैं।

निम्नलिखित प्रश्नों के निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए-

प्रश्न.1: कितने प्रकार के काम करने वाले लेखक को दिखाई देते हैं?
(कदो प्रकार के
(ख) 
तीन प्रकार के
(ग) 
चार प्रकार के
(घ) 
अनेक प्रकार के

सही उत्तर विकल्प है (क)

प्रश्न.2: जिन लोगों के लिए काम की उपयोगिता धन प्राप्त करना है, वे क्या अनुभव करते हैं?
(कदिनभर श्रम करके रात को सो जाते हैं
(ख) 
दिनभर का श्रम समाप्त होने पर सचमुच में जीना शुरू करते हैं
(ग) दिन में सोकर रात को श्रम करते हैं
(घ) 
दिनभर काम में लगे रहते हैं

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.3: दैनिक काम को जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप समझने के दृष्टिकोण को कैसे बदला जा सकता है?
(क) काम के प्रति पूर्ण समर्पण और विश्वास जगाकर
(ख) 
काम के प्रति आलस्यपूर्ण रहकर
(ग) 
काम को टालते ही रहने की प्रवृत्ति अपनाकर
(घ) 
उपर्युक्त में से कोई नहीं

सही उत्तर विकल्प है (क)

प्रश्न.4: काम के प्रति समर्पित लोगों के वर्ग में कौन-कौन लोग आते हैं?
(क) 
आलसी, धनवान, कारखानों के मजदुर
(ख) 
कलाकार, विद्वान, कुशल मिस्त्री, इंजीनियर और वैज्ञानिक
(ग) 
काम से घृणा करने वाले, काम को अभिशाप समझने वाले
(घ) 
उपर्युक्त में से कोई नहीं

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.5: उपर्युक्त गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए-
(क) आलसी व्यक्ति
(ख) 
कर्म ही पूजा है
(ग) 
सभ्यता का विभाजन
(घ) 
काम के प्रति समर्पण

सही उत्तर विकल्प है (ख)

अथवा
पता नहीं क्यों, उनकी कोई नौकरी लंबी नहीं चलती थी। मगर इससे वह न तो परेशान होते, न आतंकित और न ही कभी निराशा उनके दिमाग में आती। यह बात उनके दिमाग में आई कि उन्हें अब नौकरी के चक्कर में रहने की बजाय अपना काम शुरू करना चाहिए। नई ऊँचाई तक पहुँचने का उन्हें यही रास्ता दिखाई दिया। सत्य है, जो बड़ा सोचता है, वही एक दिन बड़ा करके भी दिखाता है और आज इसी सोच के कारण उनकी गिनती बड़े व्यक्तियों में होती है। हम अक्सर इंसान के छोटे-बड़े होने की बातें करते हैं, पर दरअसल इंसान की सोच ही उसे छोटा या बड़ा बनाती है। स्वेट मार्डेन अपनी पुस्तक ‘बड़ी सोच का बड़ा कमाल’ में लिखते हैं कि यदि आप दरिद्रता की सोच को ही अपने मन में स्थान दिए रहेंगे, तो आप कभी धनी नहीं बन सकते, लेकिन यदि आप अपने मन में अच्छे विचारों को ही स्थान देंगे और दरिद्रता, नीचता आदि कुविचारों की ओर से मुँह मोड़े रहेंगे और उनको अपने मन में कोई स्थान नहीं देंगे, तो आपकी उन्नति होती जाएगी और समृद्धि के भवन में आप आसानी से प्रवेश कर सकेगे। भारतीय चिंतन में ऋषियों ने ईश्वर के संकल्प मात्र से सृष्टि रचना को स्वीकार किया है और यह संकेत दिया है कि व्यक्ति जैसा बनना चाहता है, वैसा बार-बार सोचे। व्यक्ति जैसा सोचता है, वह वैसा ही बन जाता है। सफलता की ऊँचाइयों को छूने वाले व्यक्तियों का मानना है कि सफलता उनके मस्तिष्क से नहीं, अपितु उनकी सोच से निकलती है। व्यक्ति में सोच की एक ऐसी जादुई शक्ति है कि यदि वह उसका उचित प्रयोग करे, तो कहाँ से कहाँ पहुँच सकता है। इसलिए सदैव बड़ा सोचें, बड़ा सोचने से बड़ी उपलब्धियाँ हासिल होंगी, फायदे बड़े होंगे और देखते-देखते आप अपनी बड़ी सोच द्वारा बड़े आदमी बन जाएँगे। इसके लिए हैजलिट कहते हैं- महान सोच जब कार्यरूप में परिणत हो जाती है, तब वह महान कृति बन जाती है।

