मुसीबत का सामना कैसे किया जाए? - museebat ka saamana kaise kiya jae?

हर इंसान को अपने जीवन में बहुत सी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। आपने अपने जीवन में सबसे बड़ी किस मुसीबत का सामना किया है और आप उससे बाहर कैसे निकले?...


मुसीबत का सामना कैसे किया जाए? - museebat ka saamana kaise kiya jae?

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सबसे बड़ी मुसीबत होती है प्रतिकूल परिस्थिति में हम अपने को कैसे संभाले जब परिस्थितियां प्रतिकूल होती है तो लगता है कि अब हम इस सब का समाधान नहीं छोड़ सकती तब हम अपनों की मदद लेते ईश्वर की आराधना करते हैं ईश्वर से शक्ति मांगते हैं कि वह हमें इस प्रतिकूलता से मुक्त करें पर प्रतिकूलता होना यह स्वाभाविक घटना है सब कुछ आपके अनुकूल होगा ऐसा संभव नहीं है तो प्रतिकूलता को भी स्वीकार करना और सहज रूप से धीरे-धीरे उस से अपने को मुक्त रखना कि मैं इसे संघर्ष करके तो कुछ नहीं पाऊंगा हां मैं अपनी क्षमता बढ़ा लूंगा कि यह जो प्रसिद्धि है अगर धन से जुड़ी है तो मैं अधिक ध्यान कहां जॉइन करूं अगर या किसी अन्य विषय संबंधित है उसमें मैं अपनी योग्यता बढ़ा लूंगा

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मुसीबत का सामना कैसे किया जाए? - museebat ka saamana kaise kiya jae?

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🔴 एक बार बनारस में स्वामी विवेकनन्द जी मां दुर्गा जी के मंदिर से निकल रहे थे कि तभी वहां मौजूद बहुत सारे बंदरों ने उन्हें घेर लिया। वे उनसे प्रसाद छिनने लगे वे उनके नज़दीक आने लगे और डराने भी लगे। स्वामी जी बहुत भयभीत हो गए और खुद को बचाने के लिए दौड़ कर भागने लगे। वो बन्दर तो मानो पीछे ही पड़ गए और वे भी उन्हें पीछे पीछे दौड़ाने लगे।

🔵 पास खड़े एक वृद्ध सन्यासी ये सब देख रहे थे, उन्होनें स्वामी जी को रोका और कहा – रुको! डरो मत, उनका सामना करो और देखो क्या होता है। वृद्ध सन्यासी की ये बात सुनकर स्वामी जी तुरंत पलटे और बंदरों के तरफ बढऩे लगे। उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब उनके ऐसा करते ही सभी बन्दर तुरंत भाग गए। उन्होनें वृद्ध सन्यासी को इस सलाह के लिए बहुत धन्यवाद किया।

🔴 इस घटना से स्वामी जी को एक गंभीर सीख मिली और कई सालों बाद उन्होंने एक संबोधन में इसका जिक्र भी किया और कहा – यदि तुम कभी किसी चीज से भयभीत हो, तो उससे भागो मत, पलटो और सामना करो। वाकई, यदि हम भी अपने जीवन में आये समस्याओं का सामना करें और उससे भागें नहीं तो बहुत सी समस्याओं का समाधान हो जायेगा!

🌹 स्वामी विवेकानन्द के जीवन के प्रेरक प्रसंग
http://awgpskj.blogspot.in/2017/03/blog-post_16.html

बहुत से लोग हैं जो अपने जीवन में निहायत ही कठिन समय का सामना कर रहे हैं. परेशानी भरे इस दौर में लोग जानना चाहते हैं की आखिर बुरे वक़्त का सामना कैसे करें. किस तरह से कठिनाई के दौर से बाहर निकलें? तो इस लेख में हम बताने जा रहे हैं की आपको बुरे समय में क्या करना चाहिए? और किस तरह से आप अपने बुरे वक़्त से बाहर निकल सकते हैं.

