लिकोरिया में क्या क्या नहीं खाना चाहिए - likoriya mein kya kya nahin khaana chaahie

महिलाओं की वजाइना से व्हाइट डिस्चार्ज आना एक आम बात है. यह स्राव गाढ़ा, चिपचिपा और कभी-कभी दुर्गंध वाला होता है. आमतौर पर जो महिलाएं रिप्रोडक्टिव एज यानी जिन महिलाओं की उम्र 12 से 51 के बीच होती है वह योनि से सफेद स्राव का सामना करती हैं. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे गर्भावस्था, तनाव, चिंता, हार्मोन का असंतुलन, डायबिटीज, सर्विक्स इंफेक्शन आदि.

यदि व्हाइट डिस्चार्ज अधिक मात्रा में हो तो इससे शरीर में ज्यादा कमजोरी और जल्दी संक्रमण की आशंका रहती है. इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि सफेद डिस्चार्ज को कैसे नियंत्रित किया जाए. महिलाएं अपनी डाइट में कुछ चीजों को जोड़कर व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या को रोक सकती हैं.  इस लेख में हम जानेंगे सफेद स्राव को रोकने वाली डाइट के बारे में.

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लिकोरिया में क्या खाना चाहिए - What to eat in white discharge in Hindi

प्रोबायोटिक्स

प्रोबायोटिक्स महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या को रोकने में मददगार है. दही के अंदर प्रोबायोटिक्स मौजूद होता है जो न केवल संक्रामक बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार है बल्कि व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या से महिलाओं को राहत भी दिलाता है.

चावल का पानी

व्हाइट डिस्चार्ज से परेशान महिलाएं अपनी डाइट में चावल के पानी को शामिल कर सकती हैं. चावल का पानी घर पर आसानी से बनाया जा सकता है. इसे बनाने के लिए आप चावल को पानी में उबालें और चावल के उबलने के बाद पानी को छानें. अब इस पानी का सेवन नियमित रूप से करें. ऐसा करने से व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या दूर हो सकती है.

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धनिए के बीज

व्हाइट डिस्चार्ज को रोकने में धनिए के बीज बेहद उपयोगी हैं. आप रात को धनिए के बीज को एक गिलास पानी में भिगोएं और सुबह उठकर उस पानी को छानकर खाली पेट पानी का सेवन करें. ऐसा करने से 10 दिनों के अंदर व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या दूर हो सकती है.

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एलोवेरा

महिलाएं अगर व्हाइट डिस्चार्ज से ज्यादा परेशान हैं तो वे एलोवेरा की मदद से इस समस्या को रोकने की कोशिश कर सकती हैं. एलोवेरा के अंदर एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जो योनि में यीस्ट इन्फेक्शन की समस्या को दूर कर सकते हैं. वहीं एलोवेरा के सेवन से शरीर में सफेद रक्त कोशिकाएं बढ़ती हैं जो न केवल इम्यूनिटी को बढ़ाती हैं बल्कि यह संक्रमण को भी फैलने से रोकते हैं.

सेब का सिरका

सेब के सिरके के अंदर एंटीफंगल गुण मौजूद होते हैं जो योनि के पीएच संतुलन को बनाए रखते हैं. सेब के सिरके से शरीर में स्वस्थ बैक्टीरिया का ना केवल विकास होता है बल्कि व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या से राहत मिलती है.

मेथी के बीज

मेथी के दाने व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या को दूर करने में महिलाओं के काम आ सकते हैं. ऐसे में एक टेबलस्पून मेथी दाने एक लीटर पानी में उबालें और तब तक उबालते रहें जब तक पानी आधा रह ना जाए. अब पानी को छाने और इसका सेवन रोज खाली पेट सेवन करें. ऐसा करने से व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या दूर हो सकती है.

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ल्यूकोरिया रोग के कई नाम हैं। कई लोग ल्यूकोरिया को सफेद पानी की समस्या कहते हैं तो कुछ श्वेत प्रदर रोग कहते हैं। यह महिलाओं और युवतियों में होने वाली एक आम बीमारी है। ल्यूकोरिया में योनि के रास्ते सफेद और गाढ़ा चिपचिपा पानी का स्राव होता है। ल्यूकोरिया के कारण महिलाओं को योनि मार्ग में खुजली होती है, कमर में दर्द आदि जैसी शिकायतें होती हैं। अगर आप भी इस बीमारी से ग्रस्त हैं, और ल्यूकोरिया का इलाज भी करा रही हैं तो सबसे पहले आपको अपने खान-पान को बदलना होगा, क्योंकि सही खान-पान से रोगों का इलाज करने में आसानी होती है। इसलिए यहां ल्यूकोरिया के लिए डाइट चार्ट की जानकारी दी जा रही है।

लिकोरिया में क्या क्या नहीं खाना चाहिए - likoriya mein kya kya nahin khaana chaahie

