पानी में सांस रोकने से क्या होता है? - paanee mein saans rokane se kya hota hai?

क्या कई मिनट तक सांसें रोक कर रखना संभव है? आखिर कैसे करते हैं लोग ऐसा और दिमाग को कैसे पहुंचता है इतने लंबे समय तक ऑक्सीजन? यह हमारे लिए आश्चर्य का विषय हो सकता है लेकिन वैज्ञानिकों के लिए ये रिसर्च का विषय है. डोरिस होवरमन फ्री डाइवर हैं और भारहीनता जैसी स्थिति में वे बिना सांस लिए अंधेरे में तैरती चली जाती हैं. सिर्फ एक बार सांस लेकर वे गहराई में डाइव लगा देती हैं, जहां आम तौर पर बिना तकनीकी मदद के जाना संभव नहीं है. "फ्री डाइविंग के बारे में सबसे मजेदार बात यह है कि आप सचमुच शांति को महसूस करते हैं. आप अपने अंदर झाकते हैं. आप खुद के साथ और अपने डर के साथ एकदम अकेले होते हैं. इसीलिए कभी आप जल्दी वापस लौट जाते हैं और कभी खुद हवा में बेलगाम तैरने देते हैं."

पानी में गोता लगाने वाले फ्री डाइवर्स दरअसल एक मेडिकल फेनोमेना हैं. सांस लेने की विशेष तकनीक और सालों की ट्रेनिंग के बाद डोरिस होवरमन छह मिनट तक सांस रोक सकती हैं. फ्री डाइवरों ने ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं जो वैज्ञानिकों को उलझन में डाल देते हैं. शरीर इतनी देर तक जीवनदायी ऑक्सीजन के बिना कैसे काम चलाता है? बॉन मेडिकल कॉलेज के रिसर्चर इस राज की गहराई में जाना चाहते हैं. बॉन मेडिकल कॉलेज के डॉ. लार्स आइषहॉर्न कहते हैं, हाल के सालों में क्षमता बढ़ती गई है और हमने पिछले दस सालों में प्रदर्शन में ऐसी उछाल देखी है जिनके बारे में लगता था कि वे कभी संभव नहीं हो सकती. डॉक्टर के रूप में हम इसकी व्याख्या नहीं कर सकते. इसीलिए हम जानना चाहते हैं कि शरीर इसे कैसे मैनेज करता है."

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फ्री डाइविंगतस्वीर: imago/imagebroker

उनकी क्षमता फ्री डाइवरों को चिकित्सकों के रिसर्च का नायाब लक्ष्य बनाती है. टेस्ट के दौरान उनकी बाहों, पावों और दिमाग में ऑक्सीजन की मात्रा नापी जाती है. डोरिस होवरमन कई मिनट तक शरीर की ऑक्सीजन की जरूरत को रोक पाने की हालत में है. ऐसा कर वह अंदरूनी डर पर काबू कर पाती हैं और शरीर की सीमाओं को बढ़ा पाती हैं. डॉ. लार्स आइषहॉर्न बताते हैं, "शुरुआती नतीजे दिखाते हैं कि दिमाग में ऑक्सीजन का सैचुरेशन बांह और पैर से ज्यादा समय तक रहता है. इस समय हम भरपाई के मैकेनिज्म का पता करने में लगे हैं. हम यह जानना चाहते हैं कि लोग इतनी देर तक दिमाग को नुकसान पहुंचाए बिना सांस कैसे रोक सकते हैं."

लेकिन यह साफ है कि मानव शरीर के पास मुश्किल स्थिति में दिमाग के काम को जारी रखने के लिए इमरजेंसी प्लान होता है. इंसान के पास दिमाग को चलाते रखने का इमरजेंसी प्लान या फिर कम ऑक्सीजन की मदद से दिमाग को काम करने लायक बनाए रखने का हुनर, जो जरूरत पड़ने पर ही सामने आता है. रिसर्चरों का मानना है कि इसके लिए खुद को ट्रेन भी किया जा सकता है.

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अंडरवाटर हॉकीतस्वीर: picture-alliance/dpa

फ्री डाइविग का अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड 11 मिनट का है. 200 मीटर तक की गहराई भी रिकॉर्ड की गई है. फ्री डाइवरों में यह क्षमता होती है कि वे अपने फेफड़े के हर कोने में ऑक्सीजन भर सकें और साथ ही अपनी नब्ज को धीमा रख सकें. असल राज़ की बात तो उनकी मानसिक ताकत है. कठिन परिस्थितियों में पूरी तरह शांत रहने की उनकी क्षमता. डोरिस होवरमन बताती हैं, "बहुत फायदेमंद है यदि आप स्वस्थ और हट्टे कट्ठे हों. इससे बड़ी मदद मिलती है लेकिन फ्री डाइविंग में मानसिक ताकत ज्यादा महत्वपूर्ण है."