निम्नलिखित प्रश्नों के निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए-

प्रश्न.1: गद्यांश में किस प्रकार के व्यक्ति के बारे में चर्चा की गई है?
(क) आशावादी व साहसी व्यक्ति
(ख) स्वस्थ व्यक्ति
(ग) संन्यासी व्यक्ति
(घ) नौकरी पेशा व्यक्ति

सही उत्तर विकल्प है (क)

प्रश्न.2: भारतीय विचारधारा में ______ मनुष्य जैसा बनना चाहता है, वैसा बन जाता है?
(क)
संकल्प और चिंतन के द्वारा
(ख) बार-बार सोचने के द्वारा
(ग) महान रचना द्वारा
(घ) इनमें से कोई नहीं

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.3: उपर्युक्त गद्यांश में से मुहावरे छाँटकर लिखिए-
(क)
ऊँचाइयों को छूना
(ख) ऊँची सोच रखना
(ग) बड़ी सोच का बड़ा कमाल
(घ) (क) एवं (ख) दोनों

सही उत्तर विकल्प है (क)

प्रश्न.4: ‘महान सोच जब कार्यरूप में परिणत हो जाती है, तब वह महान कृति बन जाती है’ नामक कथन किसका है?
(क)
स्वेटमार्डेन का
(ख) हैजलिट का
(ग) भारतीय चिंतन का
(घ) ऋषियों का

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.5: व्यक्ति को अपने मन में किन चीज़ों को स्थान नहीं देना चाहिए-
(क) 
दरिद्रता
(ख) नीचता
(ग) कुविचार
(घ) ये सभी

सही उत्तर विकल्प है (घ)

खंड-ख (व्यावहारिक व्याकरण)

3. निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-

प्रश्न.1: ‘तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।’ इस वाक्य में से संज्ञा पदबंध छाँटिए-
(क) तलवार एक
(ख) तताँरा की तलवार
(ग) रहस्य थी
(घ) विलक्षण रहस्य

सही उत्तर विकल्प है (ख)
यह पद समूह ‘तलवार’ संज्ञा का विस्तार है।

प्रश्न.2: ‘कबूतर परेशानी में इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे।’ रेखांकित पदबंध का प्रकार है-
(क) सर्वनाम पदबंध
(ख) क्रिया पदबंध
(ग) क्रिया विशेषण पदबंध
(घ) विशेषण पदबंध

सही उत्तर विकल्प है (ग)
यह पद समूह ‘फडफडाना’ क्रिया की रीति सम्बन्धी विशेषता बता रहा है।

प्रश्न.3: बढ़ती हुई आबादियों ने समंदर को पीछे सरकाना शुरू कर दिया है। रेखांकित पदबंध का प्रकार है-
(क)
विशेषण पदबंध
(ख) सर्वनाम पदबंध
(ग) क्रिया पदबंध
(घ) संज्ञा पदबंध

सही उत्तर विकल्प है (ग)
यह वाक्य में हो रही क्रिया का बोध करा रहा है।

प्रश्न.4: तताँरा दिनभर के अथक परिश्रम के बाद समुद्र किनारे हटलने निकल पड़ा। रेखांकित पदबंध का भेद है-
(क)
क्रिया विशेषण पदबंध
(ख) विशेषण पदबंध
(ग) क्रिया पदबंध
(घ) संज्ञा पदबंध

सही उत्तर विकल्प है (क)
यह पद समूह क्रिया की विशेषता बता रहा है।

प्रश्न.5: तताँरा एक नेक और मददगार व्यक्ति था। वाक्य में रेखांकित पदबंध का भेद है-
(क) विशेषण पदबंध
(ख) संज्ञा पदबंध
(ख) क्रिया पदबंध
(घ) क्रिया विशेषण पदबंध

सही उत्तर विकल्प है (क)
यह पदबंध वाक्य में ‘तँतारा’ संज्ञा की विशेषता बता रहा है।

4. निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-

प्रश्न.1: बड़े भाई साहब ने भी उसी उम्र में पढ़ना शुरू किया था जब मैंने शुरू किया था। रचना की दृष्टि से वाक्य है-
(क) सरल वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) मिश्रित वाक्य
(घ) विधानवाचक वाक्य

सही उत्तर विकल्प है (ग)
इसमें एक प्रधान वाक्य और एक आश्रित उपवाक्य ‘जब मैंने शुरू किया था, है अतः यह मिश्र वाक्य है।

प्रश्न.2: वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ दौड़ी। इस संयुक्त वाक्य को परिवर्तित करने पर सरल वाक्य होगा-
(क)
जैसे ही वामीरो सचेत हुई वैसे ही वह घर की तरफ दौड़ी
(ख) वामीरो कुछ सचेत हुई और वह घर की तरफ दौड़ी
(ग) वामीरो कुछ सचेत होने पर घर की तरफ दौड़ी
(घ) सचेत वामीरो हुई तथा घर की तरफ दौड़ी

सही उत्तर विकल्प है (ग)
इसमें एक मुख्य समापिका क्रिया ‘दौड़ी’ है।

प्रश्न.3: निम्नलिखित वाक्यों में मिश्र वाक्य है-
(क)
मेरे और भाई साहब के बीच अब केवल एक दरजे का अंतर और रह गया
(ख) आखिर आदमी को कुछ तो अपनी पोजीशन का ख्याल रखना चाहिए
(ग) जब से माता जी ने प्रबंध अपने हाथ में ले लिया है, तब से घर में लक्ष्मी आ गई है
(घ) मेरे रहते तुम बेराह न चलने पाओगे

सही उत्तर विकल्प है (ग)
इसमें एक प्रधान वाक्य और एक आश्रित उपवाक्य ‘तब से घर में लक्ष्मी आ गई है’, है अतः यह मिश्र वाक्य है।

प्रश्न.4: ‘सूर्य निकला और प्रकाश हो गया।’ रूपांतरित करने पर वाक्य का सरल रूप होगा-
(क)
जैसे ही सूर्य निकला वैसे ही प्रकाश हो गया
(ख) सूर्य निकलते ही प्रकाश हो गया
(ग) जब सूर्य निकलता है तब प्रकाश होता है
(घ) सूर्य निकला अतएव प्रकाश हो गया

सही उत्तर विकल्प है (ख)
इसमें एक मुख्य समापिका क्रिया ‘हो गया’ है।

प्रश्न.5: ‘एक जमाना था कि लोग आठवाँ दरजा पास करके नायब तहसीलदार हो जाते थे।’ रचना की दृष्टि से वाक्य है-
(क)
सरल वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) मिश्र वाक्य
(घ) सामान्य वाक्य

सही उत्तर विकल्प है (ग)
इसमें एक प्रधान वाक्य और एक आश्रित उपवाक्य है।

5. निम्नलिखित छः भागों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-

प्रश्न.1: ‘गुरुदक्षिणा’ शब्द के सही समास विग्रह का चयन कीजिए-
(क)
गुरु से दक्षिणा-तत्पुरुष समास
(ख) गुरु का दक्षिणा-तत्पुरुष समास
(ग) गुरु की दक्षिणा-तत्पुरुष समास
(घ) गुरु के लिए दक्षिणा-तत्पुरुष समास

सही उत्तर विकल्प है (घ)

प्रश्न.2: ‘यथासमय’ शब्द किस समास का उदाहरण है-
(क)
कर्मधारय समास
(ख) बहुव्रीहि समास
(ग) अव्ययीभाव समास
(घ) तत्पुरुष समास

सही उत्तर विकल्प है (ग)
इसमें पहला पद ‘यथा’ अव्यय और प्रधान है इसलिए यह अव्ययीभाव समास है।

प्रश्न.3: ‘अष्टाध्यायी’ शब्द के लिए सही समास विग्रह का चयन कीजिए-
(क)
आठ अध्यायों का समाहार-द्विगु समास
(ख) आठ हैं जो अध्याय-बहुव्रीहि समास
(ग) अष्ट और अध्याय-द्वंद्व समास
(घ) अष्ट के अध्याय-तत्पुरुष समास