ल्यूकोरिया के मरीजों के लिए इस डाइट प्लान को अपनाकर आप ना सिर्फ बीमारी पर नियंत्रण पा सकेंगे, बल्कि ल्यूकोरिया का सफल इलाज करने में भी कामयाबी पा सकेंगी।

Contents

  • 1 ल्यूकोरिया रोग में क्या खाएं (Your Diet During Leucorrhoea Disease)
  • 2 ल्यूकोरिया की बीमारी में क्या ना खाएं (Food to Avoid in Leucorrhoea Disease)
  • 3 ल्यूकोरिया रोग के इलाज के लिए आपका डाइट प्लान (Diet Plan for Leucorrhoea Treatment)
  • 4 ल्यूकोरिया रोग के इलाज लिए आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle for Leucorrhoea Treatment)
  • 5 ल्यूकोरिया की बीमारी में ध्यान रखने वाली बातें (Points to be Remember in Leucorrhoea Disease)
  • 6 ल्यूकोरिया की बीमारी के दौरान योग और आसन (Yoga and Asana for Leucorrhoea Treatment)

ल्यूकोरिया रोग में क्या खाएं (Your Diet During Leucorrhoea Disease)

ल्यूकोरिया का इलाज करने के लिए आपका आहार ऐसा होना चाहिएः-

  • अनाज: पुराना शाली चावल दलिया, बाजरा, यवागु (पतली खिचड़ी ) जौ।
  • दाल:  मूंग, मसूर, काबुली चना।
  • फल एवं सब्जियां: परवल, बथुआ, चौलाई, पालक, लौकी, पपीता, सेब, अनार, अंगूर, केला, पका हुआ आम, छुहारा, अदरक, हरा धनिया, मौसमी सब्जियां।

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  • अन्य: हल्का भोजन, गाय का दूध, बकरी का दूध, भैंस का ताजा दूध, धनिया, अदरक।

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ल्यूकोरिया की बीमारी में क्या ना खाएं (Food to Avoid in Leucorrhoea Disease)

सफेद पानी की समस्या में इनका सेवन नहीं करना चाहिएः-

  • अनाज: नया चावल, मैदा
  • दाल: काला चना
  • फल एवं सब्जियां: प्याज, बैंगन
  • अन्य: मदिरा, अचार, सिरका, फास्टफूड, खट्टी चीजेंदही, देर से पचने वाला आहार, पित्त आहार, लहसुन, पेट को फुलाने वाला भोजन, जलन उत्पन करने वाला भोजन, खट्टे पदार्थ, एसिडिटी बढ़ाने वाले भोज्य पदार्थ।

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ल्यूकोरिया रोग के इलाज के लिए आपका डाइट प्लान (Diet Plan for Leucorrhoea Treatment)

सफेद पानी की समस्या के दौरान सुबह उठकर दांतों को साफ करने (बिना कुल्ला किये) से पहले खाली पेट 1-2 गिलास गुनगुना पानी पिएं। इसके साथ ही इन बातों का पालन करेंः-

समय संतुलित आहार योजना (शाकाहार)
नाश्ता (8 :30 AM ) 1 कप पतंजलि दिव्य पेय + 1-2 पतंजलि आरोग्य बिस्कुट / 1/2 गिलास दूध / 2-3 इडली /उत्पम /उपमा /कम नमकीन दलिया (पतंजलि) / मूंग दाल खिचड़ी / पतंजलि कन्फ़्लेक्स /अंकुरित अनाज /1-2 पतली रोटी +1 कटोरी सब्जी + 1 कटोरी दाल/ 1 प्लेट फलों का सलाद (आम,  पपीता, सेब, अनार, अंगूर, केला)
दिन का भोजन   (12:30-01:30 PM 1 कप चावल (मांड रहित) +1-2 पतली रोटियां (पतंजलि मिश्रित अनाज आटा ), 1 कटोरी सब्जी (पत्तेदार, रेशेदार, ताजी)+1 कटोरी दाल + मट्ठा  + एक कटोरी सब्जियों की सलाद
शाम का नाश्ता (05:30- 06:00) pm 1 कप हर्बल (दिव्य पेय ) + 1 कटोरी पतंजलि कार्नफ्लेक्स / सब्जियों का सूप
रात का भोजन         (7: 00 – 8:00 Pm) 1 कप चावल (मांड रहित ) + 1-2 पतली रोटियां (पतंजलि मिश्रित अनाज आटा ) + 1 कटोरी सब्जी (पत्तेदार, रेशेदार,ताजी) + एक कटोरी दाल + मठ्ठा
सोने के समय (10:00 PM) 1 कप दूध + पावर वीटा /बादाम पाक(पतंजलि)  के साथ