हम सभी जानते हैं कि हर क्रिया की विपरीत प्रतिक्रिया होती है और यह स्वाभाविक है. लेकिन कभी कभी कुछ ऐसा होता है जिसकी हमें उम्मीदें नहीं होती. अचानक से कुछ ऐसा हो जाता है जिसकी वजह से हमारे सामने मुसीबतें खड़ी हो जाती हैं. और तब हमारे पास कोई नहीं होता, हमें हमारी स्थिति में से बाहर निकालने को और हमें आश्वासन देने को.

ऐसी स्थिति में हम हर तरह से टूट जाते हैं, इसे ही बुरे समय के रूप में जाना जाता है. ये सच है की हर व्यक्ति में Life में आने वाली Problems का सामना करने की हिम्मत नहीं होती. ऐसा इसलिए नहीं होता की वो सब लोग कमजोर हैं. बल्कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वो समझ ही नहीं पाते की मुसीबतों का सामना कैसे करें.

आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी की आप हर वो काम कर सकते हैं, जो आप सोच सकते हैं. मतलब इस दुनिया में हर तरह की समस्या का समाधान है, फिर चाहे समस्या कितनी ही बड़ी क्यों ना हो. तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की खराब समय का सामना करने के लिए आपको किस तरह से खुद को तैयार करना है.

बुरे वक़्त में क्या करना चाहिए – बुरे वक़्त का सामना कैसे करें

1. अपनी सोच को स्थिर बनाओ – स्थितियां जीतना भी बुरी हों, अगर आप की मानसिकता स्थिर है तो आप आसानी से उस स्थिति से बाहर निकल सकते हो. सब कुछ हमारे दिमाग पर निर्भर करता है. अगर आपको लगता है कि आप इसे हल कर सकते हैं तो निश्चित रूप से आप इसे हल कर सकते हो.

तो यह पूरी तरह से आपके दिमाग पर निर्भर करता है की आप समस्या के बारे में क्या सोचते हैं. अगर आपको लगता है कि यह एक बड़ी समस्या है तो यह बड़ी दिखेगी और अगर आपको लगता है कि यह एक छोटी सी समस्या है तो निश्चित रूप से यह आपको छोटी लगेगी. इसलिए अपनी मानसिकता को मजबूत करें और स्थिति को संभालने का प्रयास करें.

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2. अपनी कमजोरी को ढूंढे और उस पर काम करें– अक्सर हम अपनी गलतियों के कारण कई बार असफलता का सामना करते हैं, लेकिन हम अपनी गलतियों से अनजान होते है. इसलिए अपनी मानसिकता को कमजोर करने और विचार को छोड़ने के बजाय अपनी गलतियों को खोजना महत्वपूर्ण है.

तो हम समस्या समाधानकर्ता के रूप में गिने जाएँगे और हम आगे अपने जीवन में इस प्रकार की विफलता की स्थिति का सामना कभी नहीं करेंगे. आपने ये बात तो सुनी ही होगी की समंदर को आप चाहे कितने भी दिन खड़े होकर देख लें, आप तब तक उसे पार नहीं कर सकते जब आप प्रयास नहीं करेंगे.

तो सिर्फ ये सोचने से कुछ नहीं होगा की बुरे वक़्त का सामना कैसे करें. आपको काम शुरू करना होगा. अगर आप खुद को कमजोर समझ रहें हैं तो इस बात को दिल से निकाल दीजिये. दुनिया आप आपसे भी कमजोर लोग हैं जिन्होंने बड़ी बड़ी कठिनाइयों को अपने हौंसले और जूनून से काबू किया है.

3. अपनी ताकत का पता लगाएं – हर किसी के पास एक विशेष कौशल होता है जिससे अक्सर व्यक्ति अनजान होता है. इसलिए हमें अपने कौशल को निखारने और समस्या से निपटने के लिए खुद को सक्षम बनाने की जरूरत है. एक ऐसा क्षेत्र खोजें जिसमें आपकी रुचि हो, आपका ध्यान केंद्रित हो, और जहां आप काम करते हैं वहां कभी भी उबाऊ महसूस न करें.