पानी के अंदर मानव शरीर में जटिल प्रक्रियाएं शुरू हो जाती है. बॉन मेडिकल कॉलेज के रिसर्चर इन प्रक्रियाओं को समझने में लगे हैं. इसमें दिल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. यह शरीर के हर हिस्से में खून पहुंचाता है और उसके साथ जीवनदायिनी ऑक्सीजन भी. डॉ. लार्स आइषहॉर्न बताते हैं, "स्टडी की मजेदार बात यह है कि हम उन सारी सूचनाओं को जमा करते हैं जो ज्ञात हैं और पहली बार मानव शरीर के अंदर सीधे झांक कर देखते हैं. इस तरह की तस्वीरें एमआरटी तकनीक की मदद से संभव हैं. हमने ऐसी विधि डेवलप की है जिसकी मदद से अश्वसन की स्थिति में दिल की जांच की जा सकती है.

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समय बढ़ाने का अभ्यासतस्वीर: DW/F. Schmidt

इसके लिए फ्री डाइवर परीक्षण के दौरान सांस रोकने की तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं. वैज्ञानिक इस बात की जांच कर रहे हैं कि जब सांस रोकी गई होती है तो दिल शरीर में खून का बंटवारा कैसे करता है. इस स्टडी से प्राप्त जानकारी एक दिन दिल की गंभीर बीमारियों के इलाज में मदद कर सकती है क्योंकि ऑक्सीजन की कमी मेडिकल इमरजेंसी की सबसे बड़ी समस्या है. डॉ. लार्स आइषहॉर्न का कहना है कि चूंकि ऐसी जांच आम मरीजों के साथ नहीं हो सकती इसलिए फ्री डाइवरों के साथ परीक्षण के जरिये देखा जा रहा है कि शरीर ऑक्सीजन की कमी की भरपाई कैसे करता है. फ्री डाइवर इस समय मेडिकल चमत्कार लगते हैं और रिसर्चर उनका राज खोलने की राह पर हैं.

एमजे/आईबी

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अपनी साँसों को लंबे समय के लिए रोकने की क्षमता एक ऐसी पसंदीदा स्किल है, जिसे लोग बहुत मुश्किल से सीख पाते हैं। हो सकता है कि आप लंबे समय के लिए पानी में रहना सीखना चाहते हैं या फिर सर्फिंग करना चाहते हैं या शायद आप केवल एक इंप्रेसिव पार्टी ट्रिक की तलाश में हैं। वजह चाहे जो भी हो, असल में आप सांस लिए बिना कितनी देर के लिए रह सकते हैं, इस समय को बढ़ाना आसान काम है, बशर्ते आप सही ट्रेनिंग टेकनिक्स का इस्तेमाल करें और भरपूर सेफ़्टी प्रीकॉशन फॉलो करें। इसे करने का तरीका सीखने के लिए नीचे पढ़ें।

  1. पानी में सांस रोकने से क्या होता है? - paanee mein saans rokane se kya hota hai?

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    गहरी साँसें लेने की प्रैक्टिस करें: अपनी साँसों को रोकना शुरू करने के पहले, अपने डायफ्राम में ही अंदर से आराम से इन्हेल (साँस खींचें) और एक्सहेल (साँस छोड़ें) करें। ऐसा करके, आप आपके लंग्स से लो-क्वालिटी की हवा को निकाल रहे होंगे।[१] साँस अंदर खींचने में 5 सेकंड बिताएँ, फिर 10 सेकंड के लिए साँस बाहर छोड़ने के पहले, एक सेकंड के लिए साँसों को रोककर रखें। दो मिनट के लिए गहरी साँसें लेना जारी रखें और ध्यान रखें कि जब आप साँस छोड़ें, तब अपने अंदर से हवा का आखिरी "भाग" तक साँस के साथ में निकाल दें।

    • गहरी साँसें लेना आपके शरीर को एक्सट्रा ऑक्सीज़न लेने देता है, जिसे फिर ब्लड सेल्स में ट्रांसफर किया जा सकता है। ये क्योंकि आपका शरीर, साँस नहीं लेने पर भी फंक्शनिंग जारी रखने के लिए स्टोर ऑक्सीज़न का इस्तेमाल करता है, इसलिए आपको साँसों को रोकने के दौरान मदद करता है।