सही उत्तर विकल्प है (क)

प्रश्न.4: ‘आशा को लाँघ कर गया हुआ’ का समस्त पद है-
(क) 
आशालाँघ
(ख) आशातीत
(ग) आशावान
(घ) आशागत

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.5: ‘सज्जन’ समस्तपद का विग्रह होगा-
(क)
सद् है जो जन
(ख) सत् है जो जन
(ग) अच्छा है जो पुरुष
(घ) सत् के समान जन

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.6: ‘बाकायदा’ शब्द के लिए सही समास विग्रह का चयन कीजिए-
(क)
कायदे के अनुसार-अव्ययीभाव समास
(ख) कायदे के बिना-अव्ययीभाव समास
(ग) कायदे ही कायदे-अव्ययीभाव समास
(घ) कायदे के द्वारा कृत-तत्पुरुष समास

सही उत्तर विकल्प है (क)
इसमें पहला पद ‘बा’ अव्यय और प्रधान है इसलिए यह अव्ययीभाव समास है।

6. निम्नलिखित पाँच में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिए तथा सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए-

प्रश्न.1: ‘अंधे के हाथ बटेर लगना’ का अर्थ है-
(क) 
अच्छा भाग्य
(ख) अच्छी वस्तु प्राप्त होना
(ग) भाग्यवश अच्छी वस्तु प्राप्त होना
(घ) अंधे व्यक्ति को बटेर प्राप्त होना

सही उत्तर विकल्प है (ग)

प्रश्न.2: सच्चे शूरवीर देश की रक्षा में प्राणों की ______। रिक्त स्थान की पूर्ति उचित मुहावरे से कीजिए-
(क) 
बाज़ी लगा देते हैं
(ख) जान लगा देते हैं
(ग) ताकत लगा देते हैं
(घ) सुरक्षा लगा देते हैं

सही उत्तर विकल्प है (क)
सच्चे शूरवीर देश की रक्षा में प्राणों की बाजी लगा देते हैं।

प्रश्न.3: ‘गागर में सागर भरना’ मुहावरे का सही अर्थ है-
(क)
कुछ न करना
(ख) थोड़े में बहुत कुछ कह देना
(ग) गागर में सागर का पानी भर देना
(घ) लम्बी-चौड़ी बातें करना

सही उत्तर विकल्प है (ख)

प्रश्न.4: कभी नौकरी ढूँढ़ने निकलोगे तो______। रिक्त स्थान की पूर्ति उचित मुहावरे से कीजिए-
(क)
ज़मीन पर पाँव न रखना
(ख) आटे-दाल का भाव मालूम होगा
(ग) दीवार खड़ी करना
(घ) नाम निशान मिटाना

सही उत्तर विकल्प है (ख)
कभी नौकरी ढूँढने निकलोगे तो आटे-दाल का भाव मालूम होगा।

प्रश्न.5: विद्यालय के वार्षिकोत्सव में इतने अधिक काम थे कि उन्हें निपटाते-निपटाते ______। उपयुक्त मुहावरे से रिक्त स्थान भरिए-
(क)
दीन-दुनिया से गया
(ख) शब्द चाट डाला
(ग) दाँतों पसीना आ गया
(घ) डेरा डाल दिया

सही उत्तर विकल्प है (ग)
विद्यालय के वार्षिकोत्सव में इतने काम थे कि उन्हें निपटाते-निपटाते दाँतों पसीना आ गया।

खंड - ग (पाठ्यपुस्तक)

7. निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प छाँटकर दीजिए-
ऐसी बाँणी बोलिये, मन का आपा खोय।
अपना तन सीतल करैं, औरन को सुख होय।।

प्रश्न.1: कवि ने कैसी वाणी बोलने की प्रेरणा दी है?
(क)
अहंकार भरी सत्य वाणी बोलने की
(ख) अहंकार त्याग कर कटु बोलने की
(ग) अहंकार त्याग कर मीठी वाणी बोलने की
(घ) अहंकार युक्त मीठी वाणी बोलने की

सही उत्तर विकल्प है ()
मीरा श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त है।

प्रश्न.2: ‘मन का आपा खोय’ यहाँ, ‘आपा’ शब्द का अर्थ है-
(क)
अपनापन
(ख) अहंकार
(ग) अपना और पराया
(घ) मानसिक संतुलन