अगर आपकी रुचि इस प्रकार के क्षेत्र में है तो आपमें ऐसा करने का जुनून है. और आपको ऐसा करने से तब तक कोई नहीं रोक सकता जब तक आप खुद को नहीं रोकेंगे. यह आपकी ताकत है और इसे कभी भी खोने की कोशिश न करें.

4. अपने कठिन समय में अपने आत्मविश्वास को ऊंचा बनायें रखे – सुख-दुख हमारे जीवन का हिस्सा है और ये आते-जाते रहते हैं. लेकिन जो व्यक्ति बुद्धिमानी से स्थिति को संभाल लेगा और बिना किसी की मदद लिए इसे हल करने में सक्षम होगा, वह व्यक्ति अपने जीवन में अधिक सफलता का हकदार होगा.

इसलिए कभी भी अपने आत्मविश्वास को कम ना होने दें,  क्योंकि आत्मविश्वास ही एकमात्र ऐसी चीज है जो आपको सभी बुरी परिस्थितियों से लड़ने में मदद करती है. इसे अपने हथियार के रूप में आजमाएं और आपके रास्ते में आने वाली सभी समस्याओं को समाप्त करें.

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5. समस्या समाधानकर्ता बनें – अगर मैं आपको सभी सफल लोगों के बारे में बताऊं, तो वे आमतौर पर अपनी समस्याओं को संभालने की कोशिश करते हैं. वो सफल इसलिए हुए क्योंकि वो स्थिति को विश्लेषण करते थे. हमेशा उसके बारे में सोचते रहते थे. जब तक उस समस्या से वो बाहर ना निकल आते. हमें भी उनकी तरह उनके काम करने की प्रक्रिया का पालन करना चाहिए. तभी हम अपने जीवन में अच्छे समस्या समाधानकर्ता बनेंगे.

6. अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें – हर किसि का एक लक्ष्य होता है, एक सपना होता है पर वो सपना तब तक सपना ही रहता है जब तक हम उसमे अपना प्रयास ना दे. इसलिए आज से ही अपना लक्ष्य चुनें और योजना बनाएं कि आपको कदम दर कदम अपनी सफलता कैसे प्राप्त करनी चाहिए.

मुसीबत का सामना कैसे किया जाए? - museebat ka saamana kaise kiya jae?

अगर आपका कोई लक्ष्य है तो निश्चित रूप से यह आपको हर बार आपके लक्ष्य की ओर धकेलेगा और यह आपको प्रगति के बारे में याद दिलाएगा कि क्या करना है और क्या नहीं करना है. लक्ष्य के बिना जीवन व्यर्थ है, बिना शिक्षक के छात्र के जैसे, बिना ड्राइवर के बस की जैसे.

इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की बुरे समय से कैसे बाहर निकलें तो यह आपके बुरे समय को दूर करने का सबसे बुद्धिमान तरीका है. हमें अपना लक्ष्य चुनना चाहिए और इसे यथासंभव प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए , तब हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने समय का पूरा उपयोग कर सकते हैं और अपने समय को बुरे से अच्छा कर सकते हैं.

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7. बड़ों और सफल व्यक्तियों से सलाह लें– हमारे बड़ों ने बहुत दुनिया देखि है और हमसे कहीं अधिक अनुभव किया है. अगर हम उनकी सलाह और प्रक्रिया को मानें तो निश्चित ही हम बहुत जल्द अपनी Problems को दूर कर सकते हैं. इसलिए सफल लोगों और अपने बड़ों से सलाह लें, उनकी कार्य प्रक्रिया, उनकी रणनीति को अपने जीवन में उपयोग करें. इसमें कोई संदेह नहीं है कि एक दिन हम बिना किसी समस्या के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

8. कभी भी अपनी तुलना दूसरों से न करें – तुलना हमेशा अधिक दर्द देती है, इसलिए कभी भी अपनी तुलना किसी से न करें. क्योंकि आपके पास जो कौशल है, हो सकता है कि किसी और के पास न हो. और हर किसी की काम करने की प्रक्रिया अलग होती है.

