कैंसर की शुरुआत कैसे होते हैं? - kainsar kee shuruaat kaise hote hain?

इंसान के शरीर में जब कोशिकाएं यानी सेल्स के जीन्स में किसी भी तरह का बदलाव आने लगता है तो कैंसर की शुरुआत होती है। कैंसर अपने आप से भी हो सकता है या फिर गुटखा, तंबाकू या कोई भी नशीले पदार्थ का सेवन करने से भी होता है। इसके लिए अल्ट्रावॉयलेट रेज और रेडिएशन भी जिम्मेदार हो सकते हैं।

कैंसर की वजह से इम्यून सिस्टम खराब हो जाता है और शरीर इसको झेल नहीं पाता। जैसे-जैसे कैंसर शरीर में बनता है वैसे वैसे ट्यूमर यानी एक तरह की गांठ बनने लगती है और धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाती है। लोग कैंसर को एक लाइलाज बीमारी समझते हैं लेकिन अगर कैंसर के शुरू में ही इस पर काबू पा लिया जाए तो इससे छुटकारा पाया जा सकता है। कैंसर एक बहुत खतरनाक बीमारी है। 

कैंसर के प्रकार 

डॉक्टर्स का यह कहना है कि कैंसर 200 से भी ज्यादा अधिक तरह के होता है और इसी प्रकार उसके लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। आइए जानते हैं वह कौन से प्रकार के कैंसर हैं जो शरीर में बहुत तेजी के साथ फैलते हैं।

1.) ब्लड कैंसर- ब्लड कैंसर सबसे ज्यादा पाया जाने वाला कैंसर है। इसमें ब्लड यानी खून की कोशिकाएं यानी ब्लड सेल्स में कैंसर बहुत तेज़ी के साथ फैलने लगता है। इससे खून की कमी हो जाती है और धीरे-धीरे यह शरीर में संक्रमित हो जाता है।

2.) फेफड़ों का कैंसर- फेफड़ों में कैंसर स्मोकिंग की वजह से होता है और यह कैंसर बहुत ही दर्दनाक व दयनीय होता है। इसमें सांस लेने में परेशानी होती है, हड्डियों में बहुत दर्द होता है, बलगम जमने की शिकायत होती है और भूख नहीं लगती है। हर वक्त थकान सा महसूस होता है और कमजोरी आ जाती है।

3.) ब्रेन कैंसर- ब्रेन कैंसर को ब्रेन ट्यूमर भी कहते हैं जो दिमाग में होता है। इसमें दिमाग के एक हिस्से में गांठ बन जाती है और वह धीरे-धीरे पूरे ब्रेन में फैल जाती है।

4.) स्तन कैंसर- स्तन कैंसर जिसे ब्रेस्ट कैंसर कहते हैं यह ज्यादातर महिलाओं में पाया जाता है। इससे औरतों के स्तन में एक प्रकार की गांठ बन जाती है और अगर इसका समय पर इलाज न कराया जाए तो यह धीरे-धीरे पूरे स्तन में फैल जाती है। इसके बचाव के लिए समय-समय पर स्तन का चेकअप कराते रहना चाहिए।

5.) स्किन कैंसर- स्किन कैंसर भी आज तेजी के साथ फैल रहा है। स्किन कैंसर किसी भी उम्र के इंसान को हो सकता है और यह कैंसर बहुत ज्यादा गर्मी और उचित भोजन ना करने की वजह से होता है।

कैंसर के लक्षण

1.) शरीर में किसी भी तरह का बिना वजह का दर्द है और वह दवाओं से ठीक नहीं हो रहा तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए जैसे सीने में दर्द, सर दर्द, फेफड़ों में दर्द या फिर पेट दर्द। इस तरह के दर्द का सीधा मतलब यह नहीं है कि आप को कैंसर है लेकिन किसी भी तरह के दर्द को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से चेकअप कराना चाहिए।

2.) अगर लंबे समय से खांसी आ रही हो और खांसी के साथ साथ खून भी आ जाए तो यह बहुत ही गंभीर बात है। इसकी फौरन ही जांच कराना चाहिए।

3.) पेशाब में किसी भी तरह की दिक्कत पैदा हो या फिर पेशाब के साथ खून आने लगे तो इसकी फौरन जांच करानी चाहिए। यह एक गंभीर समस्या है।

4.) बिना किसी वजह के वजन कम होना भी कैंसर के लक्षणों में आता है। इसकी तुरंत जांच कराएं।

5.) अच्छी डाइट के बावजूद थकान का बने रहना या फिर बिना कारण थकान बनी रहना भी एक समस्या है।

किन चीजों का सेवन करें

कौन सी ऐसी चीजे हैं जो कैंसर से लड़ने में मदद करती हैं?

