तमिलनाडु में कौन कौन सी भाषा बोली जाती है? - tamilanaadu mein kaun kaun see bhaasha bolee jaatee hai?

केंद्र ने तमिलनाडु में राजनीतिक दलों और जनता पार्टियों के कड़े विरोध के बाद नई शैक्षिक नीति के मसौदे में संशोधन किया है.

मसौदे में कहा गया था कि ग़ैर-हिंदी भाषी राज्यों में माध्यमिक शिक्षा (कक्षा आठ) के छात्रों के लिए हिंदी पढ़ना अनिवार्य होगा. यानी सरकारी स्कूलों में तीन भाषाओं (तमिल, हिंदी, अंग्रेजी) लेकिन अब संशोधन के बाद जिन राज्यों में हिंदी भाषा नहीं बोली जाती है वहां हिंदी तीसरी भाषा के रूप में एक विकल्प होगा.

तमिलनाडु की राजनीतिक पार्टियों का कहना है कि हिंदीं को तमिनाडु पर थोपा ना जाए. राज्य में हिंदी प्रचार नामक संस्था उन्हें हिंदी पढ़ाती है जो इसके इच्छुक हैं.

हिंदी प्रचार सभा एक ऐसी संस्था है जहां उम्र की सीमा के बिना कोई भी खुद को पंजीकृत करा के हिंदी सीख सकता है, संस्था में लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

हिंदी प्रचार सभा किसी भी शख़्स को आठ परीक्षाओं के बाद हिंदी पंडित की उपाधि से सम्मानित करती है.

साल 1918 में दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा का गठन महात्मा गांधी, एनी बेसेंट जैसे नेताओं ने किया था ताकि दक्षिण के राज्यों में हिंदी का प्रचार-प्रसार किया जा सके. अब ये संस्था केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में फैल चुके हैं.

अलमेलु सोक्कलिंगम हर साल लगभग 20 छात्रों को कोचिंग देते हैं. उन्होंने बीबीसी तमिल को बताया, ''वे अपने बच्चों को हिंदी सीखने के लिए भेजते हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि हिंदी उनके रोजगार की संभावना बढ़ा सकती है.''

अलमेलु कहते हैं, ''कई माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे तमिल और अंग्रेजी के अलावा हिंदी सीखें. उन्हें लगता है कि अगर छात्रों को अन्य राज्यों में रोजगार का अवसर मिलता है, तो इससे उन्हें मदद मिलेगी. वे यह भी सोचते हैं कि उनके बच्चे उन लोगों से हिंदी बोल सकते हैं जो अन्य राज्यों में अंग्रेजी नहीं समझ सकते हैं.''

सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली अकिला के माता-पिता भी उन्हें हिंदी सीखने भेजते हैं.

अकिला की मां विद्या महेश कहती हैं, ''मेरी बेटी अब 'मध्यमा' की परीक्षा देने जा रही है. हिंदी सीखने के क्रम में ये उसकी दूसरी परीक्षा है. हिंदी सीखने के बाद, अगर वह फ्रेंच और जर्मन सीखना चाहती है, तो हम उसे वो भी सिखाएंगे. भाषा सीखना खेल और पेंटिंग की तरह एक अच्छा शौक है. अगर उन्हें भविष्य में उत्तर भारत में रोजगार मिलता है, तो यह उनके लिए मददगार होगा.''

तमिलनाडु में बोली जाने वाली तमिल भाषा दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है, जिसे आज भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल में लाया जाता है. तमिलनाडु के अलावा तमिल भाषा श्रीलंका और सिंगापुर की भी आधिकारिक भाषा है. इसके अलावा ये दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया और मॉरिशियस में भी बोली जाती है.

(Tamil Nadu Assembly Elections 2021) देश के जिन 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव आयोजित किए गए, उनमें तमिलनाडु भी शामिल है. तमिलनाडु में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए थे. गुरुवार को पश्चिम बंगाल में आठवें चरण के मतदान खत्म होने के बाद ही बंगाल, तमिलनाडु सहित 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के एग्जिट पोल के नतीजे भी आ गए. एग्जिट पोल के मुताबिक तमिलनाडु में इस बार सत्ता परिवर्तन हो सकता है. एग्जिट पोल के नतीजों में एम.के. स्टालिन की पार्टी DMK (Dravida Munnetra Kazhagam) को प्रचंड बहुमत मिलता हुआ नजर आ रहा है. तमिलनाडु की 234 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे 2 मई को सामने आ जाएंगे.

तमिलनाडु अपनी संस्कृति और इतिहास के लिए दुनियाभर में मशहूर है. आज हम आपको तमिलनाडु के ऐसे रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में आपने न तो पहले कभी नहीं सुना होगा और न ही कहीं पढ़ा होगा. भारत के दक्षिण में स्थित तमिलनाडु अपनी समृद्ध संस्कृति और अद्भुत सभ्यता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. इतना ही नहीं, तमिलनाडु की भाषा, पहनावा और भोजन का भी अपना अलग इतिहास है. आइए, अब हम आपको तमिलनाडु के कुछ दिलचस्प और रोचक तथ्यों के बारे में बताते हैं.