अन्य लोगों की रणनीतियों के बजाय अपने काम को पूरा करने के लिए खुद की रणनीति का पालन करें. कहीं न कहीं जब हम अपनी तुलना दूसरों से करते हैं तो हम अपनी गरिमा खो देते हैं और अपनी पहचान खो देते हैं. इसलिए कभी भी अपनी तुलना दूसरों से न करें.

9. सोच को हमेशा सकारात्मक रखें – अगर आप हमेशा Positive सोचते हैं तो आपको सोचने की जरुरत ही नहीं होगी की बुरे समय का सामना कैसे करें. क्योंकि एक सकारात्मक व्यक्ति किसी भी कार्य को नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति की तुलना में बेहतर तरीके से करता है.

इसलिए हमेशा सकारात्मक मानसिकता रखने कोशिश की जानी चाहिए. क्योंकि यह एक अच्छी आदत है. Positive लोग काम के मूल्य को समझते हैं और खुद पर विश्वास करते हैं.  इस प्रकार की मानसिकता हमें जीवन में काफी आगे तक ले जा सकती है.

10. अपने आप को अपने काम में व्यस्त रखें – जब आप एक बुरे समय का शिकार होते हो तब आप एक पीड़ित की तरह नहीं एक समस्या हल करने वाले व्यक्ति की तरह प्रतिक्रिया करो. हालात को अपने ऊपर हावी मत होने दो, कोई भी स्थिति हमसे ऊपर नहीं होता.

जिस तरह से रात के बाद दिन आता है उसी तरह समस्याओं के बाद समाधान आता है, बस हमें कोशिश करते रहना चाहिए. देर सवेर स्थितियां तो अपने आप ठीक हो जाती हैं. हमेशा खुश रहें और व्यस्त रहें.

11. दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए – जब आप किसी मुश्किल का सामना कर रहे होते हैं तो आमतौर पर हम अपनों की मदद लेते हैं. यह एक अच्छी आदत है लेकिन जरूरत से ज्यादा मदद लेने से हम अंदर से कमजोर हो जाते हैं और हम हर बार उनकी मदद के आदी हो जाते हैं.

यह एक अच्छे इंसान के लिए अच्छा संकेत नहीं है. जब भी अति आवश्यक हो तो दूसरों की मदद लें अन्यथा अपनी समस्याओं को स्वयं हल करने का प्रयास करें. इससे आप किसी के अहसान से भी बचे रहेंगे और आपका आत्मविश्वास भी बढेगा.

12 योग और व्यायाम करें – एक अच्छा इंसान ना सिर्फ अपने करियर पे ध्यान देता है, वो अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देता है. क्यूं की सेहत ही धन है. अगर आपका स्वास्थ्य ठीक है तो आपका मन भी ठिक से काम करेगा। एक स्वस्थ इंसान में एक स्वस्थ दिमाग का वास होता है. हम स्वस्थ रहेंगे तभी तो मुश्किलों का सामना कर पाएंगे.

रोजाना व्यायाम या योग करने से हमारे शरीर को ऑक्सीजन की उचित आपूर्ति होती है। और हमारे शरीर में पाचन, परिसंचरण अच्छे से होता है। शरीर का प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होता है जिससे हम ज्यादा दिन जीते हैं । इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप रोजाना व्यायाम करें और खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट बनाएं.

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13. किसी भी प्रकार की बुरी आदत न रखें – आँखों को हर एक चीज़ जो अच्छी दिखती है वो बुरी भी हो सकती है. कभी-कभी जो अच्छा दिखता हो वो असल में एक भ्रम में डाल देता है। हम बुरे संगती में रहकर बुरे काम के आदि होते हैं की हमें पता भी नहीं चल पाता क्या करना है.

तभी एसा कोई रास्ता हम अपनाते हैं जिससे हमें सफलता मिलती है, लेकिन यह हमें भविष्य में कई समस्याएं देता है. अगर आप सोच रहे हैं की बुरे वक़्त से कैसे निपटें तो खुद को बुरी आदतों से दूर रखें.