    सलाह: जब आप साँस छोड़ें, अपनी जीभ को अपने दांतों के सामने दबाएँ। ऐसा करने से एक वॉल्व तैयार हो जाता है, जो हवा को कंट्रोल में रिलीज करने में मदद करता है। आपकी साँसों को निकलने के साथ उनसे एक हिसिंग साउंड बनना चाहिए।[२]

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    अपने लंग्स से CO2 को बाहर निकालें: जब अपनी साँसों को होल्ड करते हैं, आपके लंग्स में फील होने वाला प्रैशर साँसों की जरूरत की वजह से नहीं, बल्कि CO2 के जमाव की वजह से फील होता है, जो बाहर निकलने के लिए तैयार है। CO2 का ये जमाव आगे जाकर समय बढ़ने के साथ बहुत ज्यादा दर्दभरा हो सकता है। इस जमाव को मिनीमाइज़ करने के लिए, जरूरी है कि आप साँसों को रोकना शुरू करने से पहले, आपके लंग्स से पहले से मौजूदा CO2 को बाहर कर दें। इसे करने के लिए:

    • अपने लंग्स से जितना हो सके, उतनी ज्यादा हवा को बाहर निकालते हुए फोर्सफुली एक्सहेल करें। ऐसा करते समय अपने गालों को फुलाएँ और इमेजिन करें, जैसे आप पानी के खिंचाव के बीच एक खिलौना सेलबोट को उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं।[२]
    • जब आपने पूरी तरह से एक्सहेल कर लिया हो, तब तुरंत इन्हेल करें और रिपीट करें। ऐसा करते समय पिछले स्टेप में स्टोर ऑक्सीज़न को खर्च किए बिना, अपने शरीर को जितना हो सके, उतना ज्यादा स्थिर रखने की कोशिश करें।

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    एक साँस लें और इसे एक मिनट और 30 सेकंड के लिए रोककर रखें: ये एक प्रैक्टिस रन है, जो आपके शरीर का हवा के साथ जाने का सेन्सेशन को एडजस्ट करता है। 90 सेकंड को काउंट करने के लिए एक टाइमर यूज करें और अभी अपनी साँसों को इससे ज्यादा देर के लिए रोकने की कोशिश न करें।

    • जब आप साँस खींचें, तब इतनी ज्यादा भी साँस न खींच लें, कि बस अब आपको बस अब उसे निकालना ही पड़े; इससे आपके शरीर में टेंशन क्रिएट होता है और साथ ही ज्यादा एनर्जी भी बर्बाद हो जाती है। बल्कि, अपने लंग्स को तकरीबन 80-85% केपेसिटी तक भरें, ताकि आपके पास में अभी भी रिलैक्स रहने के लिए जगह रहे।
    • जैसे ही 90 सेकंड पूरे हो जाएँ, अपने लंग्स से इस्तेमाल हुई हवा को हटाने के लिए अच्छी तरह से साँस छोड़ें, फिर पूरी तरह से साँस खींचने और साँस छोड़ने के साथ तीन साँस लें। इसे सेमी-पर्जिंग (semi-purging) की तरह जाना जाता है।

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    गहरी साँसें लेने और पर्जिंग (purging) की प्रोसेस को दोहराएँ, फिर अपनी साँसों को 2 मिनट और 30 सेकंड के लिए रोककर रखें: पहले 90 सेकंड प्रैक्टिस रन के बाद, गहरी साँसें लेने और पर्जिंग की एक्सरसाइज को दोहराएँ। हर एक एक्सरसाइज को एक मिनट 30 सेकंड की ड्यूरेशन के दौरान दोहराएँ।

    • जैसे ही ये हो जाए, एक गहरी साँस लें और इसे स्टॉपवॉच पर टाइमिंग करके, 2 मिनट और 30 सेकंड के लिए रोककर रखें। अपनी साँसों को इससे ज्यादा देर के लिए रोकने की कोशिश न करें।
    • जैसे ही ये टाइम पूरा हो जाए, यूज्ड एयर को रिलीज करने के लिए साँस छोड़ें और तीन सेमी-फर्ज ब्रेथ (सांसें) लें। ऐसा दो मिनट गहरी साँसो और एक मिनट और एक हाफ पर्जिंग के साथ में फॉलो करें। अब आप अपनी साँसों को जितना हो सके, उतना देर के लिए रोके रखने को तैयार हैं।