ब्रोकली, टमाटर, अदरक, हल्दी, जामुन, रसभरी, हरी और पत्तेदार सब्जियां, गोभी, केला, पालक, गाजर, साबुत अनाज, सोया, करेला, मांस और अखरोट! इन चीजों का सेवन करें। ये कैंसर से लड़ने में मदद करती हैं।

निष्कर्ष 

अक्सर हम यह सोचते हैं कि कैंसर एक लाइलाज बीमारी है। हां, इसका इलाज थोड़ा मुश्किल है। कुछ लोग इस बीमारी से लड़ कर विजय हासिल कर लेते हैं और कुछ इससे लड़ते-लड़ते आखिर में अपनी जान गवादेते हैं।

कैंसर जैसी बीमारी का अगर शुरू में ही पता चल जाए और इस पर काबू पा लिया जाए तो इससे छुटकारा मिल सकता है। कैंसर से बचाव और उसे फैलने से रोकने के लिए कैंसर का जरा भी अंदेशा होते ही अपने नजदीकी डॉक्टर से मिलें और कंसल्ट करें। ऐसे में जो चीजें कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में मदद करती हैं उन चीजों का सेवन करना चाहिए। तंबाकू खाना, स्मोकिंग करना या किसी अन्य प्रकार का नशा इंसान जानता तो हैं कि यह उसकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है लेकिन फिर भी इनका सेवन करता है। कई बार इनके अत्यधिक सेवन से कैंसर जैसी बीमारी पैदा हो जाती है जिससे इंसान काफी परेशानी भी उठाता है और अंत में अपनी जान भी गवा देता है। हमें तंबाकू या फिर किसी भी तरह की नशीली चीज से परहेज करना चाहिए और अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहिए।

Cancer India के आंकड़ों की मानें तो साल 2018 में भारत में कैंसर की वजह से कुल 7,84,821 लोगों की मौत हुई थी जिनमें 4,13,519 पुरुष और 3,71,302 महिलाएं शामिल थीं.

कैंसर, दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है. भारत में हर साल कैंसर के लाखों नए मामले सामने आते हैं. Cancer India के आंकड़ों की मानें तो साल 2018 में भारत में कैंसर की वजह से कुल 7,84,821 लोगों की मौत हुई थी जिनमें 4,13,519 पुरुष और 3,71,302 महिलाएं शामिल थीं. कैंसर कई प्रकार के होते हैं लेकिन पुरुषों में मुंह का कैंसर और महिलाओं में स्तन का कैंसर सबसे ज्यादा पाया जाता है. चिंता की बात ये है कि विज्ञान के पास अभी तक कैंसर का पक्का इलाज नहीं है. लिहाजा, कैंसर से हर साल बेहिसाब मरीजों की मौत हो जाती है. दरअसल, बीमारी के शुरुआती दौर में इसका पता लगाकर इलाज शुरू किया जाए तो इससे बचा जा सकता है. लेकिन बीमारी जब विकराल रूप धारण कर ले तो इससे बचना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसके पीछे एक सबसे बड़ी वजह ये है कि लोगों को कैंसर के शुरुआती लक्षणों के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं होती है. जिसकी वजह से पीड़ित के शरीर में कैंसर तेजी से फैलता रहता है और फिर उसे पूरी तरह से नष्ट कर देता है.