अच्छा या बुरा हाल हमारे जीवन के हिस्से होते हैं, और हर एक हालात हम से जुडी रहती है। अगर हम अच्छे हालात में हैं तो खुद के लिए और अगर हम बुरे हालात का शिकार है तो भी खुद के लिए. यह अलग बात है कि अचानक कोई अवांछित समस्या उत्पन्न हो जाए जिसके लिए हम जिम्मेदार नहीं होते हैं.

लेकिन यह निश्चित है कि हर स्थिति कुछ अच्छे और बुरे प्रभावों के साथ आती है, हमें अच्छे को स्वीकार करना चाहिए और बुरे से बचना चाहिए। वही गलतियां हमेशा याद रखें जो आपने की थीं और वही गलतियां भविष्य में कभी न दोहराएं, उस पर ध्यान दें.

कभी-कभी हमारे लिए बुरी स्थिति में आना अच्छा होता है, क्योंकि वह हमसे कुछ अलग की उम्मीद करता है ताकि हम अपना भविष्य बदल सकें और जीवन में आगे बढ़ सकें. इसलिए अपनी गलतियों को स्वीकार करें, अपनी गलतियों को सुधारें और उन्हें फिर कभी दोहराने की कोशिश न करें. ये समस्याएं ही होता है जिनके आने पर इंसान कोयले से हीरा बन जाता है.

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तो ये था हमारा लेख बुरे वक़्त का सामना कैसे करें – बुरे वक़्त में क्या करना चाहिए. उम्मीद है आपको समझ आ गया होगा की समझदारी के साथ मुसीबतों से बाहर कैसे निकलें. अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो इसे Like और Share जरूर करें. हमारे साथ जुड़ने के लिए हमारे Facebook Page को Like करें व् हमें Subscribe जरूर कर लें. धन्यवाद.

जब आदमी मुसीबत में हो तो क्या करना चाहिए?

अर्थात- किसी भी तरह का दुख, मुसीबत या आपदा से उसी समय तक डरना चाहिए जब तक वे आपसे दूर हैं. लेकिन जब वही संकट या मुश्किल की घड़ी आपके सामने आ जाए, सिर पर आकर खड़ी हो जाए तो निडर होकर, बिना किसी शंका के उस पर प्रहार करें, उसका सामना करें. मुश्किलों से जीतने का और उनसे छुटकारा पाने का यही एक मात्र रास्ता है.

मुसीबत से बाहर कैसे निकले?

दोस्तों मुसीबत से बाहर निकलने के लिए आपको in चीज़ों का ध्यान रखना होगा:.
अगर आप धैर्य के साथ काम करेंगे तो आप ज़िन्दगी में हर समस्याओं से जूझ सकते हें..
दोस्तों कई बार आपको किसी काम को शुरू करने के लिए हिम्मत की आवशकता होती है. ... .
किसी इन्सान की मेहनत उसको उस कामयाबी तक लेके जाती है जिसको उसकी कामना होती है..

मुसीबत क्यों आती है?

दूसरे की परेशानी में खुश होना अहंकार होना स्वाभाविक प्रकृति है। लेकिन इस अहंकार को इतना बढ़ा लेना कि यह आपकी बुद्धि को नियंत्रित करने लगे, आपके लिए बहुत कष्टदाई हो सकता है। दूसरों को नीचा दिखाने और पीड़ा पहुंचाने से अगर आपको खुशी मिल रही है या दूसरों को खुश देखकर आप परेशान हो रहे हैं तो आप पतन के मार्ग पर बढ़ रहे हैं।

दुनिया का सामना कैसे करें?

2021 » Hindusthani.in..
अपनी भावनाओं को समझें और उन पर नियंत्रण रखें।.
मन को शांत और स्थिर रखने का प्रयास करें।.
उम्मीद ना लगाए।.
अपना कार्य स्वयं करना सीखें।.
घबराए नहीं बेफिक्र रहे।.
अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करे बाकी ऊपर वाले पर छोड़ दें।.
नकारात्मक विचारों को और सोच को नजरअंदाज करे।.
खुद पर काबू रखें।.