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    अपने चेहरे पर ठंडे पानी के छींटें मारें: इस पॉइंट पर, आप अपनी साँसों को रोकने का फैसला करने से पहले अपने चेहरे पर थोड़े ठंडे पानी के छींटे मारने का फैसला कर सकते हैं। ऐसा देखा गया है कि किसी इंसान के चेहरे को ठंडे पानी के संपर्क में रखने से ब्रैडीकार्डिया (bradycardia) या हार्ट रेट धीमी हो जाती है, जो स्तनधारी डाइविंग रिफ्लेक्स (mammalian diving reflex, जो शरीर का ठंडे पानी में जाने का पहला रिस्पोंस होता है) का पहला चरण है।[३] हालांकि, ये स्टेप पूरी तरह से ऑप्शनल है।

    • हालांकि, आपको अपने पूरे सिर को पानी में अंदर रखने की जरूरत नहीं है। बस अपनी साँसों को रोकने के ठीक पहले अपने चेहरे पर ठंडे पानी के छींटे मारना है या फिर एक ठंडे, गीले वॉशक्लॉथ का इस्तेमाल करना है।
    • पानी की जगह पर आइस पैक का इस्तेमाल न करें; कुछ स्टडीज़ से पता चलता है कि किसी बहुत ही ठंडी चीज से मिलने वाला झटका किसी दूसरे रिफ्लेक्स को ट्रिगर करता है। बस इतना ध्यान रखें कि पानी का टेम्परेचर लगभग 70 °F (21 °C) है और आपका बाकी का शरीर रिलैक्स पोजीशन में है।

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    एक साँस लें और उसे जितना हो सके, उतनी देर के लिए रोककर रखें: एक कम्फ़र्टेबल बैठी हुई पोजीशन को अज्यूम करें और अपने लंग्स को करीब 80 से 85% की केपेसिटी तक भर के एक गहरी साँस लें। बेकार में ही एनर्जी और ऑक्सीज़न को बर्बाद करने से रोकने के लिए पूरी तरह से स्थिर रहकर अपनी साँसों को जितनी हो सके, उतनी ज्यादा देर के लिए रोककर रखें। आमतौर पर अच्छा होता है कि आप किसी और को आपकी प्रोग्रेस की टाइमिंग करने दें, क्योंकि टाइम बहुत तेजी से पास होता है और अगर आप लगातार घड़ी की तरफ नहीं देखते रहेंगे, तो आप ज्यादा देर के लिए अपनी साँसों को रोककर रख पाएंगे।[२]

    • अपनी साँसों को लंबे समय के लिए रोके रखना शायद दर्दभरा हो सकता है और आमतौर पर आपको सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य को पूरा करने में मदद के लिए खुद डिसट्रेक्ट करने के एक कॉमन तरीके की तलाश कर लेना चाहिए। एक पॉपुलर डिसट्रेक्शन टेक्निक है कि आप A-Z तक अल्फाबेट्स पढ़ें, किसी फ्रेंड, सेलिब्रिटी या फिर ऐसे कुछ हिस्टोरिकल फिगर के बारे में सोचें, जिनके नाम इन हर एक लैटर से शुरू होते हैं। Aleix Segura Vendrell, जिन्होंने 24 मिनट और 3 सेकंड के लिए अंडरवॉटर रहकर साँसों को रोकने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है, इसी टेक्निक का समर्थन करते हैं।[२]
    • अपने गालों में हवा को न रोकें। इस तरीके में हवा को रिजर्व करके रखा जाता है, जिसके लिए आपके लंग्स में मौजूद हवा को "जाने देना" और उसे आपके गालों में मौजूद हवा के साथ में बदल देना शामिल होता है। इसे "सर्कुलर ब्रीदिंग (circular breathing)" की तरह जाना जाता है और इसे पूरा कर पाना बहुत मुश्किल होता है, आमतौर पर आखिर में हवा रोकने वाले दोनों ही जरिए से रिजर्व हवा निकल जाती है। इसलिए, अच्छा होगा कि अभी के लिए आप इस मेथड को न ही यूज करें।

  7. पानी में सांस रोकने से क्या होता है? - paanee mein saans rokane se kya hota hai?

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    आपके शरीर में मौजूद हर एक मसल को रिलैक्स करें: जरूरी है कि आप साँसों को रोकते समय रिलैक्स रहें और अपने शरीर में मौजूद किसी भी टेंशन को भी रिलीज कर दें। अपनी आँखें बंद करें और अपने पंजों से शुरू करके और धीरे-धीरे अपने शरीर के साथ में ऊपर की, अपनी गर्दन और सिर की ओर बढ़ के एक-एक करके अपने शरीर के हर एक पार्ट से टेंशन को रिलीज करने के ऊपर फोकस करें। ऐसा करके, मुमकिन है कि आप आपकी हार्ट रेट को काफी हद तक कम कर पाएंगे और अपनी साँसों को रोके रखने के टाइम को बढ़ा पाएंगे।[४]