1. तमिलनाडु में बोली जाने वाली तमिल भाषा दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है, जिसे आज भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल में लाया जाता है. तमिलनाडु के अलावा तमिल भाषा श्रीलंका और सिंगापुर की भी आधिकारिक भाषा है. इसके अलावा ये दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया और मॉरिशियस में भी बोली जाती है.

2. तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित रामनाथ स्वामी मंदिर अपनी रंग-बिरंगी गलियारों के लिए भी काफी फेमस है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में 3850 फीट लंबा गलियारा है, जिसे विश्व का सबसे लंबा गलियारा बताया जाता है. यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और चारधाम यात्रा का एक केंद्र भी है.

3. जल्लीकट्टू तमिलनाडु का सबसे पुराना और परंपरागत खेल है. यह खेल हर साल पोंगल के त्योहार पर आयोजित किया जाता है. इस खेल में हिस्सा लेने वाले लोगों की बैल के साथ लड़ाई होती है और बैल पर नियंत्रण करने की कोशिश की जाती है. जल्लीकट्टू को लेकर कहा जाता है कि यह 2000 साल पुराना खेल है, जिसे तमिलनाडु का गौरव और संस्कृति का प्रतीक माना जाता है.

4. तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में स्थित सिरुवनी झरना पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. यह शहर से करीब 40 किमी दूर स्थित है, जहां बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं. सिरुवनी झरना अपनी खूबसूरती के साथ-साथ अपने पानी के उत्तम स्वाद के लिए भी दुनियाभर में प्रसिद्ध है. सिरुवनी के पानी को दुनिया का सबसे स्वादिष्ट पानी भी माना जाता है.

5. तमिलनाडु के कोडइकनाल में होने वाले फूल ‘नील कुरिंजी’ 12 साल में एक बार खिलते हैं. इन्हें कुरिंजी के नाम से भी जाना जाता है. यही वजह है कि दुनियाभर से हजारों लोग इन फूलों को देखने के लिए कोडइकनाल आते हैं. आखिरी बार ये फूल साल 2018 में खिले थे और अगली बार ये साल 2030 में खिलेंगे. कोडइकनाल के अलावा ये फूल केरल के भी कुछ इलाकों में खिलते हैं.

6. चिकन 65 एक नॉन वेज डिश है जिसे चिकन से तैयार किया जाता है. चिकन 65 को लेकर कहा जाता है कि इसकी खोज चेन्नई के बुहारी होटल ने की थी. यह डिश अब सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर है. चेन्नई का बुहारी होटल चिकन 65 के अलावा चिकन 78, चिकन 82 और चिकन 90 नाम से भी डिश बनाता है.

6. तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्थित हिगिनबॉथम्स बुक शॉप भारत की सबसे पुरानी बुक शॉप है. इसकी स्थापना साल 1844 में हुई थी, जो अभी भी चल रही है.

7. प्रथम विश्व युद्ध ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था. चेन्नई, भारत का एकमात्र शहर है, जिस पर प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हमला किया गया था. जर्मनी, ऑस्ट्रिया और हंगरी की साझा शक्तियों ने मिलकर चेन्नई पर प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हमला किया था.

8. भारत में बनने वाले ऑटोमोबाइल के 40 फीसदी पार्ट्स केवल चेन्नई में बनते हैं. यही वजह है कि चेन्नई को Detroit of Asia भी कहा जाता है.

9. मौजूदा समय को देखते हुए अंग दान बहुत जरूरी है. आज के समय में कई लोगों के शारीरिक अंग खराब हो जाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें अन्य अंग की जरूरत होती है. अंग दान से न सिर्फ जरूरतमंद को एक नई जिंदगी मिलती है बल्कि उसके परिवार को भी नया जीवन मिलता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि देशभर में अंग दान के मामले में तमिलनाडु सबसे आगे है.

10. तमिलनाडु में करीब 410 प्रजाति के फूलों के पौधे पाए जाते हैं. यह भारत के किसी भी राज्य में सबसे बड़ी संख्या है.

तमिलनाडु में कौन सी बोली बोली जाती है?

तमिल नाडु में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा तमिल है।

तमिलनाडु में कितनी भाषाएं बोली जाती है?

तमिलनाडु में तमिल भाषा बोली जाती है, जिसकी कई क्षेत्रीय बोलियाँ भी हैं

तमिलनाडु की भाषा और लिपि क्या है?

तमिऴ लिपि एक लिपि है जिसमें तमिऴ भाषा लिखी जाती है। इसके अलावा सौराष्ट्र, बडगा, इरुळा और पनिया आदि अल्पसङ्ख्यक भाषाएँ भी तमिऴ लिपि में लिखी जाती हैं। यह लिपि भारत और श्रीलंका में तमिऴ भाषा को लिखने में प्रयोग की जाती है। यह ग्रन्थ लिपि और ब्राह्मी के दक्षिणी रूप से विकसित हुई।

चेन्नई में कौन कौन सी भाषा बोली जाती है?

यहां की मुख्य भाषा तमिल ही है। व्यापार, शिक्षा और अन्य अधिकारी वर्ग के व्यवसायों एवं नौकरियों में अंग्रेज़ी मुख्यता से बोली जाती है। इनके अलावा कम किंतु गणनीय संख्या तेलुगु तथा मलयाली लोगों की भी है। चेन्नई में तमिल नाडु के अन्य भागों व भारत के सभी भागों से आये लोगों की भी अच्छी संख्या है।