रेशम कीट के जीवन चक्र की अवस्था क्या है? - resham keet ke jeevan chakr kee avastha kya hai?

इसे सुनेंरोकेंरेशमकीट के जीवन चक्र में अंडा , लार्वा , प्युवा तथा व्यस्क शलभ अवस्थाएं पायी जाती है , इस किट में निषेचन आंतरिक होता है तथा अण्ड अवस्था सामान्यत: 8 से 10 दिन तक पायी जाती है तत्पश्चात रेशम कीट की लार्वा अवस्था का निर्माण होता है इसे Cater pillar लार्वा अवस्था के नाम से जाना जाता है।

कीट के जीवन चक्र में कौन सी चार अवस्थाएं हैं?

इसे सुनेंरोकेंइन कीटों के कायान्तरण की चार अवस्थाएं ये हैं – भ्रूण (embryo), डिंभ (larva), प्यूपा तथा पूर्ण कीट या पूर्णक (imago)।

* रेशम कीट के जीवन चक्र की कौन सी अवस्था से हमें रेशम प्राप्त होती है?*?

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इसे सुनेंरोकेंलार्वा रेशम कीट के जीवनचक्र की ऐसी अवस्था है जिसमें रेशम नामक रेशा तैयार होता है। लार्वा शहतूत के पत्ते खाता है और लारवे के अन्तिम भाग से धागा बनाने वाला तरल (लेसदार) पदार्थ बाहर निकलता है जिसे लार्वा अपने शरीर के चारों ओर लपेटता रहता है जो अन्त में एक गोलाकृति प्याली कोकून बन जाती है।

रेशम कितने प्रकार के होते हैं?

रेशम कितने प्रकार के होते हैं

  • शहतूत रेशम
  • तसर सिल्क
  • एरी सिल्क
  • मुगा रेशम
  • स्पाइडर सिल्क
  • मसल्स सिल्क
  • अनापे रेशम
  • कॉयन सिल्क

रेशम कीट के लार्वा को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंरेशम कीट के लार्वा को caterpillar कहते हैं।

रेशम के कीड़े की सबसे निष्क्रिय अवस्था कौन सी है?

रेशम के कीड़े का जीवन चक्र

  • लार्वा: एक रेशम कीट अपने जीवन के लार्वा चरणों के दौरान पांच चरणों से गुजरता है।
  • प्यूपा: प्यूपा निष्क्रिय अवस्था है जिसमें कोकून में संरक्षित शरीर अति महत्वपूर्ण सक्रिय परिवर्तन से गुजरता है जिसे कायापलट कहा जाता है।
  • वयस्क: सक्रिय कायापलट के बाद, प्यूपा वयस्क इमैगो में बदल जाता है।

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रेशम के लारवा को क्या कहते हैं?

रेशम कहाँ से प्राप्त होता है?

इसे सुनेंरोकेंShikha Goyal. रेशम कीट को Bombyx Mori (लैटिन में ‘शहतूत के पेड़ के सिल्क वर्म’) के रूप में भी जाना जाता है. यह इसका जन्तु वैज्ञानिक नाम भी है. इस कीट में रेशम का उत्पादन होता है.

रेशम कौन से किट से बनाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंसबसे सामान्य रेशम कीट शहतूत रेशम कीट है। इस कीट के कोकून से प्राप्त होने वाला रेशम फ़ाइबर मृदु, चमकदार और लचीला होता है तथा इसे सुंदर रंगों में रंगा जा सकता है। रेशम कीट पालन अथवा रेशम कीटों का संवर्धन भारत का बहुत प्राचीन व्यवसाय है। भारत व्यावसायिक स्तर पर बहुत अधिक रेशम का उत्पादन करता है ।

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रेशम कीट का जीवन चक्र रेशम कीट एक प्रकार का तलब है जो शहतूत के पेड़ों पर पाला जाता है इसके पालन को सेरीकल्चर पालन कहते हैं रेशम कीट का जीवन चक्र 4 पदों या अवस्थाओं में पूरा होता है नंबर एक अंडा नंबर तो लाडवा नंबर 3 नंबर 4 मोबाइल अंडे रेशम का कीट एक लिंगी होता है मादा की निषेचन के बाद से दूध की पत्तियों पर अंडे देती है एक बार में लगभग 30 नंबर दो लारवा अंडे से निकले लारवा को कैटरपिलर लारवा कहते हैं जो उससे दूध की पत्तियों को खाकर तेजी से वृद्धि करता है और अपने जीवन काल में चार बार निर्वाचन कर नंबर तीन युवा अवस्था लगभग 45 दिन बाद लारवा में 1 जोड़ी लार ग्रंथियां बन जाते हैं और यह उपाय बदल जाता है इसकी लार ग्रंथियों से चिपचिपा द्रव स्रावित होता है जो वायु के संपर्क में आकर धागे जैसी रचना में बदलकर को कौन बना लेता है व्यवस्था 12 दिन की होती है इस बात को छोड़ो धीरे धीरे व्यस्त बदल जाता है धन्यवाद

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Sunil Kumar Staff answered 3 years ago

लार्वा रेशम कीट के जीवनचक्र की ऐसी अवस्था है जिसमें रेशम नामक रेशा तैयार होता है। लार्वा शहतूत के पत्ते खाता है और लारवे के अन्तिम भाग से धागा बनाने वाला तरल (लेसदार) पदार्थ बाहर निकलता है जिसे लार्वा अपने शरीर के चारों ओर लपेटता रहता है जो अन्त में एक गोलाकृति प्याली कोकून बन जाती है। कोकून को गर्म पानी या भाप में गर्म करके अन्दर के कीट को नष्ट कर दिया जाता है और लम्बे धागे को अलग से प्राप्त कर लिया जाता है।

रेशम कीट का जीवन चक्र कैसे होता है?

रेशमकीट के जीवन चक्र में अंडा , लार्वा , प्युवा तथा व्यस्क शलभ अवस्थाएं पायी जाती है , इस किट में निषेचन आंतरिक होता है तथा अण्ड अवस्था सामान्यत: 8 से 10 दिन तक पायी जाती है तत्पश्चात रेशम कीट की लार्वा अवस्था का निर्माण होता है इसे Cater pillar लार्वा अवस्था के नाम से जाना जाता है।

रेशम कीट के जीवन चक्र की कौन सी अवस्था से हमें रेशम प्राप्त होती है?

लार्वा रेशम कीट के जीवनचक्र की ऐसी अवस्था है जिसमें रेशम नामक रेशा तैयार होता है।

रेशम कीट का सही जीवन क्रम क्या होता है?

यह आवरण कोकून कहलाता है। कीट का इसके आगे का विकास कोकून के भीतर होता है (चित्र 3.9 ) । रेशम के रेशों का उपयोग रेशम के वस्त्र बुनने के लिए किया जाता है।

रेशम के कीड़े की आयु कितनी होती है?

यहां आपको रोचक बात बताते हैं कि रेशम के कीटों की उम्र दो से तीन दिन की होती है। मादा कीट करीब 200 से 300 अंडे देती है।