उद्देश्य: धर्म-सुधार आंदोलन के प्रमुख उद्देश्य थे- Show
आन्दोलन के कारण
जान वाइक्लिफ 1320-84
सेवोनारोला 1452-88
इरेस्मस 1466-1536
मार्टिन लूथर 1483-1546
धर्म सुधार आंदोलन क्या था इसके कारणों एवं महत्व को समझाइये?धर्म सुधार आन्दोलन का धार्मिक कारण पोप एवं पादरी वर्ग के भ्रष्ट तथा दुराचारी जीवन से सम्बन्धित था। 15वीं शताब्दी के अन्तिम वर्षों में रोमन कैथोलिक चर्च के अन्तर्गत अनेकों दोषों व बुराइयों का समावेश हो गया था। पोप अपनी असीमित शक्तियों व अधिकारों के अहंकार में अन्धा होकर पथभ्रष्ट हो गया था और उनका दुरुपयोग करने लगा था।
धर्म सुधार आन्दोलन के क्या परिणाम थे?धर्मसुधार आंदोलन के परिणामस्वरूप यूरोप में कैथोलिक सम्प्रदाय के साथ-साथ लूथर सम्प्रदाय, कैल्विन सम्प्रदाय, एंग्लिकन सम्प्रदाय, लिंकन सम्प्रदाय और प्रेसबिटेरियन संप्रदाय प्रचलित हो गये।
यूरोप के धर्म सुधार आंदोलन के क्या कारण थे और इसके क्या परिणाम हुए वर्णन करें?चर्च की असंख्य भू-स्वामित्व जागीरों से, विभिन्न करों, चंदों एवं अनुदानों से चर्च के पास अतुलनीय धन संपत्ति संग्रहीत हो गई थी। इसका उपयोग चर्च के पादरी और अधिकारी सांसारिकता और भोगविलास में करते थे। इससे जनसाधारण में रोष व्याप्त था। इसलिए जनसाधारण ने भी धर्म-सुधार आंदोलन को समर्थन और सहयोग दिया।
प्रति धर्म सुधार आंदोलन से आप क्या समझते हैं?16वीं शताब्दी के विद्रोहात्मक धर्म-सुधार के कारण नवीन प्रोटेस्टेंट धर्म के प्रसार से चिंतित होकर कैथोलिक धर्म के अनुयायियों ने कैथोलिक चर्च व पोपशाही की शक्ति व अधिकारों को सुरक्षित करने और उनकी सत्ता को पुनः सुदृढ़ बनाने के लिए कैथोलिक धर्म में अनेक सुधार किये, जिसे 'धर्म-सुधार-विरोधी आंदोलन' या 'प्रतिवादी धर्म-सुधार ...
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