सही उत्तर विकल्प है ()

प्रश्न.3: तन के शीतल होने का क्या अभिप्राय है?
(क)
शरीर का ठंडा होना
(ख) गर्मी से राहत पाना
(ग) मर जाना
(घ) सुख और शांति का अनुभव करना

सही उत्तर विकल्प है ()
जब द्रौपदी ने कौरवों से अपमानित होकर श्रीकृष्ण को पुकारा था तो उन्होंने अनंत साड़ी प्रदान कर के द्रोपदी की लाज बचाई थी।

प्रश्न.4: काव्यांश की भाषा और छंद है-
(क)
ब्रजभाषा-दोहा छंद
(ख) खड़ीबोली-कवित छंद
(ग) सधुक्कड़ी (मिश्रित) भाषा-दोहा (साखी) छंद
(घ) अवधी भाषा-दोहा छंद

सही उत्तर विकल्प है ()

8. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर के लिए उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए-

सालाना इम्तिहान हुआ। भाई साहब फेल हो गए, मैं पास हो गया और दरजे में प्रथम आया। मेरे और उनके बीच में केवल दो साल का अंतर रह गया। जी में आया, भाई साहब को आड़े हाथों लूँ-‘आपकी वह घोर तपस्या कहाँ गई? मुझे देखिए, मंजे से खेलता भी रहा और दरजे में अव्वल भी हूँ। लेकिन वह इतने दुखी और उदास थे कि मुझे उनसे दिली हमदर्दी हुई और उनके घाव पर नमक छिड़कने का विचार ही लज्जास्पद जान पड़ा। हाँ, अब मुझे अपने ऊपर कुछ अभिमान हुआ और आत्मसम्मान भी बढ़ा। भाई साहब का रौब मुझ पर न रहा। आजादी से खेलकूद में शरीक होने लगा। दिल मजबूत था। अगर उन्होंने फिर मेरी फजीहत की, तो साफ कह दूँगा-‘आपने अपना खून जलाकर कौन-सा तीर मार लिया। मैं तो खेलते-कूदते दरजे में अव्वल आ गया।’ जबान से यह हेकड़ी जताने का साहस न होने पर भी मेरे रंग-ढंग से साफ जाहिर होता था कि भाई साहब का वह आतंक मुझ पर नहीं था।

प्रश्न.1: सालाना परीक्षा का क्या परिणाम रहा?
(क) भाई साहब पास हो गए और लेखक फेल हो गए
(ख) भाई साहब फेल हो गए और लेखक दरजे में अव्वल आया
(ग) भाई साहब और लेखक दोनों फेल हो गए
(घ) भाई साहब अव्वल आ गए और लेखक दरजे में तृतीय आया

सही उत्तर विकल्प है (ग)
रावण एक विशाल भूमंडल का स्वामी था।

प्रश्न.2: लेखक दुःखी क्यों थे?
(क) बड़े भाई साहब को दुखी और उदास देखकर
(ख) बड़े भाई साहब को पछताते देखकर
(ग) बड़े भाई साहब के निराश होकर हॉस्टल छोड़ने पर
(घ) इनमें से कोई नहीं

सही उत्तर विकल्प है ()
रावण को सभी राजा कर देते थे। बड़े-बडे़ देवता उसकी गुलामी करते थे। आग और पानी के देवता भी उसके दास थे।

प्रश्न.3: दोनों के बीच केवल दो साल का अंतर रह गया तो छोटे भाई के मन में क्या विचार आया?
(क) बडे़ भाई साहब के साथ बैठकर रोने का
(ख) बड़े भाई साहब की खिल्ली उड़ाएँ
(ग) बडे़ भाई साहब को आडे़ हाथों लें
(घ) बड़े भाई साहब से अपना इनाम माँगने का

सही उत्तर विकल्प है (ग)

प्रश्न.4: कक्षा में प्रथम आने पर लेखक के स्वभाव में क्या परिवर्तन आया?
(क) उनका आत्मविश्वास कम हो गया
(ख) उन्हें अपने ऊपर अभिमान हो गया
(ग) वे आजाद होकर खेलने-कूदने लगे
(घ) (ख) और (ग) दोनों कथन सत्य हैं