जिंदगी बचाने के लिए समय पर कैंसर की पहचान करना जरूरी

कैंसर के शुरुआती लक्षणों को यदि पहचान लिया जाए और समय पर इलाज शुरू कर दिया जाए तो मरीज को बचाया जा सकता है. आखिर ये कैंसर होता कैसे हैं और इसके शुरुआती लक्षण क्या होते हैं, इसके बारे में जानने के लिए टीवी9 भारतवर्ष ने रिलायंस हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अमोल अखाड़े से एक्सक्लूसिव बातचीत की. डॉ. अखाड़े ने बताया कि कैंसर में हमारे शरीर के सेल्स में लगातार बदलाव होते रहते हैं. ये बदलाव साधारण सेल्स पर पड़ने वाले असाधारण तनाव की वजह से होते हैं. उन्होंने बताया कि हर साल तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मामलों की सबसे बड़ी वजह लोगों का लाइफस्टाइल है जो लगातार गलत रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. खराब दिनचर्या, खराब खानपान, तनाव कैंसर की मुख्य वजह हैं. डॉ. अखाड़े ने बताया कि जिन यदि कैंसर को शुरुआती दौर में ही पहचान लिया जाए तो 70 से 80 फीसदी मरीज सही समय पर सही उपचार के जरिए ठीक हो जाते हैं.

ये हैं कैंसर के शुरुआती लक्षण

कैंसर से बचने के लिए सही लाइफस्टाइल होना बहुत जरूरी है. इसके अलावा यदि कोई कैंसर की चपेट में आ भी जाए तो ऐसे में उसके लक्षणों की पहचान कर तुरंत इलाज शुरू करा देना चाहिए. डॉ. अखाड़े ने बताया कि कैंसर के कई प्रमुख लक्षण होते हैं, जिनकी मदद से बीमारी को शुरुआती दौर में ही पहचाना जा सकता है. उन्होंने बताया कि बेवजह लगातार वजन कम होना, महिलाओं के स्तन में गांठ बनना, लंबे समय तक मुंह के छाले सही न होना, निरंतर आवाज बदलते रहना, लंबे समय तक खांसी रहना और फिर उसके साथ खून आना आदि कैंसर के लक्षण होते हैं. यदि किसी व्यक्ति को लगातार लंबे समय तक इस तरह की दिक्कतें होती हैं तो उन्हें बिना देरी किए अपनी जांच करानी चाहिए. ऐसा भी हो सकता है कि इन लक्षणों के बावजूद कैंसर न हो, लेकिन यदि हो भी तो जांच कराकर उसे समय पर पहचाना जा सकता है.

डॉ. अमोल अखाड़े के साथ हुई पूरी बातचीत की वीडियो यहां देखें-

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हमें कैसे पता चलेगा कि हमें कैंसर है या नहीं?

कैंसर के आम लक्षण हैं वजन में कमी, बुखार, भूख में कमी, हड्डियों में दर्द, खांसी या मूंह से खून आना. अगर किसी भी व्यक्ति को ये लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

कैंसर में दर्द कब होता है?

कैंसर के दर्द के लक्षण जब शरीर में कैंसर शुरुआती स्टेज पर होता है तो ट्यूमर शरीर में हड्डियों, नसों या अन्य अंगों पर दबाव डालता है। शुरुआती स्टेज में कैंसर के दर्द को उन्नत उपचार द्वारा ट्रिगर किया जा सकता है। इसमें मरीज को कुछ कीमोथेरेपी दवाएं दी जाती है। इसके अलावा कुछ मरीजों की रेडियोथेरेपी भी की जाती है।

कैंसर का जल्दी पता कैसे लगाएं?

जितनी जल्दी कैंसर की उपस्थिति का पता चलता है, उतना ही बेहतर रोग का निदान होता है। अपने डॉक्टर से बात करें।.
वजन घटना कैंसर वाले लोगों में वजन कम होना आम है। ... .
अत्यधिक थकान ... .
बार-बार आने वाला बुखार ... .
शरीर में लगातार दर्द ... .
त्वचा में परिवर्तन होना.

कैंसर कैसे शुरू होता है?

कैंसर, किसी कोशिका के असामान्य तरीके से बढ़ने की बीमारी है. आमतौर पर, हमारे शरीर की कोशिकाएं नियंत्रित तरीके से बढ़ती हैं और विभाजित होती हैं. जब सामान्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है या कोशिकाएं पुरानी हो जाती हैं, तो वे मर जाती हैं और उनकी जगह स्वस्थ कोशिकाएं ले लेती हैं.