    • ऐसी किसी चीज के ऊपर ध्यान लगाएँ, जो आपके लिए रिलैक्सिंग हो। जब आप कोंसंट्रेट नहीं कर पाएँ, तब अपने हाथों से कुछ करके, जैसे कि अपनी उँगलियों पर 99 तक काउंट करके खुद को डिसट्रेक्ट करने की कोशिश करें।
    • कोशिश करें कि अपनी साँसों को रोकने के दौरान कभी भी मूव न हों। जब आप मूव होते हैं, आप ऑक्सीज़न को बर्बाद कर देते हैं और ये आपके साँस लिए बिना रह पाने के टाइम को भी कम कर देगा। इसलिए स्थिर रहें।

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    आराम से साँस छोड़ें: जब आप जरा भी देर के लिए साँसों को न रोक पाएँ, तब कोशिश करें कि अपने लंग्स में मौजूद हवा को पूरा एक-साथ न बाहर करें। सबसे पहले, तकरीबन 20% तक हवा को छोड़ें, फिर एक बार फिर से साँस लें, ताकि आपके सबसे जरूरी एरिया में ऑक्सीज़न तेजी से पहुँच जाएँ। फिर आप पूरी तरह से एक्सहेल और इन्हेल कर सकते हैं।

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    इन्हीं स्टेप्स को हर सेशन में 3 से 4 बार दोहराएँ: इसे और ज्यादा नहीं करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ये आपके लंग्स और शरीर को डैमेज कर सकता है। एक सेशन मॉर्निंग में और अगर आप चाहें तो एक सेशन रात में करें। इसकी प्रैक्टिस करते रहें और आपको पता चलने से पहले ही आप आपकी साँसों को कई मिनट के लिए रोके रखना सीख जाएंगे।

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    हमेशा एक पार्टनर के साथ में प्रैक्टिस करें: इस बात की सलाह दी जाती है कि आप किसी एक पार्टनर के साथ में अपनी साँसों को रोकने की प्रैक्टिस करें। इसे करने के पीछे की असली वजह ये है कि अगर आप अनकॉन्शस होने लग जाते हैं (जो किसी भी लिमिट-टेस्टिंग ट्रेनिंग सेशन में होना एक आम बात है), आपको खुद को नुकसान पहुंचाने से रोककर आपकी सेफ़्टी का ख्याल रखेंगे और आपके सेंस के रिकवर होने के दौरान आपका ध्यान रखेंगे। इसके साथ ही, एक पार्टनर हर 30 सेकंड के इंटरवल में आपको नोटिफ़ाइ करके, आपके साँसों के रोकने के सेशन की टाइमिंग भी कर सकेगा।

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    लेटने की बजाय, बैठे रहने की प्रैक्टिस करें: साँसों को रोकने की प्रैक्टिस करने की सबसे अच्छी पोजीशन है कि आप एक कम्फ़र्टेबल, सीधी पोजीशन में, जैसे कि एक सोफा पर या आर्मचेयर पर बैठ जाएँ। ऐसा करने से आप अपनी साँसों को रोके रखकर कम से कम एनर्जी को खोएँगे। इस बात की सलाह नहीं दी जाती है कि आप अपनी साँसों को रोकने के दौरान लेटें, क्योंकि इसकी वजह से अगर आप अनकॉन्शस हो जाते हैं, तो आप आपकी जीभ पर चोक होने के रिस्क में रहते हैं।

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    किसी प्रोफेशनल की निगरानी के बिना, ऐसा अंडरवॉटर करने की कोशिश कभी भी न करें: भले ही अपनी साँसों को लंबे समय के लिए रोकने की प्रैक्टिस के पीछे की असली वजह आमतौर पर अंडरवॉटर रहना होती है, लेकिन किसी की निगरानी के बिना आपको कभी भी अकेले अंडरवॉटर ट्रेनिंग नहीं करना चाहिए। जैसा कि पहले भी बताया गया है, कि लोगों के लिए अपनी साँसों को लंबे समय के लिए रोके रखने के बाद में फेंट हो जाना या कॉन्शसनेस को खो देना कॉमन सी बात है और अगर ऐसा अंडरवॉटर हो जाए, तो इसकी वजह से इंसान डूब भी सकता है।

    • यहाँ तक कि पार्टनर के साथ मिलकर भी प्रैक्टिस करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि एक बिना ट्रेनिंग की नजरें भी शायद किसी के द्वारा उसकी साँसों को रोके रखने और किसी के गुजर जाने के बीच के अंतर को समझ पाने के काबिल नहीं रहेंगी।