सही उत्तर विकल्प है (ग)

प्रश्न.5: ‘बडे़ भाई साहब’ कहानी किस शैली में लिखी गयी है?
(क) संवादात्मक शैली में
(ख) आत्म-कथात्मक शैली में
(ग) व्यंग्यात्मक शैली में
(घ) वर्णनात्मक शैली में

सही उत्तर विकल्प है ()
लेखक को अपने कक्षा में अव्वल आने और भाई साहब के फेल होने पर बहुत अभिमान हो गया था। इसको महसूस करके बडे़ भाई साहब रावण का उदाहरण देकर घमंड का परिणाम बताने की कोशिश कर रहे हैं।

9. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए-

एक शाम तताँरा दिन भर के अथक परिश्रम के बाद समुद्र किनारे टहलने निकल पड़ा। सूरज समुद्र से लगे क्षितिज तले डूबने को था। समुद्र से ठंडी बयारें आ रहीं थीं। पक्षियों की सायंकालीन चहचहाहटें शनैः शनैः क्षीण होने को थीं। उसका मन शांत था। विचारमग्न तताँरा समुद्री बालू पर बैठकर सूरज की अंतिम रंग-बिरंगी किरणों को समुद्र पर निहारने लगा। तभी कहीं पास से उसे मधुर गीत गूँजता सुनाई दिया। गीत मानों बहता हुआ उसकी तरफ आ रहा हो। बीच-बीच में लहरों का संगीत सुनाई देता। गायन इतना प्रभावी था कि वह अपनी सुध-बुध खोने लगा। लहरों के एक प्रबल वेग ने उसकी तंद्रा भंग की। चैतन्य होते ही वह उधर बढ़ने को विवश हो उठा जिधर से अब भी गीत के स्वर बह रहे थे। वह विकल-सा उस तरफ बढ़ता गया। अंततः उसकी नजर एक युवती पर पड़ी जो ढलती हुई शाम के सौंदर्य में बेसुध, एकटक समुद्र की देह पर डूबते आकर्षक रंगों को निहारते हुए गा रही थी।

प्रश्न.1: तताँरा समुद्र किनारे क्यों गया था?
(क) दिन भर के अथक परिश्रम के बाद गीत गाने
(ख) भोजन करने के बाद टहलने
(ग) दिन भर के अथक परिश्रम के बाद टहलने
(घ) इनमें से कोई नहीं

सही उत्तर विकल्प है (ग)

प्रश्न.2: वहाँ का वातावरण कैसा था?
(क) सूर्यास्त होने वाला था
(ख) ठंडी-ठंडी हवा चल रही थी
(ग) पक्षियों की मधुर चहचहाहटें सुनाई दे रहीं थीं
(घ) उपर्युक्त सभी कथन सही हैं

सही उत्तर विकल्प है ()

प्रश्न.3: तताँरा को अचानक क्या सुनाई दिया?
(क)
पक्षियों की सायंकालीन चहचहाहटें
(ख) एक मधुर प्रभावी गीत के बोल
(ग) बच्चों की खिलखिलाहट
(घ) लहरों का शोर

सही उत्तर विकल्प है (ग)
शेख अयाज़ के पिता भोजन छोड़कर पहले च्योंटे को उसके घर कुएँ पर छोड़ने चल दिए क्योंकि उन्हें लगा कि उन्होंने उसे बेघर कर दिया है।

प्रश्न.4: तताँरा की तंद्रा किस प्रकार भंग हुई?
(क)
पक्षियों की चहचहाहट से
(ख) एक मधुर गीत के स्वर से
(ग) लहरों के प्रबल वेग से
(घ) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं

सही उत्तर विकल्प है ()

प्रश्न.5: मधुर गीत के स्वर की दिशा में आगे बढ़ने पर तताँरा की नजर किस पर पड़ी?
(क)
एक युवती पर जो ढलती हुई शाम के सौंदर्य में बेसुध गा रही थी
(ख) एक बच्ची पर जो ढलती हुई शाम के सौंदर्य में बेसुध गा रही थी
(ग) एक युवती पर जो समुद्र किनारे टहल रही थी
(घ) एक युवती पर जो समुद्र किनारे बैठी रो रही थी

सही उत्तर विकल्प है (ग)