सलाह: यदि मरीज को चाय की आदत है तो इसके स्थान पर 1 कप पतंजलि दिव्य पेय दे सकते हैं |

ल्यूकोरिया रोग के इलाज लिए आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle for Leucorrhoea Treatment)

ल्यूकोरिया का उपचार करने के दौरान आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-

  • हर 4-6 घण्टे में पैड बदलते रहें।
  • स्टरलाइज पैड्स का इस्तेमाल करें।
  • शरीर को साफ रखें। योनिमार्ग को अच्छी प्रकार से पानी से साफ करें।
  • अंडरगार्मेंट (अंतवस्त्र) सूती कपड़ों को पहनें। दिन में दो बार इन्हें बदलें।
  • गर्भपात के लिए अधिक दवाइयों का सेवन ना करें।
  • मासिक धर्म के समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • पहले वाले भोजन पचने के बाद ही दूसरी बार भोजन करें।
  • मूत्र और शौच को ना रोंके।

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ल्यूकोरिया की बीमारी में ध्यान रखने वाली बातें (Points to be Remember in Leucorrhoea Disease)

ल्यूकोरिया के इलाज के दौरान आपको इन बातों का ध्यान रखना जरूरी हैः-

(1) ध्यान एवं योग का अभ्यास रोज करें।

(2) ताजा एवं हल्का गर्म भोजन अवश्य करें।

(3) भोजन धीरे-धीरे शांत स्थान में शांतिपूर्वक, सकारात्मक एवं खुश मन से करें।

(4) तीन से चार बार भोजन अवश्य करें।

(5) किसी भी समय का भोजन नहीं त्यागें एवं अत्यधिक भोजन से परहेज करें।

(6) हफ्ते में एक बार उपवास करें।

(7) अमाशय का 1/3rd / 1/4th भाग रिक्त छोड़ें।

(8) भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर एवं धीरेधीरे खायें।

(9) भोजन लेने के बाद 3-5 मिनट टहलें।

(10) सूर्यादय से पहले [5:30 – 6:30 am] जाग जायें।

(11) रोज दो बार दांतों को साफ करें।

(12) रोज जिव्हा करें।

(13) भोजन लेने के बाद थोड़ा टहलें।

(14) रात में सही समय  [9- 10 PM] पर नींद लें।

ल्यूकोरिया की बीमारी के दौरान योग और आसन (Yoga and Asana for Leucorrhoea Treatment)

ल्यूकोरिया का उपचार करने के दौरान आपको ये योग और आसन करना चाहिएः-

  • योग प्राणायाम एवं ध्यान: भस्त्रिका, बाह्यप्राणायाम, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उदगीथ, उज्जायी, प्रनव जप।
  • योग प्राणायाम एवं ध्यानकपालभाति (मासिक धर्म के समय ना करें) वैद्यानिर्देशानुसार।
  • आसन: बज्रासन, नौकासन, गोमुखासन, उत्तानपादासन, कन्धरासन, सर्वांगासन।

लिकोरिया में क्या क्या नहीं खाना चाहिए - likoriya mein kya kya nahin khaana chaahie

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लिकोरिया में क्या क्या परहेज करें?

जो महिलाएं अस्वस्थ आहार, अधिक नमकीन, खट्टे, चटपटे, प्रदाही, चिकने तथा मांस-मदिरा का अधिक सेवन करती हैं, उनको ल्यूकोरिया होने की संभावना ज्यादा रहती है.

लिकोरिया जड़ से खत्म कैसे करें?

लिकोरिया का देसी इलाज है आंवला एक से दो चम्‍मच आंवले पाउडर को शहद में मिलाकर एक गाढ़ा पेस्‍ट बना लें। आपको इसे दिन में दो बार खाना है। इसके अलावा एक कप पानी में एक चम्‍मच आंवले का पाउडर डालकर आधा होने तब उबाल लें।

ल्यूकोरिया में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

क्या है इसे ठीक करने का तरीका इसके अलावा ल्यूकोरिया के कारण ​भविष्य में होने वाले किसी भी खतरे से बचा जा सके. – कब्ज इस समस्या को बढ़ा देता है, इसलिए कब्ज से बचने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा फाइबरयुक्त आहार लें. – मसालेदार और गरिष्ठ भोजन के बजाय हल्का, संतुलित और पौष्टिक भोजन लेने की आदत डालें.

सफेद पानी आता है तो क्या खाना चाहिए?

अगर आपको भी सफेद पानी जाने (Leucorrhoea) की समस्या है, तो आजमाएं ये उपाय 1 नियमित 2-3 केला खाने से श्‍वेतप्रदर की समस्या दूर होने में मदद मिलेगी। 2 दो ग्राम आंवले का पाउडर शहद के साथ दिन में तीन बार चाटने से भी लाभ होगा। 3 टमाटर का नियमित सेवन करने से भी इस समस्या में फायदा होगा।