    नोट: अगर आप पार्टनर के साथ में प्रैक्टिस करते हैं, तो सुनिश्चित कर लें कि आप एक ऐसा हाथ का सिग्नल डिसाइड कर लें, जिसे आप रेगुलर इंटरवल पर अपने ठीक होने का इशारा देने के लिए उसे दे सकें।[५]

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    अपनी लंग्स की केपेसिटी को बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज करें: भले ही अपने लंग के साइज को बढ़ाने का कोई भी तरीका नहीं है, लेकिन आपके लंग्स के अंदर रहने वाली हवा की मात्रा को बढ़ाने के और उनमें ऑक्सीज़न के रोकने की क्षमता में सुधार करने के भी कई तरीके मौजूद हैं। खासतौर से, एक जोरदार एक्सरसाइज रूटीन आपके लंग्स को मजबूत करने में और आपके लंग्स की हवा को रोके रखने की केपेसिटी को बढ़ाने में मदद कर सकती है।

    • भरपूर कार्डियो एक्सरसाइज करें। अपने वीकली रूटीन में कुछ इंटेन्स कार्डियो वर्कआउट शामिल करने से आपके लंग्स पर जादुई असर पड़ सकता है। रनिंग, स्किपिंग, एरोबिक्स और स्विमिंग ये सभी उन कार्डियोवेस्कुलर एक्सरसाइज के अच्छे फॉर्म्स हैं, जिनसे खून का प्रवाह बढ़ जाता है और लंग्स शरीर में बढ़ते रहने के लिए जरूरी ऑक्सीज़न को सप्लाई करने के लिए जोरदार मेहनत करते हैं। बेस्ट रिजल्ट्स पाने के लिए अपने शरीर पर उसकी पूरी क्षमता पर ज़ोर लगाकर, 30 मिनट के बर्स्ट में इंटेन्स वर्कआउट करके देखें।
    • पानी में एक्सरसाइज करें। पानी में एक्सरसाइज करना (स्विमिंग, वॉटर एरोबिक्स, अंडरवॉटर वेट ट्रेनिंग) भी कार्डियो एक्सरसाइज का एक प्रकार है, लेकिन पानी एक रुकावट खड़ी करता है, जिसके लिए शरीर को हर एक काम को पूरा करने के लिए हार्ड वर्क करने की जरूरत पड़ती है। जिसके रिजल्ट के रूप में, लंग्स को शरीर में ऑक्सीज़न सप्लाई करने के लिए जोरदार मेहनत करने की जरूरत पड़ती है, जिसकी वजह से समय के साथ उनकी हवा की केपेसिटी भी बढ़ जाती है।
    • एक हाइ एलिवेशन पर वर्कआउट करें। ऊंची चढ़ाई पर, हवा में कम ऑक्सीज़न रहती है, जिसका मतलब कि आपके लंग्स को बॉडी में ऑक्सीज़न सप्लाई करने के लिए ज्यादा मेहनत करने की जरूरत पड़ेगी। ये लंग्स को मजबूती देने का एक अच्छा तरीका होता है, लेकिन आपको बहुत ज्यादा भी हार्ड ट्रेनिंग नहीं करने का ध्यान रखना है, नहीं तो आप शायद चढ़ाई पर होने वाली परेशानी के शिकार बन सकते हैं।

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    वजन कम करें: जरा सा भी ज्यादा वजन आपके शरीर की ऑक्सीज़न को यूज करने की क्षमता को कम कर देता है, क्योंकि शरीर में बढ़ा हुआ बॉड मास रहता है, जिसमें आपके खून को ऑक्सीज़न पहुंचाने की जरूरत होती है।[६] जिसकी वजह से काफी सारे कॉम्प्टिटिव ब्रेथ होल्डर्स आने वाले कॉम्प्टिशन के पहले एक्सट्रा वजन को कम करने की कोशिश में लगे रहते हैं।

    • इस वेट लॉस को स्ट्रिक्टली हेल्दी तरीके से - एक्सरसाइज करके और बैलेंस डाइट के साथ में पूरा किया जाना चाहिए - क्योंकि अपने शरीर को क्रेश डाइटिंग के जरिए कमजोर करने से आपकी साँसों को रोके रखने की आपकी क्षमता पर नेगेटिवली असर डाल सकता है।
    • वर्ल्ड रिकॉर्ड ब्रेथ होल्डर, Aleix Segura Vendrell ने पानी के अंदर साँसों को रोकने के अपने वर्ल्ड रिकॉर्ड को बनाने के 4 महीने पहले, अपने शरीर के वॉल्यूम से अपने लंग के वॉल्यूम के रेशो को बेहतर करने के लिए अपना वजन कम किया।[२]

