Students get through the MP Board Class 12th Hindi Important Questions General Hindi Chapter 12 हिमालय और हम which are most likely to be asked in the exam. Show ससंदर्भ व्याख्या कीजिए – गोपाल सिंह नेपाली 1. अरुणोदय की पहली लाली इसको ही चूम निखर जाती, इन शिखरों की माया ऐसी शब्दार्थ: संदर्भ: प्रसंग: व्याख्या: हिमालय पर्वत की कुछ ऐसी महिमा है कि जैसी सुबह, वैसी ही शाम यहाँ होती है। सुबह और शाम की तरह भारतीय सुख और दुःख को समभाव से ग्रहण करते हैं। भारतमाता के सपूतों ने हिमालय पर्वत की भाँति धैर्य एवं अडिग रहना सीख लिया है। उन पर सुख एवं दुःख का विशेष प्रभाव नहीं पड़ता। हिमालय एवं भारतवासियों का गहरा अन्तर्सम्बन्ध है। विशेष:
2. जैसा यह अटल, अडिग-अविचल, वैसे ही हैं भारतवासी, (म. प्र. 2009) कोई क्या हमको ललकारे, शब्दार्थ: अटल: संदर्भ: प्रसंग: व्याख्या: भारतवासियों को कोई उकसा नहीं सकता। भारतवासियों का अस्त्र-शस्त्र अहिंसा है। भारत के निवासी दुःखों से भी विचलित नहीं होते। गंगा जल का पान करने वाले भारतवासी दुःख में भी मुस्कुराते रहते हैं। हिमालय पर्वत से भारतीय प्रेरणा लेते रहते हैं। भारतवासियों एवं हिमालय का बहुत गहरा संबंध है। विशेष:
लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1.
प्रश्न 2. प्रश्न 3.
प्रश्न 4.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न प्रश्न 1.
उत्तर:
प्रश्न 2. 1. गोपाल सिंह नेपाली का जन्म सन् है – (म. प्र. 2018) प्रश्न 3.
उत्तर:
हिमालय क्या संदेश देता है?हिमालय हमें परिस्थितियों से लड़ने और हर मुश्किल घड़ी में अडिग, अविचल रहने का संदेश देता है। हम दुख में भी सबका साथ दें और जरूरतमंदों को आसरा दें, यही हिमालय हमें सिखाता है।
हिमालय को धरती का ताज क्यों कहा जाता है?क इसकी चोटी इतनी ऊँची है कि संपूर्ण धरती के ताज के समान लगती है। इसलिए इसे सकले धरती का ताज कहा गया है। Date Page. ग) हिमालय और भारतवासियों में यह समानता है कि दोनों ही अडिग और अविचल हैं।
हिमालय के संदेश किसकी कविता है?Solution : हिमालय का संदेश. काव्य रामधारी सिंह . दिनकर. द्वारा ओजस्वीपूर्ण शब्दों से रचित है ।
हिमालय से शीर्षक कविता का क्या उद्देश्य है?हिमालय ने हमेशा भारत की रक्षा करी है और दुश्मनों को अंदर नहीं आने दिया है। कवि हिमालय से इस संकट की घड़ी में अपना मौन त्यागकर, सहायता करने को कहते हैं। कवि कहते हैं कि प्यारा स्वदेश वीरान हो गया है। इसलिए वे अपने नगपति और विशाल हिमालय, अपने तपस्वी को जागने के लिए कहते हैं।
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