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    स्मोकिंग छोड़ें: स्मोकिंग करने की वजह से लंग की केपेसिटी और कॉमन नॉलेज की केपेसिटी के ऊपर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है। इसे छोड़ने से आपके लंग्स की कार्बन डाइऑक्साइड को रिलीज करने और ऑक्सीज़न को एब्जोर्ब करने की केपेसिटी बस कुछ ही हफ्तों के अंदर काफी हद तक बढ़ जाती है। इसलिए अगर आप आपके लंग्स को मजबूत करने और उनकी केपेसिटी को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, तो स्मोकिंग करना छोड़ना, इस काम में सक्सेसफुल होने के लिए सबसे जरूरी होगा।

    • इसके साथ ही आपको सेकंड हैंड स्मोक (किसी के स्मोक करने से निकलने वाला धुआँ) से भी बचने की कोशिश करना चाहिए, क्योंकि किसी और की सिगरेट स्मोक को साँसों के जरिए अंदर लेकर जाने का आपके लंग्स के ऊपर नेगेटिव प्रभाव पड़ सकता है।

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    एक वाइण्ड (wind, हवा वाले) या ब्रास इन्स्ट्रुमेंट लें: इस तरह के इन्स्ट्रुमेंट के लिए भरपूर लंग पॉवर की जरूरत पड़ती है, जो इन्हें लंग की स्ट्रेंथ को बढ़ाने का और अपनी साँसों के ऊपर कंट्रोल को बेहतर बनाने की आपकी काबिलियत को बढ़ा देता है। और इसके भी अलावा, एक इन्स्ट्रुमेंट प्ले करना एक शानदार लाइफ स्किल है, जो आपको पर्सनल सैटिस्फ़ेक्शन प्रोवाइड कर सकती है।

    • बांसुरी, शहनाई, ओबो और सैक्सोफोन, बात जब वाइण्ड इन्स्ट्रूमेंट्स की आती है, तब ये सभी अच्छे विकल्प होते हैं, जबकि ट्रम्पेट, ट्रोम्बोन और टूबा पॉपुलर ब्रास ऑप्शन हैं।

    सलाह: अगर आपकी आवाज अच्छी है, तो गाना गाना भी लंग पॉवर में सुधार लाने का एक और अच्छा म्यूजिकल तरीका होता है। गाना गाने के लिए किसी की भी साँसों के ऊपर काफी कंट्रोल रखने की जरूरत पड़ती है, जो इसे साँसों को लंबे समय के लिए रोकने की कोशिश करने वाले लोगों के लिए एक शानदार कॉम्प्लीमेंट्री एक्टिविटी बना देता है।

सलाह

  • बेवजह मूवमेंट न करें। इसकी वजह से आपकी ऑक्सीज़न यूज हो जाएगी और ये आपको साँसों को रोके रखने से भी रोक देगा।
  • कोशिश करें कि आप अपनी साँसों को रोकने के बारे में न सोचें। अगर आप किसी अच्छी चीज के बारे में सोचते हैं, तो आप साँस लेने की अपनी इच्छा के ऊपर कम ध्यान देने लग जाएंगे।
  • लंबे समय के लिए साँसों को रोकने की कोशिश करने के पहले कुछ गहरी साँसें लें।
  • रिलैक्स करने की कोशिश करें, अपनी आँखें बंद करें और शांत हो जाएँ। लेकिन अगर आप अंडरवॉटर हैं, तो अगर आपको वापस कभी भी सतह पर जाने की जरूरत लगे, ऐसे मौके के लिए जरा सी एनर्जी को अपने पास में सेव करके रखें।
  • फिर चाहे आपके पास में कोई प्रोफेशनल भी क्यों न हो, फिर भी अंडरवॉटर प्रैक्टिस न करें! इस तरह से काफी सारी मौतें हुई हैं। इसलिए लापरवाही न करें!
  • जब आप अपनी साँसों को पानी के ऊपर या अंदर या बाहर रोकने की कोशिश करें, तब केवल खुद को शांत रखें, क्योंकि अगर आप नर्वस होंगे, तो आपकी हार्ट रेट बढ़ जाएगी और आप ज्यादा ऑक्सीज़न और एनर्जी का इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे।
  • आप से जितना हो सके, उतनी हवा, यानि co2 और नाइट्रोजन गैस (लेकिन बहुत ज्यादा भी नहीं) को बाहर निकाल दें, फिर करीब एक मिनट के लिए गहरी साँस लें (ध्यान रखें कि ये आपको यूफोरिया या अति उत्साह की अवस्था में डाल देगा) इसके बाद में तब तक के लिए साँस लें, जब तक कि आपके ज़्यादातर लंग्स पूरे भर नहीं जाते (अपने सीने को बाहर मत रखें) और 10 सेकंड के बर्स्ट के बाद तकरीबन 2 मिनट के लिए 15 और फिर 30 ट्राई करें और इसी तरह से बढ़ते जाएँ।
  • कोशिश करें कि साँस न छोड़ें। आपको केवल तभी साँस छोड़ना चाहिए, जब आप लगभग नजदीक पहुँच गए हों। मेडिटेशन भी ट्राई करें। मेडिटेशन आपको ज्यादा शांति के साथ साँस लेने में मदद करता है।

चेतावनी

  • अगर आप प्रैशराइज्ड एयर (जैसे कि स्कूबा टैंक) का यूज कर रहे हैं, तो ढलान पर कभी भी अपनी साँसों को रोकने की कोशिश न करें। ढलान के समय प्रैशराइज्ड टैंक में होना वाला एक्सपान्शन या बढ़ाव आपके लंग्स को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • हाइपरएलिवेट या रैपिड रेट पर साँस लेते समय खास ध्यान दें! हाइपरएलिवेशन के कई बुरे प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें से एक सबसे खतरनाक ये है कि अपने शरीर के द्वारा ऐसा आभास कराया जाना, जैसे कि उसमें संभावना से ज्यादा हवा भरी है, जो आपको बिना किसी संकेत के पास आउट करने को मजबूर कर देगा। अगर ऐसा डूबते समय और बिना किसी पार्टनर के सहारे के हुआ, तो ऐसे में आपके मरने की संभावना सबसे ज्यादा रहेगी।
  • अगर आपको चेस्ट में दर्द महसूस हो, साँस छोड़ें और नॉर्मली साँस लें। (अगर आप अंडरवॉटर नहीं हैं, अगर आप अंडरवॉटर हैं, एक्सहेल करें और रिकमेंडेड गाइडलाइंस के अनुसार आगे बढ़ना शुरू करें।)

चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी

  • स्टॉपवॉच
  • पेंसिल
  • टाइम रिकॉर्ड करने के लिए पेपर का पीस
  • पार्टनर (ऑप्शनल, लेकिन हाइली रिकमेंडेड)
  • चेयर (या ऐसा कुछ और जिससे आपकी पीठ स्ट्रेट रह सके)

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पानी में कितनी देर तक सांस रोक सकते हैं?

वाशिंगटन : पानी में कोई इंसान ज्यादा से ज्यादा कितनी देर तक सांस रोक सकता है? हम कहेंगे कुछ ही सैकेंड या हद से हद एक मिनट लेकिन अमरीका के डेविड ब्लेन 17 मिनट 4 सैकेंड तक पानी में अपनी सांस रोक कर रखने का विश्व रिकार्ड बना चुके हैं

मनुष्य पानी के अंदर सांस क्यों नहीं ले सकता?

पानी में आक्सीजन होता हैं, लेकिन घुला हुआ होता हैं, पानी में श्वास लेने के लिये, हमारा श्वसन तंत्र भी मछली के श्वसन तंत्र की तरह गलफड़े युक्त होना चाहिये , जो पानी में घुली आक्सीजन को सोखकर शेष पानी को अपने गलफड़ों से बाहर निकालती रहती हैं ।

सबसे ज्यादा सांस कौन रोक सकता है?

क्रोएशिया के एक आदमी ने बिना बाहरी ऑक्सीजन लिए पानी में रह कर सबसे ज्यादा देर तक सांस रोके रखने का विश्व रिकॉर्ड कायम किया है. इससे पहले इन्होंने खुद बिना ऑक्सीजन के पानी में रह कर 24 मिनट तक सांस रोके रखने का विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जिसे बाद में खुद ही 24 मिनट 37 सेकंड के समय से पछाड़ कर एक नया रिकॉर्ड रच दिया.

हम हवा के बिना कितनी देर तक जिंदा रह सकते हैं?

हवा का अर्थ हम यँहा श्वास से लेकर उत्तर देंगे । बिना श्वास के इस दुनिया मे सिर्फ कुछ व्यक्ति ही अधिकतम से अधिकतम 5 मिनट जीवित रह सकते है । शेष जिन्हें श्वास रोकने का अभ्यास नही वो 1 मिनट के भीतर चित्रगुप्त की लिस्ट में से bye bye कर चुके होंगे।